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Unicorn seal of Indus Valley, Indian Museum Collection of seals सिंधु घाटी सभ्यता से सम्बन्धित छोटे-छोटे संकेतों के समूह को सिन्धु लिपि (Indus script) कहते हैं। इसे सैंधवी लिपि और हड़प्पा लिपि भी कहते हैं।[4] यह लिपि सिन्धु सभ्यता के समय (२६वीं शताब्दी ईसापूर्व से २०वीं शताब्दी ईसापूर्व तक) परिपक्व रूप धारण कर चुकी थी। इसको अभी तक समझा नहीं जा पाया है (यद्यपि बहुत से दावे किये जाते रहे हैं।) उससे सम्बन्धित भाषा अज्ञात है इसलिये इस लिपि को समझने में विशेष कठिनाई आ रही है। हड़प्पा लिपि (सिन्धु लिपि) का सर्वाधिक पुराना नमूना १८५३ ई. में मिला था भारत में लेखन ३३०० ईपू का है। सबसे पहले की लिपि सिन्धु लिपि (इंडस स्क्रिप्ट) थी, उसके पश्चात ब्राह्मी लिपि आई। सिन्धु घाटी से प्राप्त मुहरें इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
हड़प्पा सभ्यता की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन करेंइस पोस्ट में हम हड़प्पा सभ्यता की प्रमुख विशेषताएं , नगर नियोजन और प्रमुख स्थलों का विस्तृत के साथ अध्ययन करेंगे. पिछली पोस्ट में हमने हड़प्पा सभ्यता का इतिहास और उससे जुड़ी कई जानकारियां बताई. यदि वह पोस्ट आपने नहीं पढ़ी है. तो नीचे उसके लिंक दे रखी है. उस लिंक पर क्लिक करके, वह पोस्ट भी पढ़ सकते हैं. ताकि पूरी टॉपिक को समझने में आसानी होगी. हड़प्पा सभ्यता की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित है.
हड़प्पा सभ्यता की विशेषता pdf download करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर डाउनलोड कर सकते हैं. प्रश्न : हड़प्पा सभ्यता की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन करें ? हड़प्पा सभ्यता की विशेषताओं का वर्णन कीजिए?
हड़प्पा सभ्यता की प्रमुख विशेषताएं और इनका वर्णनहड़प्पा सभ्यता या सिंधु घाटी सभ्यता की कई विशेषताएं हैं जो, इसे अन्य प्राचीन सभ्यताओं से अलग करती हैं. और इन विशेषताओं को कहीं ना कहीं हिंदू धर्म में आज भी देखा जा सकता है.
हड़प्पा सभ्यता की प्रमुख विशेषताएं
हड़प्पा सभ्यता की नगर नियोजन का वर्णन करें (विशेषताएं)प्रश्न- हड़प्पा सभ्यता की नगर योजना का वर्णन करें?
ग्रीड पद्धति पर आधारित
सड़क और नालियों की व्यवस्था
भवन निर्माण (हड़प्पा सभ्यता की विशेषता)
घरों में अलमारियां भी बनाई जाती थी. मुख्य दरवाजे के बाद खुला आंगन था. जिसके एक कोने मे रसोई थी. और उसके पास एक सुनाना कर और शौचालय भी थे.इस सभ्यता से सामूहिक भवन मिले हैं.
हड़प्पा सभ्यता के प्रमुख स्थल (नगर)प्रश्न – हड़प्पा सभ्यता के प्रमुख नगरों की विशेषताएं बताएं?
