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LEKHAN ARTH , UDESHY प्रश्न 1. लेखन का क्या अर्थ है ? लेखन के उद्देश्यों को स्पष्ट कीजिए। उत्तर - लिखना भावों एवं विचारों की कलात्मक अभिव्यक्ति है। वह शब्दों को क्रम से लिपिबद्ध, सुव्यवस्थित करने की कला है। भावों एवं विचारों की यह कलात्मक अभिव्यक्ति जब लिखित रूप में होती है तब उसे लेखन अथवा लिखित रचना कहत हा अभिव्यक्ति की दृष्टि से लेखन तथा वाचन परस्पर पूरक होते हैं । वाचन से लेखन काठन होता है। लेखन में वर्तनी का विशेष महत्व है जबकि वाचन में ध्वनि का महत्व होता है। उच्चारण की शुद्धता आवश्यक तत्व है और लेखन में अक्षरों का सुडौल होना और वर्तनी की शुद्धता होनी चाहिए। लेखन की कला स्थायी साहित्य का अंश है। लेखन की विषयवस्तु साहित्य का क्षेत्र होता है और वाक्य लिखित भाषा अभिव्यक्ति का माध्यम होता है। लेखन में सोचने तथा चिन्तन के लिए अधिक समय मिलता है जबकि वाचन में भावाभिव्यक्ति का सतत् प्रवाह बना रहता है सोचने का समय नहीं रहता । मानव जीवन में लेखन तथा वाचन दोनों रूपों का महत्व है। लेखन की अशुद्धियाँ पाठकों तथा आलोचकों की दृष्टि से बच नहीं सकतीं जबकि वाचन में इतना ध्यान नहीं जाता है इस कारण लेखन में भाषा की शुद्धता का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। शैली तथा विषय-सामग्री में भाषा व शैली के परिष्कार पर विशेष ध्यान देना पड़ता है। लेखन भाषा, शैली तथा विषय-सामग्री आदि सभी दृष्टि से शुद्ध होना चाहिए। लेखन शिक्षण के उद्देश्य निम्नलिखित हैंLEKHAN SHIKSHN KE UDESHY1. छात्रों को लिपि, शब्द, मुहावरों आदि का ज्ञान कराना। 2. छात्रों को शुद्ध वर्तनी, वाक्य रचना, तथा विराम चिह्नों आदि का ज्ञान कराना। 3. छात्रों को सुन्दर, स्पष्ट तथा सुडौल अक्षर लिखने में निपुण करना। 4. छात्रों में विषयानुसार भाषा-शैली और विचारों की तार्किक क्रम में अभिव्यक्ति का ज्ञान कराना। 5. छात्रों के शब्दकोश में वृद्धि करना। 6. छात्रों में सृजनात्मक शक्ति का विकास करना। 7. छात्रों में बोध तथा तर्कशक्ति का विकास करना । 8. छात्रों के हाथ, मस्तिष्क, हृदय तथा नेत्र में समन्वय उत्पन्न करके इन्द्रिय शिक्षण करना। 9. छात्रों में स्वतः लेखन की क्रिया में रुचि उत्पन्न करना। 10.छात्रों में भाषा और साहित्य के प्रति आदर का भाव जागृत करना। 11. प्रसंगानुसार उचित शब्दों, मुहावरों, लोकोक्तियों, सूक्तियों का प्रयोग करना। 12.छात्रों को अनुलेख, प्रतिलेख तथा श्रुतिलेख लिखने में निपुण बनाना। -------------------------------------------- बिहार डी.एल.एड सेकेण्ड ईयर निचे सभी पेपर का नोट्स का लिंक दिया गया है | जिस पेपर का नोट्स चाहिए , उस पेपर के आगे Clik Here पर क्लिक करे BIHAR D.El.Ed 2nd YEAR All Subject Notes
D.El.Ed. 2nd YEAR Paper Code D.El.Ed. 2nd YEAR Paper(Subject) NAME Notes Link Paper S1 समकालीन भारतीय समाज में शिक्षा Clik Here Paper S2 संज्ञान सीखना और बाल विकास Clik Here Paper S3 कार्य और शिक्षा Clik Here Paper S4 स्वयं की समझ
