Question 2: कवि ने कोकिल के बोलने के किन कारणों की संभावना बताई? Show उत्तर: कवि को लगता है कि कोयल किसी का संदेश लेकर आई होगी। कवि को ये भी लगता है कि कोयल वहाँ पर विद्रोह के बीज बोने आई होगी। कवि को ये भी लगता है कि कोयल उसके साथ सहानुभूति दिखाने आई होगी। Question 3: किस शासन की तुलना तम के प्रभाव से की गई है और क्यों? उत्तर: इस कविता में अंग्रेजी हुकूमत की तुलना तम के प्रभाव से की गई है। अंग्रेजी राज के दौरान भारत के ऊपर गुलामी का अंधेरा छा गया था। उस दौर में भारत के किसी भी व्यक्ति के पास स्वतंत्रता नहीं थी। Question 4: कविता के आधार पर पराधीन भारत की जेलों में दी जाने वाली यंत्रणाओं का वर्णन कीजिए। उत्तर: उस समय जेलों में कैदी को भरपेट खाना भी नहीं दिया जाता था। कैदी को रहने के लिए एक तंग कोठरी दी जाती थी जिसमें ठीक से रोशनी भी नहीं पहुँचती थी। कैदी से कोल्हू चलवाया जाता था और पत्थर तुड़वाये जाते थे। कैदी को किसी से मिलने की इजाजत नहीं थी। कैदी के लिए रोना भी मना था। Question 5: भाव स्पष्ट कीजिए:
Question 6: अर्धरात्रि में कोयल की चीख से कवि को क्या अंदेशा है? उत्तर: कवि को लगता है कि शायद कोयल ने आधी रात में जंगल की आग की भयावहता देख ली है इसलिए चीख रही है। Gujarat Board GSEB Hindi Textbook Std 9 Solutions Kshitij Chapter 12 कैदी और कोकिला Textbook Exercise Important Questions and Answers, Notes Pdf. Std 9 GSEB Hindi Solutions कैदी और कोकिला Textbook Questions and Answers प्रश्न-अभ्यास
प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. इतना सब कुछ करने के बाद भी उन्हें तरह-तरह की यातनाएँ दी जाती थीं। उन पर इतना तगड़ा पहरा रहता था कि वे आपस में मिलकर दुख-सुख की बातें भी नहीं कर सकते थे। उन्हें रोने पर भी गोलियाँ खानी पड़ती थीं। प्रश्न
5. ख. भाव – अंग्रेजी सरकार जेल में कवि से पशुओं के समान कार्य करवाते हैं। बैल के कंधे पर जुआ रखकर पुरवठ द्वारा कुएँ से पानी खिचवाया जाता है, परन्तु अत्याचारी अंग्रेज कवि के पेट पर जुआ बाँधकर कुएँ से पानी खिंचवाते हैं। इस अमानवीय काम को करते समय भी कवि दुःखी नहीं है। उसे लगता है कि अंग्रेज सरकार की अकड़ के कुएँ को खाली कर रहा है अर्थात् सरकार का घमंड चूर-चूर कर रहा है। प्रश्न 6.
