लखनऊ रेलवे स्टेशन (उर्दू: چارباغ ریلوے سٹیشن) लखनऊ का प्रमुख रेलवे स्टेशन है। चारबाग में स्थित होने के कारण इसे चारबाग स्टेशन भी कहते हैं। यह १९१४ में बनकर तैयार हुआ था और इसके स्थापत्य में राजस्थानी भवन निर्माण शैली की झलक देखी जा सकती है।[1] Show चारबाग स्टेशन के अतिरिक्त लखनऊ जिले में कई अन्य स्टेशन भी हैं:-
इसके अतिरिक्त मल्हौर में १३ कि.मी, गोमती नगर में १५ कि.मी, काकोरी १५ कि.मी, मोहनलालगंज १९ कि.मी, हरौनी २५ कि.मी, मलीहाबाद २६ कि.मी, सफेदाबाद २६ कि.मी, निगोहाँ ३५ कि.मी, बाराबंकी जंक्शन ३५ कि.मी, अजगैन ४२ कि.मी, बछरावां ४८ कि.मी,
संडीला ५३ कि.मी, उन्नाव जंक्शन ५९ कि.मी तथा बीघापुर ६४ कि.मी पर स्थित हैं। इस प्रकार रेल यातायात लखनऊ को अनेक छोटे छोटे गाँवों और कस्बों से जोड़ता है। सन्दर्भ[संपादित करें]
लखनऊ में कई रेलवे स्टेशन हैं। शहर में मुख्य रेलवे स्टेशन चारबाग रेलवे स्टेशन है। इसकी शानदार महल रूपी इमारत १९२३ में बनी थी। मुख्य टर्मिनल उत्तर रेलवे का है (स्टेशन कोड: LKO)। दूसरा टर्मिनल पूर्वोत्तर रेलवे (एनईआर) मंडल का है। (स्टेशन कोड: LJN)। लखनऊ एक प्रधान जंक्शन स्टेशन है, जो भारत के लगभग सभी मुख्य शहरों से रेल द्वारा जुड़ा हुआ है। यहां और १३ रेलवे स्टेशन हैं:
अब मीटर गेज लाइन ऐशबाग से आरंभ होकर लखनऊ सिटी, डालीगंज एवं मोहीबुल्लापुर को जोड़ती हैं। मोहीबुल्लापुर के अलावा अन्य स्टेशन ब्रॉड गेज से भी जुड़े हैं। अन्य सभी स्टेशन शहर की सीमा के भीतर ही हैं, एवं एक दूसरे से सड़क मार्ग द्वारा भी जुड़े हैं। अन्य उपनगरीय स्टेशनों में निम्न स्टेशन हैं:
मुख्य रेलवे स्टेशन पर वर्तमान में १५ प्लेटफ़ॉर्म हैं और इसके २००९ तक देश के व्यस्ततम स्टेशनों में से एक बनने की आशा है। इस स्टेशन के २०९ के अंत तक विश्वस्तरीय स्टेशन बनने की आशा है। चारबाग रेलवे जंक्शन भारत के प्रमुख शहरों से अनेक रेलगाड़ियों के माध्यम से जुड़ा हुआ है। दिल्ली से लखनऊ मेल और शताब्दी एक्सप्रेस, मुम्बई से पुष्पक एक्सप्रेस, कोलकाता से दून एक्स्प्रेस और हावड़ा एक्स्प्रेस 3050 के माध्यम से लखनऊ पहुंचा जा सकता है। चारबाग स्टेशन के अलावा लखनऊ जिले में कई अन्य स्टेशन भी हैं:-
इसके अतिरिक्त मल्हौर में १३ कि.मी, गोमती नगर में १५ कि.मी, काकोरी १५ कि.मी, मोहनलालगंज १९ कि.मी, हरौनी २५ कि.मी, मलिहाबाद २६ कि.मी, सफेदाबाद २६ कि.मी, निगोहाँ ३५ कि.मी, बाराबंकी जंक्शन ३५ कि.मी, अजगैन ४२ कि.मी, बछरावां ४८ कि.मी, संडीला ५३ कि.मी, उन्नाव जंक्शन ५९ कि.मी तथा बीघापुर ६४ कि.मी पर स्थित हैं। इस प्रकार रेल यातायात लखनऊ को अनेक छोटे छोटे गाँवों और कस्बों से जोड़ता है। लखनऊ चारबाग रेलवे स्टेशन का नाम क्या है?लखनऊ जंक्शन रेलवे स्टेशन (आधिकारिक नाम लखनऊ एनईआर, स्टेशन कोड एलजेएन) ब्रॉड गेज ट्रेनों के लिए लखनऊ शहर के दो मुख्य रेलवे स्टेशनों में से एक है।
लखनऊ का सबसे बड़ा स्टेशन कौन सा है?लखनऊ रेलवे स्टेशन (उर्दू: چارباغ ریلوے سٹیشن) लखनऊ का प्रमुख रेलवे स्टेशन है। चारबाग में स्थित होने के कारण इसे चारबाग स्टेशन भी कहते हैं।
लखनऊ जंक्शन का दूसरा नाम क्या है?लखनऊ जंक्शन (आधिकारिक तौर पर लखनऊ एनईआर, स्टेशन कोड: एलजेएन) 5 ft 6 in (1,676 mm) ब्रॉड गेज ट्रेनों के लिए लखनऊ के दो मुख्य रेलवे स्टेशनों में से एक है।
क्या चारबाग और लखनऊ जंक्शन एक ही है?लखनऊ चारबाग (आधिकारिक तौर पर लखनऊ एनआर, स्टेशन कोड: LKO) 5 फीट 6 इंच (1,676 मिमी) ब्रॉड गेज ट्रेनों के लिए लखनऊ शहर के पांच मुख्य रेलवे स्टेशनों में से एक है, अन्य लखनऊ जंक्शन, गोमती नगर रेलवे स्टेशन, ऐशबाग रेलवे हैं। स्टेशन और लखनऊ शहर।
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