अब तक हड़प्पा या सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल खोजे जा चुके हैं. लेकिन हम बात करेंगे केवल महत्वपूर्ण स्थलों के बारे में तथा उनसे जुड़े हुए महत्वपूर्ण बिंदुओं को जानेंगे. हडप्पा सभ्यता या सिन्धुघाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल 1. महान हडप्पा नगर 2. कालीबंगा 3. राखीगढ़ी 4. मोहनजोदड़ो 5. लोथल 6. रंगपुर 7. सुरकोटड़ा 8. चन्हूदरो 9. रोपड़ और अन्य हड़प्पा नगर की विशेषता
मोहनजोदड़ो की विशेषताएं
लोथल
रंगपुर
सुरकोटड़ा
कालीबंगा सभ्यता की विशेषता
राखीगढ़ी
चन्हूदरो
धोलावीरा सभ्यता की विशेषता
रोपड़
हड़प्पा सभ्यता का सामाजिक जीवनहड़प्पा सभ्यता से उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर इतिहासकारों ने वहां के सामाजिक जीवन की कल्पना की. समाज की सबसे छोटी इकाई परिवार होती थी. संभवत परिवार मातृसत्तात्मक होते थे. यानी कि माताओं का स्थान परिवार में अहम होता था. वहां के लोग देवी पूजा के महत्व को समझते थे. वर्ण व्यवस्था एवं प्रशासनप्रश्न – हड़प्पा सभ्यता की वर्ण व्यवस्था और प्रशासन की विशेषता का वर्णन करे?
खान-पान
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हड़प्पा सभ्यता से सम्बंधित प्रमुख प्रश्न पहले उतर दे, फिर वोट करे. Username or Email Address Password Username or Email Address Password
download here-: हड़प्पा सभ्यता की प्रमुख विशेषता pdf इस पोस्ट में हड़प्पा सभ्यता की विशेषताएं, हड़प्पा सभ्यता के प्रनुख स्थल और संस्कृति रहन सहन, हड़प्पा सभ्यता की वर्ण व्यवस्था और प्रशासन की विशेषता, हड़प्पा सभ्यता की नगर योजना का वर्णन, हड़प्पा नगरों की प्रमुख विशेषताओं एवं हड़प्पा सभ्यता की विशेषता pdf सहित विस्तृत अध्ययन किया. इनको भी पढ़े -: बिज़नस करे या जॉब 24+ बिग बिजनेस आइडियाज इन हिंदी हड़प्पा सभ्यता की लिपि की मुख्य विशेषता क्या थी?इसकी लिपि पिक्टोग्राफ अर्थात् चित्रात्मक थी जो दाईं ओर से बाईं ओर लिखी जाती थी। इस पद्धति को बूस्ट्रोफेडन कहा गया है। सबसे ज्यादा चित्र 'मछली' के प्राप्त हुए हैं। हड़प्पा लिपि के अभिलेखों के लगभग 4 हज़ार नमूने प्राप्त हो चुके हैं, लेकिन ये उतने लंबे नहीं है जितने कि दूसरी प्राचीन सभ्यताओं के।
सिंधु सभ्यता की लिपि के बारे में आप क्या जानते हैं?सिंधु घाटी की सभ्यता से सम्बन्धित छोटे-छोटे संकेतों के समूह को सिन्धु लिपि (Indus script) कहते हैं। इसे सिन्धु-सरस्वती लिपि और हड़प्पा लिपि भी कहते हैं। यह लिपि सिन्धु सभ्यता के समय (२६वीं शताब्दी ईसापूर्व से २०वीं शताब्दी ईसापूर्व तक) परिपक्व रूप धारण कर चुकी थी।
हड़प्पा सभ्यता की सबसे लंबी अभिलेख में कितने चिन्ह है?हड़प्पा की मुहरों पर पाए जाने वाले सबसे लंबे शिलालेख के हिस्से पर 26 चिन्ह हुआ करते थे।. हड़प्पा की मुहरों पर पाए जाने वाले सबसे लंबे शिलालेख के हिस्से पर 26 चिन्ह हुआ करते थे।. सिंधु-लिपि के अनुयायी कभी-कभी दावा करते हैं (आमतौर पर जल्दी, और बिना अधिक चर्चा के) कि सबसे लंबा सिंधु 'शिलालेख' 26 चिन्ह लंबा है।. हड़प्पा लिपि को रहस्य में क्यों कहा जाता है?हड़प्पा लिपि को रहस्यमय लिपि इसलिए कहा जाता है क्योंकि आज तक ऐसा कोई भी विद्वान नहीं हो पाया है जो हड़प्पा की लिपि को पढ़ सकें और हड़प्पा के जो भी अभिलेख या जो भी कुछ लिखा हुआ प्राप्त हुआ है उसका अर्थ बता सकें।
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