खून गाढ़ा होने का लक्षण क्या है? - khoon gaadha hone ka lakshan kya hai?

हाइलाइट्स

ब्लड क्लोटिंग के लक्षण हैं चक्कर आना और धुंधला दिखना.
ब्लड गाढ़ा होने से बढ़ सकता है क्लोटिंग का खतरा.
सांस लेने में कठिनाई और हाई ब्लड प्रेशर को नजरअंदाज ना करें.

Thick blood Coagulability : शरीर को स्वस्थ रखने में हेल्दी ब्लड लेवल का अहम रोल होता है. ब्लड प्लाजमा, रेड ब्लड सेल्स, व्हाइट ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स से मिलकर बनता हैं, आपके शरीर में खून की कम थिकनेस को हेल्दी माना जाता हैं. ऐसे में ब्लड गाढ़ा होना आपके शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है. यह ब्लड क्लोट के खतरे को विकसित करता हैं.

ब्लड गाढ़ा होने पर आर्टरी और नसों में ब्लड के थक्के जमने लगते हैं, जिससे व्यक्ति की जान जाने तक का खतरा हो सकता है. ब्लड क्लोट आपके ब्रेन, हार्ट और लंग्स जैसे आवश्यक बॉडी पार्ट्स में ब्लड सरकुलेशन को रोकते हैं. ब्लड गाढ़ा होने के खतरे से बचने के लिए इसके लक्षणों और कारणों को जानना बेहद जरूरी है तो आइए जानते हैं, ब्लड गाढ़ा होने के लक्षण और कारण क्या हैं.

ब्लड गाढ़ा होने के सामान्य लक्षण : वैरी वैल हेल्थ डॉट कॉम के मुताबिक आमतौर पर ब्लड में गाढ़ेपन के लक्षणों का पता सामान्य तौर पर नहीं चलता है, जब तक कि ब्लड क्लाॅट दिखने ना लगे. ब्लड क्लाॅट के कुछ लक्षण हो सकते हैं-
• चक्कर आना
• धुंधला दिखना
• त्वचा में खुजली होना

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• ब्लड प्रेशर का ज्यादा बढ़ना
• एनर्जी न महसूस होना
• सीने में दर्द
• सांस लेने में कठिनाई
• हार्ट अटैक के लक्षण
• सिर दर्द
• चक्कर आना
• पैरों में दर्द या लाली
• बोलने में परेशानी होना

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गाढ़ा ब्लड होने या ब्लड क्लोट की समस्या के कई कारण होते हैं यह जेनेटिक्स भी हो सकता है या किसी स्वास्थ्य समस्या के कारण भी इसका खतरा विकसित हो सकता है. इन कारणों से लोगों में ब्लड मेें गाढ़ेपन का खतरा बढ़ता है जिनमें शामिल है –
• कुछ जीन म्यूटेशन जो लोगों को ब्लड क्लोट के खतरे में डाल सकते हैं, उनमें शामिल हैं-
विशेष रूप से, वी लीडेन और प्रोथ्रोम्बिन G2021A जीन म्यूटेशन.
जन्म से ही एंटीथ्रॉम्बिन 3 की कमी और प्रोटीन सी या प्रोटीन एस की कमी.
• कुछ हार्मोन, दवाइयों या मेडिकल कंडीशन के कारण ब्लड क्लोट का खतरा हो सकता है.
इन्फ्लेमेटरी डिजीज, वैस्कुलर डिजीज, सर्जरी, प्रेगनेंसी, कैंसर, हार्मोनल रिप्लेसमेंट थेरेपी, इंफेक्शन और धूम्रपान.

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Tags: Health, Lifestyle

FIRST PUBLISHED : September 19, 2022, 09:30 IST

शरीर में खून का निर्माण अलग-अलग सेल्स, प्रोटीन व क्लॉटिंग जैसे फैक्टर्स से मिल कर बना होता है. खून के सही प्रकार में होने के लिए इन सभी चीजों का संतुलित मात्रा में होना जरूरी है. इनमें से किसी भी चीज के असंतुलित होने पर ब्लड गाढ़ा होना शुरू हो जाता है. इस स्थिति को मेडिकल टर्म में हाइपरकोएगुलेबिलिटी (Hypercoagulability) कहा जाता है.

