क्या मैं शराब पीने के बाद पेरासिटामोल ले सकता हूँ? - kya main sharaab peene ke baad peraasitaamol le sakata hoon?

बुखार या दर्द को कम करने के लिए हम झट से पेरासिटामोल ले लेते हैं। क्योंकि इससे ज्यादा फायदा मिल जाता है और बिना डॉक्टर के पास जाए, हम जल्दी ठीक भी हो जाते हैं। वैसे देखा जाए, तो डॉक्टर खुद भी सिर दर्द, दांत दर्द, सर्दी या फ्लू से राहत के लिए पेरासिटामोल का सेवन की सलाह देते हैं। यह एक ऐसी दवा है , जो इन सभी स्वास्थ्य स्थितियों से तुंरत राहत दे सकती है। खासतौर से महामारी के दौरान बुखार कम करने के लिए पेरासिटामोल का इस्तेमाल और भी ज्यादा बढ़ गया है। एसिटामिनोफेन के नाम से जानी जाने वाली यह दवा केवल हल्के बुखार और दर्द को कम करने में अपना कमाल दिखाती है।

तेज बुखार और दर्द में यह बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित नहीं होती। साथ ही अधिक मात्रा में और गलत ड्रिंक के साथ दवा लेने से सेहत को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। कहने का मतलब यह है कि आमतौर पर हम पेरासिटामोल की टैबलेट को पानी या फिर दूध के साथ लेते हैं। वैसे पानी के बजाय गर्म दूध के साथ दवा लेना अच्छा माना जाता है। इससे किसी तरह का रिएक्शन नहीं होता। लेकिन हमें यह समझने की जरूरत है कि हर दवा एक अलग तरह से काम करती है, जिसका स्वास्थ्य पर अलग प्रभाव पड़ता है। इसलिए जब आपको प्रिस्क्रिप्शन दिया जाए, तो अपने डॉक्टर से जरूर पूछें कि इसे कैसे लें और किसके साथ लेने से बचें।

​अल्कोहल के साथ न करें पेरासिटामॉल का सेवन-

क्या मैं शराब पीने के बाद पेरासिटामोल ले सकता हूँ? - kya main sharaab peene ke baad peraasitaamol le sakata hoon?

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कुछ दवाएं खाली पेट लेनी चाहिए, तो कुछ ऐसी होती हैं जिन्हें अगर दूध के साथ ले लिया जाए, तो पेट में जलन का कारण बन सकती हैं। जहां तक पेरासिटामोल की बात है , तो जो लोग इसे अल्कोहल के साथ लेते हैं, उन्हें आगे चलकर नुकसान हो सकता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि पेरासिटामोल की टैबलेट को कभी भी अल्कोहल के साथ नहीं लेना चाहिए।

​शराब के साथ क्यों नहीं लेनी चाहिए पेरासिटामोल

क्या मैं शराब पीने के बाद पेरासिटामोल ले सकता हूँ? - kya main sharaab peene ke baad peraasitaamol le sakata hoon?

दरअसल, शराब में इथेनॉल होता है। अगर आप पेरासिटामोल को इथेनॉल के साथ मिलाएंगे, तो मतली, उल्टी सिरदर्द, बेहोशी महसूस होती है। हैंगओवर से छुटकारा पाने के लिए रातभर हैवी ड्रिंक करने के बाद पेरासिटामोल का सेवन आपको गंभीर खतरे में डाल सकता है। दोनों के संयोजन से लीवर की विषाक्तता का खतरा बढ़ सकता है, जो घातक है। इसके अलावा शराब को दवा की प्रभावशीलता को कम करने के लिए भी जाना जाता है। केवल पेरासिटामोल ही नहीं, किसी भी टैबलेट को शराब के साथ लेना अच्छा कॉम्बिनेशन नहीं है। जब भी आप किसी केमिस्ट से दवा लें, तो पूछ लें कि आप इसे कैसे लें ।

​क्या है पेरासिटामोल लेने की सेफ लिमिट

क्या मैं शराब पीने के बाद पेरासिटामोल ले सकता हूँ? - kya main sharaab peene ke baad peraasitaamol le sakata hoon?