Clik Here Paper S5 विद्यालय में स्वास्थ्य योग एवं शारीरिक शिक्षा Clik Here Paper S6 Pedagogy of English (Primary Level) Clik Here Paper S7 गणित का शिक्षणशास्त्र – 2 (प्राथमिक स्तर) Clik Here Paper S8
हिंदी का शिक्षणशास्त्र – 2 (प्राथमिक स्तर)
Clik Here Paper S9 A गणित का शिक्षणशास्त्र (उच्च-प्राथमिक स्तर) Clik Here Paper S9 B विज्ञान का शिक्षणशास्त्र (उच्च-प्राथमिक स्तर) Clik Here Paper S9 C सामाजिक विज्ञान का शिक्षणशास्त्र (उच्च-प्राथमिक स्तर) Clik Here Paper S9 D Pedagogy of English (Upper – Primary Level) Clik Here Paper S9 E हिंदी का शिक्षण शास्त्र (उच्च-प्राथमिक स्तर) Clik Here Paper S9 F संस्कृत का शिक्षणशास्त्र (उच्च-प्राथमिक स्तर) Clik Here Paper S9 G मैथिली का शिक्षणशास्त्र (उच्च-प्राथमिक स्तर) Clik Here Paper S9 H बांग्ला का शिक्षणशास्त्र (उच्च-प्राथमिक स्तर)
Clik Here Paper S9 उर्दू का शिक्षणशास्त्र (उच्च-प्राथमिक स्तर) Clik Here Bihar D.El.Ed 2nd Year All Paper Notes के लिए इसे क्लिक करे रोजगार एवं शिक्षा सम्बन्धी News & Notes के लिए सोसल मिडिया लिंक1FAST जानकारी के लिए व्हाट एप्प ग्रुप -व्हाट एप्प ग्रुप ज्वाइन करने के लिए इसे क्लिक करे >>> 2नोट्स PDF के लिए टेलीग्राम ग्रुप -टेलीग्राम में ज्वाइन के लिए इसे क्लीक करे >>> 3 News & Notes के लिए फेसबुक पेज फेसबुक पेज से जुड़ने के लिए इसे क्लिक करे >>>4News & Notes विडिओ यूट्यूब पर देखने के लिए Youtube पर न्यूज़ और नोट्स के लिए इसे क्लिक करे >>>महत्वपूर्ण लिंक (Important Link ) NOTE- डी.एल.एड , बी.एड ,CTET , STET , सरकारी नौकरी ,नोट्स का PDF , TEACHER NEWS , शिक्षा समाचार प्राप्त करने के लिए निचे दिए गये लिंक से जुड़े _ लेखन कौशल का उद्देश्य क्या है?लेखन कौशल के उद्देश्य
वर्णों को ठीक-ठीक लिखना सीखना। सुन्दर लेख का अभ्यास करना। शुद्ध अक्षर विन्यास का ज्ञान कराना। वाक्य रचना के नियमों से परिचित होना।
लेखन शिक्षण के उद्देश्य क्या है?लेखन शिक्षण के उद्देश्य
सोचने एवं निरीक्षण करने के उपरान्त भावों को क्रमबद्ध रूप में व्यक्त कर सकेगा। सुपाठ्य लेख लिख सकेगा। शब्दों की शुद्ध वर्तनी लिख सकेगा। ध्वनि, ध्वनि समूहों, शब्द, सूक्ति, मुहावरों का ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे।
लेखन कौशल का क्या महत्व?वस्तुतः लेखन-कौशल का शिक्षण भाषाई कौशलों में विशेष महत्व रखता है। इसका कारण यह है कि वार्तालाप तथा वाचन की तुलना में लेखन एक जटिल कौशल है। इसमें शैलीगत तत्व वार्तालाप की अपेक्षा अधिक महत्वपूर्ण है। वार्तालाप में विचारों की मौखिक अभिव्यक्ति वक्ता की भाव-भंगिमा, अनुतान-साँचे तथा विवृति द्वारा अधिक स्पष्ट होती है।
लेखन कौशल के कितने प्रकार होते हैं?लेखन कौशल के प्रकार | सुलेख | अनुलेख | श्रुतलेख | cdrksaini classes.
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