पुरुषों को हाथ में क्यों पहनना चाहिए कड़ा? - purushon ko haath mein kyon pahanana chaahie kada?

पुरुषों को हाथ में क्यों पहनना चाहिए कड़ा? - purushon ko haath mein kyon pahanana chaahie kada?

Know the advantages and disadvantages before wearing a stiff in hand,हाथों में पहनते हैं कड़ा, तो इन नियमों का करें पालन 

मुख्य बातें

  • रोग मुक्ति के लिए अष्टधातु का कड़ा पहनें

  • कड़ा हनुमान जी का प्रतीक माना गया है

  • जनेऊ की तरह कड़े के नियम भी पालन करें

आज कल ज्यादातर लोग अपने हाथों में शौक से कड़े पहनते हैं। लोहा, पीतल और तांबे के ये कड़े लड़कियां ही नहीं लड़के भी पहन रहे हैं। ये कड़े हाथों में देखने में भी अच्छे लगते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि कड़े हाथ में देखने में भले ही अच्छे लगते हों, लेकिन इन्हें पहनने के कुछ नियम भी हैं।

नियमों के साथ यदि कड़ा न पहना जाए तो ये नुकसानदायक हो सकता है। वहीं कड़ा हर किसी को सूट नहीं करता। कुछ लोगों के लिए इसे पहनना फायदेमंद होता है तो कुछ के लिए हानिकारक। यदि आप भी कड़ा पहनते हैं तो आपको इसे पहनने से जुड़ी सारी बातें जरूर जान लेनी चाहिए।

कड़ा पहनने से जुड़ी खास बातें जरूर जान लें, वरना होगा नुकसान

ग्रहों से जुड़े कड़े पहनने के नियम जाने
ग्रह से जुड़े धातु के अगर आप कड़े पहन रहे तो आपको इससे पहनने के नियम जरूर पालन करने चाहिए। कड़ा पहनने का नियम जनेऊ पहनने जैसा माना गया है। इसलिए कड़ा पहनने के बाद यज्ञोपवीत वाले नियम को मानना चाहिए। मांस-मदिरा और तामसी भोजन के वक्त कड़े पहनने वाले पर इसका प्रभाव बहुत ही विपरीत पड़ता है।

शत्रु ग्रह बिगाड़ सकता है खेल
लोहे का कड़ा, स्टील का कड़ा शनि ग्रह का धातु माना गया है। इस कड़े को पहनते समय बहुत सावधान रहने की जरूरत है। शनि का कड़ा पहनना सही है, लेकिन यदि शत्रु ग्रह भी शनि के साथ बैठा है तो इसके विपरीत प्रभाव मिलेंगे। जैसे शनि कुंडली में कहीं भी होगा तो वह पराक्रम में माना जाता है, लेकिन पराक्रम में यदि पहले से चंद्र या शनि के शत्रु ग्रह है तो इससे नुकसान होगा।

ग्रहों की स्थिति देख पहने कड़े
जिस तरह से सोने का कड़ा सूर्य, तांबें का कड़ा मंगल का, चांदी का कड़ा चंद्र का और पीतल का कड़ा गुरु के लिए होता है, उसी तरह से इन्हें पहनने से पहले इन ग्रहों की स्थिति का ज्ञान होना भी जरूरी है। धातु के कड़े पहनने से पहले जरूर ज्योतिष परामर्श ले लें।

मिश्रित कड़ा पहनने से नहीं होगा नुकसान
पीतल, तांबे और चांदी का मिश्रित कड़ा पहनना नुकसान नहीं देता। क्योंकि इसमें सभी धातु हैं और समान मात्रा में हैं इसलिए इससे ग्रहों के ऊंच या नीच होने का असर नहीं होता। पीतल से गुरु, तांबे से मंगल,और चांदी से चंद्र बलवान होता है।

नकारात्मक शक्तियों से बचाता है ऐसा कड़ा
यदि आपके ऊपर नकारात्मक शक्तियों का घेरा है तो आपको पीतल और तांबे का मिश्रित कड़ा पहनना चाहिए। ये कड़ा हनुमानजी का प्रतीक होता है। इस कड़े के प्रभाव से भूत-प्रेत और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

बीमारियों से रक्षा के लिए पहने कड़ा
यदि आपके घर का सदस्य या आप हमेशा बीमार रहते हैं तो आपको अष्टधातु का कड़ा पहनना शुभ फल देगा। दाहिने हाथ में मंगलवार के दिन ये कड़ा बनवाना चाहिए और शनिवार के दिन इस कड़े को खरीद कर हनुमान मंदिर में बजरंगबली के चरणों पर रखकर दें।

हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके बाद कड़े में हनुमानजी का थोड़ा सिंदूर लगाकर बीमार व्यक्ति को पहना दें।कड़ा हनुमानजी का आशीर्वाद होता है इसलिए इसकी पवित्रता का ध्यान जरूर रखें।

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पुरुषों को हाथ में क्यों पहनना चाहिए कड़ा? - purushon ko haath mein kyon pahanana chaahie kada?