कहने को पेरासिटामोल एक हल्की दवा है, लेकिन फिर भी आपको इसका उपयोग बार-बार नहीं करना चाहिए। हमेशा इसका सेवन एक सीमा में रहकर ही करना चाहिए। वयस्क एक डोज में 1 ग्राम पेरासिटामोल ले सकते हैं और हर दिन 4 ग्राम तक खा सकते हैं। इस लिमिट से आगे जाने से लीवर की विषाक्तता हो सकती है। अगर आप रोजाना 3 शराब के ड्रिंक्स लेते हैं , तो डॉक्टर की सलाह के बाद 2 ग्राम से ज्यादा पेरासिटामोल न लें। वहीं 2 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही पेरासिटामोल का उपयोग करना चाहिए।

​हाई डोज लेने से लीवर को खतरा

क्या मैं शराब पीने के बाद पेरासिटामोल ले सकता हूँ? - kya main sharaab peene ke baad peraasitaamol le sakata hoon?

अगर आप पेरासिटामोल ले रहे हैं, तो जरूरी है कि पहले मात्रा को मापें। लिक्डि दवा की ज्यादा मात्रा लोगों द्वारा की जाने वाली सामान्य गलतियों मे से एक है। इसकी हाई डोज लेने से लीवर को खतरा हो सकता है। इसके अलावा चबाने वाली टैबलेट को निगलने से ठीक पहले चबाना चाहिए। अगर आप सीमित मात्रा में पेरासिटामोल ले रहे हैं, तो किसी भी स्थिति में इसे नियमित रूप से लेने की कोशिश न करें।

बेशक पेरासिटामोल दर्द और हल्के बुखार से बहुत जल्दी राहत दिलाती हो, लेकिन इसका सेवन भूलकर भी आपको शराब के साथ नहीं करना चाहिए। यदि डॉक्टर यह दवा लेने को कहे, तो उनसे पूछ लें कि इसे कैसे और किस ड्रिंक के साथ लेना बेहतर है।

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डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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Side Effects of Paracetamol: दर्द और हल्के बुखार में पेरासिटामोल दवा तो राहत दिलाने का कार्य करती है लेकिन अल्कोहल के साथ लेनी चाहिए या नहीं, आइए जानते हैं।

Paracetamol Usage: हर घर में कोई न कोई छोटा मोटा डॉक्टर बन ही जाता है। जब भी बुखार या दर्द की बात आती है तो हम झट से पेरासिटामोल ले लेते हैं। दरअसल पेरासिटामोल दर्द से राहत देता है। यह शरीर के तापमान में वृद्धि (बुखार) को भी कम करता है। इसलिए बिना डॉक्टर के सलाह के भी लोग इसका सेवन कर लेते हैं। चूंकि डॉक्टर खुद भी सिर दर्द, दांत दर्द, सर्दी या फ्लू से राहत के लिए पेरासिटामोल का सेवन की सलाह देते हैं।

गौर करने लायक बात यह है कि महामारी के दौरान बुखार कम करने के लिए पेरासिटामोल का इस्तेमाल और भी ज्यादा बढ़ गया है। पेरासिटामोल अन्य नाम अल्वेडॉन, कैलपोल, डिस्प्रॉल, हेडेक्स, मंडनॉल, मेडिनोल, पैनाडोल आदि नामों से भी जानी जाती है। इस दवाई को भी लेने के लिए कुछ नियम कायदे हैं, यदि अधिक मात्रा में और गलत ड्रिंक के साथ दवा लेते हैं तो सेहत को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में आइए जानते है कि पेरासिटामोल से जुड़ी कुछ आवश्यक बातें-

दवा खाने का सही तरीका

मतौर पर लोगों द्वारा यह टैबलेट पानी के साथ ही ली जाती है लेकिन पानी के बजाय गर्म दूध के साथ दवा लेना अच्छा माना जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इससे किसी तरह का रिएक्शन नहीं होता। फिर भी हमें समझने की जरूरत है कि हर दवा का अपना अलग काम है, जिसका स्वास्थ्य पर अलग अलग प्रभाव देखने को मिलता है। इसलिए इसलिए जब आपको प्रिस्क्रिप्शन दिया जाए, तो अपने डॉक्टर से जरूर पूछें कि इसे कैसे लें और किसके साथ लेने से बचें।

शराब पीने के बाद क्या हम दवाई ले सकते हैं?