प्रश्न 7. प्रश्न 8. प्रश्न 9. प्रश्न 10. प्रश्न 11. ख. काव्य सौंदर्य : यहाँ कवि ने अपने और कोयल के जीवन का अंतर स्पष्ट किया है। कवि कहता है कि तेरे गीतों को लोग वाह-वाह कर सुनते हैं जबकि हमें रोने भी नहीं दिया जाता है। हमें चुपचाप पहरेदारों का अत्याचार सहना पड़ता है। इतना अंतर होने पर भी तू रणभेदी बजा रही है। काव्य-पंक्तियों में सरल भाषा का प्रयोग किया गया है। ‘रणभेरी बजाना’ जैसे मुहावरे के द्वारा भाषा में सजीवता आ गई है। रचना और अभिव्यक्ति प्रश्न 12. प्रश्न 13. GSEB Solutions Class 9 Hindi कैदी और कोकिला Important Questions and Answers अतिरिक्त प्रश्न प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. भावार्थ एवं अर्थबोधन संबंधी प्रश्न 1. क्या गाती हो ? भावार्थ : कैदी के रूप में कवि कोयल से पूछता है कि वह क्या गाती है और बीच-बीच में चुप क्यों हो जाती है। अपने गीतों के माध्यम से मेरे लिए क्या तुम किसी का संदेश लाई हो ? कवि जेल के अंदर का वर्णन करते हुए कहता है कि हे कोयल ! जेल डाकू, चोर और बदमाशों का घर है। उन सबके बीच हम जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को रखा गया है। जेल में भरपेट भोजन भी नसीब नहीं होता है। यहाँ न जीने दिया जाता है और न ही मरने दिया जाता है। यहाँ अमानवीय परिस्थितियों में नारकीय जीवन बिताना पड़ रहा है। जेल कर्मचारी हम पर कड़ा पहरा रखते हैं। हमारी हर गतिविधि पर बारीक नजर रखी जाती है। ऐसा लगता है जैसे शासन नहीं बल्कि घोर अन्याय हैं। रात इतनी बीत चुकी है कि अब चन्द्रमा भी हमें निराश कर चला है। अब दुख की इस काली अंधेरी रात में आशा की कोई किरण नहीं है। हे सखि ! इस घोर अंधकारमय वातावरण में तू क्यों जाग रही है और हमें भी जगा रही है ? क्या हमारे लिए कोई संदेश तो नहीं लाई है ? प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. 2. क्यों हूक पड़ी ? भावार्थ : कवि ने कोयल की वेदनापूर्ण आवाज सुनकर पूछा कि हे कोयल ! तुम इस तरह क्यों चीख रही हो ? तुम्हारी वेदना भरी आवाज से लगता है, जैसे तुम्हारा संसार ही लुट गया हो। तुम्हारे पास तो मीठी आवाज़ का खजाना है। फिर इस तरह आधी रात को तुम पागलों की तरह क्यों चीख रही हो ? हे कोयल ! मुझे कुछ बताओ तो सही। कहीं तुमने जंगल में उत्पन्न होनेवाली आग की ज्वालाएँ तो नहीं देख ली, जिसके कारण तुम्हारे मुख से चीख निकल पड़ीं। प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. 3. क्या ? – देख्न न सकती जंजीरों का गहना ? इस शांत समय में, भावार्थ : कवि कोयल से पूछता है कि हे कोयल ! क्या तुम हम स्वतंत्रता सेनानियों के हाथों की हथकड़ियाँ और पैरों की जंजीरों को देख नहीं पा रही हो ? यह ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा पहनाया गया गहना है। सुबह से शाम तक हमें कोल्हू खींचना पड़ता हैं, उससे उत्पन्न चर्रक चूँ की ध्वनि ही हमारे जीवन का गीत बन गया है। यहाँ हम गिट्टियाँ तोड़ते हैं और हमें पेट पर जुआ रखकर पुरवठ खींचना पड़ता है। जिससे हमें लगता है कि हम ब्रिटिश सरकार के अकड़ के कुएँ को खाली कर रहे हैं। दिन में शायद करुणा को जगाने का समय नहीं मिल पाया होगा इसलिए रात में तुम अपना मधुर स्वर सुनाकर हमें ढाँढस बँधाने आई हो। रात के इस सन्नाटे में तुम अंधकार को चीरती हुई आवाज क्यों कर रही हो। क्या तुम अंग्रेजों के प्रति चुपचाप विद्रोह के बीज बो रही हो। कवि को कोयल के गीत में उम्मीद की किरण नजर आ रही है। प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. 