क्या शुगर के मरीज दूध वाली चाय पी सकते हैं? - kya shugar ke mareej doodh vaalee chaay pee sakate hain?

चाय में टैन‍िन (Tannins) और पॉलीफेनोल (Polyphenols) नाम के तत्‍व मौजूद होते हैं जो शरीर में आयरन को पूरी तरह से एब्‍सॉर्ब नहीं होने देते और शरीर के आयरन एब्‍सॉर्ब करने के प्रोसेस में बाधा डालते हैं। जो लोग खाने के तुरंत बाद चाय का सेवन करते हैं उनमें आयरन एब्‍सॉर्ब न होने की समस्‍या ज्‍यादा होती है। चाय में मौजूद कैफीन आयरन तत्‍व पर बुरा असर डालता है और हीमोग्‍लोबि‍न घट सकता है।

Show

इसे भी पढ़ें- Type 3c Diabetes: टाइप 3c डायबिटीज क्या होता है? डॉक्टर से जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव के टिप्स

3. चाय में गुड़ का ज्‍यादा इस्‍तेमाल ठीक नहीं (Use of jaggery in tea)

क्या शुगर के मरीज दूध वाली चाय पी सकते हैं? - kya shugar ke mareej doodh vaalee chaay pee sakate hain?

image source:herstepp.com

ठंड के द‍िनों में शरीर की ठंडक दूर करने के ल‍िए लोग चाय में गुड़ डालकर पीते हैं, गुड़ की तासीर गरम होती है। गुड़ के सेवन से शरीर को गरमाहट तो म‍िलती है पर ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। डायब‍िटीज के मरीजों को गुड़ वाली चाय अवॉइड करनी चाह‍िए। गुड़, चीनी से हेल्‍दी व‍िकल्‍प है पर ये ब्‍लड शुगर लेवल न बढ़ाए इस बात का कोई प्रमाण नहीं है, गुड़ को मीठी चीजों में ही ग‍िना जाता है।

इसे भी पढ़ें- आपकी उम्र के अनुसार कितना होना चाहिए नॉर्मल ब्लड शुगर? डॉक्टर से जानें कितना शुगर माना जाता है खतरनाक

4. सर्द‍ियों में ज्‍यादा चाय पीना नुकसानदायक (Excessive tea consumption during winters)

डायब‍िटीज मरीज ठंड के द‍िनों में ज्‍यादा चाय पी लेते हैं ज‍िससे उनका ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ सकता है और हीमोग्‍लोबि‍न कम हो जाता है। अगर आप ठंड के द‍िनों में ज्‍यादा चाय का सेवन करेंगे तो दवा की खुराक लेने के बाद भी ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में परेशानी होगी।

डायब‍िटीज मरीज कैसी चाय पिएं?

डायब‍िटीज के मरीजों को हर्बल चाय का सेवन करना चाह‍िए ज‍िसमें दूध और चीनी की जगह अदरक, नींबू, इलायची, दालचीनी, काली मिर्च का इस्‍तेमाल क‍िया गया हो। हर्बल टी से शरीर को एंटीऑक्‍सीडेंट्स म‍िलेंगे और सामान्‍य चाय की बात करें तो आपको एक द‍िन में दो कप से ज्‍यादा चाय का सेवन अवॉइड करना चाह‍िए। आप लेमनग्रास टी या ग्रीन टी का सेवन भी कर सकते हैं पर एक द‍िन में चाय की संख्‍या दो से ती न कप से ज्‍यादा न रखें। 

आप चीनी, शुगर फ्री या दूध वाली चाय पीने के बजाय हर्बल टी का सेवन करें। डायब‍िटीज में ब्‍लड शुगर लेवल की जांच समय-समय पर करते रहें।

अगर आप थोड़ी तीखी और मीठे फूलों की चाय पीना पसंद करते हैं तो आपको हिबिस्कस की चाय बहुत पसंद आएगी। यह बेहद चौका देने वाली बात है कि हिबिस्कस की चाय के माध्यम से शुगर लेवल को कम किया जा सकता है। इसके अलावा गुड़हल की चाय के अंदर पॉलीफेनोल्स, एंटीऑक्सीडेंट, और एंथोसायनिन जैसे गुण होते हैं।

यह न केवल सूजन को कम करते हैं। बल्कि इसके जरिए इंसुलिन के प्रतिरोध में भी सुधार होता है। साथ ही यह रक्तचाप को भी संतुलित करके रखती है।

​दालचीनी चाय

क्या शुगर के मरीज दूध वाली चाय पी सकते हैं? - kya shugar ke mareej doodh vaalee chaay pee sakate hain?