ये बात तो सभी को अच्छे से पता है कि हर सिख पुरुष को धार्मिक तौर पर कड़ा पहनना बहुत जरुरी होता है. सिख पुरुषों के अलावा बात की जाए दूसरे धर्मों के पुरुषों की तो, दूसरे धर्मों के पुरुष भी अब हाथों में कड़ा पहनने लग गए है , लेकिन आपको ये बात जानकार जरुरी हैरानी होगी कि पुरुषों के हाथों में कड़ा पहनना धार्मिक महत्व के अलावा वैज्ञानिक महत्व भी रखता है. तो चलिए आज हम आपको पुरुषों के कड़ा पहनने के धार्मिक महत्व के बारे में बताने जा रहे हैं. इसके साथ आपको ये भी बतायेंगे की पुरुषों को किस धातु का कड़ा पहनना चाहिए और क्यों?

ज्योतिष शास्त्र में चन्द्रमा को मनुष्य के मन का कारक कहा जाता है. ये हर समय हमारे मन को चंचल रखने की कोशिश करता है और इसी वजह से चांदी को चन्द्रमा की धातु माना जाता है. चांदी के कड़े को हाथ में पहनने से पुरुषों को होने वाली बहुत सी बीमारियों से छुटकारा मिलता है. इसके अलावा उनके अंदर चन्द्र ग्रह से जुड़े हुए जितने भी दोष होते हैं, वो भी चांदी के कड़े को पहनने से खत्म हो जाते हैं.

जो व्यक्ति बहुत बार बीमार पड़ता है उसको अपने सीधे हाथ में अष्टधातु से बना हुआ कड़ा पहनना चाहिए. इस धातु का कड़ा पहनने से बार-बार होने वाली बीमारियों से निजात मिलती हैं, लेकिन बीमार इंसान को अष्टधातु से बना हुआ कड़ा पहनने से पहले कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है.

अगर आप इन नियमों का पालन नहीं करते, तो आपको भारी परिणाम झेलने पड़ सकते हैं. अष्टधातु से बना हुआ कड़ा मंगलवार को ही बनवाना चाहिए. किसी भी शनिवार के दिन बनवाए हुए कड़े को लेकर हनुमान जी के मंदिर  जाए और फिर कड़े को हनुमान जी की मूर्ति के पैरों पर रख दे. इसके बाद कड़े पर थोड़ा सा सिंदूर लगाए और हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद कड़े को बीमार इंसान के सीधे हाथ में पहना दे.

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लड़के कौन से हाथ में कड़ा पहनते हैं?

जो व्यक्ति बार-बार बीमार होता है उसे सीधे हाथ में अष्टधातु का कड़ा पहनना चाहिए। मंगलवार को अष्टधातु का कड़ा बनवाएं। इसके बाद शनिवार को वह कड़ा लेकर आएं। शनिवार को ही किसी भी हनुमान मंदिर में जाकर कड़े को बजरंग बली के चरणों में रख दें।

हाथ में कड़ा क्यों पहनते हैं?

जो व्यक्ति बार बार बीमार हो जाता है उसको सीधे हाथ में अष्टधातु का कड़ा पहनना चाहिए. मंगलवार के दिन ये कड़ा बनवाना चाहिए और शनिवार के दिन इस कड़े को खरीद कर हनुमान मंदिर में बजरंगबली के चरणों पर रखकर दें. हनुमान चालीसा का पाठ करें. इसके बाद कड़े में हनुमानजी का थोड़ा सिंदूर लगाकर बीमार व्यक्ति को पहना दें.

चांदी का कड़ा कौन पहन सकता है?

जो व्यक्ति बार-बार बीमार हो जाता है उसको सीधे हाथ में चांदी का कड़ा पहनना चाहिए। वहीं बीमार व्यक्ति को चांदी का कड़ा धारण करने से पहले कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए कड़ा शुक्रवार के दिन बनवाएं और सोमवार को कड़े को लेकर भगवान शिव के मंदिर जाएं।

चांदी का कड़ा पहनने से क्या लाभ होता है?

चांदी का कड़ा पहनने से मां लक्ष्‍मी की कृपा भी आप पर बनी रहती है और आपको कभी धन की कमी नहीं रहती। जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा और शुक्र कमजोर हों उन्‍हें चांदी का कड़ा पहनने से लाभ होगा। ऐसा माना जाता है चांदी को धारण करने से आपका मन शांत और एकाग्रचित होता है। चांदी को शीतलता प्रदान करने वाली धातु माना गया है।