Happy World Radio Day 2022: रेडियो सदियों पुराना माध्यम होते हुए भी आज भी संचार और मनोरंजन के लिए इस्तेमाल होने वाले लोकप्रिय माध्यमों में से एक है. 1945 में 13 फरवरी के दिन ही यूनाइटेड नेशंस रेडियो से पहली बार प्रसारण हुआ था. रेडियो की इन अहमियतों को देखते हुए हर साल रेडियो दिवस मनाया जाता है. औपचारिक रूप से पहला विश्व रेडियो दिवस 2012 में मनाया गया. अबतक दुनिया भर में सूचना के आदान-प्रदान और लोगों को शिक्षित करने में रेडियो ने अहम
भूमिका निभाई है. स्पेन रेडियो अकैडमी ने 2010 में पहली बारा रेडियो दिवस का प्रस्ताव रखा था. 2011 में यूनेस्को की महासभा के 36वें सत्र में 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस घोषित किया गया. 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस के तौर पर यूनेस्को की घोषणा को संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने 14 जनवरी, 2013 को मंजूरी दी थी. विभिन्न अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों के अनुसार, रेडियो दुनिया में सबसे भरोसेमंद और सुलभ मीडिया में से एक है. विश्व रेडियो दिवस के 2022 का थीम "Radio and Trust" है. सबसे शक्तिशाली रेडियो स्टेशन : WLW (700KHz AM) रात के समय आधी दुनिया को कवर करने में सक्षम था. रेडियो
के माध्यम से डाउनलोड करने योग्य वीडियो गेम :1980 के दशक में, रेडियो पर प्रसारित होने वाली ध्वनियां श्रोताओं द्वारा कैसेट टेप पर रिकॉर्ड की जाती थीं, जिन्हें कंप्यूटर पर वापस चलाया जा सकता था और डाउनलोड करने योग्य वीडियो गेम प्रदान किया जा सकता था. श्रोता स्वायत्तता (Listeners autonomy) : एक रेडियो स्टेशन ने 2005 में 'रॉक अल्टीमेट सुपर ग्रुप' बनाने के लिए 3,500 संगीत प्रेमियों को चुना - सर्वश्रेष्ठ संगीतकारों को उनके उपकरण के आधार पर चुना गया और विजेता लेड जेपेलिन रहा. रोशनी बंद करें
(Lights off): 28 सितंबर, 2006 को, रिक्जेविक की नगर परिषद आधे घंटे के लिए सभी शहर की रोशनी बंद करने पर सहमत हुई, जबकि एक प्रसिद्ध खगोलविद ने राष्ट्रीय रेडियो पर नक्षत्रों और सितारों के बारे में बात की. एक भव्य प्रवेश द्वार (A grand entrance) : जापानी लोगों ने पहली बार रेडियो पर अपने सम्राट की आवाज सुनी, जब उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान के आत्मसमर्पण की घोषणा की. रेडियो सभी तक पहुंचता हैरेडियो किसी भी अन्य प्रकार के प्रसारण मीडिया की तुलना में हमारे साथ अधिक समय तक रहा है. इसका मतलब है कि अधिकांश अन्य तकनीकों की तुलना में अधिक लोगों के पास इसकी पहुंच है. हर साल विश्व रेडियो दिवस पर, क्षेत्र के विशेषज्ञ एक साथ जुड़ते हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि अलग-अलग समुदायों तक कैसे पहुंचा जाए. विश्व रेडियो दिवस यह सुनिश्चित करता है कि हर कोई, चाहे वह कितना भी केंद्रीय या दूरस्थ क्यों न हो, सूचना तक पहुंच हो.
