पेट और पीठ में दर्द क्यों होता है? - pet aur peeth mein dard kyon hota hai?

बदलती लाइफ स्टाइल और काम की व्यस्तता का असर हमसभी के सेहत पर पड़ता है। और थोड़ी सी लापरवाही किसी भी शारीरिक परेशानी को दावत दे देती है। इसलिए हेल्दी लाइफ स्टाइल मेंटेन करना बेहद जरूरी है। आज इस आर्टिकल में समझेंगे कब्ज के कारण पीठ दर्द (Constipation and back pain) की तकलीफ हो सकती है? देखा जाए, तो कब्ज की समस्या सामान्य हेल्थ प्रॉब्लम है, लेकिन अगर इस सामान्य सी परेशानी को नजरअंदाज किया गया, तो पीठ दर्द समेत काई अन्य शारीरिक परेशानियों को कैसे इन्वाइट कर सकती हैं?

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कब्ज के कारण पीठ दर्द की तकलीफ क्यों होती है, इसे समझने के पहले कब्ज की समस्या क्यों होती है और इसके लक्षण क्या हो सकते हैं यह समझने की कोशिश करेंगे।

क्यों होती है कब्ज (Constipation) की तकलीफ?

कब्ज या कॉन्स्टिपेशन (Constipation) पाचन तंत्र से जुड़ी एक आम शारीरिक परेशानी है, जो बच्चों, बड़ों या बुजुर्गों को भी हो सकती है। दरअसल कब्ज एक ऐसी स्थिति है, जिसमें कई हफ्तों या उससे भी ज्यादा वक्त तक व्यक्ति को मल त्यागने में परेशानी महसूस होती है। यह ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि अगर कोई व्यक्ति हफ्ते में तीन बार से कम मल त्यागता है, तो वह कब्ज से पीड़ित हो सकता है।आंत में मल सूख जाता है, जिसके कारण गुदा मार्ग से मल निकलने में परेशानी होती है। कई बार स्टूल हार्ड हो जाता है, जिसकी वजह से पेट और गुदा मार्ग में तेज दर्द महसूस होने लगता है। वैसे तो कॉन्स्टिपेशन की यह समस्या किसी को भी हो सकती है, लेकिन वयस्कों में यह बहुत ही आम है, जिसका असर दैनिक जीवन पर भी पड़ता है।

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कॉन्स्टिपेशन के लक्षण क्या हो सकते हैं?

कब्ज की तकलीफ अगर शुरू हो जाये, तो इससे पीड़ित व्यक्ति निम्नलिखित लक्षण महसूस कर सकते हैं। जैसे:

  • मल त्यागने में तकलीफ महसूस होना
  • मल त्यागते वक्त गुदा में दर्द होना
  • कड़ा मल आना
  • कई दिनों तक मल न निकलना
  • पेट में ऐंठन होना
  • पेट दर्द होना
  • पेट फूलना
  • गैस बनना

इन लक्षणों के अलावा कुछ लोगों में मितली या उल्टी जैसे लक्षण भी देखे जा सकते हैं। वैसे इन लक्षणों के अलावा और भी लक्षण देखे जा सकते हैं। जैसे:

  • सिरदर्द होना
  • भूख नहीं लगना
  • बेचैनी और घबराहट महसूस होना
  • नींद नहीं आना
  • स्वभाव में चिड़चिड़ापन महसूस होना
  • पेट में सूजन आना
  • सामान्य से कम मल निकलना
  • मुंह में छाले आना (माउथ अल्सर)

कब्ज के लक्षण (Symptoms of Constipation) आमतौर पर उसकी गंभीरता के आधार पर नजर आते हैं और कई बार उम्र और डायट के कारण लक्षण हल्के या गंभीर हो सकते हैं। प्रत्येक व्यक्ति में कब्ज के एक या इससे अधिक लक्षण सामने आ सकते हैं।

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कब्ज के कारण पीठ दर्द की तकलीफ क्यों हो सकती है?

कॉन्स्टिपेशन और बैक पेन एक साथ होने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। जैसे:

  • डिहाइड्रेशन
  • लो-फाइबर डायट
  • फिजिकल एक्टिविटी कम करना
  • खास तरह की मेडिकेशन
  • पेट संबंधी परेशानी
  • कॉलोन या रेक्टल कैंसर

कब्ज के कारण पीठ दर्द होने के कारण?

