निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए:प्रश्न 1: साँस थमती गई नब्ज जमती गई Show उत्तर: ये पंक्तियाँ यह दिखाती हैं कि किस तरह से एक वीर सैनिक अपने आखिरी दम तक हार नहीं मानता। चाहे साँस उखड़ जाए या फिर नब्ज रुक जाए, लेकिन एक सच्चा सैनिक मरते दम तक अपने कदम आगे ही बढ़ाता है। प्रश्न 2: खींच दो अपने खूँ से जमीं पर लकीर उत्तर: इन पंक्तियों में दुश्मन की तुलना रावण से की गई है। आपको पता होगा कि किस तरह से लक्ष्मण ने सीता के चारों ओर लक्ष्मण रेखा खींच दी थी ताकि वे सुरक्षित रहें। कवि का कहना है कि इसी तरह से यदि सैनिक अपने खून से लक्ष्मण रेखा खींच दे तो कोई भी दुश्मन हमारी सीमा को लाँघने की हिम्मत नहीं करेगा। प्रश्न 3: छू न पाए सीता का दामन कोई उत्तर: यहाँ पर मातृभूमि की तुलना सीता से की गई है। वन में सीता की रक्षा में राम और लक्ष्मण दोनों ही तत्पर रहते थे। दोनों की अलग-अलग भूमिका थी जिसे वे आपसी तालमेल से निभाते थे। यहाँ पर कवि ने कहा है कि हर एक युवा को राम और लक्ष्मण दोनों बनकर सीता जैसी मातृभूमि की रक्षा करनी होगी। These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 10 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 8 कर चले हम फ़िदा. प्रश्न-अभ्यास (पाठ्यपुस्तक से) (क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर
दीजिए प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4.
प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. प्रश्न 8. (ख) निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. भाषा अध्ययन प्रश्न 1.
प्रश्न 2. Hope given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 8 are helpful to complete your homework. If you have any doubts, please comment below. NCERT-Solutions.com try to provide online tutoring for you. कवि ने धरती को दुल्हन क्यों कहा है?इस गीत में धरती को दुलहन क्यों कहा गया है? गीत में धरती को दुल्हन इसलिए कहा गया है, क्योंकि सन् 1962 के युद्ध में भारतीय सैनिकों के बलिदानों से, उनके रक्त से धरती लाल हो गई थी, मानो धरती ने किसी दुलहन की भाँति लाल पोशाक पहन ली हो अर्थात भारतीय सैनिकों के रक्त से पूरी युद्धभूमि लाल हो गई थी।
कर चले हम फ़िदा कविता के माध्यम से कवि क्या सन्देश देना चाहता है?कर चले हम फिदा' गीत कैफ़ी आज़मी द्वारा रचित है। यह कविता हमें यह संदेश देती है सैनिक अपना आखरी संदेश दे रहें है, कि वो जवान जो अपनी जान की परवा ना करते हुए अपने देश की रक्षा के लिए अपनी जान से दी और अपने भारत देश की रक्षा करते करते हुए शहीद हो गए है ,उनके बाद इस देश की रक्षा करने की जिम्मेदारी अब तुम्हारें कंधों पर है।
कर चले हम फ़िदा नामक कविता के कवि कौन हैं और इस कविता के माध्यम से उन्होंने हमें क्या संदेश दिया है?इसके कवि कैफ़ी आज़मी हैं। इन पंक्तियों में सैनिक देशवासियों को देश के लिए बलिदान करने के लिए तैयार रहने को कहते हैं। व्याख्या सैनिक कहते हैं कि हम तो देश के लिए बलिदान दे रहे हैं परन्तु हमारे बाद भी ये सिलसिला चलते रहना चाहिए। जब भी जरुरत हो तो इसी तरह देश की रक्षा के लिए एकजुट होकर आगे आना चाहिए।
कर चले हम फिदा कविता में किन पौराणिक पात्रों का उल्लेख किया गया है और क्यों?जो कि 1962 में हुए भारत और चीन के बीच हुए युद्ध की पृष्ठभूमि पर बनाई गई थी। इस कविता की रचना कैफी आजमी ने की थी। इस कविता के माध्यम से कवि ने 1962 के युद्ध में देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले सैनिकों की वीरता और बलिदान को देशवासियों के सामने रखा है।
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