Keratin Treatment Good Or Bad? ज़्यादातर लोग जहां बालों की नई-नई तरह की परेशानियों से जूझते हैं वहीं ये लोग बिना किसी समस्या के बाल लहराते चलते हैं जिससे हमें काफी जलन होती है। Show नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Keratin Treatment, Good Or Bad?: खूबसूरत बाल ऐसी चीज़ हैं जिनकी लोग सराहना भी करते हैं और इनसे जलते भी हैं। हालांकि, कुछ ही ऐसे खुशनसीब लोग होते हैं जिन्हें खुबसूरत बाल नसीब होते हैं। हम में से ज़्यादातर लोग जहां बालों की नई-नई तरह की परेशानियों से जूझते हैं, वहीं ये लोग बिना किसी समस्या के बाल लहराते चलते हैं, जिससे हमें काफी जलन होती है। इसिलए अब समय आ गया है कि हम अपने बालों को खूबसूरत बनाने के लिए कुछ करें। घरेलू उपायों को छोड़ एक बार विज्ञान का सहारा लें। ब्यूटी इंडस्ट्री में वैसे तो हाल ही में क्रांतिकारी तरीके से खूब तरक्की हुई है। इनमें से ही एक ट्रीटमेंट है...केराटिन। इस ट्रीटमेंट को बड़ी संख्या में सफलता के साथ फैन्स भी मिले हैं। आप भी इसे आज़माना जाते हैं? तो इससे पहले क्यों और कैसे केराटिन आपके बालों को सिल्की स्मूद बना देता है। क्या केराटिन? केराटिन वो सबसे ज़रूरी प्रोटीन है जो हमारे बालों में प्राकृतिक तौर पर मौजूद होता है। बालों में न सिर्फ केराटिन बल्कि इससे जुड़े कई प्रोटीन भी मौजूद होते हैं। यह आपके बालों की अंदर और बाहर दोनों तरफ से सुरक्षा करता है और साथ ही इन्हें स्वस्थ रखने का काम भी करता है। सूरज, प्रदूषण या रसायनों जैसे बाहरी कारकों के संपर्क में आने या आपकी जीवनशैली में बदलाव के कारण बालों में मौजूद केराटिन ख़त्म हो जाता है। इसी वजह से आपके बाल रूखे, खराब और बेजान हो जाते हैं। क्या करता है केराटिन ट्रीटमेंट? केराटिन ट्रीटमेंट महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों में भी काफी पॉपुलर है। इसकी वजह यह है कि इस ट्रीटमेंट में आपको बालों को केराटिन अलग से दिया जाता है, जिससे बालों में चमक लौट आती है, वो मुलायम हो जाते हैं और फ्रिज़ी नहीं रहते। केराटिन की गैरमौजूदगी में आपके बाल फ्रिज़ी, उलझे और टूटने लगते हैं। एक केराटिन ट्रीटमेंट मूल रूप से खोए हुए प्रोटीन को आपके बालों के स्ट्रैंड्स में डालकर उन्हें फिर से हेल्दी बनाता है। केराटिन ट्रीटमेंट में क्या होता है? इस ट्रीटमेंट के बाद बाल मुलायम और चमकते हैं, लेकिन कुछ महीने बाद ये दोबारा पहले जैसे हो जाएंगे। ये ट्रीटमेंट स्ट्रेटनिंग या फिर रीबॉन्डिंग जैसा नहीं है। ये सिर्फ बालों को चमकदार और मुलायम बनाएगा, इसके अलावा और कोई बदलाव नहीं होंगे। केराटिन सिर्फ एक सुपर स्ट्रॉन्ग डीप कंडिशनिंग है। प्री-ट्रीटमेंट सेलॉन जाने से पहले ये देख लें कि ये ट्रीटमेंट आपके बालों के लिए सही है भी या नहीं। आपके दोस्त या भाई/बहन के लिए ट्रीटमेंट काम आया था इसका मतलब यह नहीं है कि यह आपके लिए भी बेस्ट होगा। अगर एक्सपर्ट्स की मानें तो घुंघराले और फ्रिज़ी बालों के लिए ही ये ट्रीटमेंट बेस्ट है। वहीं, अगर आपके बाल सीधे और सुलझे हुए हैं तो आपके इस ट्रीटमेंट की ज़रूरत नहीं है। पोस्ट ट्रीटमेंट ट्रीटमेंट के बाद, ट्रीटमेंट के 48 घंटों तक आप बालों को धो नहीं सकते और न ही इन्हें बैंड से बांध सकते हैं इसलिए सिर्फ एक अच्छे ड्राय शैम्पू से ही बाल साफ करें। हालांकि, ट्रीटमेंट के बाद आपके लिए बालों को संभालना ज़्यादा आसान हो जाएगा। साथ ही आपको अपने हेयर केयर में किसी तरह के बदलाव नहीं करने हैं। Edited By: Ruhee Parvez
नई दिल्ली: बाल खूबसूरत और घने दिखे ये कौन नहीं चाहता। लड़कियां अपने बालों का स्टाइल अलग-अलग तरह से रखना पसंद करती हैं, ज्यादातर लड़कियां बालों को स्ट्रेट रखना पसंद करती हैं। जिसके लिए हेयर ट्रीटमेंट का सहारा लिया जाता है, इसमें हेयर केराटिन (Hair Carotin) और हेयर स्मूदनिंग (Hair Smoothing) से बालों को सीधा और सिल्की बना दिया जाता है। जिससे बाल कुछ दिनों के लिए खूबसूरत दिखने लगते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस ट्रीटमेंट का आपके बालों पर क्या प्रभाव पड़ता
