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जनवरी से साल 2023 की शुरुआत हो जाएगी। नया साल लोगों के जीवन में बहुत उत्साह लेकर लेकर आएगा। ऐसे में, हर व्यक्ति की यही कामना होती है कि नया साल उसके लिए खुशियों और सुख-समृद्धि से भरा हो। घर में सुख-शांति बनी रहे और धन भंडार भी हमेशा भरा रहे। हिंदू धर्म में मान्यता है कि नए साल की शुरुआत देवी-देवताओं की पूजा से करनी चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है। नए साल पर कई लोग पूजा-पाठ के साथ व्रत भी रखते हैं। बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा सनातन धर्म में त्योहारों और व्रत का विशेष महत्व है। मान्यता के अनुसार, व्रत और पूजा-पाठ करने से घर में सुख-समृद्धि का वास रहता है। साल 2023 का पहला महीना व्रत और त्योहारों से भरा रहेगा। जनवरी 2023 में लोहड़ी, मकर संक्रांति और पोंगल जैसे कई व्रत और त्योहार आएंगे। एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से हम जानेंगे कि जनवरी 2023 का यह महीना आपके लिए कितना ख़ास रहने वाला है। साथ ही जानेंगे, इस महीने से जुड़े व्रतों, त्योहारों, महत्वपूर्ण गोचरों और इस माह पड़ने वाले ग्रहण के बारे में। जनवरी में जन्मे लोगों का स्वभाव दयालु और उदार होता है। ये लोग ख़ुशमिज़ाज होते हैं इसलिए इन्हें लोगों में खुशियां बांटना और खुशियां बटोरना दोनों अच्छा लगता है। ये लोग कठिन से कठिन कार्य जिसमें सभी अपने हाथ खड़े कर देते हैं, उस काम को भी ये लोग पलक झपकते ही कर दिखाते हैं। मतलब जो काम कोई नहीं कर पाता वो यह लोग बहुत आसानी से कर दिखाते हैं। जनवरी माह में जन्मे लोग खुद को इतना मेंटेन करके रखते हैं कि उनको देखने से उनकी उम्र का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। कुंडली में राजयोग कबसे?राजयोग रिपोर्ट से जानें जवाब आकर्षक व्यक्तित्व के धनी होते हैं जिस वजह से सामने वाले पर छाप छोड़ने में सफल रहते हैं। यही कारण है कि अपनी पर्सनालिटी से ये लोगों को बहुत जल्दी इम्प्रेस कर देते हैं। जनवरी में पैदा हुए लोग पैदाइशी लीडर होते हैं और नेतृत्व करने के लिए हमेशा आगे खड़े होते हैं। करियर की बात करें तो इनका भविष्य काफ़ी उज्जवल होता है क्योंकि ये लोग बहुत मेहनती होते हैं इसलिए ये अपनी मेहनत के दम पर हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा सकते हैं। साथ ही, किस्मत के भी धनी होते हैं। ये लोग अपनी बातें छिपाने में माहिर होते हैं। करियर में अपार सफलता हासिल करते हैं। यह अपनी मेहनत के बल पर सफल होते हैं। इस महीने में जन्म लेने वाले जातक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, आर्मी, चार्टेड अकाउंटेंट, लेक्चरर या सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग फील्ड में सफलता पाते हैं। जनवरी में जन्मे लोग पैदाइशी आशावादी होते हैं। ये बहुत ज्यादा ऊर्जावान होने के साथ-साथ अच्छे पार्टनर साबित होते हैं। ये पशु प्रेमी भी होते हैं। दूसरों की मदद करने के लिए भी ये बढ़-चढ़कर आगे आते हैं और रिश्ते निभाने में वफादार होते हैं। रोमांच भी इन्हें पसंद होता है और अलग-अलग तरह के एडवेंचर भी इन्हें खूब भाते हैं। शुभ अंक : 2 और 8 शुभ दिन: मंगलवार, शुक्रवार और शनिवार शुभ रत्न : गार्नेट शुभ रंग : खाकी, काला और जामुनी उपाय: भगवान गणेश की पूजा करते समय उन्हें दूर्वा चढ़ाएं और मोदक का भोग लगाएं। जनवरी 2023: बैंक अवकाश की सूचीइस महीने सभी राज्यों में कुल 16 बैंक अवकाश होंगे। हालांकि विभिन्न राज्यों के बैंकों में कई समारोहों और कैलेंडर के आधार पर अलग-अलग छुट्टियां होंगी। जनवरी 2023 में बैंक की छुट्टियों की पूरी सूची कुछ इस तरह है:
ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्तजन्म कुंडली प्राप्त करें जनवरी 2023 में पड़ने वाले व्रत और त्योहार
