कविता में धरती के बारे में क्या कहा गया है? - kavita mein dharatee ke baare mein kya kaha gaya hai?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: कविता में भारत का धरती का स्वर्ग इसलिए कहा गया है क्योंकि यहां के लोगों में ऐसी एकता होती है ऐसा प्रेम होता है और यहां के लोग अखंडित होते हैं और यह भी माना जाता है कि यहां हर वह चीज जो स्वर्ग में मिलती है वह सब धरती पर भारत नामक देश में है।

जम्मू कश्मीर को धरती का स्वर्ग क्यों कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंधरती पर स्वर्ग गुलमर्ग जम्‍मू और कश्‍मीर का एक खूबसूरत हिल स्‍टेशन है। इसकी सुंदरता के कारण इसे धरती का स्‍वर्ग भी कहा जाता है। यह देश के प्रमुख पर्यटन स्‍थलों में से एक हैं। फूलों के प्रदेश के नाम से मशहूर यह स्‍थान बारामूला जिले में स्थित है।

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भारत का स्वर्ग क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकश्मीर को भारत का स्वर्ग कहा जाता है।

कश्मीर को भारत का स्वर्ग क्यों कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकें➲ अपने प्राकृतिक सौंदर्य के कारण कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है। कश्मीर भारत के उत्तरी भाग में स्थित प्राकृतिक सुंदरता से भरा एक पहाड़ी क्षेत्र है। यह क्षेत्र प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर होने के कारण और सुंदर भौगोलिक परिस्थितियां होने के कराण कश्मीर को ‘धरती का स्वर्ग’ कहा जाता है।

What is the full name of Betsy?

Betsey Johnson, the fashion designer, is 72 and still going strong, and her name is her brand. Some full names that could be nicknamed Betsy: Bethan (Welsh), Elsbeth/Elspeth (Scots), Babette, Bettina (all forms of Elizabeth.

What is the definition of Betsy?

The name Betsy is of English origin. The meaning of Betsy is “G-d oath, pledged to G-d”. Betsy is generally used as a girl’s name.

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Where is Betsy Ross House in Philadelphia?

Betsy Ross House | Plan Your Visit. The Betsy Ross House is located at 239 Arch Street in Philadelphia, Pennsylvania, just a few blocks away from the Liberty Bell and Independence Hall. Please use our Google map for directions to the house.

What was Betsy Ross name?

Jan 1, 1752. Birth. Betsy’s Ross’s real name was Elizabeth Griscom. She was born in Philadelphia, Pennsylvania. She was 8th of 17 children. Aug 16, 1762. Youth. When she was young, Betsy entered a sewing contest.

                
                                                                                 
                            मैं हूँ धरती, मै हूँ धरती,
हाँ मैं हूँ गौरवशाली,
मुझपे पलता है जीवन,
पलती मानवता मतवाली॥

मेरे मानव ने अपने सारे सपने साकार किये,
बड़े बड़े और छोटे, जाने कितने आविष्कार किये॥

पर, आविष्कारों के मद मे, वो भूल गया है जीवन को,
अपने ही हाथों से उसने, रौंदा है मेरे उपवन को,
अपने ही हाथों से उसने, रौंदा है अपने उपवन को॥

मानव...

मैं, मानव हूँ, मैंने बस अपने बारे मे सोचा है,
बार बार इस धरती को अपने हाथों से नोचा है॥

मैने खूब निकाला है, कोयला ओर तेल खदानों से,
और किया है उत्पादित धुआं गाड़ी-करखानों से ॥

मैंने, हरी भरी इस भू को स्कवॉयर फीटों मे बांटा है,
शॉपिंग मालों-सड़कों की खातिर पेड़ों को काटा है॥

मैंने केवल ये जाना कि इसमे छिपी तरक्की है,
पर परदूषण के कारण इस भू की हानि पक्की है॥

भूल गया था, ये कारक हो सकता है बर्बादी का,
परदूषण बन जायेगा खतरा मानव आबादी का॥

अब...

मैं मानव हूँ, मुझे सोचना है धरती के बारे में,
मिलकर इसे बचाना होगा, फैलाना है सारे में॥

फिर से मुस्कायेगी धरती, फिर सोणित हरित पर्व होगा,
फिर से मानव की मानवता पर इस धरती को गर्व होगा॥
फिर से मानव की मानवता पर इस धरती को गर्व होगा॥

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