इसके पीछे कई फैक्टर्स हो सकते हैं, जैसे सर्कुलेशन के समय ब्लड सेल्स का अधिक होना, ब्लड क्लॉटिंग को प्रभावित करने वाली किसी बीमारी का होना और ब्लड में क्लॉट प्रोटीन का ज्यादा मात्रा में होना. त्वचा में खुजली होना इसका लक्षण है और प्रोटीन एस की कमी होना इस समस्या का कारण हो सकता है. इसे एंटीप्लेटलेट थेरेपी या फिर एंटीकोएग्युलेशन थेरेपी से ठीक किया जा सकता है.

आज लेख में हम जानेंगे की खून गाढ़ा होने के लक्षण क्या होते हैं और ऐसा होने के पीछे कारण क्या-क्या हैं -

(और पढ़ें - खून का पतला होना)

खून गाढ़ा होने से सेहत को हो सकते हैं कई नुकसान, इन 8 लक्षणों से करें पहचान, खून को पतला करने के 8 घरेलू उपाय

By उस्मान | Published: June 3, 2021 11:34 AM2021-06-03T11:34:37+5:302021-06-03T11:34:37+5:30

खून के ज्यादा गाढ़ा होने से रक्त में थक्के भी बन सकते हैं

खून गाढ़ा होने का लक्षण क्या है? - khoon gaadha hone ka lakshan kya hai?

गाढ़ा खून के नुकसान

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Highlightsखून के ज्यादा गाढ़ा होने से रक्त में थक्के भी बन सकते हैं घर की कुछ चीजों से पतला हो सकता है खूनगाढ़े खून के हैं कई गंभीर नुकसान

अक्सर लोग सोचते हैं कि खून का गाढ़ा होना मतलब स्वस्थ शरीर की निशानी है। आपको बता दें कि खून का गाढ़ा होना कई कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है। इससे आपको छोटे-छोटे थक्के बनना, हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा हो सकता है। 

शरीर के सभी हिस्सों को सही से कार्य करने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। शरीर के सभी हिस्सों में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम खून करता है। ऐसे में खून के गाढ़ा होने से कई परेशानियां हो सकती हैं। 

आजकल बहुत से लोगों में खून के गाढ़ेपन की समस्या आम सुनने को मिल रही है। इसके लिए कहीं न कहीं हमारा गलत खानपान और बिगड़ता लाइफस्टाइल भी जिम्मेदार है। हम आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं जिनके जरिये आप इस समस्या से बच सकते हैं। 

गाढ़ा खून के लक्षण क्या हैं

जब शरीर में खून गाढ़ा होने लगता है तो आपको कई लक्षण महसूस हो सकते हैं जिनमें धुंधली दृष्टि, चक्कर आना, अत्यधिक मासिक रक्तस्राव, गठिया, गाउट,  सरदर्द, उच्च रक्तचाप और त्वचा में खुजली होना आदि शामिल हैं।

खून पतला करने के उपाय

हल्दी
हल्दी में कुदरती औषधिय गुण होते हैं। यह ब्लड क्लॉटिग रोकने में भी बहुत कारगर है। हफ्ते में 2 या 3 बार हल्दी वाला दूध पीएं। कच्ची हल्दी का सेवन भी खून के गाढ़ेपन को ठीक करने का काम करती है।

लहसुन
लहसुन के एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर में जमा फ्री रेडिकल को खत्म करने का काम करते हैंश जिससे ब्लड प्रैशर सामान्य रहता है और यह खून के प्रवाह को संतुलित करने के साथ खून को पतला करने में भी मददगार है। 

फाइबर फूड
खून तो पतला करने के लिए आहार में फाइबर युक्त आहार को जरूर शामिल करें। ब्राउन राइस, होव वीट, मक्का, गाजर, ब्रोकली, मूली, सेब, शलजम, ओट्स आदि का सेवन करें।

फिश ऑयल
फिश ऑयल खून को पतला करने में मददगार है। चिकन,मटन को छोड़कर मछली के तेल का सेवन करें। डॉक्टर की सलाह से फिश फिश ऑयल के टैबलेट्स भी ले सकते हैं।

केयेन मिर्च
मसालेदार खाना खाने के शौकीन हैं तो केयेन मिर्च को खाने में शामिल करें। इसमें खून को पतला करने के लिए उच्च मात्रा में सेलिसिलेट होता है। जो ब्लड प्रेशर को सामान्य रखकर ब्लड सर्कुलेशन नियमित करने के साथ खून को भी पतला करता है।

