Show
सूखे मेवों में कई तरह के विटामिन, खनिज पदार्थ, फाइबर और अमीनो एसिड होते हैं जो महिलाओं की डाइट में जरूर होने चाहिए। इनमें विटामिन बी1, बी9, सी, के, ई और एच होता है। इससे भूख शांत होती है और प्रेग्नेंसी में वजन नहीं बढ़ता है। वैसे तो प्रेग्नेंसी में सूखे
मेवे खाना अच्छा रहता है लेकिन हर चीज के सेवन को लेकर आपको इस समय सावधान रहना होगा। यह भी पढ़ें : हेल्दी और हैपी बेबी चाहिए तो प्रेग्नेंसी में बिना डरे जरूर खाएं ये 10 फल प्रेग्नेंसी में ड्राई फ्रूट्स खाने के फायदेसूखे मेवों में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, जिंक और सिलेनियम होता है। ये एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत होते हैं और प्रेग्नेंसी में स्नैक के तौर पर खाए जा सकते हैं। डायट्री फाइबर से युक्त होने की वजह से सूखे मेवे प्रेग्नेंसी में होने वाली कब्ज से बचाव होता है। प्रेग्नेंसी में कब्ज होना आम बात है और फाइबर से युक्त ड्राई फ्रूट्स इस परेशानी से बचाने का काम करते हैं। हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए आयरन आवश्यक है। अंजीर और खजूर से रोजाना की आयरन की आपूर्ति हो सकती है। ड्राई फ्रूट्स खाने से क्या होता हैड्राई फ्रूट्स में पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए होता है जो गर्भस्थ शिशु के दांतों और हड्डियों के विकास के लिए जरूरी होता है। इनमें पोटैशियम होता है जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है और मांसपेशियों के कंट्रोल को बढ़ावा देता है। मैग्नीशियम बच्चे की नसों और हड्डियों के सही विकास में मदद कर सकता है। यह भी पढ़ें : स्पाइसी फूड देखकर आ जाता है मुंह में पानी तो जान लें, गर्भावस्था में इसे खाने के फायदे और नुकसान क्या कोई साइड इफेक्ट भी हैमॉडरेशन में ड्राई फ्रूट्स खाना सही है लेकिन अगर आप अधिक मात्रा में इनका सेवन कर लें तो स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि :
एक दिन में कितने ड्राई फ्रूट्स खाएंड्राई फ्रूट्स में ताजा फलों के मुकाबले बहुत ज्यादा कैलोरी होती है। कुछ नट्स में कैलोरी भी अधिक होती है इसलिए प्रेग्नेंसी में आपको इसके सेवन को लेकर थोड़ा ध्यान रखना है। आप इस समय एक दिन में 100 ग्राम से ज्यादा ड्राई फ्रूट्स न खाएं। आप चार से सात बादाम,
चार अखरोट, दो खजूर और आठ पिस्ता खा सकती हैं। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें दोस्तों प्रेगनेंसी के दौरान बहुत सारे ड्राई फ्रूट खाए जा सकते हैं लगभग सभी ड्राई फ्रूट्स खाए जा सकते हैं बस कम मात्रा में ही खाना चाहिए एक बहुत लंबी लिस्ट है ड्राई फ्रूट्स की जिनके बारे में हम यहां पर
चर्चा करने जा रहे हैं अपनी आवश्यकतानुसार आप किसी भी ड्राई फूड्स को अपने डॉक्टर से पूछ कर अपने भोजन में शामिल कर सकती हैं ताकि आपको आपके स्वास्थ्य के अनुसार उसका लाभ मिल सके. इन्हें भी पढ़ें : गर्भावस्था में पपीता खाए कि नहीं सूखे अंजीरप्रेगनेंसी के दौरान विटामिन ए की आवश्यकता गर्भवती स्त्री को होती है और मां के पेट में पल रहे भ्रूण दोनों के विकास के लिए आवश्यक माना जाता है. सूखे अंजीर विटामिन अच्छी मात्रा में पाया जाता है. यह विटामिन ए की पूर्ति के लिए एक विकल्प हो सकता है. सूखे नाशपातीप्रेगनेंसी के दौरान किसी भी महिला को अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है. सूखी नाशपाती के अंदर ऊर्जा का भंडार होता है. किसी भी गर्भवती स्त्री को अपने बच्चे सहित एक्स्ट्रा 300 कैलोरी की आवश्यकता पड़ती
