पंजाब में होली को क्या कहते हैं? - panjaab mein holee ko kya kahate hain?

होली का त्यौहार पूरे भारतवर्ष व विभिन्न देशों में बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाता (Different Ways To Celebrate Holi In Different States In Hindi) हैं। इसमें पहले दिन बुराई की प्रतीक होलिका का दहन और प्रह्लाद की रक्षा के रूप में होलिका दहन मनाया जाता (Description Of Holi In Different States In Hindi) हैं जबकि अगले दिन धुलंडी के रूप में रंगों का त्यौहार होली मनाया जाता हैं।

वैसे इसे मनाने की प्रक्रिया सभी जगह एक जैसी होती (How Is Holi Celebrated In Different States Of India In Hindi) हैं लेकिन फिर भी इसे अलग-अलग राज्यों और जातियों की मान्यतों के अनुसार मनाने की परंपरा में कुछ अंतर देखने को मिलता हैं। इसी के साथ इसे भाषा (Kis Rajy Me Holi Ko Kya Kahate Hai) और मान्यता के आधार पर भिन्न-भिन्न नाम भी दिए गए हैं। आज हम आपको इसी के बारे में बताएँगे।

किस राज्य में कैसे मनाते हैं होली का त्यौहार (Holi In Different States Of India In Hindi)

#1. ब्रज की होली: उत्तर प्रदेश (Braj Ki Holi In Hindi)

होली का नाम जब भी आता हैं तो सबसे पहले नाम आता हैं भगवान कृष्ण की नगरी ब्रज का। इसमें मथुरा, वृंदावन, बरसाना, नंदगांव आते हैं। यहाँ की होली देखने केवल देश से ही नही अपितु विदेशों से भी हजारों की संख्या में लोग आते हैं। यहाँ लट्ठमार होली, लड्डुओं की होली, फूलों की होली इत्यादि प्रसिद्ध हैं।

ब्रज क्षेत्र में होली एक या दो दिन की नही बल्कि एक महीने से भी ज्यादा समय तक आयोजित की जाती हैं। यहाँ होली की शुरुआत माँ सरस्वती के पर्व बसंत पंचमी के दिन से ही शुरू हो जाती हैं और रंग उड़ने लग जाते हैं। इसके बाद रंग पंचमी तक यहाँ होली खेली जाती हैं। इस एक महीने में जगह-जगह आपको होली के रंग उड़ते हुए दिख जाएंगे।

बरसाना की लट्ठमार होली (Barsana Ki Lathmar Holi)

होली से कुछ दिन पहले राधारानी के गाँव बरसाने में लट्ठमार होली खेली जाती हैं। इसमें मुख्यतया बरसाने की महिलाएं और नंदगांव के पुरुष भाग लेते हैं। दरअसल श्रीकृष्ण के समय में नंदगांव से श्रीकृष्ण के कई मित्र बरसाने की गोपियों को छेड़ने आते थे तब वहां की गोपियाँ उन्हें लट्ठ मार कर भगा दिया करती थी।

उसी उपलक्ष्य तथा प्राचीन घटनाओं को जीवंत करने के उद्देश्य से इसमें बरसाने की महिलाएं और नंदगांव के पुरुष बहुत उत्सुकता से भाग लेते हैं। महिलाएं लट्ठ से पुरुषों पर वार करती हैं तो पुरुष ढाल की सहायता से स्वयं को बचाते हुए नज़र आते हैं।

लड्डू होली (Laddu Holi In Barsana)

मथुरा-वृंदावन के कई मंदिरों में लड्डुओं की होली भी खेली जाती हैं। इसमें मंदिर के गर्भ गृह से लड्डुओं को भक्तों के ऊपर उछाला जाता हैं। भक्तों के बीच में इसे पकड़ने और खाने की होड़ लगी रहती हैं।

मथुरा की पुष्प होली (Phoolon Ki Holi In Vrindavan)

इसके अलावा पूरी मथुरा नगरी में पुष्प वर्षा की जाती हैं जैसे कि रमणरेती, बांके बिहारी मंदिर, द्वारकाधीश मंदिर इत्यादि। इसी के साथ रंग तो वहां हर समय उड़ते हैं। यदि आपको कभी होली से पहले मथुरा जाने का अवसर मिले तो अवश्य होकर आये क्योंकि यहाँ की होली आपको देश में कहीं भी देखने को नही मिलेगी।