यह भी हैं कुछ उपाय

पसीना आना जरूरी
खून को साफ और गाढ़ा होने से बचाने के लिए शरीर से पसीना बहाना बहुत जरूरी है। एक्सरसाइज या फिर योग के लिए समय जरूर निकालें। 

गहरी सांस लें
सुबह के समय शुद्ध ऑक्सीजन सेहत के लिए बहुत अच्छी है। गहरी सांस लेने से फेफड़ों को ऑक्सीजन मिलती है। जिससे रक्त संचार सही रहता है।

डेड स्किन निकालें
त्वचा पर जमा डेड स्किन रोम छिद्रों को बंद कर देती है। जिससे रक्त संचार भी प्रभावित होता है। महीने में 1-2 बार मैनी क्योर और पैडी क्योर जरूर करवाएं। इससे डैड स्किन सैल निकल जाते हैं और खून की दौरा भी बेहतर हो जाता है।

सेंधा नमक डालकर स्नान करें
अगर आप इस मौसम में बार बार नहाने का बहाना ढूंढते हैं तो यह एक फायदेमंद बहाना है। सैंधा नमक स्वस्थ ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। अगली बार जब भी आप आरामदायक स्नान के बारे में सोचे तो बबल बाथ की जगह सेंधा नमक को पानी में डालकर नहाएं।

सुबह की सैर
हेल्‍दी रहना है तो जब सूरज उगता है उस समय वॉक पर जाएं। सुबह के समय शुद्ध ऑक्सीजन का स्‍तर थोड़ा ज्‍यादा होता है, ये सेहत के लिए बहुत अच्छी मानी गई है। गहरी सांसें लें, इससे आपके फेफड़ों को अधिक मात्रा में ऑक्‍सीजन मिलती हे, जिससे आपकी बॉडी का ब्‍लड फ्लो सही बना रहता है। सुबह सवेरे वॉक करने से आप तरोतजा महसूस करते हैं।

Web Title: thinner blood side effects and symptoms, home remedies to blood thinner in Hindi

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संबंधित खबरें

ब्लड गाढ़ा होने से क्या दिक्कत होती है?

सांस लेने में कठिनाई और हाई ब्लड प्रेशर को नजरअंदाज ना करें. ऐसे में ब्लड गाढ़ा होना आपके शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है. यह ब्लड क्लोट के खतरे को विकसित करता हैं. ब्लड गाढ़ा होने पर आर्टरी और नसों में ब्लड के थक्के जमने लगते हैं, जिससे व्यक्ति की जान जाने तक का खतरा हो सकता है.

अगर खून गाढ़ा हो जाए तो क्या करें?

अगर अपनी डाइट में फाइबर वाला भोजन शामिल करते हैं तो खून पतला होगा। खून को शुद्ध करने के लिए फाइबर युक्त आहार का सेवन करना जरूरी है। इससे पाचन शक्ति अच्छी रहती है और ब्लड सर्कुलेशन भी सही रहता है। ब्राउन राइस, गाजर, ब्रोकली, मूली, शलजम, सेब और इसका जूस अपनी डाइट में शामिल करें

खून पतला करने के लिए कौन सा फल खाना चाहिए?

खून को पतला करने के लिए क्या करना चाहिए- हल्दी खाएं हल्दी में मौजूद करक्यूमिन में सूजन-रोधी और रक्त-पतला या थक्कारोधी गुण पाए जाते हैं। जो शरीर में खून का थक्का बनने से रोकने का काम करते हैं। ईपीएमए जर्नल में 2019 की समीक्षा से संकेत मिलता है कि हल्दी रक्त के थक्के को रोकने में मदद कर सकती है।

खून गाढ़ा कब होता है?

हमारे शरीर में रक्त तंत्र में यह क्षमता होती है कि वह जरूरत पड़ने पर खून का गाढ़ा कर सके. यह उस समय उपयोगी होता है जब किसी को चोट लगती है और खून बहने लगता है. ऐसे में हमारा शरीर खून बहने वाले हिस्सो का गाढ़ा करन खून का थक्का बनाने लगता है जिससे खून का रिसाव रुक सके.