वह रिक्शे से बाजार गया वाक्य में कौन सा कारक है ? - vah rikshe se baajaar gaya vaaky mein kaun sa kaarak hai ?

विषयसूची

  • 1 वह रिक्शे से बाजार गया वाक्य में कौन सा कारक है?
  • 2 करण कारक और अपादान कारक में क्या अंतर है?
  • 3 हम सब बस से स्टेशन पहुँचे वाक्य में कौन सा कारक है?
  • 4 हिमगिरि में कौन सा कारक है?
  • 5 ने विभक्ति का प्रयोग कहाँ कहाँ होता है?
  • 6 अपने उतर पर पेन्सिल से निशान लगाइए !( पेंसिल से में कौन सा कारक है 1 Point अपादान कर्म कर्ता करण?
  • 7 राम ने रावण को मारा में कौन सा कारक है?
  • 8 संबोधन के कितने भेद होते हैं?

वह रिक्शे से बाजार गया वाक्य में कौन सा कारक है?

इसे सुनेंरोकेंसंज्ञा या सर्वनाम का वह रूप जो हमें किन्हीं दो वस्तुओं के बीच संबंध का बोध कराता है, वह संबंध कारक कहलाता है। सम्बन्ध कारक के विभक्ति चिन्ह का, के, की, ना, ने, नो, रा, रे, री आदि हैं।

करण कारक और अपादान कारक में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंकरण और अपादान कारक में अंतर करण कारक में जहाँ पर ‘से’ का प्रयोग साधन के लिए होता है, वहीं पर अपादान कारक में अलग होने के लिए किया जाता है। कर्ता कार्य करने के लिए जिस साधन का प्रयोग करता है उसे करण कारक कहते हैं। लेकिन अपादान में अलगाव या दूर जाने का भाव निहित होता है।

कर्ता कारक और कर्म कारक में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंकरण और अपादान दोनों ही कारकों में ‘से’ चिन्ह का प्रयोग होता है। परन्तु अर्थ के आधार पर दोनों में अंतर होता है। करण कारक में जहाँ पर ‘से’ का प्रयोग साधन के लिए होता है वहीं पर अपादान कारक में अलग होने के लिए किया जाता है। कर्ता कार्य करने के लिए जिस साधन का प्रयोग करता है उसे करण कारक कहते हैं।

हिंदी में परसर्ग कितने है?

इसे सुनेंरोकेंहिन्दी में आठ कारक होते हैं- कर्ता, कर्म, करण, सम्प्रदान, अपादान, सम्बन्ध, अधिकरण और सम्बोधन। विभक्ति या परसर्ग-जिन प्रत्ययों से कारकों की स्थितियों का बोध होता है, उन्हें विभक्ति या परसर्ग कहते हैं।

हम सब बस से स्टेशन पहुँचे वाक्य में कौन सा कारक है?

इसे सुनेंरोकेंकरण कारक “वाक्य में जिस साधन या माध्यम से क्रिया का सम्पादन होता है, उसे ही ‘करण–कारक’ कहते हैं।”

हिमगिरि में कौन सा कारक है?

इसे सुनेंरोकें’हिमगिरि के हिम’ में ‘हिमगिरि’ का संबध ‘के’ विभक्ति के माध्यम से ‘हिम’ से प्रकट हो रहा है, इसलिये यहाँ पर संबंध कारक है।

इसे सुनेंरोकेंExplanation: करण कारक में कारकीय चिन्ह ‘से’ होता है और ये कारकीय चिन्ह ‘से’ जुड़ाव का बोध कराता है। करण कारक में ‘से’ या ‘के द्वारा’ कारक चिन्ह से संबंध प्रकट किया जाता है। संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से वाक्य के अन्य शब्दों के साथ सम्बन्ध प्रकट होता हो, उसे ‘कारक’ कहते हैं।

कि कौन सा कारक है?

कारक के भेद

कारकविभक्तियाँ
कर्ता ने
कर्म को
करण से, द्वारा
सम्प्रदान को, के लिये, हेतु

राम ने रावण को छड़ी से पीटा निम्न में करण कारक कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंजिसके लिए कर्ता काम कर्ता है उसे सम्प्रदान कारक कहते हैं। सम्प्रदान कारक के विभक्ति चिन्ह के लिए और को होता है। इसको किसके लिए प्रश्नवाचक शब्द लगाकर भी पहचाना जा सकता है। समान्य रूप से जिसे कुछ दिया जाता है या जिसके लिए कोई कार्य किया जाता है उसे सम्प्रदान कारक कहते हैं।

ने विभक्ति का प्रयोग कहाँ कहाँ होता है?

