कार्बन डाइऑक्साइड स्थिरीकरण के कारण पौधे क्या कहलाते हैं? - kaarban daioksaid sthireekaran ke kaaran paudhe kya kahalaate hain?

नमस्कार दोस्तों प्रश्न है पादपों को रिक्त स्थान कहते हैं क्योंकि वह कार्बन डाइऑक्साइड का स्थिरीकरण करते हैं तो दोस्तों हमें बताना है कि जो पौधे होते हैं वह कार्बन डाइऑक्साइड का स्तरीकरण करते हैं इसलिए उन्हें क्या कहते हैं तो दोस्तों जो पादप होते हैं ठीक है वह कार्बन डाइऑक्साइड और जल की सहायता से टिके क्या करते हैं भोजन का निर्माण करते हैं यहां कार्बोहाइड्रेट का निर्माण करते हैं और इस क्रिया में जो ऑक्सीजन गैस होती है वह सा उत्पाद के रूप में निकलती है ठीक है और पादपों में क्या पाया जाता है हरित लवक पाया जाता है उसमें क्या पाए जाते हैं पर हरीम पाए जाते हैं कि जो क्या करते हैं प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करते हैं ठीक है और क्या बनाते हैं कार्बोहाइड्रेट बनाते हैं ठीक है

बाद अब क्या करते हैं पौधों के लिए भोजन का निर्माण करते हैं ठीक और जकरिया कहां होती है तो दोस्तों कोशिका की कोशिका हरित लवक में होती है ठीक है कहां पर होती है हरित लवक में होती है और पादपों के द्वारा जो कार्बन डाइऑक्साइड की स्त्री करने की है क्रिया होती है यह प्रकाश संश्लेषण कहलाती है ठीक है और जो प्रकाश संश्लेषण करने वाले पादप होते हैं उन्हें क्या कहा जाता है उत्पादक कहा जाता है क्योंकि वह क्या करते हैं प्रकाश संश्लेषण के द्वारा भोजन का उत्पादन करते हैं या उत्तर दोस्तों हमारे प्रश्न का उत्तर होगा कि पादपों को उत्पादक कहते हैं क्योंकि वे कार्बन डाइऑक्साइड का स्तरीकरण करते हैं धन्यवाद

कैसे पौधे पर्यावरण से कार्बन डाइऑक्साइड प्राप्त करते हैं?

सभी जीवों और पौधों को विभिन्न जीवन सम्बंधी प्रक्रियाओं को करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जिसके लिए भोजन अनिवार्य है. प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया की मदद से पौधें अपना स्वयं भोजन तैयार करते हैं. आइये इस लेख के माध्यम से अध्ययन करते है कि पौधें कैसे पर्यावरण से कार्बन डाइऑक्साइड लेते है ताकि प्रकाश संश्लेषण कर सके और अपना भोजन बना सकें.

कार्बन डाइऑक्साइड स्थिरीकरण के कारण पौधे क्या कहलाते हैं? - kaarban daioksaid sthireekaran ke kaaran paudhe kya kahalaate hain?

कार्बन डाइऑक्साइड स्थिरीकरण के कारण पौधे क्या कहलाते हैं? - kaarban daioksaid sthireekaran ke kaaran paudhe kya kahalaate hain?

How Plants obtain Carbon Dioxide from atmosphere?

पौधों को भोजन की आवश्यकता होती है ताकि वह विभिन्न चयापचय गतिविधियों के लिए ऊर्जा की आपूर्ति कर सकें. जानवरों की तरह भोजन की तलाश में पौधें एक स्थान से दूसरे स्थान पर नहीं जा सकते है. वे एक ही जगह रहकर अपना खाना बनाते हैं. हम जानते हैं कि हरे पौधें स्वपोषी (autotrophic) होते हैं जो कि प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) की प्रक्रिया से अपने स्वयं के लिए भोजन का संश्लेषण करते हैं. क्लोरोफिल की उपस्थिति में पौधें कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से भोजन तैयार करने के लिए सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा का उपयोग करते है. पौधों की कोशिकाओं के क्लोरोप्लास्ट में क्लोरोफिल उपस्थित होने के कारण पौधें हरे होते हैं.
इसलिए, वह प्रक्रिया जिसके द्वारा हरे पौधें क्लोरोफिल की उपस्थिति में सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से ग्लूकोज तैयार करते है, प्रकाश संश्लेषण कहलाता है. यह प्रक्रिया पौधों की पत्तियों में होती है.
प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक सामग्री हैं:
1. कार्बन डाइऑक्साइड
2. पानी

पौधों में जल का परिवहन कैसे होता है?
आइये देखते है, कैसे पौधे कार्बन डाइऑक्साइड पर्यावरण से प्राप्त करते हैं
पौधों के पत्तियों की सतह पर एक बड़ी संख्या में छेद होते हैं जिसे स्टोमेटा (stomata) या स्टोमा (stoma) कहा जाता है. प्रकाश संश्लेषण के लिए हरे पौधे हवा से कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं. कार्बन डाइऑक्साइड उनकी सतह पर मौजूद स्टोमेटा के माध्यम से पत्तियों में प्रवेश करती है. प्रत्येक स्टोमेटा गार्ड कोशिकाओं (guard cells) की एक जोड़ी से घिरा हुआ होता है. स्टोमेटा के छिद्रों का खुलना और बंद होना केवल गार्ड कोशिकाओं द्वारा नियंत्रित किया जाता है. जब गार्ड कोशिकाओं में पानी आता है तो, वे फूल जाते हैं, घुमावदार हो जाते हैं और इनके खुलने का कारण यही होता है.
दूसरी तरफ, जब गार्ड कोशिकाओं से पानी निकल जाता हैं; वे सिकुड़ जाते हैं, सीधे हो जाते हैं और स्टोमेटा के छिद्र बंद हो जाते हैं. पौधे की कोशिकाओं से स्टोमेटा के छिद्रों के माध्यम से बड़ी मात्रा में पानी निकलता है. इसलिए, जब पौधों को कार्बन डाइऑक्साइड की जरूरत नहीं होती है और पानी को संरक्षित करना चाहते है, तो स्टोमेटा के छिद्र बंद हो जाते हैं.