है? अगर नहीं पता तो आज हम आपको बताएंगे कि बार-बार हेयर केराटिन और हेयर स्मूदनिंग कराने से बालों पर क्या असर पड़ता है। (Hair Smoothening impact on Hair) यह बात तो सभी जानते है कि हर किसी के सीधे बाल नहीं होते है और लड़कियों को बाल सीधे कराने का बहुत शौक होता है। इसलिए वह हेयर केराटिन और हेयर स्मूदनिंग का सहारा लेते हैं, इस ट्रीटमेंट में केमिकल द्वारा बालों को स्ट्रेट किया जाता है। इस ट्रीटमेंट में फ्रिजी और डैमेज बालों को सीधा और सिल्की किया जाता है। हेयर स्मूदनिंग ट्रीटमेंट लेने के बाद आपके बाल एक से डेढ़ साल तक स्ट्रेट रहते हैं। साल में कितनी बार करानी चाहिए हेयर स्मूदनिंगइस ट्रीटमेंट में केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है ऐसे में बाल सीधे और सिल्की तो हो जाते हैं लेकिन केमिकल का प्रभाव बालों पर पड़ता है, बालों की सही देखभाल के लिए साल भर में एक बार ही हेयर स्मूदनिंग ट्रीटमेंट लेना चाहिए। हेयर स्मूदनिंग ट्रीटमेंट रिपीट करने से हेयर क्यूटिकल्स डैमेज हो जाते हैं, जिसका असर बालों की ग्रोथ पर भी पड़ता सकता है। कई बार हेयर स्मूदनिंग से बाल डैमेज हो जाते है क्योंकि इस ट्रीटमेंट के दौरान हाई हीट पर बालों को स्ट्रेट किया जाता है, जिसकी वजह से बाल पतले और डैमेज हो जाते हैं। तो अगर आप बार बार हेयर स्मूदनिंग ट्रीटमेंट लेती हैं तो आपके बाल डल और रफ हो सकते हैं। साल में कितनी बार करवाएं हेयर केराटिनहेयर केराटिन ट्रीटमेंट का असर बालों में 3 से 4 महीने तक रहता है। और इसके बाद बाल पहले से दिखने लगते है जिस कारण लड़कियां फिर से यह ट्रीटमेंट लेती हैं। जिससे बाल खराब भी हो जाते हैं। इसलिए इस ट्रीटमेंट को सालभर में दो बार करवाना चाहिए। भले ही हेयर केराटिन में बालों को पोषण दिया जाता है लेकिन बार -बार केराटिन ट्रीटमेंट लेने से बाल रफ और बेजान हो सकते हैं। Hair Smoothening impact on Hair अगर झड़ रहे हैं बाल तो न लें टेंशन, क्योंकि ये 10 चीजें दिलाएंगी आपको हेयर फॉल से राहत About The Authorक्या केराटिन के बाद बाल सीधे होते हैं?हेयर केराटिन ट्रीटमेंट क्या है
इस ट्रीटमेंट में बालों को नकली प्रोटीन दिया जाता है, जिससे बालों को पोषण मिलता है। केराटिन ट्रीटमेंट में बालों को स्ट्रेट नहीं किया जाता है इस ट्रीटमेंट में बाल हल्के वेवी होते हैं। यह ट्रीटमेंट लगभग 3 से 4 महीने तक चलता है।
केराटिन ट्रीटमेंट के बाद बाल क्यों झड़ते हैं?अगर आपके बाल बहुत ज्यादा डैमेज और फ्रिजी हैं, तो लोग आपको केराटिन ट्रीटमेंट की सलाह देते हैं। लेकिन कुछ समय बाद केराटिन आपके बालों से हट जाता है, जिस वजह से बाल दोबारा पहले जैसे हो जाते हैं। ऐसा कई बार इसलिए भी होता है कि हम ट्रीटमेंट के बालों की देखभाल में कई तरह लापरवाहियां करते हैं।
केराटिन ट्रीटमेंट कितने दिन चलता है?केराटिन करवाने के बाद बाल बिलकुल स्ट्रेट दिखने लगते हैं और उसमें से वॉल्यूम और बाउंस गायब हो जाता है। बाल बहुत जल्दी ऑयली हो जाते है जिस वजह से बालों में बार-बार शैम्पू करना पड़ता है। इस ट्रीटमेंट में अच्छे खासे पैसे भी खर्च होते है उसके बावजूद इसका असर 5 से 6 महीने ही रहता है।
केराटिन के फायदे क्या है?केराटिन ट्रीटमेंट के फायदे
1- इससे बालों को मैनेज करने में आसानी होती है, जिससे बालों की स्मूथनेस बढ़ जाती है. 2- इस ट्रीटमेंट के बाद बाल सिल्की, शाइनी और ग्लॉसी दिखने लगते हैं. 3- यह बालों को स्ट्रेट कर देता है जिससे आपको अलग-अलग हेयर स्टाइल्स बनाने में आसानी होती है.
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