स्वच्छ अभियान से आप क्या समझते हैं? - svachchh abhiyaan se aap kya samajhate hain?

स्वच्छता क्या है? यदि इस विषय पर विचार किया जाए तो हम पाते हैं कि निरंतर प्रयोग में आने से वातावरण के प्रभाव से अथवा स्थान मलिन होता रहता है। धूल, पानी, धूप, कूड़ा करकट की पर्त साफ करना,धोना, मैला और गंदगी को हटाना ही स्वच्छता कही जाती है। अपने शरीर, वस्त्रों, घरों, गलियों, नालियों और यहां तक कि अपने मोहल्लों तथा ग्राम नगरों को स्वच्छ रखना हम सभी का दायित्व है। स्वच्छता ना केवल हमारे घर, सड़क तक के लिए ही जरूरी नहीं होती है। यह देश और राष्ट्र की आवश्यकता होती है इससे ना केवल हमारा घर आंगन ही स्वच्छ रहेगा पूरा देश भी स्वच्छ रहेगा। इसी को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत अभियान जो कि हमारे देश के प्रत्येक गांव और शहर में प्रारंभ की गई है।

स्वच्छ भारत अभियान का आरंभ है लक्ष्य - 'स्वच्छ भारत अभियान' एक राष्ट्रीय स्तरीय अभियान है। राष्ट्रीय पिता गांधी जी हमेशा स्वच्छ भारत का सपना देखते थे, वह चाहते थे कि हमारा देश भी साफ सुथरा रहे। गांधी जी की 145वीं जयंती के अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने इस अभियान के आरंभ की घोषणा की, तथा प्रधानमंत्री जी ने 2 अक्टूबर के दिन सर्वप्रथम गांधी जी को राजघाट पर श्रद्धांजलि अर्पित की और फिर नई दिल्ली में स्थित बाल्मीकि बस्ती में जाकर झाड़ू लगाई।

इसके बाद मोदी जी ने जनपद जाकर इस अभियान की शुरुआत की और सभी राष्ट्रपतियों से स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने और इसे सफल बनाने की अपील की, इस अवसर पर उन्होंने लगभग 40 मिनट का भाषण दिया और स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा गांधीजी ने आजादी से पहले नारा दिया था। 'क्लीन इंडिया, क्लीन इंडिया'।

आजादी की लड़ाई में उनका साथ देकर देशवासियों ने 'क्विट इंडिया' कैसा सपने को तो साकार कर दिया, लेकिन अभी उनका 'क्लीन इंडिया' का सपना अधूरा ही है। अब समय आ गया है कि हम सवा सौ करोड़ भारतीय अपनी मातृभूमि को स्वच्छ बनाने का प्रण करें। इस अभियान के प्रति जनसाधारण को जागरूक करने के लिए सरकार समाचार पत्रों विज्ञापनों आदि के अतिरिक्त सोशल मीडिया का उपयोग कर रही है।


वर्तमान समय में स्वच्छता को लेकर भारत की स्थिति - 


केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री की 'स्वच्छ भारत अभियान' या 'गंदगी मुक्त भारत' की संकल्पना अच्छी है तथा इस दिशा में उनकी ओर से किए गए आरंभिक प्रयास भी सराहनीय है, पहले पूरी दुनिया में भारत की छवि एक गंदे देश की है।

कुछ वर्ष पहले ही हमारे पड़ोसी देश चीन के कई ब्लॉगों पर गंगा में तैरती लाशों और भारतीय सड़कों पर कूड़े के ढेर सारी तस्वीर चाहिए, आज भारत के कई बड़े-बड़े शहर स्वच्छता में ऐसे हो गए हैं कि जहां आपको ढूंढने पर भी कचरा या गंदगी नहीं मिलेगी। इसका उदाहरण है भारत के मध्य प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा शहर इंदौर जो कि लगातार पांच वर्षों से स्वच्छ भारत का खिताब जीत रहा है।


स्वच्छता का महत्व - यह सभी बातें और तथ्य हमें यहां सोचने पर मजबूर करते हैं कि हम भारतीयों साफ-सफाई के मामले में भी पिछड़े हुए क्यों हैं? बल्कि हम उस समृद्धि और गौरवशाली भारतीय संस्कृति के अनुयाई हैं इसका मुख्य उद्देश्य सदा 'पवित्रता' और 'शुद्धि' रहा है, यह सही है कि चरित्र की शुद्धि और पवित्रता बहुत आवश्यक है लेकिन बाहर की सफाई भी उतनी ही आवश्यक है।

जिस प्रकार स्वच्छ परिवेश का प्रतिकूल प्रभाव हमारे मन मस्तिष्क पर पड़ता है, इसी प्रकार एक स्वच्छ और सुंदर व्यक्तित्व का विकास भी स्वच्छ और पवित्र परिवेश में ही संभव है। अतः अंतःकरण की शक्ति का मार्ग बाहरी जगत की शुद्धि और स्वच्छता से होकर ही गुजरता है।


