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यूटिलिटी डेस्क। ऊनी कपड़े बहुत डेलिकेट होते हैं। ऐसे में उन्हें मेन्टेन करना भी इतना आसान नहीं होता। इसलिए ऊनी कपड़ों की रेग्युलर धुलाई जरूरी है। हालांकि धुलाई करते समय भी कुछ सावधानियां जरूर रखनी चाहिए। नहीं तो ऊनी कपड़े जल्दी खराब हो सकते हैं। धुलाई करते समय ये 5 टिप्स आपकी मदद करेंगी। टिप 1: डिटरजेंट पाउडर यूज नहीं करें
ठंड धीरे-धीरे बढ़ चली है और हमारी अलमारियों में बंद ऊनी कपड़े बाहर निकलना शुरू हो गए हैं. पर आपने अभी सारे ऊनी कपड़े तो बाहर नहीं ही निकाले होंगे. ऊनी कपड़े ऐसे होते भी नहीं हैं कि उन्हें अलमारी से तुरंत निकालकर पहना जा सके. धूप दिखाने के बाद ही वो इस्तेमाल के लायक हो पाते हैं. एक ओर जहां ऊनी कपड़े पूरी सर्दी हमारी सुरक्षा करते हैं वहीं इनकी देखरेख करना एक मेहनत का काम है. ऊनी कपड़ों को संभालकर रखना, उनकी धुलाई, उन्हें सुखाना और फिर उन्हें सही तरीके से अलमारी में रखना एक लंबी प्रक्रिया है. ऐसे में आपके लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि ऊनी कपड़ों को कैसे धोएं: 1. ऊनी कपड़ों को बंद अलमारी में से निकालने पर एक गंध सी आ जाती है. ऊनी कपड़ों को निकालने के बाद दो से तीन दिन तक तेज धूप दिखाएं. उसके बाद अगर कहीं कोई दाग नजर आ रहा हो तो उसे टिश्यू पेपर की मदद से साफ कर लें. 2. ऊन कपड़ों को सही से धूप दिखाने के लिए उन्हें पूरा फैलाकर धूप में छोड़ दें. कपड़ों की गंध निकल जाए तो उन्हें किसी माइल्ड सर्फ या ऊनी कपड़ों को धोने वाले लिक्विड में कुछ देर के लिए भिगों दें. गर्म पानी का इस्तेमाल भूलकर भी न करें. 3. ऊनी कपड़ों को हल्के हाथों से मलें और साफ पानी से 2-3 बार निकाल लें. इसके बाद हल्के हाथ से पानी निचोड़ें और नलके पर रख दें. इस तरह पानी निचड़ने के बाद ही उन्हें धूप में सूखने के लिए डालें. 4. आप चाहें तो ऊनी कपड़ों को धोने के लिए बेबी शैंपू का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. पर गलती से भी ऊनी कपड़ों को ड्रायर में न डालें. सर्दियां आ गई हैं, और हम अपने ऊनी स्वेटर्स, कैप्स, स्कार्फ, कोट्स और जैकेट्स को पहनने के लिए उत्साहित है। लेकिन, जब हम मौसम आने पर अपने ऊनी कपड़े बाहर निकालते हैं, हम देखते हैं कि उनमें से कुछ सिकुड़ गए हैं, किसी का आकार बिगड़ गया है, और/ या तो उनका रंग फीका पड़ गया है। उनमें से एक अजीब सी नमी युक्त गंध भी आने लगती है। समय के साथ हमने महसूस किया कि यह सब होने के पीछे कारण यह है कि हम अपने ऊनी कपड़ों का रख रखाव कैसे करते हैं। ऊनी कपड़े के प्राकृतिक गुण बरकरार रखने के लिए पर्याप्त देखभाल और रख रखाव की जरूरत होती है। कुछ कोशिशों और गलतियों के बाद, हमने अपनी गलतियों को पहचाना और उन्हें सुधारा। जानिए वे 5 आम गलतियां जिन्हें ऊनी कपड़ों की देखभाल करने के दौरान टालना चाहिए। 1. ऊनी कपड़ों को बारम्बार धोनाएक सबसे बड़ी गलती है अपने ऊनी कपड़ों को अन्य सामान्य कपड़ों की तरह बारम्बार धोना। इस नियमित धुलाई के कारण फैब्रिक डेमेज हो जाता है क्योंकि नाजुक ऊनी रेशे की ज्यादा मरोड़ने से उसकी उम्र घट जाती है। इसके कारण कपड़ों का आकार भी बिगड़ जाता है जोकि सच में दिल तोड़ देने वाला होता है। हालांकि, समय के साथ, हमने महसूस किया कि सिंथेटिक्स और कॉटन की तरह ऊनी कपड़े ताजा रह सकते हैं, भले ही हम उन्हें बार-बार न धोएं। ऊनी कपड़ों की उम्र बढ़ाने का एक बेहतरीन तरीका यह भी है कि उन्हें हवा दी जाए और उन्हें रोज़ाना उपयोग में आने वाले कपड़ों के बीच में रखा जाए। हम एक मुलायम कपड़ों के लिए खास ब्रश भी रख सकते हैं और पहनने के बाद कपड़े को लंबाई में ब्रश किया जा सकता है। इस प्रकार से ब्रश करने से कपड़ों पर जमी उस धूल को साफ किया जा सकता है जो कि आगे चलकर दाग में तब्दील हो सकती है और कपड़े की दिखावट को फीका कर सकती है। विज्ञापन2. सही धुलाई तकनीक का प्रयोग ना करना!