कब्ज के कारण पीठ दर्द (Constipation and back pain) या यूं कहें कि कब्ज के कारणों को समझना जरूरी है। इन कारणों में शामिल है:

  • अनहेल्दी डायट- डायट में फाइबर की कमी एवं अत्यधिक तेल-मसालेदार खाने की वजह से कब्ज की समस्या शुरू हो जाती है।
  • पेय पदार्थों का कम सेवन- पानी के साथ ही अन्य तरल पदार्थ जैसे फलों का जूस या सब्जियों का सूप नहीं पीने से मल रेक्टम के बाहर नहीं निकल पाता है, जिससे कब्ज की समस्या शुरू हो जाती है।
  • टेंशन- रुटीन में बदलाव और अधिक तनाव लेने से कोलोन की मांसपेशियों में कम संकुचन होता है, जिसके कारण पेट में कब्ज हो सकता है।
  • डेयरी प्रोडक्ट्स- कम फाइबर युक्त आहार, अधिक मांस का सेवन या डेयरी प्रोडक्ट जैसे दही, चीज और पनीर अधिक खाने से भी कब्ज होता है।
  • एक्सरसाइज की कमी- एक्सरसाइज नहीं करने और डिहाइड्रेशन के कारण मल सूख सकता है, जिससे पेट में कब्ज की समस्या हो सकती है।

इसके अलावा ट्रैवल करने, रुटीन बदलने, अधिक कैल्शियम और एंटासिड जैसी दवाओं का सेवन करने और प्रेग्नेंसी के कारण भी पेट में कब्ज बन सकता है। सिर्फ इतना ही नहीं स्ट्रोक, पर्किंसन डिजीज, डायबिटीज, कोलोन या रेक्टम में परेशानी, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, हॉर्मोनल समस्याएं और थायरॉइड ग्लैंड में परेशानी के कारण भी कब्ज हो सकता है।

बैक पेन की वजह से कब्ज!

शायद आप यह सोच रहें हों कि बैक पेन की वजह से कब्ज की समस्या हो सकती है? तो इसका जवाब हां है। दरअसल जब स्टूल (मल) कॉलोन या रेक्टम में फस जाता है, तो ऐसी स्थिति में कब्ज की समस्या हो सकती है। यही नहीं ऐसी स्थिति कब्ज के साथ-साथ पेट दर्द का कारण बन सकते हैं।

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कब्ज और बैक पेन (Constipation and back pain) से बचने के लिए क्या करें?

कब्ज के कारण बैक पेन की समस्या से राहत पाने के लिए निम्नलिखित टिप्स फॉलो करें। जैसे:

  • डेली वर्कआउट- फिजिकल एक्टिविटी की वजह से डायजेशन को हेल्दी रखने में मदद मिलती है। इसलिए नियमित एक्सरसाइज करें या अगर एक्सरसाइज करना आपके लिए संभव नहीं हो पा रहा है, तो नियमित वॉक करें।
  • पानी पीना- 2 से 3 लिटर पानी का सेवन जरूर करें। पानी की कमी वजह से डिहाइड्रेशन की समस्या के अलावा कब्ज की तकलीफ शुरू हो सकती है और कब्ज के कारण पीठ दर्द की समस्या।
  • फाइबर से भरपूर डायट- नियमित रूप से अपने आहार में स्ट्रॉबेरी, सेब, केला, गाजर, स्प्राउट्स एवं किडनी बिन्स जैसे अन्य फाइबर रिच फूड का सेवन करना चाहिए।
  • ओवर-द-काउंटर मेडिसिन- लैक्सेटिव के सेवन से कॉन्स्टिपेशन की समस्या को दूर किया जा सकता है।

नोट: ओवर-द-काउंटर मेडिसिन हो या कोई अन्य दवा बिना डॉक्टर के कंसल्ट के सेवन नहीं करना चाहिए।

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कब्ज के कारण पीठ दर्द (Constipation and back pain) होने पर डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए?

अगर आपको कब्ज के कारण पीठ दर्द की समस्या हो रही है, तो निम्नलिखित स्थीतियों में डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। जैसे:

  • रेक्टम से ब्लीडिंग होना
  • स्टूल से ब्लड आना
  • बिना कारण शरीर का वजन कम होना
  • क्रोनिक कॉन्स्टिपेशन होना
  • तेज पेट दर्द होना
  • कमर दर्द या बैक पेन होना

इन ऊपर बताई गई स्थितियों में डॉक्टर से कंसल्ट करें।

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कब्ज के कारण पीठ दर्द (Constipation and back pain) से बचने के लिए क्या करें?

