सोते समय पैरों में दर्द क्यों होता है - sote samay pairon mein dard kyon hota hai

बीच रात के में आपके पिंडलियों की मांसपेशी में अचानक उठा दर्द असहनीय हो जाता है और ऐसा महसूस होता है मानो पैर की मांसपेशी लॉक हो गई हो । रात का पैर दर्द और ऐंठन कुछ इसी तरह महसूस होता है। पैर में ये ऐंठन असल मे पैर की मांसपेशियों मे उठी अचानक तीव्र दर्द है जो कुछ मिनट तक रह सकता है ।

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ये ऐंठन रात की नींद में होती है और इसमें पिंडलियों की मांसपेशियों और पैर की छोटी मांसपेशियों को असर करती है जो की आमतौर पर बुजुर्गों मे पाई जाती है। ऐंठन कम होने के बाद भी बेचैनी और हल्का दर्द घंटों तक बनी रह सकती है|शोध में पाया गया है कि इस प्रकार की रात पैर में ऐंठन विशुद्ध रूप से mechanical होती है, जिसका अर्थ है कि यह कोई बीमारी के लक्षणों के कारण नहीं [2]है।

हालांकि, यह गठिया या diuretics जैसी बीमारी की दवाओं के वजह से भी हो सकता है । लेकिन फिर भी, यह विशुद्ध रूप से mechanical है जिसे बिस्तर पर जाने से 10 से 15 मिनट पहले कुछ सरल stretching exercise से और सोते समय पैर की positioning से ठीक कीया जा सकता है ।

तो चलिए पैर की positioning से शुरू करते हैं।

ऐंठन को रोकने के लिए पैर की positioning

यदि आप सोने के दौरान एक तकिया का उपयोग कर पैर के पंजे को neutral position [2]मे रखते है तो इससे इस प्रकार के पैर दर्द को कम करने मे बहुत मदद मिलती है । यदि आप नियमित रूप से इसे अभ्यास करते हैं तो ये बहुत प्रभावी है और इसके पीछे एक वैज्ञानिक तर्क भी है ।

इसे समझने के लिए हमें रात के पैर में ऐंठन के mechanism को समझने की जरूरत है ।

रात के पैर में ऐंठन का mechanism

पिंडलियों की मांसपेशी (gastrocnemius muscles) हमारे निचले पैर के पीछे मौजूद भारी-भरकम मांसपेशियां होती हैं। ये हेवी-ड्यूटी वाली मांसपेशियां हैं और इन्हें शरीर के second heart के रूप में जाना जाता है। इस मांसपेशी के contraction के कारण पैर के पंजेनीचे की ओर गति करता है। इस गति को प्लांटर फ्लेक्सन (plantar flexion ) की संज्ञा दी जाती है।

Confused! चलिए मै इसे आपके लिए सरल बनाता हूँ |

अपने पैर की उंगलियों पर खड़े होने की कोशिश करें, निरीक्षण करें कि यह क्रिया वास्तव में पंजे के नीचे की ओर गति होने सी हुई है, यानी की पैर के प्लांटर फ्लेक्सन द्वारा लाई जाती है। यह पिंडलियों की मांसपेशी के काम करने का परिणाम है।

कई बार हमें नींद तो आसानी से आ जाती है, लेकिन बीच नींद में अचानक से नींद खुल जाती है। इसकी वजह कुछ भी हो सकती है। ऐसा अगर बार-बार होता है तो ये सही संकेत नहीं। नींद में बार-बार जागना कई बीमारियों के होने का संकेत होता है। तो चलिए जाने की नींद में खलल पड़ने के क्या कारण होते हैं और इस कारण के पीछे क्या वजह हो सकती है।

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Calf Pain During Sleep Causes in Hindi: प्रेगनेंसी, साइटिका, चोट, शिन स्प्लिंट्स, डिहाइड्रेशन, खड़े रहना और अधिक उम्र सोते समय होने वाले पिंडलियों में दर्द के मुख्य कारण हो सकते हैं। इसलिए अगर आपको भी अकसर ही पिंडलियों में दर्द रहता है, तो ये कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। इसलिए पिंडलियों में दर्द होने पर आपको एक बार डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करना चाहिए।