हमारे अनुभव ने हमें सिखाया है कि गर्म पानी और कठोर डिटर्जेंट के प्रयोग से रेशे कमजोर पड़ जाते हैं और इसकी वजह से ऊनी कपड़े सिकुड़ जाते हैं और उनका आकार बिगड़ जाता है। इसलिए, यदि आप हाथों से अपने ऊनी कपड़े धोते हैं, हमने देखा है कि गुनगुने पानी व ऊनी कपड़ों के लिए उचित सौम्य डिटर्जेंट का उपयोग करना अच्छा होता है। अगर ऊनी कपड़ों को मशीन में धोते हैं तो, हम अपने ऊनी कपड़ों उल्टा कर दें या उनके रेशों को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें जालीदार बैग में डाल कर धोएं। अपनी मशीन पर उपलब्ध ऊन प्रोग्राम या सबसे कोमल चक्र चुनें। साथ ही बहुत अधिक डिटर्जेंट प्रयोग करने की गलती मत कीजिए जैसा कि हम करते हैं, यह सोच कर कि धुलाई ज्यादा असरदार होगी। ऐसा करने का परिणाम सिर्फ यह होता है कि हमारे ऊनी कपड़े अपनी चमक और नयापन खो देते हैं। अब हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हम लोड आकार के अनुसार डिटर्जेंट की पैकेजिंग पर उल्लिखित आवश्यक मात्रा का ही उपयोग करें। 3. ऊनी कपड़े धोने के बाद फैब्रिक कंडीशनर का उपयोग नहीं करनाशुरुआत में, हम अपने ऊनी कपड़ों को धोने के लिए सिर्फ डिटर्जेंट का उपयोग करते थे। कुछ धुलाइयों के बाद हमने देखा कि हमारे ऊनी कपड़े अपनी चमक और रंग खो रहे हैं, साथ ही वे बहुत अधिक खुरदुरे भी महसूस हो रहे थे। अलमारी में रखने के बाद उनमें से अक्सर एक नमी युक्त गंध भी आ रही थी। कुछ खोजबीन करने के बाद, हमारी समझ में आया कि नियमित डिटर्जेंट का उपयोग ऊन के रेशों को उलझा देता है, जिसके परिणाम स्वरूप ऊपर लिखी गई समस्याएं होती हैं। हमने जाना कि हमारी समस्या का समाधान फैब्रिक कंडीशनर में है। एक फैब्रिक कंडीशनर ऊनी कपड़ों के रेशों को सुरक्षित करता है और उन्हें नए जैसा मुलायम और आकार देता है। जब हमने सुपर मार्केट में कंफर्ट आफ्टर वॉश फैब्रिक कंडीशनर देखा तो हमने इसे फौरन खरीद लिया क्योंकि इसके लेबल में लिखा हुआ था कि यह हमारे ऊनी कपड़ों के लिए सबसे ज्यादा जरूरी फ्रेशनेस वापस प्रदान करता है। कंफर्ट आफ्टर वॉश फैब्रिक कंडीशनर उपयोग करने के बाद, हमने पाया कि हमारे ऊनी कपड़े छूने पर बहुत अधिक मुलायम हो गए हैं। कंडीशनर हमारे ऊनी कपड़ों की नर्मी बरकरार रखने में सहायक था और उसकी वजह से चमक और रंग बरकरार थे। ऐसा इसीलिए था क्योंकि कंफर्ट आफ्टर वॉश फैब्रिक कंडीशनर बार-बार डिटर्जेंट के प्रयोग से ऊनी कपड़ों को हुए नुकसान के लिए असरदार तरीके से रेशों को पोषण देता है। हम आश्चर्यचकित थे क्योंकि कंफर्ट आफ्टर वॉश फैब्रिक कंडीशनरसे धोने के 14 दिनों बाद भी कपड़ों से ताजगी भरी खुशबू आ रही थी। 