दरअसल, शराब में इथेनॉल पाया जाता है और पेरासिटामोल को इथेनॉल के साथ मिलाएंगे, तो मतली, उल्टी सिरदर्द, बेहोशी की समस्या हो सकती है। वहीं कुछ लोग रातभर हैवी ड्रिंक करने के बाद हैंगओवर से छुटकारा पाने के लिए पेरासिटामोल का सेवन करते हैं तो यह उनको गंभीर खतरे में डाल सकता है।

बता दें कि पेरासिटामोल और शराब दोनों मिलकर लिवर को विषैला बना सकते हैं। केवल पेरासिटामोल ही नहीं, किसी भी टैबलेट को शराब के साथ लेना अच्छा कॉम्बिनेशन नहीं है। वहीं इसके हाई डोज लेने से लीवर को खतरा हो सकता है।

अल्कोहल के साथ न करें पेरासिटामोल का सेवन:

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कुछ दवाएं खाली पेट लेते हैं तो कुछ को गुनगुने पानी या फिर दूध के साथ लेते हैं। लेकिन इनमें से कुछ ऐसी दवाइयाँ होती हैं जिन्हें अगर भूलवश दूध के साथ ले लिया जाए, तो पेट में जलन का कारण बन सकती हैं। वहीं पेरासिटामोल की बात करें तो जो लोग इसे अल्कोहल के साथ लेते हैं, या अल्कोहल पीने के बाद लेते हैं। उन्हें आगे चलकर नुकसान हो सकता है।

क्या गर्भावस्था के दौरान पेरासिटामोल ले सकते हैं?

यदि आप गर्भवती हैं या स्तनपान कर रही हैं तो आपको डॉक्टर की अनुशंसा के अनुसार दवाएं लेनी चाहिए। हालांकि, वर्तमान में दवा के किसी भी साइड इफेक्ट को साबित करने के लिए कोई भी साइंटिफिक प्रूव नहीं है, हाल ही में पेरासिटामोल और गर्भावस्था से जुड़े अध्ययनों से पता चलता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान पेरासिटामोल का सेवन करने से बच्चों में व्यवहार संबंधी समस्याओं के बढ़ने का जोखिम होता है।

शराब पीने के बाद पेरासिटामोल खाने से क्या होता है?

दरअसल, शराब में इथेनॉल होता है। अगर आप पेरासिटामोल को इथेनॉल के साथ मिलाएंगे, तो मतली, उल्टी सिरदर्द, बेहोशी महसूस होती है। हैंगओवर से छुटकारा पाने के लिए रातभर हैवी ड्रिंक करने के बाद पेरासिटामोल का सेवन आपको गंभीर खतरे में डाल सकता है। दोनों के संयोजन से लीवर की विषाक्तता का खतरा बढ़ सकता है, जो घातक है।

शराब पीने के बाद दवाई ले सकते हैं क्या?

सच्चाई ये है कि ज़्यादातर एंटीबायोटिक्स पर अल्कोहल का कोई असर नहीं होता. हालांकि कुछ एंटीबायोटिक हैं जिनको लेते वक़्त शराब न ही पीना बेहतर होता है. सेफ़ालोस्पोरिन सेफ़ोटेटान खाते वक्त अगर आप शराब पीते हैं, तो इससे शरीर को नुक़सान हो सकता है. इन दोनों के मेल से एसीटल्डिहाइड नाम का केमिकल बनता है.

क्या शराब से बुखार ठीक होता है?

शराब (Alcohol) अल्कोहल में हिस्टामाइन पाए जाते हैं जो फीवर के दौरान आंख में खुजली को बढ़ा देते हैं और सूंंघने की क्षमता कम कर सकते हैं. बीयर, साइडर और रेड वाइन जैसी ड्रिंक में हिस्टामाइन अधिक होते हैं जो हे फीवर के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं. इसलिए इनका सेवन करने से बचें.

शराब का नशा कितने समय तक रहता है?

आज के वक्त में आप शराब पीने के 80 घंटे बाद यूरिन टेस्‍ट से शराब पीने का समय मालूम कर सकते हैं. सांस परीक्षण से आप करीब 24 घंटे के अंदर शराब पीने का समय पता कर सकते हैं. अगर आप शराब पीकर स्तनपान कराती हैं, तो ऐसा नहीं करना चाहिए. जहां तक हो ड्रिंग के पहले ही फीड करवाएं.