स्वच्छता के प्रकार - स्वच्छता को मोटे रूप से दो प्रकार से देखा जा सकता है- व्यक्तिगत स्वच्छता और सार्वजनिक स्वच्छता। व्यक्तिगत स्वच्छता में अपने शरीर को स्नान आदि से स्वच्छ बनाना, घरों में झाड़ू पोछा करना, स्नान ग्रह और शौचालय को विसंक्रामक पदार्थों के द्वारा स्वच्छ रखना। घर और घर के सामने से बहने वाली नालियों की सफाई, ये सभी व्यक्तिगत स्वच्छता के अंतर्गत आते हैं। सार्वजनिक स्वच्छता से मोहल्ले और नगर की स्वच्छता आती है, जो प्रायः नगरपालिकाओं और ग्राम पंचायतों पर निर्भर करती है। सार्वजनिक स्वच्छता भी व्यक्तिगत सहयोग के बिना पूरी नहीं हो सकती।


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स्वच्छता से लाभ - कहा गया है कि स्वच्छता ईश्वर को भी प्रिय है। ईश्वर का कृपा पात्र बनने की दृष्टि से ही नहीं, अपितु अपने मानव-जीवन को सुखी, सुरक्षित और तनाव-मुक्त बनाए रखने के लिए भी स्वच्छता आवश्यक ही नहीं अनिवार्य है। मलिनता अथवा गंदगी ना केवल आंखों को बुरा लगती है अपितु इसका हमारे स्वास्थ्य से भी सीधा संबंध है। गंदगी रोगों को जन्म देती है, प्रदूषण की जननी है और हमारी असभ्यता की निशानी है। अतः व्यक्तिगत और सार्वजनिक स्वच्छता बनाए रखने में योगदान करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है।

  स्वच्छता के उपयुक्त प्रत्याक्ष लाभों के अतिरिक्त इसके कुछ अप्रत्यक्ष और दूरगामी लाभ भी हैं। सार्वजनिक स्वच्छता से व्यक्ति और शासन दोनों लाभान्वित होते हैं। बीमारियां ना होने से खर्चे में कमी आती है तथा स्वास्थ्य सेवाओं पर व्यय होने वाले सरकारी खर्च में भी कमी आती है। इस बचत को अन्य सेवाओं में उपयोग किया जा सकता है।


स्वच्छता : हमारा योगदान - स्वच्छता केवल प्रशासनिक उपायों के बलबूते नहीं चल सकती। इसमें प्रत्येक नागरिक की सक्रिय भागीदारी परम आवश्यक होती है। हम अनेक प्रकार से स्वेच्छा से स्वच्छता में योगदान कर सकते हैं, जो निम्नलिखित हो सकते हैं–


घर का कूड़ा-करकट गली अथवा सड़क पर ना फेंके। उस सफाई कर्मी के आने पर उसकी ठेला या वाहन में ही डालें। कूड़े-कचरे को नालियों में ना बहाएं। इससे नालियां अवरुद्ध हो जाती हैं। गंदा पानी सड़कों पर बहने लगता है।

पॉलीथिन का प्रयोग बिल्कुल ना करें, ये गंदगी बढ़ाने वाली वस्तु तो है ही, पशुओं के लिए भी बहुत घातक है। घरों के शौचालयों की गंदगी नालियों में ना बहाएं। खुले में शौच ना करें तथा बच्चों को नालियों या गलियों में शौच न कराएं।

नगर पालिका के सफाई कर्मियों का सहयोग करें।

स्वच्छ अभियान से आप क्या समझते हैं? - svachchh abhiyaan se aap kya samajhate hain?
स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध || swachh Bharat abhiyan essay in Hindi


उपसंहार -
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी ने स्वच्छ भारत अभियान चलाया है। इसका प्रचार-प्रसार मीडिया के माध्यम से निरंतर किया जा रहा है। अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी, सेलेब्रिटीज (प्रसिद्ध लोग) इसमें भाग ले रहे हैं। जनता को इसमें अपने स्तर पर सहयोग देना चाहिए। इसके साथ गांव में खुले में शौच करने की प्रथा को समाप्त करने के लिए लोगों को घरों में शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए आर्थिक सहायता भी दी जा रही है। इन अभियानों में समाज के प्रत्येक वर्ग को पूरा सहयोग करना चाहिए।


लोगों द्वारा पूछे गए अन्य प्रश्न —


1. स्वच्छ भारत अभियान निबंध को इंग्लिश में क्या कहते हैं?

स्वच्छ भारत अभियान का अर्थ है स्वच्छ भारत मिशन। यह अभियान भारत के सभी शहरों और कस्बों को स्वच्छ बनाने के लिए तैयार किया गया था। यह अभियान भारत सरकार द्वारा प्रशासित किया गया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पेश किया गया था।


2. स्वच्छता पर निबंध कैसे लिखें?

