आवर्त सारणी में बाएं से दाएं जाने पर क्या बढ़ता है? - aavart saaranee mein baen se daen jaane par kya badhata hai?

सारणी में बाएं से दाएं जाने पर क्या होता है?

आवर्त सारणी में बाएं से दाएं जाने पर प्रोटॉन संख्या बढ़ती है। आवर्त सारणी में दाएं से बाएं जाने पर परमाणु द्रव्यमान बढ़ता है जिनमे कुछ अपवाद हैं जैसे Sg और Bh, Th और Pa, U और Np, Pu और Am. जैसे-जैसे आप आवर्त सारणी में बाएं से दाएं बढ़ते हैं, वैद्युत ऋणात्मकता भी बढ़ती जाती है।

आवर्त सारणी में बाएं से दाएं जाने पर परमाणु त्रिज्या में क्या परिवर्तन होता है?

Solution : परमाणु आकार - आवर्त में बायें से दाई और जाने पर परमाणु त्रिज्या घटती है। नाभिक मे आवेश के बढ़ने से यह इलेक्ट्रॉन को नाभिक की ओर खींचता है जिससे परमाणु का आकार घटता रहता है।

आधुनिक आवर्त सारणी में किसी आवर्त में बाएं से दाएं जाने पर इलेक्ट्रॉन बंधुता का मान क्या होता है?

Solution : व्याख्या- आधुनिक आवर्त सारिणी के किसी आवर्त में तत्वों के परमाणु क्रमांक में वृद्धि अथवा आवर्त में बाएं से दाएं जाने पर तत्वों की इलेक्ट्रॉन बंधुता का मान बढ़ता है।

परमाणु त्रिज्या कब बढ़ती है?

कोशों (कक्षों) की संख्या : वर्ग में ऊपर से नीचे जाने पर कोशों की संख्या बढती जाती है इससे बाह्य इलेक्ट्रॉन की नाभिक से दूरी बढती जाती है अत: परमाणु का आकार बढ़ता जाता है जिससे परमाण्वीय त्रिज्या बढती जाती है