अगस्त महीने में पंचक कब लगता है? - agast maheene mein panchak kab lagata hai?

अगस्त पंचक 2022: हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार किसी भी मांगलिक काम को करने से पहले शुभ मुहूर्त, वार, तिथि आदि का ध्यान रखा जाता है ताकि काम बिना किसी विघ्न के पूरा हो सके। ज्योतिष शास्त्र में पंचांग के आधार पर शुभ मुहूर्त की गणना की जाती है। वहीं कुछ ऐसी तिथियां और समय हैं जिस दौरान कोई भी शुभ काम करने की मनाही है।

ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक पंचक भी इसमें शामिल है। पंचांग के अनुसार नक्षत्रों के मेल से बनने वाले खास योग को पंचक कहा जाता है। अर्थात पंचक उस समय को कहते हैं जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में होता है। मान्यता है कि इस दौरान अशुभ प्रभावों से बचने के लिए कुछ ऐसे विशेष काम हैं जिन्हें नहीं करना चाहिए। तो आइए जानते हैं इस साल अगस्त के महीने में कब से कब तक पंचक लग रहा है और इस दौरान किन कार्यों को करने से बचें...

खबरों को बेहतर बनाने में हमारी मदद करें।

खबर में दी गई जानकारी और सूचना से आप संतुष्ट हैं?

खबर की भाषा और शीर्षक से आप संतुष्ट हैं?

खबर के प्रस्तुतिकरण से आप संतुष्ट हैं?

खबर में और अधिक सुधार की आवश्यकता है?

पंचक हिन्दू पंचाक में ऐसा नक्षत्र को कहा जाता है जिसमें शुभ कार्य नहीं करे जाते हैं। हिन्दू ज्योतिष के अनुसार पंचक को शुभ नक्षत्र नहीं माना जाता है तथा पंचक को हानिकार नक्षत्रों का योग माना जाता है। नक्षत्रों के मेल से बनने वाले विशेष योग को पंचक कहा जाता है। जब चन्द्रमा, कुंभ और मीन राशि पर रहता है, तब उस समय को पंचक कहते हैं।

पांच नक्षत्र घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद एवं रेवती जब ये नक्षत्र पर चन्द्रमा गोचर करता है तो उस काल को पंचक कहा जाता है। प्राचीन ज्योतिष में आमतौर पर माना जाता है कि पंचक में कुछ कार्य विशेष नहीं किए जाते हैं।

पंचकों में वर्जित कार्य

पंचक में दक्षिण दिशा की यात्रा करना, प्रेतादि दाह संस्कार करना, लकड़ी, तिनके तोड़ना, स्तम्भारोण, तृण, पीतल, तांबा एवं लकड़ी का संचय करना, मकान की छत डालना, चारपाई, कुर्सी, चटाई आदि बुनना, गद्दियाँ बनाना वर्जित है। पंचकों में हानि-लाभ एवं व्याधि-मरण आदि पांच गुणा होने सम्भावना होती है।

ऐसा माना जाता है कि यदि किसी परिजन की मृत्यु पंचक में होती है तो अंति संस्कार के समय चन्दन की पाँच लकड़ी को शव के साथ पूरे विधि विधान के साथ करने से, पंचक दोष समाप्त हो जाता है।

नई दिल्ली, Panchak August 2022: हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले ज्योतिष गणना के आधार पर शुभ, अशुभ मुहूर्त जरूर निकाला जाता है। मान्यता है कि शुभ काम को अगर खास मुहूर्त में किया जाए, तो उसमें सफलता अवश्य प्राप्त होती है। ऐसे ही हर मास में 5 दिनों के अशुभ मुहूर्त आता है, जिसे पंचक कहते हैं। पंचक के दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य करने की मनाही है। ज्योतिष गणना के अनुसार, आज दोपहर से पंचक शुरू हो रहे हैं जो 16 अगस्त को रात तक होंगे। जानिए इस दौरान कौन से कार्य करने की है मनाही।

अगस्त महीने में पंचक कब लगता है? - agast maheene mein panchak kab lagata hai?