दालचीनी यूं तो एक मसाला है जिसका उपयोग कई व्यंजनों के अंदर किया जाता है। लेकिन इसकी चाय भी बहुत फायदेमंद मानी जाती है। आपको बता दें कि इसके अंदर एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो डायबिटीज को नियंत्रित कर सकते हैं।

इसके लिए आप चाहें तो दालचीनी को हर्बल चाय के अंदर डाले या इसी से चाय बनाकर उसका सेवन करें। इसके अलावा दालचीनी के जरिए मोटापे से भी राहत मिल सकती है। यही नहीं दालचीनी के लाभ हृदय पर भी देखने को मिलते हैं।

काढ़ा देखते ही अगर बन जाता है मुंह, तो एक बार जरूर आजमाएं शहद और दालचीनी की ये चाय

​ग्रीन टी

क्या शुगर के मरीज दूध वाली चाय पी सकते हैं? - kya shugar ke mareej doodh vaalee chaay pee sakate hain?

रोजाना ग्रीन टी का सेवन से सूजन और सेल्स को डैमेज होने की समस्या को कम किया जा सकता है। आपको बता दें कि ग्रीन टी के अंदर बायोएक्टिव कंपाउंड होते है, जो इंसुलिन को भी मैनेज करने का काम करते हैं।

वहीं हाल ही में हुए एक शोध से पता चला है कि ग्रीन टी में पाया जाने वाले बायो एक्टिव कंपाउंड को एपिग्लो कैटेचिन गैलेट के नाम से जाना जाता है। यह हमारे शरीर में ग्लूकोज के प्रवाह को बेहतर करता है और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने का काम करता है।

हम बचपन से सुनते आ रहे हैं कि दूध सेहत के लिए अच्छा होता है। हालांकि, अगर कोई स्वास्थ्य समस्या हो तो दूध के सेवन को लेकर थोड़ा संशय बना रहता है। इन्हीं में से एक है डायबिटीज, जब किसी को डायबिटीज हो जाती है, तो यह सवाल आता है कि शुगर में दूध पीना चाहिए कि नहीं। अगर यही सवाल आपके मन में भी है, तो आपको इस लेख को जरूर पढ़ना चाहिए। इस लेख में हम शुगर में दूध के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं। 

विषय सूची :

  • शुगर में दूध पीना चाहिए कि नहीं? 
  • दूध के पोषक तत्व 
  • डायबिटीज में दूध पीने के फायदे 
  • डायबिटीज में कौन-सा दूध पीना चाहिए? 
  • डायबिटीज में कब और कितना दूध पिएं? 
  • क्या मधुमेह रोगी रात में दूध पी सकते हैं? 
  • डायबिटीज में दूध को आहार में कैसे शामिल करें? 
  • डायबिटीज में अधिक दूध पीने से होने वाले नुकसान 
  • सारांश पढ़ें 
  • अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

शुगर में दूध पीना चाहिए कि नहीं?

अगर आप सोच रहे हैं कि डायबिटीज में दूध पीना चाहिए या नहीं, तो आपको बता दें कि शुगर में दूध पी सकते हैं। वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार, दूध का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो शुगर को बढ़ने नहीं देता है। साथ ही इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और पेप्टाइड्स पाए जाते हैं, जो इंसुलिन सेंसटिविटी और ग्लूकोज टोलरेंस को संतुलित रखते हैं। 

हालांकि, इस समय क्रीमी और हाई फैट दूध के सेवन से बचना चाहिए। साथ ही दूध में अतिरिक्त शुगर और स्वीटनर के इस्तेमाल से बचना चाहिए। बेहतर है बिना फैट वाले या लो फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करें। 