पैरों में दर्द किसी भी समय हो सकता है, लेकिन कुछ लोगों को रात में सोते समय पैरों का दर्द अधिक परेशान करता है. पहले यह समस्या महिलाओं और बुजुर्गों में अधिक देखने को मिलती थी, लेकिन अब 60 प्रतिशत युवा भी इस समस्या से प्रभावित हो रहे हैं. इसके पीछे मुख्य कारण बैठने व लेटने की खराब पोजीशन को माना जाता है. यह स्थिति सामान्य या फिर अधिक पीड़ादायक हो सकती है. इससे राहत पाने के लिए मालिश व स्ट्रेचिंग आदि की जा सकती है.

आज इस लेख में आप रात को सोते समय पैर में दर्द होने के कारण व इलाज के बारे में विस्तार से जानेंगे -

(और पढ़ें - पैर में दर्द के घरेलू उपाय)

सोते समय पैरों में ऐंठन होना: बहुत से लोग सिर्फ सोते समय पैरों में दर्द और बेचैनी की शिकायत करते हैं। ऐसे में इन लोगों को इन बीमारियों के बारे में जानना चाहिए जिसके ये लक्षण हो सकते हैं।

सोते समय हमारा बॉडी और माइंड दोनों ही रिलेक्स होना चाहिए। ऐसा इसलिए अगर इन दोनों में से एक भी डिस्टर्ब होता है तो हमें इसके लक्षण अपने शरीर में नजर आते हैं। जैसे कि सोते समय पैरों में बेचैनी, ऐंठन और दर्द। दरअसल, सोते समय पैरों में बेचैनी और ऐंठन के पीछे दिन भर की थरान और ज्यादा भागदौड़ करना हो सकता है। जिससे हम अगले दिन आराम करके छुटकारा पा सकते हैं। लेकिन तब क्या जब सोते समय रोज आपके पैरों में ऐंठन, दर्द और जलन महसूस (leg pain in night) हो। ये दो कारणों से हो सकता है। पहले कि आपके शरीर में विटामिन बी, आयरन और इलेक्ट्रोलाइट की कमी हो। दूसरा ये तब होता है जब आपको कोई बीमारी हो। जी हां, सोते समय पैरों में ऐंठन होना कुछ बीमारियों के लक्षण (What causes leg pain at night in hindi) हो सकते हैं। जैसे कि

1. डायबिटीज के कारण

सोते समय पैरों में ऐंठन होना डायबिटीज के कारण भी हो सकता है। दरअसल, डायबिटीज के मरीजों में हाई ब्लड शुगर के कारण ब्लड वेसेल्स और नर्व्स धीमा पड़ जाते हैं। इसके अलावा धीमे-धीमे कुछ नर्व्स मरने लगते हैं। इस स्थिति में डायबिटीज के मरीजों के पैरों में बेचैनी और दर्द रहता है। रात के समय ये बेचैनी ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में अगर आपको रोज रात में पैर दर्द होता है या नसों में बेचैनी लगती है तो ये बार अपना डायबिटीज टेस्ट जरूर करवा लें।

2. पेरिफेरल न्यूरल डिजीज के कारण

पेरिफेरल न्यूरल डिजीज में नसे कई तरह से क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। ये किसी दुर्घटना, गिरने या खेल से चोट लगने से नसों में खिंचाव, अंकड़न, क्रश या कट के कारण भी हो सकता है। इससे भी लोगों को सोते समय पैरों में दर्द और ऐंठन महसूस होती है। इसके अलावा डायबिटीज, गुइलेन-बैरे सिंड्रोम और कार्पल टनल सिंड्रोम और सोजोग्रेन सिंड्रोम सहित कई ऑटोइम्यून रोगों में भी ये समस्या होती है।

