धातु संक्षारण क्या है इससे बचने के लिए क्या क्या उपाय है? - dhaatu sankshaaran kya hai isase bachane ke lie kya kya upaay hai?

नमस्कार दोस्तों हमारा प्रश्न है कि संक्षारण से बचने के विभिन्न उपायों को लिखिए दोस्तों में समझाया से बचने के उपाय बताने ठीक है तो फिर उसको मारा संख्या में क्या होता है हमारे लोहे पर जंग लगना एक संसाधन का उदाहरण है ठीक है तो हमें इससे बचने के उपाय बताने तो सबसे पहले दोस्तों में यहां पर हमारे संक्षारण के बचने के कुछ उपाय देख लेते हैं ठीक है तो योगा हमारे संक्षारण से बचाव के उपाय बचाव के उपाय तो एक-एक करके दोस्तों हम इसके उपाय देखते हैं कि हम क्या क्या कर सकते हैं जिससे हमारा संचालन से हम बच सकते हैं ठीक है तो दोस्तों सबसे पहला हम कर सकते हैं कि हमारे जो धातु है उस पर हम क्या कर सकते हैं पिंटिया ब्रिज की पर चढ़ा सकते हैं तो हम कह सकते हैं कि धातुओं पर पेंट या फिर गिरीश की परत चढ़ा कर ठीक है गिरीश की पर्थ लगाकर

टीका इससे क्या होगा दोस्तों हमारे ऑक्साइड नहीं बनेंगे धातुओं के जिससे कि हमारा संक्षारण क्या हो जाएगा बच जाएगा इसमें हमारा संसार है नहीं होगा तो हम कह सकते कि धातुओं पर पेंट और वृद्धि भरत लगाकर इस तरह से हम इस से बच सकते हैं दूसरा जो दोस्तों बचाव के उपाय हैं वह हम क्या कर सकते हैं तो किस धातु के ऊपर तेल की बढ़ती लगा कर ठीक है तो हम कह सकते हैं कि धातुओं के ऊपर तेल की परीक्षण आकर ठीक है तेल की परत चढ़ा कर उसी तरह दोस्तों आप इसका जो तीसरा कर सकते हैं बचाव के उपाय व है कि धातुओं पर दूसरी धातु की चादर या फिर पर चढ़ा कर ठीक है तो दोस्तों हम कह सकते हैं कि धातुओं पर धातुओं पर दूसरी धातु की दूसरी धातु की पर चढ़ाकर ठीक है भरत

चढ़ाकर तो दोस्तों हम जानते हैं कि हमारा क्या है यहां पर दूसरी धातु जो हम उपयोग करेंगे वह हमारे क्या रहेगा जो हमारी इज्जत निरोधक रहेगी उस धातु की अगर हम अपने धातु में परीक्षा डालेंगे तो क्या होगा उससे इस जंग से बच जाएगा तो हम कह सकते हैं कि धातुओं पर दूसरी धातु की परत चढ़ा कर भी हम संक्षारण से बच सकते हैं ठीक है तो यह हो गए दोस्तों हमारे संसाधन के बचाव के कुछ उपाय जो कि हमें इस परीक्षा में पूछे गए थे ठीक है और यही दोस्तों हमारे प्रश्न का उत्तर है तो आशा करता हूं दोस्तों आप कोई प्रश्न समझ आया होगा धन्यवाद

Solution : धातु की ऊपरी सतह पर उसके यौगिक का बनना संक्षारण कहलाता है। <br> इससे बचने हेतु निम्न उपाय किये जा सकते हैं <br> (i) धातु की सतह पर पेंट लगाकर संक्षारित होने से बचा सकते हैं। <br> (ii) ग्रीस लगाकर धातु की बाहरी परत का संपर्क वायु व नमी से रोका जा सकता है। <br> (iii) कम सक्रिय धातु की परत चढ़ाकर संक्षारण से बचाया जा सकता है।

  • संक्षारण क्या है
    • संक्षारण के उदाहरण
    • संक्षारण की क्रियाविधि
    • संक्षारण के प्रकार
      • संक्षारण को प्रभावित करने वाले कारक
      • संक्षारण को रोकने के उपाय

संक्षारण क्या है

जब धातुओं को वायुमंडल के संपर्क में रखा जाता है तो वायुमंडल में उपस्थित गैसों तथा नमी की उपस्थिति से धातु धीरे-धीरे नष्ट होने लगती है। इस प्रक्रिया को संक्षारण (corrosion in Hindi) कहते हैं।
संक्षारण की प्रक्रिया में धातु वायुमंडलीय गैसों से क्रिया करके ऑक्साइड, कार्बोनेट, सल्फाइड आदि यौगिक का निर्माण करती है जिसके कारण धातु का क्षय होने लगता है।

संक्षारण के उदाहरण

  • चांदी की चमक का कम हो जाना
  • तांबे की छड़ पर हरी परत का बन जाना
  • लोहे पर जंग लगना
  • लेड का अपना संरचना खो देना