रेडियो फ्री हैसमाचार, सूचना और मनोरंजन प्राप्त करने के बहुत सारे तरीके हैं. यदि आप इसे केबल टेलीविजन या इंटरनेट से प्राप्त कर रहे हैं, तो आपको शायद इसके लिए भुगतान करना होगा. रेडियो के साथ ऐसा नहीं है. आप इसे अपनी कार में, कैफे में और यहां तक कि लिफ्ट में भी मुफ्त में प्राप्त कर सकते हैं. विश्व रेडियो दिवस सुनिश्चित करता है कि यह कवरेज सर्वोत्तम गुणवत्ता प्रोग्रामिंग के साथ जारी रहेगा. Follow Us:
Share Via :Published Date Sun, Feb 13, 2022, 1:59 PM IST लाइफस्टाइल डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: शिवानी अवस्थी Updated Sun, 13 Feb 2022 12:21 PM IST आज विश्व रेडियो दिवस है। हर साल 13 फरवरी को दुनियाभर में विश्व रेडियो दिवस मनाया जाता है। इस दिन हर साल यूनेस्को विश्व के सभी ब्राॅकास्टर्स, संगठनों और समुदायों के साथ मिलकर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करता है। संचार के माध्यम के तौर पर रेडियो की भूमिका पर चर्चा होती है और लोगों को इस बाबत जागरूक किया जाता है। रेडियो एक ऐसी सेवा है जो दुनियाभर में सूचना का आदान-प्रदान करता है। आपदा या आपात कालीन स्थिति में रेडियो का महत्व बढ़ जाता है। ऐसे में विश्व रेडियो दिवस को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर के युवाओं को रेडियो की आवश्यकता और महत्व के प्रति जागरूक करना है। सूचना फैलाने के लिए सबसे शक्तिशाली और सस्ते माध्यम के तौर पर रेडियो को जाना जाता है। भले ही रेडियो सदियों पुराना माध्यम हो लेकिन संचार के लिए इसका इस्तेमाल आज भी हो रहा है। चलिए जानते हैं कि विश्व रेडियो दिवस की शुरुआत कब और क्यों हुई? क्या है रेडियो दिवस 2022 की थीम। विश्व रेडियो दिवस मनाने की कब हुई शुरुआत? विश्व रेडियो दिवस की शुरुआत साल 2011 में की गई थी। साल 2010 में स्पेन रेडियो अकादमी ने 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस मनाने के लिए पहली बार प्रस्ताव दिया था। साल 2011 में यूनेस्को के सदस्य देशों ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया और 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस मनाने की घोषणा की। बाद में साल 2012 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भी इसे अपना लिया। फिर उसी साल 13 फरवरी को पहली बार यूनेस्को ने विश्व रेडियो दिवस मनाया। 13 फरवरी को ही क्यों मनाया जाता है रेडियो दिवस? 13 फरवरी को ही विश्व रेडियो दिवस मनाने की एक खास वजह है। दरअसल, संयुक्त राष्ट्र रेडियो की शुरुआत 13 फरवरी 1946 में हुई थी। संयुक्त राष्ट्र रेडियो की वर्षगांठ के दिन ही विश्व रेडियो दिवस मनाया जाने लगा। क्या है विश्व रेडियो दिवस 2022 की थीम? विश्व रेडियो दिवस 2022 की थीम 'एवोलूशन - द वर्ल्ड इज ऑलवेज चेंजिंग' है। यानी विकास के साथ विश्व भी विकसित हो रहा है। यह थीम रेडियो के लचीलेपन और स्थिरता को प्रदर्शित कर रही है। इसका मतलब है कि दुनिया बदलती रहती है, इसलिए रेडियो में भी नवाचार हो रहा है। विश्व रेडियो दिवस पर भेजें अपनों को ये शुभकामना संदेश रेडियो बजाते रहो, गुनगुनाते रहो। रेडियो एक रंगमंच है, जिसमें मन का संचार, आत्मा का संगीत और भावनाओं की अभिव्यक्ति है। रेडियो के जमाने को कोई कैसे भुला पायेगा, आज भी उस दौर को याद करते हैं, जब रेडियो देखकर खुश हुआ करते थें। |