#2. बिहार व झारखंड की होली (Bihar Jharkhand Ki Holi)

बिहार और झारखंड में होली को फागु, फाग या फगुआ के नाम से जाना जाता हैं। फाल्गुन के महीने में आने के कारण इसको इस नाम से जाना जाता हैं। साथ ही फागु का अर्थ लाल होता हैं जिससे होली खेली जाती हैं। बिहार में इस दिन होली के गीत वहां की भाषा में गाये जाते हैं जिसे फगुआ कहते हैं। इसलिये यहाँ होली को फगुआ के नाम से भी जाना जाता है।

यहाँ पर लोग कीचड़ में भी होली खेलते हैं जिसमें एक-दूसरे को कीचड़ में फेंक दिया जाता हैं। इसी के साथ यहाँ की कुर्ता-फाड़ होली भी प्रसिद्ध हैं जिसमें लोग एक-दूसरे के कुर्ते को फाड़ देते हैं। आपने बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को भी कुर्ता फाड़ होली खेलते हुए समाचारों में देखा होगा।

#3. पंजाब की होली (Punjab Ki Holi)

पंजाब में होली को होला मोहल्ला (Hola Mohalla In Hindi) के नाम से जाना जाता है। यह होली मुख्यतया सिखों के पवित्र स्थल श्री आनंदपुर साहिब गुरूद्वारे से शुरू होती हैं। इसमें निहंग सिख अपने पौरुष का प्रदर्शन करते हैं। इसकी शुरुआत सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी ने की थी।

इस दिन को पंजाब में पौरुष के प्रदर्शन, शक्ति प्रदर्शन इत्यादि में रूप में मनाया जाता हैं। इसमें घोड़े पर बैठे निहंग व अन्य सिख तलवारबाजी, भाला इत्यादि दिखाते हैं। इसी के साथ चारों ओर से रंग-गुलाल भी उड़ रहे होते हैं।

#4. राजस्थान की होली (Rajasthan Ki Holi)

राजस्थान की होली बहुत कुछ उत्तर प्रदेश की होली के समान ही हैं। इसमें भी रंगों का उड़ना, लट्ठमार, पुष्प होली, पानी की होली, इत्यादि सम्मिलित हैं। राजस्थान के कई शहरों में इस दिन झांकियां निकलती हैं, रंगमंच सजते हैं, नाटक आयोजित किये जाते हैं। जैसे कि उदयपुर के सिटी पैलेस में शाही होली खेलना, जैसलमेर के मंदिर महल में लोक नृत्यों का आयोजन, इत्यादि सम्मिलित हैं।

#5. हरियाणा की होली (Haryana Ki Holi)

यहाँ की होली भी राजस्थान के जैसे खेली जाती हैं लेकिन यहाँ लट्ठमार होली ज्यादा प्रसिद्ध हैं। यह उत्तर प्रदेश की लट्ठमार होली से थोड़ी भिन्न (Haryana Ki Holi In Hindi) हैं। यह मुख्यतया भाभी-देवर के बीच में खेली जाती हैं जिसमें देवर अपनी भाभी को रंग लगाने का प्रयास करते हैं तो भाभी उन्हें लट्ठ मार कर भगाती है।

#6. बंगाल-ओड़िशा की होली (Bengal Orissa Ki Holi)

बंगाल-ओड़िशा में होली को डोल पूर्णिमा, बसंत उत्सव, डोल यात्रा के नाम से जाना जाता हैं। यहाँ की होली राधा और कृष्ण के प्रेम को समर्पित होती हैं। इसमें श्रीकृष्ण और राधा की मूर्तियों को एक पालकी में बिठाकर पूरे शहर में उसकी यात्रा निकाली जाती हैं।

इस पालकी के आगे महिलाएं नृत्य करती हुई और भजन गाती हुई चलती हैं तो पीछे-पीछे पुरुष रंग उड़ाते और होली के गीत गाते हुए आगे बढ़ते हैं।

#7. गोवा की होली (Goa Ki Holi)

