जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Karwa Chauth Vrat ke Jaruri Niyam: करवा चौथ व्रत इस साल 13 अक्टूबर, गुरुवार को रखा जाएगा. इस दिन सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूरे दिन निर्जला रहकर बहुत कठिन व्रत रखती हैं. महिलाएं इस दिन के लिए काफी समय पहले से तैयारी करती हैं. खूब सजती-संवरती हैं, हाथो में मेहंदी सजाती हैं, सोलह श्रृंगार करती हैं. सुबह सास द्वारा दी गई सरगी खाकर शुरू हुआ करवा चौथ व्रत रात को चंद्रमा को अर्ध्य देने के बाद पति के हाथ से पानी पीकर खोला जाता है. इस व्रत को बहुत पवित्र और महत्वपूर्ण माना गया है. इसलिए इसे पूरी निष्ठा से और नियम पूर्वक करना चाहिए. Show करवा चौथ के दिन पति-पत्नी न करें ये काम करवा चौथ व्रत पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत करने वाला पर्व है. इस दिन के लिए न केवल पत्नी बल्कि पति के लिए भी कुछ नियम बताए गए हैं. इनका पालन करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं, वरना ना तो मनोकामनाएं पूरी होंगी और दांपत्य जीवन में परेशानियां भी झेलनी पड़ेंगी. धर्म शास्त्र के अनुसार पवित्र व्रत-त्योहारों के मौके पर पति-पत्नी को शारीरिक संबंध नहीं बनना चाहिए. यहां तक कि ऐसे विचारों से बचना चाहिए और अपना मन भगवान के पूजा-पाठ, भक्ति में लगाना चाहिए. करवा चौथ के व्रत के दिन तो पति-पत्नी संबंध बनाने की गलती न करें. वरना ना तो निर्जला व्रत का फल मिलेगा और ना मनोकामना पूरी होगी. बल्कि ऐसा करना दांपत्य जीवन में कई तरह की परेशानियां भी ला सकती है. लिहाजा करवा चौथ के व्रती को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए. साथ ही देवी-देवताओं की पूजा करके सफल और सुखद दांपत्य जीवन देने की प्रार्थना करनी चाहिए. 05 अक्टूबर को देश में दशहरा का पर्व धूम धाम से मनाया गया जिसके बाद अब 13 अक्टूबर को करवातौथ का त्यौहार मनाया जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ सबसे पहले आपको बता दें इस बार करवा चौथ का त्योहार 13 अक्टूबर, 2022 यानि गुरुवार के दिन मनाया जाएगा। धार्मिक व ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार मगर इस दिन सभी महिलाओं के लिए स्वच्छता और पवित्रता का ध्यान रखना अति आवश्यक होता है। इस दिन व्रत के दौरान दंपति को शारीरिक संबंध भी नहीं बनाने चाहिए, शास्त्रों में इस दिन ऐसा करना वर्जित माना जाता है। बल्कि कहा जाता है हिंदू धर्म में न केवल करवाचौथ के दिन बल्कि भी किसी भी व्रत के वक्त इस तरह के विचार को भी मन में नहीं लाना चाहिए। हिंदू धर्म के शास्त्रों के मुताबिक, यह
व्रत भगवान गणपति को समर्पित है। तो वहीं इस खास दिन पर देवी पार्वती की पूजा की जाती है। अतः ऐसे में व्रत के दौरान पति और पत्नी को शारीरिक संबंध कतई नहीं बनाना चाहिए। कहते हैं कि व्रत के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से पति और पत्नी दोनों पाप के भागीदार बनते हैं। ऐसे करना से महिलाओं को व्रत का फल प्राप्त नहीं होता। 1100 रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं । अपनी जन्म तिथि अपने नाम , जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर वाट्स ऐप करें और ये भी पढ़े
ऐसे करें पूजा महिलाएं सुबह 4 बजे उठकर सबसे पहले स्नान करें और फिर सास द्वारा दी गई सरगी खाएं। इसके बाद निर्जला व्रत का संकल्प लें। शाम के समय शुभ मुहूर्त में करवा चौथ व्रत की पूजा करें। पूजा के लिए एक मिट्टी कू वेदी पर सभी देवताओं की स्थापना करें। इसके पास करवा रखें और धूप, दीप,चन्दन,रोली और सिन्दूर से पूजन थाली सजाएं और चन्द्रमा निकलने से लगभग एक घंटे पहले पूजा शुरू करें। करवा चौथ की पूरी विधि-विधान के साथ पूजा करने के उपरांत कथा का श्रवण करें। इसके बाद चांद को अर्घ्य दें और पति के हाथ से पानी पीकर व्रत खोलें। व्रत पूरा होने के बाद घर के सभी बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लें। करवा चौथ की रात को पति पत्नी क्या करते हैं?करवा चौथ पति-पत्नी के रिश्ते से जुड़ा सबसे बड़ा पर्व माना जाता है, जिसमें महिलाएं पति के लिए निर्जला उपवास करती हैं। शाम को पूजा करती हैं और चांद देखकर अपना उपवास खोलती हैं। हर साल बड़ी संख्या में देशभर से अधिकतर सुहागिन महिलाएं यह व्रत रखती हैं। इस बार करवा चौथ 13 अक्टूबर 2022 को मनाया जा रहा है।
करवा चौथ के दिन पति पत्नी को क्या करना चाहिए?महिला हो या पुरुष अगर कोई व्यक्ति करवा चौथ का व्रत कर रहा है तो उसे व्रत कथा अवश्य पढ़नी चाहिए. पति ने व्रत रखा है तो उसे पत्नी के साथ बैठकर व्रत कथा पढ़नी व सुननी चाहिए. क्योंकि बिना व्रत कथा कोई भी व्रत या पूजा अधूरी होती है.
करवा चौथ की रात में क्या क्या किया जाता है?रात में चांद के दर्शनों के बाद ही व्रत पूरा माना जाता है। रात्रि में चंद्रमा के दिखने पर ही अर्घ्य प्रदान करें। इसके साथ ही, गणेश जी और चतुर्थी माता को भी अर्घ्य देना चाहिए। करवा चौथ पर माता पार्वती, भगवान शिव, गणेश जी के साथ करवा माता की पूजा की जाती है।
करवा चौथ पर पति की कैसे पूजा करते हैं?करवा के पूजन के साथ एक लोटे में जल भी रखें इससे चन्द्रमा को अर्घ्य दिया जाता है। पूजा करते समय करवा चौथ व्रत कथा का पाठ करें। चांद निकलने के बाद छलनी की ओट से पति को देखें फिर चांद के दर्शन करें। चन्द्रमा को जल से अर्घ्य दें और पति की लंबी उम्र की प्रार्थना करें।
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