इससे पहले कि आप लेख में आगे बढ़ें, घर में आराम से बैठकर हमारा Phable Care ऐप डाउनलोड करें ताकि आपको अपने डायबिटीज (ब्लड शुगर) को मैनेज करने में मदद मिल सके।

दूध के पोषक तत्व

दूध में मौजूद पोषक तत्व डायबिटीज की स्थिति को बेहतर करने में सहायता कर सकते हैं। इससे डायबिटीज के कुछ लक्षणों से राहत मिल सकती है।

पोषक तत्व मूल्य प्रति  1 कप पानी 215 gऊर्जा 146 kcalप्रोटीन 8 gटोटल लिपिड (फैट)7.81 gकार्बोहायड्रेट 11.4 gशुगर 11.7 gकैल्शियम 300 mgमैग्नीशियम 29.3 mgफॉस्फोरस 246 mgपोटैशियम 366 mgसोडियम 92.7 mgसेलेनियम 4.64 µgविटामिन बी-6 0.149 mgविटामिन बी-12 1.32 µgविटामिन ए, RAE78.1 µg विटामिन डी (D2 + D3)2.68 µgफैटी एसिड्स, टोटल सैचुरेटेड 4.54 gफैटी एसिड्स, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड 1.68 gफैटी एसिड्स, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड 0.264 gकोलेस्ट्रॉल 29.3 mg

डायबिटीज में दूध पीने के फायदे

शुगर में दूध के फायदे अनेक हैं। ये फायदे न सिर्फ शुगर के लक्षण को कम करने में मदद कर सकते हैं, बल्कि अन्य स्वास्थ्य फायदे भी पहुंचा सकते हैं, जो डायबिटीज में होने वाली जटिलताओं को भी दूर रख सकते हैं। मधुमेह में दूध पीने के लाभ कुछ इस प्रकार हैं: 

डायबिटीज में हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे बोन फ्रैक्चर होने का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे में शुगर में दूध पीने से इस समस्या के जोखिम को कम किया जा सकता है। दरअसल, दूध में विटामिन डी और कैल्शियम होते हैं, जो डायबिटिक्स की हड्डियों को मजबूत रखने में मदद कर सकते हैं।

शुगर में दूध के फायदे नींद को बेहतर करने के लिए भी देखे जा सकते हैं। डायबिटीज के कुछ मरीजों को ठीक से नींद नहीं आती है।  इस समस्या से छुटकारा पाने में दूध मदद कर सकता है। 

दूध में मेलाटोनिन और एमिनो एसिड ट्राइटोफन पाया जाता है, जो नींद की गुणवत्ता में सुधार कर सकता है। इससे बेहतर नींद आ सकती है। ऐसे में मधुमेह रोगियों के लिए रात में दूध पी सकते हैं।

डायबिटीज की समस्या होने पर व्यक्ति का ब्लड प्रेशर प्रभावित हो सकता है । ऐसे में ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए दूध का सेवन मददगार हो सकता है। वैज्ञानिक अध्ययन की मानें, तो डेयरी प्रोडक्ट में पोटैशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे मिनरल्स होते हैं, जो ब्लड प्रेशर रेगुलेशन में सहायक होते हैं। 

वहीं, दूध में भी कुछ खास तरह के प्रोटीन होते हैं, जिन्हें बायोएक्टिव पेप्टाइड्स कहा जाता है। ये ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इससे उच्च रक्तचाप के जोखिम को कम किया जा सकता है, जिससे डायबिटीज की जटिलताओं से बचाव हो सकता है। 

डायबिटिक्स अक्सर तनाव का अनुभव करते हैं। इस तनाव से राहत दिलाने में दूध मददगार हो सकता है। रिसर्च के अनुसार, दूध में मौजूद कैल्शियम तनाव से राहत दिलाने में सहायक हो सकता है। 

इसके साथ ही दूध में अमीनो एसिड (एक तरह का प्रोटीन) होता है, जो मस्तिष्क स्वास्थ्य और मस्तिष्क के कार्य प्रणाली को बेहतर करने का काम कर सकता है। इससे तनाव और डिप्रेशन से राहत मिल सकती है। 

इसके अलावा, मधुमेह रोगियों के लिए रात में दूध पी सकते हैं। दरअसल, एक शोध में यह बात सामने आयी है कि रात में दूध पीने से न सिर्फ तनाव कम हो सकता है, बल्कि नींद भी अच्छी आती है।  

