ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए क्या करें? - brest milk badhaane ke lie kya karen?

Breast Feeding Week 2021: नवजात शिशु को ब्रेस्ट फीडिंग (Breast Feeding) करवाना बेहद ज़रूरी है ये बच्चे की सेहत के लिए काफी फायदेमंद (Beneficial) माना जाता है. लेकिन कई बार चाहते हुए भी कुछ महिलायें अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग नहीं करवा पाती हैं. इसकी वजह है मां के स्तनों (Breast) में पर्याप्त दूध का उत्पादन न हो पाना. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के डेटा से पता चलता है कि लगभग 75 प्रतिशत नई मायें अपने बच्चों को स्तनपान कराना शुरू तो करती हैं. लेकिन कुछ ही दिनों में आंशिक रूप से या पूरी तरह से, स्तनपान करवाना बंद भी कर देती हैं. इसकी आम वजह है स्तनों में पर्याप्त दूध का उत्पादन न होना. आइये बताते हैं कि healthline.com में प्रकाशित खबर के अनुसार किन घरेलू तरीकों से स्तन में दूध के उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है.

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कई बार करवायें ब्रेस्ट फीडिंग

स्तन में दूध ज्यादा बने इसके लिए आप अपने नवजात शिशु को दिन में 8 से 12 बार तक स्तनपान करवायें. ऐसा करने से दूध ज्यादा बनने में मदद मिलेगी. दरअसल बच्चा जब स्तनपान करता है, तो स्तनों को दूध बनाने के लिए ट्रिगर करने वाले हार्मोन जारी होते हैं. जो कि “लेट-डाउन” रिफ्लेक्स कहलाता है. ये लेट-डाउन रिफ्लेक्स तब होता है जब स्तनों में मांसपेशियां सिकुड़ती हैं और दूध को नलिकाओं के माध्यम से ट्रांसफर करती हैं. ऐसा बच्चे के स्तनपान शुरू करने के कुछ ही समय बाद से होना शुरू हो जाता है. इसलिए आप जितना ज्यादा स्तनपान करवायेंगी दूध बनने की प्रक्रिया उतनी ही बेहतर होती जाएगी.

फीडिंग के बीच ब्रेस्ट पम्प की लें मदद

 जब भी आप बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग करवा रही हों तब उस दौरान ब्रेस्ट पम्प की मदद लेना भी स्तन में दूध को बढ़ावा दे सकता है. इसके लिए सबसे पहले अपने  बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग करवायें और जब वो बीच में फीड करना छोड़ दे, तब आप ब्रेस्ट पंप की मदद से दूध को एकत्र करें. या बच्चे के ब्रेस्ट फीडिंग करने के बाद जब थोड़ा बहुत दूध स्तन में बच जाये तब भी आप पंप करके इस प्रक्रिया को दोहरा सकती हैं. इससे दूध का प्रोडक्शन बेहतर होने में मदद मिलती है.

दोनों तरफ से करवायें ब्रेस्ट फीडिंग

बच्चे को हमेशा दोनों स्तनों से दूध पिलायें, इससे भी दूध ज्यादा बनने की प्रक्रिया तेज होने लगेगी. इसके लिए आप बच्चे को पहले एक तरफ से दूध पिलायें और जब बच्चा दूध पीने की प्रक्रिया धीमी कर दे, तो उसको दूसरी तरफ से दूध पिलाना शुरू कर दें. ऐसा करने से दूध ज्यादा बनने में मदद मिलती है साथ ही दूध में वसा की मात्रा भी ज्यादा होने लगती है.

इनकी ले सकती हैं मदद

कैनेडियन ब्रेस्टफीडिंग फाउंडेशन के अनुसार स्तन में दूध के उत्पादन को बढ़ाने के लिए आप कुछ घरेलू चीजों का सेवन कर सकती हैं. इसमें सबसे पहले नाम आता है मेथी का, जिसका असर आपको एक हफ्ते के अंदर ही दिखना शुरू हो जायेगा. इसके साथ ही आप लहसुन, अदरक, सौंफ, अल्फाल्फा और सुखी थीस्ल जैसी चीजों की मदद भी ले सकती हैं.

