Show भारत में भूमि उपयोग के कौन कौन से प्रारूप मिलते हैं?यहाँ भूमि का उपयोग मुख्यत: चार रूपों में होता है <br> (i) कृषि, (ii) चरागाह, (iii) वन, (iv) उद्योग, यातायात, व्यापार तथा मानव आवास। (1) कृषि-भारत के कुल क्षेत्रफल के लगभग 51 प्रतिशत भाग पर कृषि की जाती है। देश में 46 प्रतिशत भूमि शुद्ध बोए क्षेत्र के अधीन है। 1 प्रतिशत भाग फलों की कृषि के अंतर्गत आता है।
भूमि के उपयोग को कौन से कारक नियत करते हैं?भूमि का उपयोग भौतिक कारकों द्वारा निर्धारित किया जाता है, जैसे स्थलाकृति, मृदा, जलवायु, खनिज और जल की उपलब्धता। मानवीय कारक जैसे जनसंख्या और प्रौद्योगिकी भी भूमि उपयोग प्रतिरूप के महत्त्वपूर्ण निर्धारक हैं। स्वामित्व के आधार पर भूमि को निजी भूमि और सामुदायिक भूमि में बाँटा जा सकता है।
भूमि हमारे लिए क्यों आवश्यक है?अति आवश्यक मानव क्रियाओं के लिए भूमि एक अपरिहार्य संसाधन है। यह कृषि तथा वनोत्पादन, जल संग्रह, मनोरंजन तथा आवासन के लिए आधार प्रदान करती है। यही कारण है कि किसी राष्ट्र का प्रत्येक नागरिक अपनी मातृ भूमि पर गर्व करता है तथा उसके संरक्षण के लिए उत्तरदायी होता है।
भूमि के बारे में आप क्या जानते हैं?भूमि, पृथ्वी की ठोस सतह को कहते है जो स्थायी रूप से पानी नहीं होता। इतिहास में मानव गतिविधियाँ अधिकतर उन भूमि क्षेत्रों में हुई है जहाँ कृषि, निवास और विभिन्न प्राकृतिक संसाधन होते हैं।
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