संक्षारण की क्रियाविधि

संक्षारण की क्रियाविधि की व्याख्या करने के लिए अनेकों सिद्धांत हैं लेकिन इन सब में से विद्युत रसायनिक सिद्धांत को अधिक महत्ता दी गई है।
विद्युत रासायनिक सिद्धांत के अनुसार, संक्षारण मूल रूप से एक विद्युत रासायनिक प्रक्रम है यह मुख्य रूप से धातुओं के पृष्ठ पर संपन्न होती है।
लोहे पर जंग लगना भी एक विद्युत रासायनिक अभिक्रिया है इस क्रिया में निम्न अभिक्रिया संपन्न होती हैं।

एनोड पर 2Fe (s) \longrightarrow 2Fe2+ + 4e–
कैथोड पर O2 + 4H+ (aq) + 4e– \longrightarrow 2H2O (l)
अतः संपूर्ण सेल पर क्रिया
2Fe (s) + O2 + 4H+ (aq) \longrightarrow 2Fe2+ + 2H2O
Fe2+ + ½O2 + 2H2O \longrightarrow Fe2O3 + 4H+
Fe2O3 + xH2O \longrightarrow \small \begin{array}{rcl} Fe_2O_3•xH_2O \\ जंग \end{array}

अतः इस प्रकार लोहे पर जंग लगती है।

संक्षारण के प्रकार

संक्षारण की प्रक्रिया निम्नलिखित चार प्रकार से होती है।
(1) गैल्वनिक संक्षारण
(2) विदरिका का संक्षारण
(3) मृदा संक्षारण
(4) सूक्ष्म जैविक संक्षारण

संक्षारण को प्रभावित करने वाले कारक

1. धातु की क्रियाशीलता
जिस धातु की क्रियाशीलता अधिक होती है उसकी कम क्रियाशीलता की धातु से संक्षारण होने की संभावना अधिक होती है।

2. अशुद्धियों की उपस्थिति
शुद्ध धातुओं में अशुद्धियों के मिलाने से उसमें संक्षारण की दर बढ़ जाती है।

3. विद्युत अपघट्य की उपस्थिति
विद्युत अपघट्य की उपस्थिति में संक्षारण की दर में वृद्धि हो जाती है। यह शुद्ध जल की अपेक्षा समुद्री जल में अधिक तीव्रता से होता है क्योंकि समुद्री जल में विद्युत अपघट्य की मात्रा अधिक होती है।

4. वायु की नमी की उपस्थिति
संक्षारण की प्रक्रिया वायु तथा नमी की उपस्थिति में अधिक तीव्रता से होती है क्योंकि वायु में कार्बन डाई ऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड उपस्थित होते हैं।

संक्षारण को रोकने के उपाय

  1. धातु की सतह पर पेंट, वर्निश की पतली परत चढ़ाकर।
  2. मशीन के पुर्जो पर तेल अथवा ग्रीस के लगाने से उनमें जंग नहीं लगती है।
  3. विद्युत लेपन द्वारा लोहे की सतह पर निकिल, काॅपर की परत चढ़ाकर।
  4. गेल्वनीकरण विधि द्वारा।
  5. जंगरोधी विलयनों का उपयोग करके।
  6. कैथोडिक रक्षण द्वारा

धातु संक्षारण क्या है इससे बचने के क्या क्या उपाय हैं?

Solution : धातु की ऊपरी सतह पर उसके यौगिक का बनना संक्षारण कहलाता है। <br> इससे बचने हेतु निम्न उपाय किये जा सकते हैं <br> (i) धातु की सतह पर पेंट लगाकर संक्षारित होने से बचा सकते हैं। <br> (ii) ग्रीस लगाकर धातु की बाहरी परत का संपर्क वायु व नमी से रोका जा सकता है।

धातु संक्षारण क्या है?

धातुओं का संक्षारण (Corrosion of metals) रासायनिक क्रिया है, जिसके फलस्वरूप धातुओं का क्षय एवं ह्रास होता है। धातुओं की क्षरणक्रिया, (Erosion) जिनमें यांत्रिक कारकों के फलस्वरूप धातुओं का ह्रास होता है, इस क्रिया से भिन्न होती है।

संक्षारण क्या है इसे रोकने के दो उपाय लिखिए?

जंग लगी हुई अर्थात जिस सतह का संक्षारण होता है उसे संक्षारक सतह कहते है। यही कारण होता है कि लोहे की चीजो पर पेंट करना आवश्यक होता है , क्यूंकि यह लोहे की सतह को संक्षारण से बचाता है , अर्थात अगर लोहे की सतह पर पेंट आदि न किया जाए तो इस पर जंग लगना शुरू हो जाती है , जिसे संक्षारण कहते है।

संक्षारण क्या होता है संक्षारण के दो उदाहरण दीजिए?

Solution : वह प्रक्रिया जिसमें धातुएँ वायुमण्डलीय गैसों जैसे- `CO_(2),O_(2), H_(2)O` आदि की उपस्थिति में (इनके साथ क्रिया करके) धातु की सतह पर यौगिक बना लेती हैं, संक्षारण कहलाती है। इस प्रक्रिया से धातु, धातुओं के ऑक्साइड, सल्फेट आदि में परिवर्तित हो जाते हैं, इसे संक्षारण कहते हैं। उदाहरण-लोहे पर जंग लगना।