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इस मिक्सचर की ले सकती हैं मदद

ब्रेस्ट मिल्क ज्यादा मात्रा में बने इसके लिए आप नवभारत टाइम्स में बताये गए इस तरीके को भी अपना सकती हैं. इसके लिए आपको ज़रूरत पड़ेगी दस बादाम, दस खजूर, एक चुटकी केसर, एक चुटकी अदरक पाउडर और एक चुटकी इलायची पाउडर की. सबसे पहले आप बादाम और खजूर को धोकर रात भर के लिए भीगने रख दें. इसके बाद बादाम का छिलका उतार दें और खजूर के बीज निकाल कर दोनों चीजों को एक साथ मिक्सी में डालकर बारीक पीस कर पेस्ट बना लें. अब इस पेस्ट में इलायची पाउडर, अदरक का पाउडर और केसर भी मिक्स कर दें और इसको एक गिलास गुनगुने दूध में मिलाकर रोज़ाना रात को सोने से पहले इसका सेवन करें.

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Tags: Lifestyle, Milk, Women, Women Health

FIRST PUBLISHED : August 04, 2021, 12:35 IST

ब्रैस्ट मिल्क बढ़ाने के टिप्स और घरेलू नुस्खे

ब्रैस्ट मिल्क यानी माँ का दूध, माँ का दूध बच्चे की सेहत और पोषण के लिए अति आवश्यक है, ब्रैस्ट मिल्क या माँ के दूध का ही पोषण बच्चे को शुरुआती छह महीने और उसके बाद भी मिलता रहता है।  शुरुआती छह महीने में तो बच्चे को सिर्फ माँ का दूध ही देना होता है, तो माँ का दूध बच्चे को पूरी तरह मिलना और पोषक तत्वों के साथ मिलना अति आवश्यक है। माँ का दूध बच्चे को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है और माँ का दूध ही बच्चे के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी की immune system को मजबूत रखता है और बच्चे को कई खतरनाक रोगों से सुरक्षा प्रदान करता है। पूरे विश्व में लगभग 10 से 15 प्रति शत माताये ब्रैस्ट मिल्क की कमी को महसूस करती है। स्तनों में कम दूध के उत्पादन के कारण लगभग हर तीसरी माँ अपने दूध के अतिरिक्त बच्चे को अन्य जानवर जैसे गाय, भेस इत्यादि का दूध पिलाती है। बच्चों को शुरुआती छह महीने में सिर्फ और सिर्फ माँ का दूध ही मिलना चाहिए।  ब्रैस्ट मिल्क या माँ का दूध बच्चे को पोषण तत्व प्रदान करता है और बच्चे का आईक्यू (IQ) भी बढ़ाता है। माँ का दूध ही बच्चे को स्वस्थ या कमजोर बनाने की ताकत रखता है। जिस बच्चे को पर्याप्त मात्रा में माँ का दूध मिलता है वह शारीरिक रूप और मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है। 

माँ के दूध के उत्पादन में कमी के क्या कारण है?

माँ के दूध में पर्याप्त उत्पादन में कमी के कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित है-

  • समय से पहले बच्चा पैदा हो जाना
  • स्तनों में रोग या सर्जरी हुई हो
  • माँ को ओबेसिटी या बहुत अधिक मोटापे की शिकायत हो
  • महिला को उच्च रक्त चाप (high BP) की समस्या
  • बच्चे को स्तन पान कराने में देरी
  • किसी अन्य रोग की दवा चल रही हो
  • शराब का सेवन
  • धूम्रपान की आदत
  • डिप्रेशन की समस्या

ब्रैस्ट मिल्क के कम उत्पादन से क्या समस्याएं हो सकती है?

माँ के दूध या ब्रैस्ट मिल्क के कम उत्पादन से निम्नलिखित समस्याएं हो सकती है-

  • बच्चा कु-पोषित या कुपोषण का शिकार हो सकता है
  • बच्चा शारीरिक रूप से कमजोर होता है
  • बच्चे को रोग अधिक जल्दी प्रभावित करते है
  • बच्चे के रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है
  • मानसिक रूप से बच्चा मजबूत नहीं होता
  • कम ब्रैस्ट मिल्क या माँ का दूध मिलने से बच्चे को डिहाइड्रेशन हो सकता है
  • बच्चे को पीलिया (Jaundice) की समस्या हो सकती है
  • बच्चा भूखा रहता है

ब्रैस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए क्या करे और क्या न करे?