शुगर में दूध के फायदे शरीर में प्रोटीन की पूर्ति करने के लिए हो सकता है। दरअसल, प्रोटीन ग्लूकोज़ या कार्ब्स के अवशोषण को धीमा करने का काम करता है, जिससे कि शुगर लेवल बढ़ता नहीं है। 

साथ ही प्रोटीन लंबे समय तक पेट को भरा रखता है, जिससे कि भूख को शांत रखा जा सकता है। इससे अतिरिक्त आहार के सेवन से बचा जा सकता है, जो शुगर में वजन बढ़ने का जोखिम कम कर सकता है। 

डायबिटीज में कौन-सा दूध पीना चाहिए?

बाजार में कई तरह के दूध उपलब्ध हैं। ऐसे में डायबिटीज में कौन सा दूध पीना चाहिए, यह जानना जरूरी है। इस समय जिन लोगों को लैक्टोज़ इन्टोलेरेंस की समस्या है, वे आलमंड, सोया, लो फैट मिल्क का सेवन कर सकते हैं।

  • आलमंड मिल्क - यह दूध हल्का मीठा, कैल्शियम से समृद्ध और लैक्टोज फ्री होता है। एक कप आलमंड मिल्क में 36.6 कैलोरी, 3.2 g कार्ब्स और 0.195 ग्राम सैचुरेटेड फैट होता है। इसे सुबह के नाश्ते के साथ लेना बेहतर होता है।
  • सोया मिल्क- सोया मिल्क एक हाई कैल्शियम, डेयरी-फ्री विकल्प है। यह विटामिन बी -12, कैल्शियम, मैग्नेशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम में उच्च है। 
  • लो फैट मिल्क- इस लो फैट मिल्क से वजन बढ़ने का जोखिम कम ही सकता है। साथ ही एक कप दूध में 12 g कार्ब्स और 8 g प्रोटीन होता है, जो इसे मधुमेह रोगियों के लिए बेहतर बनाता है।

डायबिटीज में कब और कितना दूध पिएं

डायबिटीज में कब दूध पिएं 

  • मधुमेह में दिन के किसी भी समय दूध पी सकते हैं। हालांकि, बेहतर परिणाम के लिए सुबह नाश्ते के साथ शुगर फ्री दूध पी सकते हैं या रात में सोने से पहले दूध पी सकते हैं। 

डायबिटीज में कितना दूध पिएं 

  • अब सवाल आता है कि मधुमेह में दूध कितना पीना चाहिए, तो बता दें कि इस समय दिन में दो बार एक-एक कप फैट फ्री और शुगर फ्री दूध पी सकते हैं। यदि डायबिटीज के साथ किसी तरह की अन्य समस्या है या डायबिटीज के गंभीर लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो दूध को आहार में शामिल करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें। 

क्या मधुमेह रोगी रात में दूध पी सकते हैं?

अब सवाल यह आता है कि क्या मधुमेह रोगियों के लिए रात में दूध पी सकते हैं। जी हाँ, मधुमेह के रोगी रात में दूध पी सकते हैं। रात में सोने से पहले डायबिटिक्स एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पी सकते हैं। इससे उन्हें बेहतर नींद आ सकती है। 

साथ ही यह स्ट्रेस को भी कम कर सकता है। आप चाहें तो बिना हल्दी का भी दूध पी सकते हैं। वहीं, अगर किसी को एसिडिटी की समस्या है तो रात में दूध का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

डायबिटीज में दूध को आहार में शामिल करने के तरीके

डायबिटीज होने पर दूध को आहार में कई तरह से शामिल कर सकते हैं, जिससे कि न सिर्फ दूध के गुण को बढ़ाया जा सकता है, बल्कि इसके फायदे भी बढ़ सकते हैं। 

  • दूध को उबालकर पी सकते हैं।
  • दूध में हल्दी मिलाकर भी पी सकते हैं।
  • दूध को फ्रूट्स मिल्क शेक के तौर पर भी ले सकते हैं। बशर्ते कि मिल्क शेक में किसी तरह का स्वीटनर न मिला हो।
  • दूध में काजू, बादाम, किसमिश, आदि का इस्तेमाल कर इसका सेवन कर सकते हैं।
  • डॉक्टर की सलाह पर दूध में प्रोटीन पाउडर मिलाकर सेवन कर सकते हैं। 