गोवा के मछुआरों में होली का त्यौहार बहुत ही प्रसिद्ध हैं। यहाँ होली को शिमगोत्सव के रूप में मनाया जाता हैं। यहाँ होली के दिन रंगों को उड़ाना, जुलूस निकालना, इत्यादि सम्मिलित हैं।

#8. तमिलनाडु व कर्नाटक की होली (Holi Celebration In Karnataka And Tamilnadu In Hindi)

इन दो राज्यों में होली का त्यौहार भगवान शिव के द्वारा कामदेव को भस्म कर देने की याद में मनाया जाता हैं। इसलिये यहाँ होली को कामन हब्बा, कामाविलास, कामा-दाहनं व कमान पंडिगई इत्यादि नामों से जाना जाता हैं। यहाँ पर यह दिन कामदेव के बलिदान दिवस के रूप में व भगवान शिव व माता पार्वती के मिलन के रूप में याद किया जाता हैं।

#9. गुजरात-महाराष्ट्र की होली (Gujrat Maharashtra Ki Holi)

यहाँ पर मुख्यतया जन्माष्टमी के जैसे दही-हांड़ी फोड़ने का कार्यक्रम किया जाता हैं। होली पर यहाँ गोविंदा उत्सव या गोविंदा होली की धूम रहती हैं। गोविंदाओं के द्वारा मटकी को फोड़ा जाता हैं, एक-दूसरे पर पानी की बौछार की जाती हैं और रंग उड़ाए जाते हैं।

यहाँ पर होली को फाल्गुन पूर्णिमा, मटकी फोड़ होली इत्यादि के नाम से भी जाना जाता हैं। गुजरात के भील समाज में होली का मुख्य उत्साह रहता हैं जिसे वे गोलगधेडो भी कहते हैं। इसमें एक बांस पर गुड़ और नारियल बांधा जाता हैं और उसके चारों ओर महिलाएं नृत्य करती हैं। पुरुषों को उनसे बच कर वह गुड़ और नारियल प्राप्त करना होता हैं। इसे लेने के बाद वह सभी के साथ होली खेलता हैं।

#10. मणिपुर-असम की होली (Manipur Assam Ki Holi)

मणिपुर में होली को योशांग या याओसांग कहा जाता हैं। यहाँ होली का आयोजन छह दिन तक किया जाता हैं। जिस दिन रंगों से होली खेली जाती हैं उस दिन को यहाँ पिचकारी के नाम से जाना जाता है। इस दिन यहाँ पारंपरिक नृत्य करने की परंपरा हैं जिसे थाबल चोंगबा भी कहते है।

असम में होली को फगवाह या देओल के नाम से जाना जाता है। इसी के साथ पूरे उत्तर-पूर्वी भारत से लेकर नेपाल-बांग्लादेश के हिंदुओं में होली की धूमधाम देखने को मिलती हैं।

इन सबके अलावा होली को उत्तराखंड में कुमाउनी होली, मध्य प्रदेश में भगोरिया, छत्तीसगढ़ में होरी, त्रिपुरा में पाली के नाम से मनाया जाता हैं। इसी के साथ होली को गुयाना, फिजी, मॉरिशस, इंडोनेशिया, त्रिनिदाद, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अमेरिका, रूस, ब्रिटेन जैसे देशों में भी मनाया जाता हैं।

होली को पंजाबी में क्या कहते हैं?

पंजाब में होली को 'होला मोहल्ला' कहते हैं

होली का दूसरा नाम क्या है?

इतिहास होली भारत का अत्यंत प्राचीन पर्व है जो होली, होलिका या होलाका नाम से मनाया जाता था। वसंत की ऋतु में हर्षोल्लास के साथ मनाए जाने के कारण इसे वसंतोत्सव और काम-महोत्सव भी कहा गया है।

बिहार की होली को क्या कहते हैं?

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पंजाब में होली कैसे मनाई जाती है?

होली को पंजाब में होला मोहल्ला के रूप में मनाया जाता है. ये सिख पुरुषों की बहादुरी और वीरता को श्रद्धांजलि के रूप में मनाया जाता है. उत्सव में कुश्ती और मार्शल आर्ट जैसे कई अन्य शक्ति-संबंधी अभ्यासों का प्रदर्शन किया जाता है.