कार्बन डाइऑक्साइड स्थिरीकरण के कारण पौधे क्या कहलाते हैं? - kaarban daioksaid sthireekaran ke kaaran paudhe kya kahalaate hain?

Source: www. wp-content.com
पत्तियों में स्टोमेटा के छिद्रों के माध्यम से प्रकाश संश्लेषण के दौरान, ऑक्सीजन गैस उत्पन्न होती है. क्या आप जानते हैं कि स्टोमेटा एक पौधे के हरे रंग के तने या शूट (shoot) में भी मौजूद होता हैं? इसलिए, हम कह सकते हैं कि हरे रंग का तना या शूट प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया करते हैं. सबसे बड़े और चौड़े पत्तियों वाले पौधों में, पत्ती की निचली सतह में पीछे की तरफ स्टोमेटा होता हैं लेकिन संकीर्ण पत्ती वाले पौधों में, पत्ति के दोनों तरफ स्टोमेटा समान रूप से वितरित होते हैं. पानी में रहने वाले जलीय पौधें प्रकाश संश्लेषण करने के लिए पानी से कार्बन डाइऑक्साइड गैस का इस्तेमाल करते है.

कार्बन डाइऑक्साइड स्थिरीकरण के कारण पौधे क्या कहलाते हैं? - kaarban daioksaid sthireekaran ke kaaran paudhe kya kahalaate hain?

Source: www.cdn.biologydiscussion.com
इसलिए, हम यह कह सकते हैं कि स्टोमेटा छिद्र पौधों की कोशिकाओं में और बाहर से गैसों के आवागमन की अनुमति देते हैं. इसलिए, पौधों में गैसीय आदान-प्रदान पत्तियों और अन्य हरे रंग के हिस्सों में स्टोमेटा के माध्यम से होता है.

pH में परिवर्तन का पौधों एवं जंतुओं पर प्रभाव

कार्बन डाइऑक्साइड स्थिरीकरण के कारण पौधे क्या कहलाते हैं? - kaarban daioksaid sthireekaran ke kaaran paudhe kya kahalaate hain?

खेलें हर किस्म के रोमांच से भरपूर गेम्स सिर्फ़ जागरण प्ले पर

कार्बन डाइऑक्साइड स्थिरीकरण के कारण पौधे क्या कहलाते हैं? - kaarban daioksaid sthireekaran ke kaaran paudhe kya kahalaate hain?
कार्बन डाइऑक्साइड स्थिरीकरण के कारण पौधे क्या कहलाते हैं? - kaarban daioksaid sthireekaran ke kaaran paudhe kya kahalaate hain?
कार्बन डाइऑक्साइड स्थिरीकरण के कारण पौधे क्या कहलाते हैं? - kaarban daioksaid sthireekaran ke kaaran paudhe kya kahalaate hain?
कार्बन डाइऑक्साइड स्थिरीकरण के कारण पौधे क्या कहलाते हैं? - kaarban daioksaid sthireekaran ke kaaran paudhe kya kahalaate hain?

Co2 का स्तरीकरण करने के कारण पौधों को क्या कहते हैं?

पौधों की कोशिकाओं के क्लोरोप्लास्ट में क्लोरोफिल उपस्थित होने के कारण पौधें हरे होते हैं. इसलिए, वह प्रक्रिया जिसके द्वारा हरे पौधें क्लोरोफिल की उपस्थिति में सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से ग्लूकोज तैयार करते है, प्रकाश संश्लेषण कहलाता है. यह प्रक्रिया पौधों की पत्तियों में होती है.

पौधों को कार्बन डाइऑक्साइड की आवश्यकता क्यों होती है?

भोजन निर्माण की इस क्रिया में उपयोग में आने वाला कच्चा माल यानी कार्बन डाइऑक्साइड और पानी क्रमशः हवा और जड़ों से मिलता है। कार्बन डाइऑक्साइड हवा से पेड़-पौधों की पत्तियों की सतह पर पाए जाने वाले रंध्रों, जिन्हें स्टोमेटा कहते हैं, के द्वारा होती हुई पत्तियों के अंदर पहुंचती है।

पौधे कार्बन डाइऑक्साइड कैसे और किन अंगों से प्राप्त करते हैं?

इस प्रक्रिया में पौधे अपना भोजन स्वयं बनाते हैं तथा इसके साथ ही ऑक्सीजन उत्पन्न होती है। पौधे श्वसन में ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं, परंतु उपयोग की गई ऑक्सीजन की तुलना में वे अधिक ऑक्सीजन उत्पन्न करते हैं। इसलिए हम यह कहते हैं कि पौधे ऑक्सीजन उत्पन्न करते हैं। 152 पौधों के द्वारा प्रकाश संश्लेषण से बना रहता है।

कौन पेड़ देता है कार्बन डाइऑक्साइड?

सभी प्‍लांट्स में एरेका पाम वो पौधा है जो वातावरण की कार्बन डाइऑक्साइड को लेता है और फिर ऑक्सीजन छोड़ता है.