3. ऑस्टियोआर्थराइटिस के लक्षण

सोते समय पैरों में ऐंठनहोना ऑस्टियोआर्थराइटिस का लक्षण भी हो सकता है। जरअसल, ये एक डिजेनरेटिव डिजीज है जिसके लक्षण समय के साथ बढ़ते हुए नजर आ सकते हैं। इसमें जोड़ों की हड्डी पर चढ़ी कार्टिलेज की परत खराब होते लगती है और हड्डियां रफ हो जाती हैं। इस कारण रात में सोते समय पैरों में अलग सी बेचैनी, दर्द और ऐंठन महसूस हो सकती है।

4. पार्किंसन रोग के लक्षण

पार्किंसन रोग एक जेनेटिक बीमारी है। इस बीमारी में शरीर के मोटर नर्व से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं और ये हाथ और पैरों सहित शरीर के कई हिस्सों को धीमे-धीमे प्रभावित करता है। जब इस बीमारी की शुरुआत होती है तो आपको सोते समय पैरों में ऐंठन, कंपन और बेचैनी महसूस हो सकती है। वहीं, कुछ लोगों में ये हाथों में भी होता है। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर की मदद लें।

5. हाई बीपी के कारण

जिन लोगों में हाई बीपी की समस्या होती है उनमें सोते समय पैरों में ऐंठन और दर्द की समस्या हो सकती है। दरअसल, हाई बीपी के कारण पैरों का ब्लड सर्कुलेशन बड़ी तेजी से हो रहा होता है जिससे हमें ऐंठन और बेचैनी महसूस होती है। तो, अगर आपको रेगुलर पैरों में दर्द और ऐंठन महसूस हो रहा हो तो अपने डॉक्टर को जरूर दिखाएं। अगर आपको इनमें से कोई बीमारी नहीं भी होती तो ये इस कारण हो रहा है इसका वो सही वजह बताएंगे और इसका इलाज करेंगे। पर घर पर और घरेलू उपायों की मदद से इसे नजरअंदाज ना करें।

रात में पैर दर्द करे तो क्या करना चाहिए?

ज्यादा पैदल चलने, जॉगिंग या दौड़ने से पैरों में दर्द हो सकता है लेकिन कई बार पूरे दिन बैठे रहने की वजह से भी पैर दुखते हैं. इसलिए आप अगर दिन में हल्की-फुल्की कसरत करते हैं तो इससे आपको पैर में होने वाले दर्द से भी राहत मिलेगी और इससे आपका ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छा रहेगा. तेज दर्द होने पर बर्फ की सिंकाई से राहत मिलती है.

रात को सोते समय पिंडलियों में दर्द क्यों होता है?

आजकल की व्यस्त और भाग-दौड़ भरी दिनचर्या में मांसपेशियों में खिंचाव होना एक आम समस्‍या है, इसके कारण पैरों में और पिडंलियों में दर्द होता है. पैरों और पिंडलियों में दर्द की समस्‍या रात के वक्‍त अधिक होती है. यह समस्‍या उन लोगों को अधिक होती है जो डेस्‍क जॉब करते हैं और व्‍यायाम बिलकुल नहीं करते हैं.

पैरों में दर्द होने से कौन सी बीमारी होती है?

यदि पैरों में बार-बार अकड़न महसूस हो रही है, तो यह गंभीर आर्थराइटिस हो सकता है और कुछ समय बाद गठिया को जन्म दे सकता है । यदि पैर के तलवों में छोटी-छोटी गांठे बनने लगे तो इसे वेर्रुकास कहते हैं । यह समस्या होने पर खड़े होने और चलते समय पैरों में दिक्कत महसूस होती है ।

रात में पैर की ऐंठन को तुरंत कैसे रोकें?

इसके लिए गर्म पानी के टब में 2 से 3 चम्मच सेंधा नमक डालकर इसमें कुछ समय के लिए अपना पैर रखें. इससे आपको काफी राहत मिलेगी. पैरों में ऐंठन होने पर तेल से आप मसाज भी कर सकते हैं. मसाज करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जो ऐंठन को दूर करने में प्रभावी हो सकता है.