पीठ दर्द से राहत पाने के लिए निम्नलिखित घरेलू उपाय किये जा सकते हैं। जैसे:

  • पेन रिलीफ ऑइंटमेंट से बैक पर मसाज करने से तकलीफ दूर हो सकती है। आप चाहें, तो पेन रिलीफ स्प्रे का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि पेन रिलीफ ऑइंटमेंट पेन रिलीफ स्प्रे से सिर्फ कुछ देर के लिए परेशानी कम होगी।
  • पीठ दर्द होने आराम करें।
  • बैक पेन से राहत पाने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज या योग करें। अगर आप एक्सरसाइज या योग नहीं कर पा रहें हैं, तो स्विमिंग या वॉकिंग जरूर करें।इससे मांशपेशियों का तनाव दूर होता है और दर्द में राहत भी मिलती है। इसके लिए स्ट्रेचिंग जैसे व्यायाम भी प्रभावकारी है।
  • वेट लिफ्टिंग या भारी वस्तुओं को ना उठायें।
  • अपने बैठने या बॉडी का पॉश्चर हमेशा ठीक रखें।

इन छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर पीठ दर्द की तकलीफ से बचा जा सकते है, लेकिन कब्ज के कारण पीठ दर्द की तकलीफ हो रही है, तो डॉक्टर से कंसल्ट करना जरूरी है।

कब्ज की तकलीफ को दूर करने के लिए योग अपनायें

  • ताड़ासन (Mountain Pose)
  • कटि चक्रासन (Standing Spinal Twist)
  • उदराकर्षणासन (Abdominal Twist Pose)
  • हलासन है (Plough Pose)
  • नौकासन (Boat Pose)

और पढ़ें : जानें पेट की इन तीन समस्याओं में राहत देने वाले योगासन, जो आपको चैन की सांस दे

पीठ दर्द की तकलीफ को दूर करने के लिए योग अपनायें

  • भुजंगासन (Bhujangasana)
  • अर्ध-मत्स्येंद्रासन (Ardha matsyendrasana)
  • ताड़ासन (Tadasana)
  • मकरासन (Makarasana)
  • सर्वांगासन (Sarvangasana)
  • बालासन (Balasana)

इन ऊपर बताए योगासनों की मदद से कब्ज की तकलीफ को दूर किया जा सकता है। सिर्फ इन आसनों को ध्यान पूर्वक करें या अगर आप पहली बार योग कर रहें हैं, तो पहले योगा एक्सपर्ट से इस बारे में सलाह लें और योग करने की विधि समझें।

अगर आपभी रहते हैं कब्ज और बैक की समस्या से परेशान, तो इसके कारणों को समझें और अपने जीवनशैली में पॉजिटिव बदलाव लाएं। डेली लाइफ में छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर कब्ज के कारण पीठ दर्द (Constipation and back pain) की तकलीफ से बचा जा सकता है। वहीं अगर आप कब्ज के कारण पीठ दर्द की तकलीफ से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।

पीठ और पेट में दर्द हो तो क्या करें?

जबकि रीढ़ की समस्याओं के लिए विशेषज्ञ की राय लेना आवश्यक है, कुछ उपाय पीठ दर्द को रोक सकते हैं या राहत दे सकते हैं..
कभी भी वजन या वस्तुओं को लेने के लिए आगे न झुकें। ... .
लंबे समय तक नहीं बैठें। ... .
बैठने के दौरान अपनी पीठ को सहारा दे और अगर जरूरत हो तो गद्दा रखें.
लंबे समय तक सोफे पर झुक कर बैठने से बचें.

पीठ में दर्द होने का मुख्य कारण क्या है?

जब दर्द पेट की वजह से पीठ तक पहुंचता है तो यह लिवर (यकृत) या गुर्दे (किडनी) जैसे अंगों की समस्या का संकेत देता है। गैस्ट्रोएंटेराइटिस संक्रमण पेट में दर्द और सूजन का कारण बनता है। कई अलग-अलग तरह के संक्रमण गैस्ट्रोएंटेराइटिस का कारण बन सकते हैं, जिसमें नोरोवायरस और खाने से होने वाली बीमारियां जैसे साल्मोनेला शामिल हैं।

कमर दर्द और पेट दर्द के लक्षण क्या है?

पीठ, बाजू या पसलियों के नीचे दर्द, गुर्दे की पथरी या पायलोनेफ्राइटिस जैसी गुर्दे की बीमारी का शुरुआती लक्षण हो सकता है। इसी तरह, पेट के निचले हिस्से में दर्द, मूत्राशय के संक्रमण या मूत्रवाहिनी में पथरी (गुर्दे और मूत्राशय को जोड़ने वाली नली) से जुड़ा हो सकता है।

मेरे पेट और बाजू और पीठ में दर्द क्यों होता है?

किडनी संक्रमण सामान्य रूप से तब होता है जब बैक्टीरियल संक्रमण (bacterial infection) पेट से होता हुआ किडनी में पहुँच जाता है और यह आपके पेट की ओर हल्के दर्द का कारण बनता है। अन्य लक्षणों में पीठ के निचले हिस्से में दर्द, मिचली और बुखार शामिल है।