मधुमक्खी का शहद जितना मीठा होता है उसका दंश उतना ही घातक. मधुमक्खी अगर डंक मार दे तो उस जगह पर सूजन तो आ ही जाती है साथ ही तेज दर्द भी शुरू हो जाता है. कई बार तो दर्द और जहर के प्रभाव से बुखार भी हो जाता है. Show पर आपको बता दें कि मधुमक्खी या दूसरे कीट नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं बल्कि आत्मरक्षा में डंक मारते हैं या काटते हैं. मधुमक्खियों के डंक में जहर होता है जिससे शरीर में संक्रमण हो जाता है. हालांकि हर किसी में इसके अलग-अलग लक्षण नजर आते हैं. कुछ लोगों को तेज दर्द होता है तो कुछ में केवल प्रभावित जगह पर सूजन आ जाती है. कुछ में वो जगह लाल पड़ जाती है. मधुमक्खी के डंक का असर या तो कुछ घंटे या एक से दो दिन तक रहता है. आप चाहें तो मधुमक्खी के डंक का इलाज घर पर ही कर सकते हैं. अगर स्थिति बहुत खराब न हो तो इन उपायों को अपनाने से राहत मिलेगी. 1. सबसे पहले डंक को निकाल दें 2. बर्फ लगाएं 3. बेकिंग सोडा रहेगा फायदेमंद 4. सिरका भी कर सकते हैं इस्तेमाल 5. शहद का इस्तेमाल 6. टूथपेस्ट भी है विकल्प मधुमक्खी की काटने पर क्या होता है? मधुमक्खी का डंक कई प्रकार के रिएक्शन पैदा कर सकता है जैसे कि थोड़ी देर के लिए दर्द व बेचैनी से लेकर गंभीर एलर्जिक रिएक्शन तक। मधुमक्खी के एक बार काटने से आप को जैसा रिएक्शन हुआ हो, ज़रूरी नहीं कि दोबारा काटने पर आप पर वैसा ही रिएक्शन हो। नीचे आपको मधुमक्खी के काटने पर होने वाले रिएक्शन के बारे में बताया गया है - 1. मामूली रिएक्शन आम तौर पर मधुमक्खी के काटने के लक्षण मामूली होते हैं। वह कुछ इस प्रकार के हो सकते हैं -
ज़्यादातर लोगों में यह सूजन और दर्द, कुछ घंटों बाद ही ठीक हो जाता है। 2. मध्यमिक रिएक्शन कुछ लोगों में मधुमक्खी या किसी अन्य कीड़े के काटने का परिणाम थोड़ा ज़्यादा सबल होता है। इसके लक्षण कुछ इस प्रकार से होते हैं -
मध्यमिक रिएक्शन पांच से दस दिन में ठीक हो जाते हैं। अगर आपको मध्यमिक रिएक्शन हुआ हो तो ज़रूरी नहीं कि मधुमक्खी के दोबारा काटने पर आपको गंभीर रिएक्शन हो। पर कुछ लोगों में मधुमक्खी के काटने पर हर बार मध्यमिक रिएक्शन देखा जाता है। अगर आपके साथ ऐसा हो या आपको गंभीर एलर्जिक रिएक्शन हो जाये तो तुरंत अपने डॉक्टर से उपचार और बचाव के बारे में सलाह लें। 3. गंभीर एलर्जिक रिएक्शन अगर आप मधुमक्खी के डंक से एलर्जिक हैं तो इसका परिणाम तीव्रग्राहिता (anaphylaxis) भी हो सकता है और इससे आपकी जान भी जा सकती है। मधुमक्खी या किसी अन्य कीड़े के काटने के तुरंत बाद तीव्रग्राहिता का होना बहुत कम लोगों में पाया जाता है। तीव्रग्राहिता के लक्षण इस प्रकार होते हैं -