4. ऊनी कपड़ों को सूखने के लिए लटकानाऊनी कपड़ों को सूखने के लिए तार पर लटकाना यह एक और गलती है जो हम करते थे। हम यह समझ नहीं पाते थे कि ऊनी कपड़े अधिक पानी सोखते हैं, और जब उन्हें लटकाया जाता है वे और अधिक भारी हो जाते हैं, इसके कारण वे खिंचते हैं और उनका आकार बिगड़ जाता है। हालांकि, अब हम एक सरल और असरदार प्रक्रिया का पालन करते हैं जब हम अपने ऊनी कपड़ों को धोते हैं। हाथों से धोने के बाद, हम ऊनी कपड़ों से अतिरिक्त पानी निकालने के लिए उन्हें निचोड़ते नहीं है क्योंकि इससे सिलवटे पड़ सकती है। इसकी जगह, हम अतिरिक्त पानी निकालने के लिए, कपड़े को टॉवेल में रोल करते हैं और दबा कर पानी बाहर निकाल देते हैं। इसके बाद, हम उन्हें छायादार स्थान पर सफेद टॉवेल पर सीधा बिछा कर सूखने देते हैं। एक बार सीधा बिछा देने से, कपड़े अपने मूल आकार और साइज में वापस आ जाते हैं। इसके साथ ही, ऊनी कपड़ों को सीधे सूरज की धूप में रखने से उनके रंग फीके पड़ जाते हैं। हम ऊनी कपड़ों को मशीन में धोने के बाद भी यही प्रक्रिया का पालन करते हैं। 5. ऊनी कपड़ों की देखभाल का लेबल चेक ना करनाड्राई क्लीन के योग्य हमारे कुछ पसंदीदा ऊनी कपड़ों को वॉशिंग मशीन में धोने से वे स्थाई रूप से डैमेज हो जाते हैं। हमें यह समझने में ज्यादा देर नहीं लगी कि हमें कपड़े पर लगे केयर लेबल जाँच करना यह समझने का एक शानदार तरीका है कि हमारे ऊनी कपड़ों की देखभाल कैसे की जाती है और किस प्रकार की सफाई का तरीका अपनाया जाना चाहिए। गारमेंट केयर लेबल में पानी के तापमान का उल्लेख होता है जिसे कपड़ा झेल सकता है और जिस प्रकार की धुलाई विधि का उपयोग करने की आवश्यकता होती है- हैंड वॉश, मशीन वॉश या ड्राई क्लीनिंग। यह उपाय सुनिश्चित करता है कि कपड़ों को उसी तरह से साफ किया जाए जिस तरह से निर्माता ने उन्हें साफ करने का सुझाव दिया है। इन 5 आम गलतियों को ना करने से आप निश्चित रूप से सर्दियों में अपने ऊनी कपड़ों की पर्याप्त देखभाल कर सकते हैं। सीक्रेट टिप: आप यहां भारत के सर्वश्रेष्ठ ब्रांड्स फ्री में ट्राय भी कर सकते हैं। ऊनी वस्त्रों की धुलाई कैसे की जाती है?ऊनी कपड़ों की कैसे करें धुलाई, ये 5 Tips करेंगी आपकी मदद. यूटिलिटी डेस्क। ऊनी कपड़े बहुत डेलिकेट होते हैं। ... . टिप 1: डिटरजेंट पाउडर यूज नहीं करें ऊनी कपड़ों की धुलाई डिटरजेंट पाउडर से नहीं करें। ... . टिप 2 : बेबी सोप का भी यूज कर सकते हैं ... . टिप 3 : ऊनी कपड़े हाथ से ही धोएं ... . टिप 4 : ठंडे पानी में ही धोएं ... . टिप 5 : अगर दाग लग जाएं. ऊनी कपड़ा कैसे धोया जाता है?वुलेन वियर/ स्वेटर को कैसे साफ करें?. स्वेटर को हमेशा हैंडवॉश यानी हल्के हाथों से साफ करें।. स्वेटर धुलने के लिए लिक्विड डिटर्जेंट, जैसे ईजी का इस्तेमाल करें। डिटर्जेंट पाउडर का उपयोग न करें।. वॉशिंग मशीन में धोने से ऊनी कपड़ों की चमक खराब हो जाती है। साथ ही कपड़े के रेशे बाहर निकल आते हैं। ... . स्वेटर को तेज धूप में न सुखाएं।. ऊनी व सूती वस्त्रों की धुलाई की विधियों में क्या अंतर है कारण बताते हुए स्पष्ट करो?रेशमी व ऊनी कपड़ों को अधिक गर्म पानी में नहीं धोना चाहिए और इन्हें अधिक कसकर नहीं निचोड़ना चाहिए। सूती वस्त्र धोते समय गर्म पानी व कास्टिक सोडे का प्रयोग किया जा सकता है।
ऊनी कपड़े धोने के बाद क्यों सिकुड़ते हैं?ये डर वास्तविक रूप में सामने आ जाता है तब जब ऊनी कपड़ों को वॉशिंग मशीन में डालते हैं। मशीन में पानी में बार-बार घूमन से उसके रेशे ऊपर-नीचे होकर आपस में उलझ जाते हैं। इस वजह से ये अपने बीच का स्पेस खो देते हैं और सिकुड़ जाते हैं। सिर्फ यही नहीं, उसके बाद ये उतने मुलायम भी नहीं रह जाते, जितने इनको धोने से पहले होते हैं।
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