ब्रैस्ट मिल्क या स्तन दूध बढ़ाने के लिए निम्नलिखित टिप्स का अनुपालन करे-

  • बच्चे को स्तन पान कम से कम 12 बार कराइये
  • बच्चे को दूध पिलाते समय अपने स्तनों को हल्का दबाये
  • दोनों स्तनों से बच्चे को बराबर दूध पिलाये
  • अपने स्तनों की मालिश करे
  • बच्चे को दूध पिलाना न भूले
  • किसी अन्य रोग की यदि दवा चल रही हो तो उसे एक समय पर ही ले
  • अस्वस्थ भोजन का सेवन न करे
  • शराब का सेवन बिलकुल न करे
  • धूम्रपान न करे
  • स्वस्थ भोजन का सेवन करे

माँ का दूध बढ़ाने के उपाय

निम्नलिखित घरेलू नुस्खों का पालन करे और ब्रैस्ट मिल्क का उत्पादन बढ़ाये-

माँ का दूध बढ़ाने के उपाय

सामग्री: मेथी के बीज और बकरी का दूध

स्टेप १: कुछ मेथी के बीज लेकर उसको पीस लीजिये और बारीक पाउडर बना लीजिये।

स्टेप २: बकरी के दूध को लीजिये और उसको अच्छी तरह उबाल लीजिये।

स्टेप ३:  एक गिलास बकरी का दूध लेकर उसमे एक चम्मच मेथी का बीज मिला लीजिये।

निर्देश: इस दूध का सेवन आप दिन में एक से दो बार अवश्य करे। आप बकरी के दूध के स्थान पर गाय का दूध या ऊठ का दूध प्रयोग कर सकते है।  (जिन महिलाओ को मधुमेह (Diabetes) या अस्थमा की समस्या है, वे इस नुस्खे का पालन न करे) यह नुस्खा ब्रैस्ट मिल्क बढ़ाने में अति कारगर है।

माँ का दूध बढ़ाने के उपाय

सामग्री:  सहजन (Drumstick), नीबू, नमक और पानी

स्टेप १: कुछ सहजन या ड्रमस्टिक्स लीजिये और उनको कुछ टुकड़ो में काट लीजिये।

स्टेप २: दो गिलास पानी के साथ ड्रमस्टिक के टुकड़ो को एक प्रेशर कुकर में 3 सिटी आने तक गर्म करे।

स्टेप ३: उबली हुई ड्रमस्टिक्स को उसके पानी के साथ मैश (मसले) करे और फिर उसे छननी की सहायता से छान ले। 

स्टेप ४: छने हुए ड्रमस्टिक के जूस में एक नीबू का रस निचोड़े और स्वादनुसार नमक अच्छी तरह मिला ले।

निर्देश: आधा गिलास ड्रमस्टिक जूस लेकर उसका सेवन रोजाना करे। यह घरेलू नुस्खा माँ के दूध के उत्पादन में वृद्धि करता है।

माँ का दूध बढ़ाने के उपाय

सामग्री: मेथी का बीज और पानी

स्टेप १: कुछ मेथी के बीज लेकर उनको पूरी रात पानी डुबोकर रखे।

स्टेप २: सुबह इस मेथी युक्त पानी को एक बर्तन में छन्नी के सहायता से छान ले।

निर्देश: इस जल का सेवन रोजाना दिन में एक बार और लगातार एक महीने तक करे।

माँ का दूध बढ़ाने के उपाय

सामग्री: लहसून और नमक

स्टेप १: लहसून के 6 से 7 बालिया लेकर उसको बिना छिले भुने।

स्टेप २: लहसुनो के भूरा पड़ने पर उनको भूनना बंद कर दे।

स्टेप ३: भुने हुए लहसुनो को छीलकर उसमे अच्छी तरह से स्वाद के लिए नमक मिला लीजिये।

निर्देश: इन लहसुनो का सेवन रोजाना करे, लहसून दूध में जरुरी पोशाक तत्व प्रदान करता है।

