भारी जल से ड्यूटीरियम कैसे प्राप्त की जाती है? - bhaaree jal se dyooteeriyam kaise praapt kee jaatee hai?

भारी जल क्या है इससे ड्यूटीरियम कैसे प्राप्त करेंगे?

भारी जल, हाइड्रोजन के समस्थानिक ड्यूटीरियम का आक्साइड हैं। इसमे ०.०१४ % साधारण जल होता हैं। रसायन की भाषा में हाइड्रोजन ऑक्साइड (H2O, अणुभार 18) है। इस के एक अणु में ऑक्सीजन का एक परमाणु हाइड्रोजन के दो परमाणुओं से सह संयोजी बन्ध से जुड़ा रहता है।

क भारी जल क्या है इससे ड्यूटीरियम कैसे प्राप्त करोगे इसके दो उपयोग लिखिए इसका एक जैविक प्रभाव बताइए?

Solution : हाइड्रोजन के समस्थानिक ड्यूटीरियम के ऑक्साइड `(D_2O)` को भारी जल कहते हैं। <br> (1) नाभिकीय भट्टियों में इसका उपयोग मन्दक की भाँति होता है। मन्दक न्यूट्रॉनों की गति मन्द करता है। <br> (2) ड्यूटीरियम बनाने में इसका प्रयोग किया जाता है।

भारी जल क्या है इसके दो उपयोग?

भारी जल के दो उपयोग इस प्रकार हैं... भारी जल का उपयोग नाभिकीय संयंत्रों में न्यूट्रॉन को अवशोषित करने के लिए मंदक के रूप में किया जाता है। भारी जल का उपयोग ड्यूटीरियम बनाने में भी किया जाता है। भारी जल का उपयोग आयनित तथा अनआयनित हाइड्रोजन के विवेदन में भी किया जाता है।

भारी जल एक प्रकार का क्या है?

भारी जल (D2O) का प्रयोग परमाणु संयंत्रों में मंदक के रूप में किया जाता है, क्योंकि यह न्यूट्रॉनों की गति को धीमा करता है। हाइड्रोजन का समस्थानिक ड्यूटीरियम, ऑक्सीजन के साथ क्रिया करके ड्यूटीरियम ऑक्साइड (D2O) बनाता है, जिसे भारी जल कहते हैं।