डायबिटीज में अधिक दूध पीने से होने वाले नुकसान

शुगर में दूध के फायदे तो होते हैं, पर इसे अधिक मात्रा में पीने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। इन नुकसानों के बारे में हम नीचे बता रहे हैं।

  • डायबिटीज में अधिक मात्रा में दूध पीने से कुछ लोगों को गैस और दस्त जैसी समस्या हो सकती है।
  • कई बार मधुमेह में ज्यादा दूध पीने से एलर्जी होने का जोखिम बढ़ जाता है।
  • अगर मधुमेह में कोई अधिक मात्रा में हाई फैट वाला दूध का सेवन करता है, तो इससे शुगर लेवल और वजन बढ़ सकता है।
  • दूध में शुगर है, दरअसल, इसमें लैक्टोज़ नाम का एक शुगर का प्रकार होता है। ऐसे में अन्य कार्बोहायड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन की तरह ही दूध के अधिक सेवन से ब्लड शुगर बढ़ सकता है। हालांकि, इसमें प्रोटीन भी होता है जो सकारत्मक असर डाल सकता है, लेकिन बेहतर है दूध का सेवन सीमित मात्रा में किया जाए। 

शुगर में दूध पीना चाहिए कि नहीं, इसका जवाब आपको मिल गया होगा। यहां आपने शुगर में दूध के फायदे पढ़ें। हालांकि, इस समय सीमित मात्रा में ही दूध का सेवन करें। दूध का स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें किसी तरह के स्वीटनर का इस्तेमाल न करें। वहीं, अगर डायबिटीज में दूध पीने से किसी तरह का जोखिम नजर आता है, तो दूध का सेवन बंद कर सकते हैं। 

इसके आलावा, अगर किसी को लैक्टोज इन्टोलेरेंस की समस्या है तो बेहतर है वो यहां बताए गए दूध के अन्य विकल्पों को ट्राई करें। अब डायबिटीज को मैनेज करने से जुड़ी अन्य जानकारी प्राप्त करने के लिए Phablecare के वेबसाइट पर पब्लिश दूसरे लेख को भी पढ़ सकते हैं।

शुगर में कौन सी चाय पीनी चाहिए?

ग्रीन टी में एपिगैलोकैटेचिन गैलेट नाम के तत्व होते हैं जो शरीर में मसल्स और सेल्स में ग्लूकोज को एब्जॉर्ब करती है जिससे ब्लड सर्कुलेशन को इंप्रूव होने में मदद मिलती है. इसलिए हर रोज दिन में 3 से 4 कप ग्रीन टी पीनी चाहिए.

क्या मधुमेह रोगी दूध की चाय पी सकते हैं?

हाँ, डायबिटीज में दूध वाली चाय पी सकते हैंमधुमेह के लिए दूध की चाय बनाते समय ध्यान रखें कि चाय में ज्यादा चीनी का इस्तेमाल न किया जाए। साथ ही लो फैट मिल्क का उपयोग कर सकते हैं

क्या शुगर का मरीज गुड़ की चाय पी सकता है?

हाँ, मधुमेह में गुड़ का बहुत कम मात्रा में सेवन किया जा सकता है। चीनी की तुलना में गुड़ में आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, जैसे पोषक तत्व अधिक होते हैं। इस स्थिति में शुगर के मरीजों के लिए गुड़ चीनी से अच्छा विकल्प हो सकता है।

शुगर पेशेंट को कौन सा दूध पीना चाहिए?

– वैसे तो डायबिटीज में आलमंड मिल्‍क का सेवन करना फायदेमंद होता है लेकिन गाय और भैंस के स्किम्‍ड मिल्‍क का नियमित सेवन ये भी ब्‍लड शुगर लेवल को कम किया जा सकता है. गाय के दूध में हल्‍दी मिलाकर पीने से पेशेंट को लाभ मिलता है. हल्‍दी में पर्याप्‍त मात्रा में करक्‍यूमिन होता है जो शरीर को फायदा पहुंचाता है.