राजस्थान में ऋतुएँ: राजस्थान में जलवायु का अध्ययन करने पर मुख्य रूप से 4 प्रकार की ऋतुएं पाई जाती हैः- Show
ग्रीष्म ऋतुराजस्थान में मार्च से मध्य जून तक ग्रीष्म ऋतु होती है। इस ऋतु में सूर्य उत्तरी गोलार्ध में रहता है मार्च में सूर्य उत्तर में कर्क रेखा की और बढ़ने लगता है तथा जून में सूर्य कर्क रेखा पर सीधा चमकता है। ग्रीष्मऋतु से जुड़े कुछ मुख्य बिंदु :
वर्षा ऋतुराजस्थान में वर्षा ऋतु का समय मध्य जून से सितंबर तक होता है। राजस्थान में वर्षा मानसून के कारण होती है। मानसून शब्द की उत्पत्ति अरबी भाषा के मौसिम शब्द से हुई है। जिसका अर्थ मौसम है
राजस्थान में वर्षा ऋतु में वर्षा दो प्रकार के मानसून से होती हैं:
अरब सागर के मानसून से वर्षाराजस्थान में सर्वप्रथम अरब सागर का मानसून प्रवेश करता है। यह भारत के पश्चिमी तट पर वर्षा करता हुआ गुजरात काठिया वाड़ में वर्षा कर राजस्थान में बांसवाड़ा जिले में प्रवेश करता है। यह मानसून राजस्थान में अधिक वर्षा नहीं कर पाता क्योंकि अरावली पर्वतमाला की स्थिति इसके समानान्तर है।
बंगाल की खाड़ी के मानसून से वर्षाबंगाल की खाड़ी का मानसून राजस्थान में पूर्वी दिशा से प्रवेश करता है। पूर्वी दिशा से प्रवेश के कारण मानसूनी हवाओं को पूरवइयां के नाम से जाना जाता है। यह मानसून अरावली पर्वतमाला के लंबवत होने के कारण अपेक्षाकृत अधिक वर्षा करता है। इसके कारण राजस्थान के पूर्वी व दक्षिणी-पूर्वी भाग में सर्वाधिक वर्षा होती है। वर्षा ऋतु से जुड़े कुछ मुख्य बिंदु :
शरद ऋतुवर्षा के बाद इस ऋतु के आरम्भ में आकाश स्वच्छ होने के कारण तापमान 38 डिग्री सेंटीग्रेड तक बढ़ जाता है। इस ऋतु में सबसे धीमी हवाएं चलती है। किन्तु सूर्य के दक्षिणायन होते जाने से तापमान धीरे धीरे गिरने लगता है। उत्तरी राजस्थान में 20 डिग्री सेंटीग्रेड से दक्षिण की ओर 30 डिग्री सेंटीग्रेड तक तापमान रहता है।
शीत ऋतुराजस्थान में शीत ऋतु का आगमन नवंबर के मध्य से होता है। और यह मध्य मार्च तक रहती है। शीत ऋतु के दौरान सूर्य दक्षिणी गोलार्द्ध में होता है। 22 दिसंबर को सूर्य मकर रेखा पर सीधा चमकता है। जिसके कारण 22 दिसंबर राजस्थान का सबसे छोटा दिन वह सबसे बड़ी रात है। शीत ऋतु से जुड़े कुछ मुख्य बिंदु :
भारतीय ऋतु चक्रविश्व में भारत ही एक ऐसा देश है जहां समय-समय पर छः ऋतुएं अपनी छटा बिखेरती हैं। प्रत्येक ऋतु दो मास की होती है।
राजस्थान में ऋतुएँ/ राजस्थान में ऋतुएँ ग्रीष्म ऋतु में चलने वाली हवाओं को क्या कहते हैं?उत्तर पश्चिमी भारत के शुष्क भागों में इस समय चलने वाली गर्म एवं शुष्क हवाओं को 'लू' कहा जाता है।
कर्नाटक में होने वाले ग्रीष्म ऋतु के वर्षा को क्या कहते हैं?कर्नाटक में ग्रीष्म ऋतु से होने वाली पूर्व मानसून वर्षा को कॉफी वर्षा और चेरी ब्लॉसम के नाम से जाना जाता है।
वर्षा ऋतु का दूसरा नाम क्या है?यह ऋतु मई और जून में रहता है. वर्षा को मॉनसून कहा जाता है.
शीत ऋतु में होने वाली बरसात को क्या कहते हैं?शीत ऋतु में होने वाली वर्षा को क्या कहते हैं? मावठा । किसानों के लिए रबी की फसल के लिये यह अमृत वर्षा जैसी मानी जाती है ।
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