पौष पुत्रदा एकादशीपौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा का विधान है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से विवाहित दंपत्तियों को संतान की प्राप्ति होती है। पुत्र कामना करने वाली महिलाओं को पौष एकादशी व्रत करना चाहिए। इस व्रत से पुत्र पर आने वाले सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इस एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। पाएँ अपनी सभी समस्याओं का निजीकृत और सटीक जवाब: विद्वान ज्योतिषियों से अभी पूछें सवाल प्रदोष व्रत:हिन्दू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान शिव की विशेष पूजा का विधान है। मान्यता है कि इस दिन भोलेनाथ की आराधना करने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है और उनके सभी दुःख दूर हो जाते हैं। पौष पूर्णिमा व्रतपौष मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को पौष पूर्णिमा कहते हैं। हिंदू धर्म में पौष पूर्णिमा का विशेष महत्व है। मान्यता के अनुसार, पौष पूर्णिमा के दिन व्रत रखकर चंद्रमा और देवी लक्ष्मी की पूजा करने से धन में वृद्धि होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इसके अलावा, इस दिन किये जाने वाले स्नान, दान-पुण्य का विशेष महत्व है। माना जाता है कि पूर्णिमा के दिन दान करने से व्यक्ति के पाप कटते हैं और शुभ फल की प्राप्ति होती है। संकष्टी चतुर्थी:हिन्दू पंचांग के अनुसार, माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी यानी सकट चौथ का व्रत रखा जाता है। संकष्टी का अर्थ होता है, संकट हरने वाली चतुर्थी। यह व्रत भगवान गणेश को समर्पित होता है और मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश जी का पूजन करने से वे अपने भक्तों के सभी संकट दूर करते हैं। महिलाएं खासकर इस दिन अपने परिवार की खुशहाली के लिए इस दिन का व्रत करती हैं। इस सप्ताह को अपने लिए कैसे बनाएँ खास?विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करके जानें जवाब षटतिला एकादशी:इस दिन व्रत रखते हुए भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है। षटतिला एकादशी पर तिल का दान करने और भगवान विष्णु को खिचड़ी का भोग लगाने का विधान है। मान्यता है कि षटतिला एकादशी पर तिल का दान करने से स्वर्ण दान के बराबर पुण्य फल की प्राप्ति होती है। मासिक शिवरात्रि:हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस मासिक शिवरात्रि को बहुत ही शुभ और फलदायी माना जाता है। इस दिन उपवास रखने और भगवान शिव की सच्चे मन से आराधना करने से हर मनोकामना पूरी होती हैं। मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से हर मुश्किल काम आसान हो जाते हैं और व्यक्ति की सारी समस्याएं दूर होती हैं। इस दिन कन्याएं भी अच्छे वर के लिए व्रत रखती हैं और इसके परिणामस्वरूप उनके विवाह में आ रही अड़चन दूर हो जाती हैं। माघ अमावस्या:हिंदी पंचांग के अनुसार, हर महीने में कृष्ण पक्ष का अंतिम दिन अमावस्या होता है। माघ मास में पड़ने के कारण इसे माघ अमावस्या या मौनी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान, दान और पितरों को तर्पण करने और भगवान विष्णु की पूजा से पापों से मुक्ति मिलती है और ग्रह दोष समाप्त हो जाते हैं। लोहड़ी:पंजाब व हरियाणा समेत उत्तर भारत के कई बड़े क्षेत्रों में लोहड़ी का त्योहार बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। लोहड़ी पर्व के विषय में ऐसी मान्यताएं प्रचलित है कि यह वसंत ऋतु के आगमन पर मनाया जाता है। यह पर्व परंपरागत रूप से रबी की फसलों से जुड़ा हुआ है। कुछ लोगों का मानना है कि लोहड़ी साल की सबसे लंबी रात का उत्सव है और इस दिन दोस्तों और रिश्तेदारों को बधाइयां और मिठाई भेजी जाती है। इस त्योहार को मनाने के लिए खुली जगह पर आग लगाई जाती है और नृत्य करते हुए गीत गाए जाते हैं और फिर पवित्र अग्नि में मूंगफली, गजक, तिल आदि डालकर परिक्रमा की जाती है। पोंगल:पोंगल तमिलनाडु का प्रमुख त्योहार है और यहां पर इसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। पोंगल चार दिनों तक चलता है। तमिलनाडु