Show badal kaise bante hain टॉपिक कवर्ड : ü barish ka pani kahan se aata hai ü barish kaise hoti hai ü badal kaise bante hain ü aasman se pani kaise girta hai ü badal me pani kaha se aata hai
बारिश क्यों और कैसे होती है ?Barish kaise hoti hai : दिन के समय सूरज के गर्मी के कारण समुद्र नदी और तालाब का उपरी सतह का पानी गर्म होने लगता है उपरी सतह का पानी इतना गर्म हो जाता है की वो भाप बनने लगता जिसे हम वास्प भी कहते है भाप पानी और हवा का मिश्रण होता है ये जो भाप होती है उसका तापमान गरम होने के कारण हलकी होती है जबकि दूसरी तरफ दूसरी हवाए जिनका तापमान ठंडा होता है वो भारी होती है भाप बन रहे पानी गरम और हल्का होने के कारण ऊपर आसमान की और उठने लगता है और आप जानते है की जैसे जैसे हम उचाई पर जाते है वैसे वैसे ऑक्सीजन की कमी होने लगती है और (temprature Decrease ) यानि तापमान कम होने लगता है और जैसे ही ऊपर ये ठन्डे वातावरण में पहुचती है ये ठंडी हो जाती है और इक्कठा हो जाती है और जब ये भाप के कण आपस में मिलते है तो वापस से तरल रूप ले लेते है और बादल में तब्दील हो जाते है और हल्का होने के कारण हवा में उड़ने लगते है और जब पानी की मात्रा बहोत बढ़ जाती है तब बादल भारी हो जाते है और पानी के बूंदों के रूप में धरती पर गिरते है जिसे हम वर्षा , बरसात और बारिस कहते है आपको ये जानके हैरानी होगी की सुरु में बारिश की बुँदे बर्फ होती है लेकिन जैसे ही ये निचे गिरती है तो तापमान और हवा के घर्सन के कारण ये पिघल जाती है और पानी की बूंदों में तब्दील हो जाती है
क्या आप जानते है 1. आसमान में बादलो के रूप में लाखो टन पानी मोजूद होता है इतना की अगर एक साथ हमारी धरती पर गिर जाये तो आप सोच ही सकते है की क्या होगा | 2. हर जीव जंतु और इंसान के अन्दर ये पानी मोजूद होता है एक ओसत इन्सान के सरीर में लगभग 70 % पानी मोजूद होता है यही कारण है की जिओ जंतु ,इन्सान और पेड़ पोधे भी वर्षा चक्रण का एक अहम् हिस्सा है | 3. पानी से बादल और बादल से बरसात का चक्रण तब से चला आ रहा है जब पृथ्वी में पानी का जन्म हुआ था पूरी दुनिया का एक तिहाई यानि आधे से जादा हिस्सा में पानी है लेकिन बहोत खारा होने के कारण वो पानी पिने योग्य नहीं है विडियो - barish kaise hoti hai बिजली कैसे गिरती है ?आपने ऊपर जाना की बादल कैसे बनते है और बारिश कैसे होती है लेकिन साथ में एक और सवाल आता है जैसे आसमान बिजली कैसे चमकती है ? आसमान में बिजली कैसे गरजती है ? बिजली कैसे बनता है ? बारिश के समय बिजली कैसे गिरती है ? और भी कई सारे सवाल हमारे दिमाग में आते है तो चलिए जानते है बिजली (Thunder Storm) धरती पर कैसे गिरता है ये तो आप ऊपर जान गए है की समुद्र , नदी, तालाब का पानी के गर्म होने , पेड़ पोधो में प्रकास शंश्लेषण (Photo Synthesis) होने से और ओर भी कई सरे प्रक्रियाओ के कारण जब गर्म भाप (वाष्प) के हवाए ऊपर आसमान में जाती है तब बदल बनते है और जब ये बादल बहोत भारी हो जाते है तब इनके आपस में टकराने के घर्षण के कारण बिजली उत्पन होती है बारिश के समय बिजली की गरज बाद में सुनाई देती है और प्रकास पहले क्यों ?प्रकास हमें पहले दिखाई देता है लेकिन बिजली की गरज/आवाज बाद में सुनाई देता है क्योकि आवाज को हम तभी सुन पाते है जब वो हमारे कानो तक पहोचता है बिजली की आवाज/गरज को धरती तक पहोचने में समय लगता है जबकि प्रकास में ऐसा नहीं होता उसकी गति सबसे तेज होती है और वो हमें सबसे पहले दिखाई देता है | उमीद करता हु आपको पता चल गया होगा की बारिश कैसे होती है? ,बदल कैसे बनता है? , बिजली कैसे गिरती है ? पोस्ट पसंद आया हो तो दुसरो को भी बताये ताकि ये जानकारी दुसरो तक भी पहोचे | फिर मिलते है दुसरे ऐसे अमेजिंग जानकारी के साथ अपना और अपनों का ख्याल रखे , सीखते रहिये खुस रहिये | धन्यवाद ! #aasman_mein_pani_kahan_se_aata_hai by letsplayscience.in इसे भी देखे सबसे जादा पसंद किये जाने वाले पोस्ट : 1. इंग्लिश कैसे सीखे ? घर बैठे 100% बारिश का पानी कैसे आता है?समुद्र, झील, तालाब और नदियों का पानी सूरज की गर्मी से वाष्प बनकर ऊपर उठता है। इस वाष्प से बादल बनते हैं। ये बादल जब ठंडी हवा से टकराते हैं तो इनमें रहने वाले वाष्प के कण पानी की बूँद बन जाते हैं। ठीक वैसे ही जैसे कमरे की हवा में रहने वाली वाष्प फ्रिज से निकाले गए ठंडे के कैन से टकरा कर पानी की बूँद बन जाती है।
बारिश कैसे शुरू होती है?वायु में मिला जलवाष्प शीतल पदार्थों के संपर्क में आने से संघनन (condensation) के कारण ओसांक तक पहुंचता है। जब वायु का ताप ओसांक से नीचे गिर जाता है, तब जलवाष्प पानी की बूँदों अथवा ओलों के रूप में धरातल पर गिरने लगता है। इसी को वर्षा कहते हैं।
बारिश कौन बनाता है?बारिश क्यों होती है ( Barish Kyu Hoti Hai)
गर्म हवा में ठंडी हवा से ज्यादा पानी इकट्ठा करती है और जब यह हवा अपने अंदर इकट्ठे पानी को ऊंचाई पर ले जाती है तो ठंडे जलवायु मैं मिल जाती है और अपने अंदर का जमा हुआ पानी के भारी हो जाने पर उसे नीचे गिराने लगती है। जिसे बारिश या वर्षा कहते हैं।
बादल से बारिश कैसे होती है?पहले तरल बूंदे जमा होती हैं और फिर बड़ी बूंदों में बदलती हैं. जब ये बूंदे भारी हो जाती हैं तो बादल इन्हें होल्ड नहीं कर पाते हैं और ये बूंदे जमीन पर बारिश के रूप में गिरने लगती हैं. पानी के आसमान से नीचे गिरने की प्रक्रिया को वर्षण (precipitation) कहा जाता है.
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