इसे सुनेंरोकेंउदाहरणार्थ, ‘मोहन खाता है। यहाँ ‘खाता हैं’ क्रिया है, जो कर्ता ‘मोहन’ के लिंग और वचन के अनुसार है। इसके विपरीत जहाँ क्रिया के लिंग, वचन और पुरुष कर्ता के अनुसार न होकर कर्म के अनुसार होते है, वहाँ ‘ने’ विभक्ति लगती है।

अपने उतर पर पेन्सिल से निशान लगाइए !( पेंसिल से में कौन सा कारक है 1 Point अपादान कर्म कर्ता करण?

इसे सुनेंरोकेंकरण कारक संबोधन कारक (ग) रीमा पेंसिल से चित्र बनाती है।

मैं बालकनी में बैठा था वाक्य में कौन सा कारक है?

इसे सुनेंरोकेंअधिकरण कारक – Adhikaran Karak.

लोगों ने चोर को मारा कौन सा कारक है?

इसे सुनेंरोकेंलोगों ने चोर को मारा। इस वाक्य में कर्मकारक है क्योंकि इसका प्रभाव क्रिया के फल पर पड़ रहा है। कर्मकारक में कर्म की प्रधानता होती है, और क्रिया के फल का प्रभाव कर्म होता है, इसलिये यहाँ कर्मकारक होगा।

राम ने रावण को मारा में कौन सा कारक है?

इसे सुनेंरोकेंकरण कारक – संज्ञा के जिस रुप से क्रिया के साधन का बोध हो, उसे करण कारक कहते है। इसका विभक्ति चन्ह है – से (द्वारा) जैसे -राम ने रावण को बाण से मारा। यहाँ राम बाण से या बाण द्वारा रावण को मारने का काम करता है । यहाँ ‘बाण से’ करण कारक है।

संबोधन के कितने भेद होते हैं?

क्रिया के साथ जाना जाता है, उसे कारक कहते हैं। अथवा जो शब्द क्रिया के साथ संबंध प्रकट करते हैं उन्हें कारक कहते हैं।…

विभक्तिकारकपरसर्ग चिह्न
तृतीया करण से/द्वारा
चतुर्थ सम्प्रदान के लिए, को
पंचमी अपादान से (अलग)
षष्ठी संबंध का, की, के, रा, री, रे, ना, नी, ने

अधिकरण कारक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअधिकरण कारक किसे कहते है? अधिकरण कारक की परिभाषा: अधिकरण का मतलब आश्रय होता है, संज्ञा का वह स्वरूप जिसमें किया कि आधार का बोध होता हो, उसे अधिकरण कारक कहते हैं। अधिकरण कारक में विभक्ति चिन्ह में भीतर अंदर, ऊपर, बीच, इत्यादि शब्दों का प्रयोग होता है।

यह रिक्शे से बाजार गया वाक्य में कौन सा कारक है?

(3) करण कारक वाक्य में जिस साधन से क्रिया होता है, उसे करण कारक कहते है। करण कारक के दो विभक्ति चिन्ह होते है : से और के द्वारा।

वाक्य में कारक कैसे पहचाने?

संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से वाक्य के अन्य शब्दों के साथ उनका (संज्ञा या सर्वनाम) सम्बन्ध सूचित हो, उसे (उस रूप को) कारक कहते हैं। इसका तात्पर्य यह है कि संज्ञा या सर्वनाम के आगे जब 'ने', 'से', 'को' आदि विभक्तियाँ लगती हैं, तब उनका रूप ही कारक कहलाता है।

माने बाजार से कपड़ा खरीदा में कौन सा कारक है?

'माँ ने बाजार से कपड़ा खरीदा' इस वाक्य में 'करण कारक' प्रयुक्त हुआ है। Explanation: करण कारक में कारकीय चिन्ह 'से' होता है और ये कारकीय चिन्ह 'से' जुड़ाव का बोध कराता है। करण कारक में 'से' या 'के द्वारा' कारक चिन्ह से संबंध प्रकट किया जाता है।

वह घर से बाहर गया इस वाक्य में से कौन सा कारक है?

वाक्य :— " वह घर से बाहर गया । " इस वाक्य में " से " कारक चिह्न या परसर्ग है । और कारक का नाम है " अपादान कारक " ।