Q.50: मीटर सेतु का नामांकित चित्र बनाइये । यह किस सिद्धान्त पर कार्य करता है ? Show Answer:
चित्र में मीटर सेतु प्रदर्शित किया गया हैं। इस चित्र में R = ज्ञात प्रतिरोध J = जोकि G = धारामापी l = AC के बीच की दूरी (100 – l) = CD के बीच की दूरी AC = एक चौड़ा पट्टा K = कुंजी E = विद्युत वाहक बल S = अज्ञात प्रतिरोध मीटर सेतु का तार मैंग्नीन व कांस्टेट मिश्र धातु का बना होता है। मीटर सेतु व्हीट स्टोन सेतु के सिद्धांत पर कार्य करता हैं।
इस प्रकार हम इस सूत्र का प्रयोग करके ज्ञात प्रतिरोध की सहायता से अज्ञात तार का प्रतिरोध ज्ञात कर सकते हैं। मीटर सेतु कौन से सिद्धांत पर कार्य करता है?मीटर सेतु, व्हीटस्टोन सेतु के सिद्धांत पर आधारित एक यन्त्र है। एवं यह व्हीटस्टोन सेतु की अपेक्षा अधिक सुग्राही है। मीटर सेतु की सहायता से किसी चालक तार का प्रतिरोध ज्ञात किया जा सकता है।
अथवा मीटर सेतु के सिद्धान्त का वर्णन कीजिए किसी दिए गए तार का प्रतिरोध इसकी सहायता से कैसे ज्ञात करेंगे?यदि गैलवनोमीटर में विक्षेप शून्य चिह्न के दोनों ओर होता है तो शून्य विक्षेप स्थिति तार AC के किसी बिंदु पर है। यदि ऐसा नहीं है, तो प्रतिरोध R को इस प्रकार समायोजित कीजिए कि शून्य विक्षेप स्थिति तार AC के मध्य में, जैसे 30 cm तथा 70 cm के बीच हो ।
मीटर सेतु क्या होता है?meter bridge in hindi मीटर सेतु व्हीटस्टोन के सिद्धांत पर आधारित एक उपकरण है। जिसकी सहायता से किसी चालक तार का प्रतिरोध ज्ञात कर सकते हैं। मीटर सेतु का उपयोग भी व्हीटस्टोन के भांति ही अज्ञात प्रतिरोधों का मान ज्ञात करने के लिए करते है।
मीटर सेतु किसका बना होता है?मीटर सेतु की संरचना या चित्र :- मीटर सेतु का चित्र निम्न प्रकार है। मीटर सेतु में 1 मीटर लंबा मिश्र धातु मैगनीम या कांसटेनटन से बने तार को लकड़ी के बॉक्स पर तांबे या पीतल से बनी L आकृति की पत्तियों के मध्य बिंदु A व C के मध्य कसते हैं। तथा एक अन्य पट्टी का दोनों L आकार की पत्तियों के मध्य लगाते है।
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