जिन लोगों को मधुमक्खी के डंक से गंभीर एलर्जी हो उनमें तीव्रग्राहिता होने की 30 से 60 प्रतिशत सम्भावना हो सकती है। अगर आपको मधुमक्खी दोबारा काट ले तो गंभीर एलर्जिक रिएक्शन से बचने के लिए अपने डॉक्टर या एलर्जी विशेषज्ञ से बचाव के तरीकों और इम्मुनोथेरपी (immunotherapy) के बारे में सलाह लें। एक से अधिक मधुमक्खी का काटना आम तौर पर, मधुमक्खी या ततैया जैसे कीड़े आक्रमक नहीं होते और सिर्फ अपने बचाव के लिए डंक मारते हैं। ऐसे मामलो में, व्यक्ति को एक या उससे कुछ अधिक डंक लग जाते हैं। हालांकि अगर कोई व्यक्ति मधुमक्खी के झुंड से छेड़खानी करे तो उसे काफी अधिक मात्रा में नुक्सान पहुंच सकता है। अगर आपको मधुमक्खियों ने अत्यधिक काटा हो, तो इससे आपके शरीर में ज़हर जमा हो जाता है जिससे आप अस्वस्थ महसूस करने लगते हैं। इसके लक्षण कुछ इस प्रकार हैं -
जिन लोगों को सांस या दिल की बीमारियां हों उनके लिए एक से अधिक मधुमक्खियों का काटना एक आपातकालीन समस्या बन सकती है। (और पढ़ें - दिल की बीमारियां) डॉक्टर से कब संपर्क करें? आम तौर पर मधुमक्खी के काटने पर डॉक्टर के उपचार की ज़रुरत नहीं पड़ती, हालांकि गंभीर स्तिथियों में चिकित्सयी सलाह लेने की ज़रुरत पड़ सकती है। इन स्तिथियों में 102 पर फोन मिलाएं या आपातकालीन सेवाओं से संपर्क करें:
तुरंत चिकित्सयी सलाह लें :
डॉक्टर से सलहा लें अगर :
मधुमक्खी काटने पर हमें क्या करना चाहिए?अगर स्थिति बहुत खराब न हो तो इन उपायों को अपनाने से राहत मिलेगी.. सबसे पहले डंक को निकाल दें मधुमक्खी के डंक को जितनी जल्दी हो सके निकाल लें. ... . बर्फ लगाएं ... . बेकिंग सोडा रहेगा फायदेमंद ... . सिरका भी कर सकते हैं इस्तेमाल ... . शहद का इस्तेमाल ... . टूथपेस्ट भी है विकल्प. मधुमक्खी के काटने पर कौन सी दवा लेनी चाहिए?इसीलिए जब भी मधुमक्खी काटे उस जगह पर बेकिंग सोडा लगाएं. जिस जगह पर मधुमक्खी काटे उस जगह पर तुरंत विनेगर लगाएं. विनेगर जहर फैलने से रोकता है, जहर के असर को कम करता है, साथ ही दर्द, खुजली और सूजन में भी राहत पहुंचाता है.
मधुमक्खी के काटने के बाद क्या होता है?मधुमक्खी अगर डंक मार दे तो उस जगह पर सूजन तो आ ही जाती है साथ ही तेज दर्द भी शुरु हो जाता है, कई बार तो दर्द और जहर के प्रभाव से बुखार भी हो जाता है पर आपको बता दें कि मधुमक्खी या दूसरे कीट नुकसान पहुँचाने के लिए नहीं बल्कि आत्मरक्षा में डंक मारते हैं या काटते हैं, मधुमक्खियों के डंक में जहर होता है जिससे शरीर में ...
मधुमक्खी के काटने से क्या फायदा होता है?मधुमक्खी के डंक से निकला जहर गठिया के लिए काफी लाभप्रद है। एक शोध से पता चला है कि मधुमक्खी के डंक के जहर के साथ एक रासायनिक पदार्थ मिलाकर लगाने से गठिया ठीक हो सकता है। यही नहीं मधुमक्खी के रायल जेली की मदद से एड्स जैसी घातक बीमारियों के साथ ही सेक्सुअल मेडिसिन भी तैयार की जाती है।
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