माँ का दूध बढ़ाने के उपाय

सामग्री: सौंफ और एक गिलास पानी

स्टेप १: एक चम्मच सौफ लेकर उसको एक गिलास पानी में अच्छी तरह मिला लीजिये।

स्टेप २: और पूरी रात उसे पानी में रहने दीजिये।

निर्देश: सुबह इस पानी का सौंफ के साथ ही सेवन करे।

माँ का दूध बढ़ाने के उपाय

सामग्री: जीरा, चीनी और दूध

स्टेप १: एक चम्मच भुना हुआ जीरा पाउडर और एक चम्मच चीनी लेकर उसको एक गिलास गाय के दूध में मिला लीजिये। 

निर्देश: इस मिश्रण का सेवन दिन में दो बार कीजिये।

माँ का दूध बढ़ाने के उपाय

सामग्री: ओट्स, दूध और गुड़

स्टेप १: आधा कटोरा ओट्स लेकर उसको दूध में मिला लीजिये।

स्टेप २: दूध में ओट्स मिलाने के पश्चात उसे गर्म कर लीजिये।

स्टेप ३: पकने के पश्चात उसमे कदूकस हुआ गुड़ अच्छी तरह मिला लीजिये।

निर्देश: इसका सेवन रोजाना शाम के समय चाय या कॉफ़ी के स्थान पर करे।

माँ का दूध बढ़ाने के उपाय

सामग्री: बादाम

स्टेप १:  6 से 7 बादाम लेकर उनको पानी में डुबोकर रख दीजिये।

स्टेप २: कुछ घंटो के पश्चात उसके छिक्कल निकाल कर, उसका सेवन कीजिये।

निर्देश: इसका सेवन रोजाना करे। यह दूध में आवश्यक पोषक तत्व उत्पन्न करता है।

कैसे मां के दूध तुरंत बढ़ाने के लिए?

​ब्रेस्‍ट में मिल्‍क बढ़ाने के अन्‍य तरीके.
स्‍तनपान करवाने वाली महिला को अधिक पानी, दूध और जूस पीना चाहिए।.
डिलीवरी के बाद दिन में थोड़ा-थोड़ा कर के पांच बार खाना खाएं।.
कैफीन युक्‍त चीजों का सेवन कम या बिल्कुल ना करें।.
शराब और तंबाकू से दूर रहें। इस समय दिनभर में 1800 से कम मात्रा में कैलोरी लें।.

क्या खाने से मां का दूध बढ़ता है?

सौंफ और गुड़ खाना खाने के बाद गुड़ के साथ थोड़ी सी सौंफ ले सकते हैं, इससे भी मिल्क बढ़ता है। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिलाओं में एसिडिटी और कब्ज की समस्याएं बढ़ती हैं, ऐसे में सौंफ लेना ज्यादा लाभदायक है। वे फूड जिनकी तासीर गर्म है, उन्हें लेने से ब्रेस्ट मिल्क बढ़ता है।

माँ का दूध न उतरे तो क्या करना चाहिए?

डिलीवरी के पांच से छह दिनों के बाद महिलाओं को ड्राई फ्रूट्स और गुड़ के साथ जीरा की पंजीरी बनाकर खानी चाहिए। जीरा ब्रेस्‍ट में दूध बनाने में मदद करता है। प्रेग्‍नेंसी के दौरान और डिलीवरी के बाद कम से कम 3 से 4 महीने तक दूध रोज पिएं। अगर आपको ब्रेस्‍ट में दूध कम आ रहा है तो अपने खाने में लहसुन का इस्‍तेमाल शुरू कर दें।

अपना दूध बढ़ाने के लिए क्या करें?

कौन से भोजन स्तनदूध आपूर्ति बढ़ाने में सहायक माने जाते हैं?.
मेथी के बीज दूध की आपूर्ति बढ़ाने के लिए मेथी के बीजों का इस्तेमाल विश्व भर में कई पीढ़ियों से चला आ रहा है। ... .
सौंफ सौंफ भी स्तन दूध की आपूर्ति बढ़ाने का एक अन्य पारंपरिक उपाय है। ... .
लहसुन ... .
हरी पत्तेदार सब्जियां ... .
जीरा ... .
तिल के बीज ... .
तुलसी ... .