इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 12 इतिहास का पाठ दस उपनिवेशवाद और देहात (Upniveshvad or dehat) के सभी टॉपिकों के व्याख्या को पढ़ेंगें, जो परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इस पाठ को पढ़ने के बाद इससे संबंधित एक भी प्रश्न नहीं छूटेगा। Show तिसरी किताब इस्तमरारी बंदोबस्त बंगाल और वहां के जमींदार इसके पीछे कई कारण थे— Class 12th History Chapter 10 Upniveshvad or dehat Notes Class 12th History Chapter 10 Upniveshvad or dehat Notes बंगाल में धनी किसानों को क्या कहते हैं?जोतदारों का उदय
फ़्रांसिस बुकानन के उत्तरी बंगाल के दिनाजपुर जिले के सर्वेक्षण में हमें धनी किसानों के इस वर्ग का, जिन्हें 'जोतदार' कहा जाता था, विशद विवरण देखने को मिलता है।
उत्तरी बंगाल के प्रभावशाली किसान क्या कहलाते थे?उत्तरी बंगाल में जोतदार सबसे अधिक शक्तिशाली थे, हालांकि धनी किसान और गाँव के मुखिया लोग भी बंगाल के अन्य भागों के देहाती इलाक़ों में प्रभावशाली बनकर उभर रहे थे। कुछ जगहों पर उन्हें ' हवलदार' कहा जाता था और कुछ अन्य स्थानों पर वे गाँटीदार (Gantidars) या 'मंडल' कहलाते थे।
जोतदारों का उदय कैसे हुआ?जोतदारों का उदय
उन्नीसवीं शताब्दी के प्रारंभिक वर्षों तक आते-आते, जोतदारों ने जमीन के बड़े-बड़े रकबे, जो कभी-कभी तो कई हजार एकड़ में फ़ैले थे, अर्जित कर लिए थे। स्थानीय व्यापार और साहूकार के कारोबार पर भी उनका नियत्रंण था आरै इस प्रकार वे उस क्षेत्र के ग़रीब काश्तकारों पर व्यापक शक्ति का प्रयोग करते थे।
बंगाल के जमींदार लगान चुकाने से क्यों चूक जाते थे?7 राजस्व राशि के भुगतान में जमींदार क्यों चूक करते थे? 3 जमींदार लोग नए कानूनों को समझने में असमर्थ रहे इसलिए वे राजस्व देने में कोताही करने लगे जिसके कारण राजस्व की राशि बढती चली गई । 6 7 धन व्यय करना पड़ा जिसके परिणामस्वरूप लगान का भुगतान करने के लिए उनके पास धन की कमी हो गई ।
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