हमारे जीवन में हम हर चीज की एक परिभाषा पढ़ते हैं। ये परिभाषाएं तथ्य पर आधारित होती हैं। लेकिन भारत ऐसा देश है जहाँ कुछ परिभाषाएं भावनाओं से बन जाती हैं। जैसे प्यार की परिभाषा, भावनाओं की परिभाषा आदि। ऐसी ही एक परिभाषा मैंने भी “ पिता क्या है ?” के रूप में पिता पर कविता लिखने की कोशिश की है। पिता जो हमारी जिंदगी में वो महान शख्स है जो हमारे सपनों को पूरा करने के लिए अपनी सपनो की धरती बंजर ही छोड़ देता है। आइये पढ़ते हैं उसी पिता के बारे में :- Show पिता पर कविता – पिता क्या है?पिता एक उम्मीद है, एक आस है पिता संघर्ष की आंधियों में हौसलों की दीवार है पिता जिम्मेवारियों से लदी गाड़ी का सारथी है पिता ज़मीर है पिता जागीर है पिता पर कविता का विडियो देखें :- Kavita Pita Par | पिता पर कविता | पिता के महत्व पर एक सुंदर कविता | Poem On Father In Hindi Watch this video on YouTube रिश्तों पर आधारित हमारी अन्य कुछ रचनाएं:
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पिता के जूते कविता किसकी स्मृति में लिखी गई है *?पुस्तक : यह पेड़ों के कपड़े बदलने का समय है (पृष्ठ 48) रचनाकार : नील कमल
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