पृष्ठ संख्या:39 Show कैलेंडर की तारीखें अपनी सीमा में नम्रता से फड़फड़ा रही हैं। पृष्ठ संख्या: 40 3. पति-पत्नी ने मेहमान का स्वागत कैसे किया? उत्तर पति ने स्नेह-भीगी मुस्कराहट के साथ गले मिलकर तथा पत्नी ने सादर नमस्ते कहकर मेहमान का स्वागत किया। 4. दोपहर के भोजन को कौन-सी गरिमा प्रदान की गयी? उत्तर दोपहर के भोजन को लंच की गरिमा प्रदान की गयी। 5. तीसरे दिन सुबह अतिथि ने क्या कहा? उत्तर तीसरे दिन अतिथि ने धोबी से कपडे धुलवाने की बात कही। 6. सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर क्या हुआ? उत्तर सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर लेखक डिनर से खिचड़ी पर आ गए। लिखित (क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए - 1. लेखक अतिथि को कैसी विदाई देना चाहता था?उत्तर लेखक अतिथि को एक भावभीनी विदाई देना चाहता था। वह चाहता था कि जब अतिथि जाए तो पति-पत्नी उसे स्टेशन तक छोड़ने जाए। उन्हें सम्मानजनक विदाई देना चाहते थे। 2. पाठ में आए निम्नलिखित कथनों की व्याख्या कीजिए −(क) अंदर ही अंदर कहीं मेरा बटुआ काँप गया। उत्तर(क) जब लेखक ने अतिथि को देखा था तब उन्हें लगा उनका खर्च बढ जायेगा इसलिए उनका बटुआ काँप गया यानी अत्यधिक खर्चे होने का एहसास हुआ। (ख) हमारी संस्कृति में अतिथि को देवता समान माना गया है। परन्तु यही अतिथि जब ज्यादा दिन रह जाए तो वह बोझ लगने लगता और थोड़े अंशो में राक्षस प्रतीत होता है। (ग) हर व्यक्ति अपने घर को सजाता है, सुख शान्ति स्थापित करता है। अपने घर को स्वीट होम बनाता है। लेकिंग जब कोई अनचाहा व्यक्ति आकर रहने लगता है तो वह स्वीटनेस को काटने दौड़ने जैसा लगता है। (घ) अतिथि लेखक के घर पर चार दिनों से रह रहा था। कल पाँचवा दिन हो जाएगा। यदि कल भी अतिथि नहीं गया तो लेखक अपनी सहनशीलता खो बैठेगा और अतिथि सत्कार भूलकर गेट आउट बोलने में देर नही लगाएगा। (ड़ ) हम अतिथि को देवता मानते हैं इसलिए लेखक अपने अतिथि को बताना चाह रहा कि देवता और मनुष्य कभी एक साथ हैं। आप कृपा कर हमारे कर हमारे घर से प्रस्थान करें। (ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50 -60 शब्दों में) लिखिए -1. कौन-सा आघात अप्रत्याशित था और उसका लेखक पर क्या प्रभाव पड़ा? उत्तर तीसरे दिन जब अतिथि ने धोबी से कपड़े धुलवाने की इच्छा प्रकट की तो लेखक के लिए ये अप्रत्याशित आघात था चूँकि उन्हें लगा था वे चले जाएंगे। धोबी को कपड़े धुलने देने का मतलब था कि अतिथि अभी जाना नहीं चाहता। इस आघात का लेखक पर यह प्रभाव पड़ा कि वह अतिथि को राक्षस समझने लगा। उनके सत्कार की ऊष्मा समाप्त हो गयी। 2.'संबंधों का संक्रमण के दौर से गुज़रना' −इस पंक्ति से आप क्या समझते हैं? विस्तार से लिखिए। उत्तर ' संबंधों का संक्रमण के दौर से गुज़रना' − इस पंक्ति का आशय है संबंधों में परिवर्तन आना। जो संबंध आत्मीयतापूर्ण थे अब घृणा और तिरस्कार में बदलने लगे। जब लेखक के घर अतिथि आया था तो उसके संबंध सौहार्द पूर्ण थे। उसने उसका स्वागत प्रसन्नता पूर्वक किया था। लेखक ने अपनी ढ़ीली-ढ़ाली आर्थिक स्थिति के बाद भी उसे शानदार डिनर खिलाया और सिनेमा दिखाया। लेकिन अतिथि चार पाँच दिन रुक गया तो स्थिति में बदलाव आने लगा और संबंध बदलने लगे।3. जब अतिथि चार दिन तक नहीं गया तो लेखक के व्यवहार में क्या-क्या परिवर्तन आए? उत्तरजब अतिथि चार दिन तक नहीं गया तो लेखक ने उसके साथ मुस्कुराकर बात करना छोड़ दिया, बातचीत के विषय समाप्त हो गए। सौहार्द व्यवहार अब बोरियत में बदल गया। लंच डिनर अब खिचड़ी पर आ गए। इसके बाद लेखक उपवास तक जाने की तैयारी करने लगा। लेखक अतिथि को 'गेट आउट' तक कहने के लिए भी तैयार हो गया। भाषा अध्यन1. निम्नलिखित शब्दों के दो-दो पर्याय लिखिए −चाँदज़िक्रआघातऊष्माअंतरंग 2. निम्नलिखित वाक्यों को निर्देशानुसार परिवर्तित कीजिए −(क)हम तुम्हें स्टेशन तक छोड़ने जाएँगे। (नकारात्मक वाक्य) सत्कार की उष्मा समाप्त होने पर डिनर खिचड़ी में क्यों बदल गया?6. सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर क्या हुआ? उत्तर:- सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर लंच डिनर की जगह खिचड़ी बनने लगी। खाने में सादगी आ गई और अब भी अतिथि नहीं जाता तो उपवास तक रखना पड़ सकता था।
सत्कार की उष्मा समाप्त हो रही थी डिनर से चले थे और कहाँ परआ गए?Answer: उत्तर:- सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर लंच डिनर की जगह खिचड़ी बनने लगी।
सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर क्या हुआ तुम कब जाओगे अततथथ पाठ के आधार पर मलखिए?उत्तर: तीसरे दिन सुबह अतिथि ने कहा कि वह धोबी को कपड़े देना चाहता है। Question 6: सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर क्या हुआ? उत्तर: सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर अतिथि के लिए खिचड़ी बनने लगी।
अतिथि के सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर क्या हुआ?सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर लंच डिनर की जगह खिचड़ी बनने लगी। ठहाकों के गुब्बारों की जगह एक चुप्पी हो गई। सौहार्द अब धीरे-धीरे बोरियत में बदलने लगा।
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