है सूखे नाशपाती इस स्थिति में कैलोरी इस कमी को पूरा करने में सहायता कर सकती है. सूखे केलेप्रेगनेंसी में महिला केले का सेवन तो कर सकती है. लेकिन अगर महिला सूखे केले का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान करती है, और महिला गर्भावस्था के समय होने वाली डायबिटीज से पीड़ित है, तो सूखे केले लिए में मौजूद कार्बोहाइड्रेट उसे ठीक करने में काफी मदद कर सकता है. सूखी खुबानीसूखी खुबानी का प्रयोग गर्भावस्था के दौरान एक ड्राई फूड के तौर पर किया जा सकता है. सूखी खुबानी पोषण से भरपूर
होती है. ऊर्जा भी इसके अंदर अत्यधिक मात्रा में होती है. यह गर्भवती स्त्री के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. किशमिशअगर किसी गर्भवती स्त्री को शंका हो कि उसे प्रीटर्म डिलीवरी हो सकती है. ऐसी स्थिति में अपनी प्रेगनेंसी के दौरान किशमिश का सेवन करना चाहिए. रिसर्च के अनुसार यह सामने आया है कि प्रीटर्म डिलीवरी की समस्या को किशमिश के सेवन से कम किया जा सकता है. प्रीटर्म डिलीवरी मतलब बच्चा अपने अनुमानित समय से पहले जन्म ले लेता है लगभग 1 माह पहले. खजूरअगर आपको
गर्भधारण करने में देरी हो रही है, तो निश्चिंत हो जाइए, क्योंकि विशेषज्ञों के द्वारा किये गए एक वैज्ञानिक अध्ययन के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है कि लेट प्रेगनेंसी में खजूर का समय डिलीवरी के समय को कम कर सकता है. काजूअगर गर्भावस्था के समय महिला का वजन थोड़ा सा कम चल रहा है तो काजू इसे बढ़ाने में काफी मदद करता है साथ ही साथ काजू के अंदर आयरन भरपूर मात्रा में होता है जो शिशु के मस्तिष्क के विकास के लिए और महिला को एनीमिया से बचाने के लिए काफी फायदेमंद होता है. पिस्तापिस्ता यह एक ड्राई फ्रूट है इसके अंदर ओमेगा फैटी एसिड अच्छी मात्रा में होता है, जो शिशु के विकास में और उसकी सुरक्षा में काफी मदद करता है. लेकिन इसके अंदर दूसरे तत्व भी होते हैं जो प्रेगनेंसी में नुकसानदायक हो सकते हैं, तो ऐसे में अपने डॉक्टर से पूछ कर ही पिस्ता का सेवन करें. अखरोटअखरोट का आकार स्वयं मस्तिष्क के आकार
का होता है, और इसके अंदर फैटी एसिड अच्छी मात्रा में पाया जाता है. जिसे हम ओमेगा 3 फैटी एसिड कहते हैं. यह बच्चे के मस्तिष्क के विकास के लिए अत्यधिक आवश्यक होता है, और साथ ही साथ बच्चे की आंखों के विकास में भी मदद करता है. अखरोट के अंदर ओमेगा 3 फैटी एसिड पर्याप्त मात्रा में होता है. बादामयह एक काफी प्रचलित ड्राई फ्रूट है जिसे काफी पौष्टिक माना जाता है इसके अंदर विटामिन डी और कैल्शियम उचित मात्रा में होता है यह दोनों पोषक तत्व महिला के स्वास्थ्य के लिए और बच्चे के विकास के लिए
अत्यधिक आवश्यक होते हैं. हेज़लनटप्रेगनेंसी के दौरान गर्भस्थ शिशु के न्यूरल ट्यूब दोष के खतरे को कम करता है. क्योंकि इसके अंदर फोलिक एसिड अर्थात फॉर लेट उचित मात्रा में पाया जाता है. चिलगोजायह एक ऐसा ड्राई फ्रूट है जिसके अंदर जिनको उचित मात्रा में पाया जाता है. जिंक का सेवन करने से प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर किया जा सकता है. आंखों की रोशनी में भी सुधार लाया जा सकता है. यह महिला और शिशु दोनों के लिए काफी फायदेमंद होता है. प्रेगनेंसी अवस्था में प्रतिदिन 28 से 30 ग्राम चिलगोजा रोज खाया जा सकता है. इन्हें भी पढ़ें : प्रेगनेंसी के दौरान केसर खाना चाहिए या नहीं खाना चाहिए मूंगफलीयह भी प्रेगनेंसी के दौरान काफी फायदेमंद साबित होती है इसमें फोलेट की मात्रा पाई जाती है जो न्यूरल ट्यूब दोष के खतरे को कम कर सकती है. अगर इसे खाने से किसी भी प्रकार की एलर्जी होती है तो ना खाएं. न्यूरल ट्यूब दो शिशु के मस्तिष्क और रीड की हड्डी से जुड़ी हुई बीमारी या दोष है.