Ekadashi 2023 List: साल 2023 में कब है पुत्रदा, देवशयनी एकादशी? देखें नए साल की पूरी लिस्ट

यह भी पढ़ें

ज्योतिष गणना के अनुसार, शुक्रवार के दिन पंचक पड़ने के कारण इसे चोर पंचक के नाम से जाना जाता है। यह पंचक बहुत ही घातक और अशुभ माना जाता है।

क्या है पंचक?

चंद्रमा गोचर में जब कुंभ और मीन राशि में स्थित होता है तो यह समय पंचक का माना जाता है। पंचक की अवधि पांच दिन की होती है। इसलिए इसे पंचक कहा जाता है। पंचक के अंतर्गत धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तरा भाद्रपद, पूर्वा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र आते हैं।

अगस्त महीने में पंचक कब लगता है? - agast maheene mein panchak kab lagata hai?

Ketu Gochar 2023: नए साल में केतु का गोचर, इन राशियों की बढ़ाएगा मुश्किलें

यह भी पढ़ें

कब से कब तक पंचक

12 अगस्त 2022, शुक्रवार को पंचक दोपहर 2 बजकर 49 मिनट से शुरू होकर 16 अगस्त, मंगलवार को रात्रि 9 बजकर 07 मिनट तक होंगे।

पंचक के दौरान न करें ये काम

  1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पंचक के दौरान चारपाई बनवाना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से भविष्य में किसी बड़े संकट का सामना करना पड़ सकता है।
  2. पंचक के दौरान दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करने से बचना चाहिए। क्योंकि इस दिशा को यम की दिशा माना जाता है। इस दिशा में यात्रा करने से किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
  3. पंचक के दौरान छत नहीं बनवानी चाहिए। अगर वह पहले से बन रही हैं, तो उसे कर सकते हैं। ऐसा करने से धन की हानि के साथ घाट होने का भय बना रहता है।
  4. चोर पंचक के दौरान किसी भी तरह के पैसों के लेनदेन से बचना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि इस पंचक में धन की हानि होने की संभावनाएं प्रबल रहती हैं।
  5. गरुण पुराण के अनुसार, पंचक के दौरान अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु हो गई है, तो शव का अंतिम संस्कार करते समय किसी पंडित जी से पूछकर आटे या कुश (एक प्रकार की घास) के पांच पुतलों को भी शव के साथ रखकर पूरे विधान के साथ अंतिम संस्कार करना चाहिए। ऐसा करने से पंचक के दोष से मुक्ति मिलती है।

Pic Credit- Freepik

अगस्त महीने में पंचक कब लगता है? - agast maheene mein panchak kab lagata hai?

Trigrahi Yog 2022: सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने से बन रहा त्रिग्रही योग, इन 4 राशियों को मिलेगा बंपर लाभ

यह भी पढ़ें

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

पंचक कब August 2022?

Panchak August 2022 । इसी प्रकार जब महीने में 5 दिनों के अशुभ मुहूर्त आता है, तो उसे पंचक कहा जाता है और पंचक के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। ज्योतिष के मुताबिक आज 12 अगस्त को दोपहर से 5 दिन के लिए पंचक शुरू हो रहा है, जो 16 अगस्त 2022 की रात तक चलेंगे। इन दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।

Panchak कब है September 2022?

कब से शुरू हो रहे पंचक? हिंदू पंचांग के अनुसार, 9 सितंबर 2022, शुक्रवार को सुबह 12 बजकर 39 मिनट से शुरू होकर 13 सितंबर 2022, मंगलवार का सुबह 6 बजकर 36 मिनट तक पंचक रहेंगे।

11 अगस्त 2022 को पंचक कब लगेगा?

रक्षाबंधन के अगले दिन से लग रहा है पंचक 11 अगस्त गुरुवार को रक्षा बंधन के बाद अगले दिन 12 अगस्त से पंचक हो रहा है। पंचक शुक्रवार, 12 अगस्त को दोपहर 02:49 बजे से शुरू होकर 16 अगस्त मंगलवार रात को 09:07 बजे तक चलेगा।

अगस्त के महीने में पंचक कब की है?

आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang): आज 16 अगस्त दिन मंगलवार है. पंचांग के अनुसार आज भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है. आज कृष्ण पक्ष की पंचमी यानी रक्षा पंचमी भी है. मान्यता के अनुसार रक्षाबंधन के पांचवें दिन रक्षा पंचमी मनाई जाती है.