स्वच्छता एक अच्छी आदत है जो हम सभी के लिए बहुत जरूरी है। अपने घर, पालतू जानवर, अपने आस-पास, पर्यावरण, तालाब, नदी, स्कूल आदि सहित सबकी सफाई करते हैं। हमें सदैव साफ, स्वच्छ और अच्छे से कपड़े पहनना चाहिए। ये समाज में अच्छे व्यक्तित्व और प्रभाव को बनाने में मदद करता है, क्योंकि ये आपके अच्छे चरित्र को दिखाता है।


3. स्वच्छ भारत अभियान से क्या आशय है?

स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा आरंभ किया गया राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसका उद्देश्य गलियों, सड़कों तथा अधोसंरचना को साफ सुथरा करना और कूड़ा साफ रखना है। यह अभियान 2 अक्टूबर 2014 को आरंभ किया गया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश को दासता से मुक्त कराया, परंतु 'स्वच्छ भारत' का उनका सपना पूरा नहीं हुआ।


4. स्वच्छता निष्कर्ष क्या है?

सफाई अगली भक्ति है। स्वच्छ वातावरण हमें स्वस्थ और स्वच्छ रहने में मदद करता है। पर्यावरण को स्वच्छ और स्वस्थ रखना हमारा सबसे पहला कर्तव्य है। स्वच्छ भारत अभियान जैसे अभियानों में भाग लेकर हम ऐसा कर सकते हैं।


5. स्वच्छ भारत अभियान का मुख्य उद्देश्य क्या है?

स्वच्छ भारत अभियान के निम्न कुछ महत्वपूर्ण उद्देश्य। भारत में खुले में मलत्याग की व्यवस्था का जड़ से उन्मूलन। अस्वास्थ्यकर शौचालयों को बहाने वाले शौचालयों में बदलना। हाथों से मल की सफाई करने की व्यवस्था को हटाना।


6. स्वच्छ भारत अभियान का क्या लाभ है?

जागरूकता सृजन और स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से स्वच्छता सुविधाओं को बढ़ावा मिला। स्वच्छ भारत मिशन के तहत सफाई के प्रति लोगों में जागरूकता फैली। स्वच्छ भारत योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सामान्य जीवन स्तर में सुधार होगा।


7. स्वच्छता का हमारे जीवन में क्या महत्व है?

स्वच्छता एक क्रिया है जिससे हमारा शरीर, दिमाग, कपड़े, घर, आसपास और कार्यक्षेत्र साफ और शुद्ध रहते हैं। हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए साफ-सफाई बेहद जरूरी है, अपने आसपास के क्षेत्रों और पर्यावरण की सफाई सामाजिक और बौद्धिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।


8. भारत को स्वच्छ बनाने का सपना किसका था?

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मानना था कि साफ- सफाई, ईश्वर भक्ति के बराबर है और इसलिए उन्होंने लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा दी थी और देश को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था।


9. स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत कैसे हुई?

श्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन की नई दिल्ली, राजपथ पर शुरुआत करते हुए कहा था कि, "एक स्वच्छ भारत के द्वारा ही देश 2019 में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर अपनी सर्वोत्तम श्रद्धांजलि दे सकते हैं"।

स्वच्छता से आप क्या समझते हैं?

स्वच्छता क्या है (what is cleanliness in hindi) वे सभी प्रावधान, सुविधाएं सेवाएं जो मानव के मल मूत्र एवं कचरे आदि का निस्तारण करने में भूमिका अदा करते हैं. यह प्रक्रिया स्वच्छता कहलाती हैं. सभी प्रकार की गंदगी को दूर कर, निरोग एवं आरामदायक जीवन जीना स्वच्छता हैं. मानव जीवन मूल्यों में एक मूल्य स्वच्छ रहना भी है.

स्वस्थ भारत मिशन से आप क्या समझते हैं?

मिशन के तहत, भारत में सभी गांवों, ग्राम पंचायतों, जिलों, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने ग्रामीण भारत में 100 मिलियन से अधिक शौचालयों का निर्माण करके 2 अक्टूबर 2019, महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती तक स्वयं को "खुले में शौच से मुक्त" (ओडीएफ) घोषित किया।

स्वच्छ भारत अभियान का हमारे जीवन में क्या महत्व है?

महात्मा गांधी ने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था। उन्होंने “स्वच्छ भारत” का सपना देखा था जिसके लिए वह चाहते थे कि भारत के सभी नागरिक एक साथ मिलकर देश को स्वच्छ बनाने के लिए कार्य करें।

स्वच्छता का क्या उद्देश्य है?

स्‍वच्‍छ भारत मिशन (ग्रामीण) का उद्देश्‍य दिनांक 02 अक्‍टूबर, 2019 तक स्‍वच्‍छ एवं खुले में शौच मुक्‍त (ओडीएफ) भारत की प्राप्‍ति करना। स्‍वच्‍छता, साफ-सफाई तथा खुले में शौच के उन्‍मूलन को बढ़ावा देकर ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन की सामान्‍य गुणवत्‍ता में सुधार लाना है।