सूखे खजूरइसे छुआरा भी कहा जाता है. यह भी एक आवश्यक खाद्य पदार्थ है, जिसे सर्दियों में खाना पसंद किया जाता है. इसके अंदर फोलेट अच्छी मात्रा में होता है. जो रीड की हड्डी के विकास के लिए काफी जरूरी है. कई दूसरे प्रकार के जन्म दोषों को भी कम करने में यह मदद करता है. दोस्तों किसी भी प्रकार के ड्राई फ्रूट्स को खाने से पहले आपको अपने डॉक्टर से एक बार सलाह अवश्य लेनी चाहिए. वह जिस भी प्रकार के ड्राई फ्रूट्स को खाने की सलाह दे, आप उसे ही निश्चित मात्रा में खाएं. ड्राई फ्रूट्स को खाने में सावधानियांब्रास उसको लेते समय ड्राई फ्रूट्स को अपने भोजन में शामिल करते समय कुछ छोटी-छोटी बातों का आपको ध्यान जरूर रखना चाहिए.
सबसे ताकतवर ड्राई फ्रूट कौन सा है?बादाम में विभिन्न पोषक तत्व जैसे-विटामिन ई, प्रोटीन, ओमेगा 3 फैटी एसिड, फाइबर, मैंगनीज और पोटैशियम प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। बादाम के सेवन से स्टेमिना बढ़ता है। इसके अलावा इससे हड्डियां मजबूत बनती है, साथ ही ब्लड शूगर भी कंट्रोल में रहता है।
गर्भावस्था के दौरान कौन से सूखे मेवे खाने चाहिए?एक दिन में कितने ड्राई फ्रूट्स खाएं
कुछ नट्स में कैलोरी भी अधिक होती है इसलिए प्रेग्नेंसी में आपको इसके सेवन को लेकर थोड़ा ध्यान रखना है। आप इस समय एक दिन में 100 ग्राम से ज्यादा ड्राई फ्रूट्स न खाएं। आप चार से सात बादाम, चार अखरोट, दो खजूर और आठ पिस्ता खा सकती हैं।
गर्भवती महिला को सुबह उठकर क्या खाना चाहिए?प्रेगनेंसी के दौरान महिलाएं खाली पेट प्रोटीन से भरपूर चीजों का सेवन कर सकती हैं. इससे ना केवल शिशु का शारीरिक विकास हो सकता है बल्कि मानसिक विकास होने में भी मदद मिल सकती है. प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को डेरी उत्पाद चीजें जैसे दूध, दही, छाछ आदि का सेवन जरूर करना चाहिए.
प्रेगनेंसी में कौन सा ड्राई फ्रूट खाना चाहिए?आपको बता दें कि प्रेगनेंसी में सूखे मेवे (dry fruit) जरूर खाना चाहिए. पहले ही महीने से डाइट में शामिल कर लेना चाहिए. लेकिन कौन सा ड्राई फ्रूट कितनी मात्रा में खाना है इसकी जानकारी आप अपनी डॉक्टर से ले सकती हैं. क्योंकि जरूरत से ज्यादा ड्राई फ्रूट सेहत पर विपरीत प्रभाव डाल सकते हैं.
|