इस लेख में हमलोग जानेंगे कि विविधता किसे कहते हैं? विविधता के प्रकार कौन-कौन से हैं? विविधता के कारण क्या है? Show विविधता किसे कहते हैं?विभिन्न जगह के लोगों में उनके भाषा, रहन-सहन, खान-पान एवं पर्व-त्योहारों में विभिन्नता पाई जाती है। इसी विभिन्नता को विविधता (Diversity) करते हैं। विविधता (Diversity) के कारण क्या है?एक क्षेत्र के लोगों तथा दूसरे क्षेत्रों के लोगों के बीच कई कारणों से विविधता देखने को मिलती है। विविधता के प्रमुख कारण निम्नलिखित है:-
NOTE:- एक ही जगह या परिवेश के दो व्यक्तियों में उसके खानपान एवं रहन-सहन में अंतर पाई जाती है तो उसे विविधता नहीं कर सकते हैं। एक ही परिवेश के लोगों में खानपान एवं रहन सहन में अंतर गरीबी और अमीरी के कारण होता है। गरीबी तथा अमीरी विविधता का रूप नहीं है। इसे गैर बराबरी यानि असमानता कहते हैं। विविधता किसे कहते हैं?यदि आप CTET या TET EXAMS की तैयारी कर रहें हैं तो RKRSTUDY.NET पर TET का बेहतरीन NOTES उपलब्ध है।NOTES का Link नीचे दिया गया है :-
विविधता कैसे उत्पन्न होता है?मनुष्य जब कोई नई जगह पर निवास करते हैं तो कुछ उस क्षेत्र के चीजों को अपनाते हैं तथा कुछ पुराने चीजों को ही रखते हैं। जिससे उनकी भाषा, भोजन, संगीत, धर्म इत्यादि में नए एवं पुराने चीजों का मिश्रण होता रहता है। पुरानी संस्कृति और नई जगह की संस्कृति का आदान-प्रदान होता है। जिससे एक मिश्रित संस्कृति उभरती है। यही मिश्रित संस्कृति विविधता का कारण बनती है। भारत में विविधताभारत विविधताओं का देश है। यहां कई प्रकार के धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं। भारत में अनेकों प्रकार की भाषाएं बोली जाती है, अलग-अलग त्योहार मनाए जाते हैं तथा विभिन्न प्रकार का खाना खाया जाता है। इन्हीं सब कारणों से भारत को विविधताओं का देश कहा जाता है। उपरोक्त लेख के माध्यम से हम लोगों ने विविधता को जाना। इस लेख में हम लोगों ने जाना कि विविधता किसे कहते हैं? विविधता के प्रकार एवं विविधता के कारण, भारत में विविधता, विविधता में एकता के बारे में हमलोगों ने अध्ययन किया। भारतीय समाज में विविधता
OLD NCERT DOWNLOAD HINDI MEDIUM GEOGRAPHY --- LINK POLITY ----- LINK विविधता में एकता के मुख्य तत्त्व
भौगोलिक तत्त्व
धार्मिक तत्त्व
सांस्कृतिक तत्त्व
भारतीय संगीत
दैनिक जीवन-
धार्मिक-भक्ति तथा सूफी आंदोलन-
साहित्य-
राजनीतिक तत्त्व-
भाषायी तत्त्व-
तीर्थाटन/धार्मिक संस्थान-
हिंदुत्व-
आपसी निर्भरता-
भारतीय समाज के महत्वपूर्ण लक्षण-
समाज का खण्डानुसार विभाजन
सामाजिक तथा धार्मिक वंशानुक्रम
भोजन के आदान प्रदान तथा सामाजिक मेलजोल
सगोत्र विवाह प्रथा
जाति आधारित व्यावसायिक समूह
नागरिक तथा धार्मिक अक्षमताएँ/बाध्यताएँ
स्वतंत्रता के बाद ग्रामीण समाज में परिवर्तन
विविधता में एकता से क्या तात्पर्य है उत्तर?“विविधता में एकता” का अर्थ है विभिन्न असमानताओं के बावजूद भी अखंडता का अस्तित्व। “विविधता में एकता” की इस अवधारणा के लिये भारत एक बेहतर उदाहरण है।
भारत की विविधता और एकता से क्या तात्पर्य है?'भारत की विविधता और एकता' से आप क्या समझते हैं? भारत विविध अर्थात् भिन्न-भिन्न प्रांतों का देश है। सभी प्रांतों की सभ्यता व संस्कृति में भिन्नता दिखाई पड़ती है लेकिन अांतिरिक विचारधारा सभी की समान है अर्थात् विविधता होते हुए भी एकता का भाव है।
विविधता का अर्थ क्या होता है?विविधता से तात्पर्य ऐसी स्थिति से है जिसमें समस्त भाषायी, क्षेत्रीय, भौगोलिक एवं सांस्कृतिक रुप से अलग-अलग रहने वाले मानव एक समुह/ समाज या एक स्थान विशेष में साथ-साथ निवास करते हैं। ऐसा माना जाता है कि सभी व्यक्ति शारीरिक रचना की दृष्टि से समान होती है।
भारत में विविधता से क्या तात्पर्य है?भारत में विविधता
भारत विविधताओं का देश है। यहां कई प्रकार के धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं। भारत में अनेकों प्रकार की भाषाएं बोली जाती है, अलग-अलग त्योहार मनाए जाते हैं तथा विभिन्न प्रकार का खाना खाया जाता है। इन्हीं सब कारणों से भारत को विविधताओं का देश कहा जाता है।
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