में पोंगल के त्योहार को नव वर्ष के शुभारंभ के तौर पर मनाया जाता है। यह दिन देवराज इंद्र को समर्पित होता है और इस दिन उनकी पूजा होती है। अच्छी बारिश और अच्छी फसल की कामना के लिए देवराज इंद्र से प्रार्थना की जाती है। मकर संक्रांति:हिंदू धर्म में मकर संक्रांति पर्व बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन ग्रहों के राजा सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं इसलिए इसे मकर संक्रांति कहा जाता है। इस दिन स्नान, दान पुण्य का बड़ा महत्व होता है और मकर संक्रांति पर सूर्यदेव की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। सरस्वती पूजा:सरस्वती पूजा के दिन ज्ञान, वाणी और विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा विधि-विधान के साथ की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष वसंत पंचमी माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि यानी पांचवें दिन मनाई जाती है। जनवरी 2023 में होने वाले ग्रहण और गोचरअगर हम जनवरी 2023 में होने वाले ग्रहण और गोचरों की बात करें तो, इस महीने में कोई ग्रहण नहीं लगेगा। लेकिन 2023 के पहले महीने यानी जनवरी में कई बड़े ग्रहों का गोचर होने जा रहा है जो इस प्रकार हैं: 13 जनवरी 2022, शुक्रवार: वृषभ राशि में मंगल मार्गी- साहस के कारक ग्रह मंगल 13 जनवरी 2023 की रात 12 बजकर 07 मिनट पर वृषभ राशि में मार्गी होंगे। 14 जनवरी 2022, शनिवार: सूर्य का मकर राशि में गोचर- साल 2023 में हर साल की तरह सूर्य देव 14 जनवरी, 2023 शनिवार की रात 08 बजकर 22 मिनट पर मकर राशि में गोचर करेंगे। 17 जनवरी 2023,मंगलवार: कुंभ राशि में शनि का गोचर- जनवरी के महीने में होने वाला सबसे बड़ा गोचर शनि ग्रह का होगा। 17 जनवरी को शाम 05 बजकर 04 मिनट पर शनि अपनी ही राशि कुंभ में प्रवेश करेंगे। 18 जनवरी 2023, बुधवार: धनु राशि में बुध मार्गी- शनि गोचर के तुरंत बाद बुध 18 जनवरी 2023 को शाम 06 बजकर 18 मिनट पर धनु राशि में मार्गी होंगे। 22 जनवरी 2023, रविवार: शुक्र का कुंभ राशि में गोचर- 22 जनवरी 2023 को प्रेम और भौतिक सुखों के कारक ग्रह शुक्र शनि ग्रह की राशि कुंभ में दोपहर 03 बजकर 34 मिनट पर प्रवेश करेंगे। 30 जनवरी 2023, सोमवार: शनि कुंभ राशि में अस्त- 30 जनवरी, 2023 की रात 12 बजकर 02 मिनट पर शनि ग्रह कुंभ राशि में अस्त हो जाएंगे। जनवरी 2023 राशि के अनुसार मासिक भविष्यफलमेष राशि
वृषभ राशि
मिथुन राशि
कर्क राशि
सिंह राशि
कन्या राशि
तुला राशि
वृश्चिक राशि
धनु राशि
मकर राशि
कुंभ राशि
मीन राशि
सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें:एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं। जनवरी के महीने में कौन कौन से त्योहार आते हैं?01 जनवरी: नव वर्ष, मास शिवरात्रि. 02 जनवरी: अमावस्या. 03 जनवरी: चंद्र दर्शन, सोमवार व्रत. 06 जनवरी: वरद चतुर्थी. 08 जनवरी: षष्ठी. 09 जनवरी: गुरु गोविंद सिंह जयंती. 10 जनवरी: दुर्गाष्टमी व्रत. 12 जनवरी: स्वामी विवेकानंद जयंती, राष्ट्रीय युवा दिवस. 1 साल में कितने त्यौहार आते हैं?धनतेरस, दीपावली, होली, नवरात्रि, दशहरा, महाशिवरात्री, गणेश चतुर्थी, रक्षाबंधन, कृष्णजन्माष्टमी, करवां चौथ, रामनवमी, छठ, वसंत पंचमी, मकर संक्रांति, दुर्गा पूजा, भाईदूज, उगादि, ओणम, पोंगल, लोहड़ी, हनुमान जयंती, गोवर्धन पूजा, काली पूजा, विष्णु पूजा, कार्तिक पूर्णिमा, नरक चतुर्थी, रथ यात्रा, गौरी हब्बा उत्सव, महेश ...
21 जनवरी को कौन सा त्यौहार है?पौष पूर्णिमा/माघ स्नान: (21 जनवरी, सोमवार)
पौष पूर्णिमा वाले दिन से ही माघ स्नान शुरू हो जाते हैं।
दुनिया का सबसे बड़ा त्यौहार कौन सा है?दुनिया भर में सबसे ज्यादा मनाया जाने वाला त्योहार कौन सा है? दुनिया भर में सबसे ज्यादा मानने वाला त्यौहार क्रिसमस है क्योंकि दुनिया की पूरी आबादी में इनकी हिस्सेदारी करीब 31.5 % है इनकी जनसंख्या 2.2 अरब के लगभग है।
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