4. काली तू, रजनी भी काली, भावार्थ : कवि ने यहाँ जेल की हर चीज को काला रंगवाला बताया है। काला रंग दुख और अशुभ का प्रतीक है। वह कोयल को संबोधित करते हुए कहता है कि हे कोयल ! तेरा रंग काला है और रात भी काली है। ब्रिटिश सरकार का कामकाज भी काला अर्थात् अन्यायपूर्ण है। देश में अंग्रेजों के प्रति जो लहर उठ रही है, वह भी काली है। जिस कोठरी में उसे रखा गया है, उसने जो टोपी पहनी है, वह जिस कंबल पर सोता है, सब काला है। उसकी बेड़ियाँ भी काली हैं। बीच-बीच में सुनाई देने वाली पहरेदारों की तेज आवाज साँपिन की तरह लगती है। इतने दुःखमय वातावरण रहनेवाले कैदियों ऊपर से गाली भी मिलती है। हे कोयल ! इस संकट के काले सागर में तुम मरने के लिए क्यों आई हो ? तुम इतनी उतावली क्यों हो रही हो, कुछ तो बोलो। तुम इन विपरीत परिस्थितियों में अपने चमकीले गीतों को कैसे गा लेती हो, कुछ तो बोलो। प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. 5. तुझे मिली हरियाली डाली, भावार्थ : कवि अपनी और कोयल की तुलना करते हुए कहता है कि तुझे रहने के लिए हरे-भरे पेड़ों की डालियों मिली हैं जबकि मेरे नसीब में हरियाली नहीं है बल्कि जेल की काल कोठरी है। जहाँ नाना प्रकार की यातनाएँ हैं। तुम खुले आसमान में उड़ सकती हो जबकि मेरा संसार दस फुट की कोठरी में सिमटकर रह गया है। तुम्हारे मीठे-मीठे गीतों को सुनकर लोग बाह-वाह करते नहीं थकते हैं और मेरा रोना भी अपराध समझा जाता है। हे कोयल ! तुम्हारी और मेरी स्थिति में जमीन-आसमान का अंतर है। मैं गुलाम हूँ और तुम आजाद। इसके बाद भी तू रणभेरी बजाकर लोगों को आजादी के लिए प्रेरित कर रही है। कोयल तुम्हारी इस हुंकार पर ओजस्वी रचनाएँ लिखने के अतिरिक्त भला और मैं क्या कर सकता हूँ। आज गाँधीजी का संकल्प पूरा हो, उसके लिए अपनी ऊर्जा किसमें भर दूं, कुछ तो बोलो कोयल। प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. कैदी और कोकिला Summary in Hindiमाखनलाल चतुर्वेदी का जन्म मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले के बाबई गाँव में हुआ था। इन्होंने हिन्दी एवं संस्कृत का अध्ययनअध्यापन किया। वे मात्र 16 वर्ष की उम्र में शिक्षक बन गए थे। इन्होंने कई महत्त्वपूर्ण पत्रिकाओं का संपादन किया। वे देशभक्त कवि और प्रखर पत्रकार थे। इनकी कविताओं में आपबीती और देश पर बीती घटनाओं का वर्णन है। मात्र उन्नीस साल के थे तभी इनकी पत्नी का देहांत हो गया था। इनकी कविताओं में पीड़ा का स्वर फूट पड़ा। हिमकिरीटनी, साहित्यदेवता, हिम तरंगिनी, वेणु लों गूंजे धरा, युग चरण और समर्पण उनकी प्रमुख्न रचनाएँ हैं। ‘कृष्णार्जुन’। इनका प्रसिद्ध नाटक है। उन्हें पद्मभूषण एवं साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। कविता परिचय : ‘कैदी और कोकिला’ कविता कवि ने उस समय लिखी जब देश ब्रिटिश शासन के गुलाम था। अंग्रेज सरकार भारतीयों का शोषण करती थी और स्वतंत्रता सेनानियों के साथ जेल में अमानवीय व्यवहार करती थी। उन स्वतंत्रता सेनानियों में कवि स्वयं भी था। जेल में वह उदास और एकाकी जीवन जी रहा था। कोयल से अपने मन का दुःख, असंतोष और अंग्रेज सरकार के प्रति अपने आक्रोश को व्यक्त करते हुए वह कहता है कि यह समय मधुर गीत गाने का नहीं बल्कि दासता से मुक्ति का गीत सुनाने का है। जब कोयल आधी रात को चीख उठी तो कवि को लगा कि जैसे कोयल भी पूरे देश को एक कारागार समझने लगी है। शब्दार्थ-टिप्पण :
कवि ने कोयल से क्या पूछता है?प्रश्न (ग) कवि कोकिल से क्या प्रश्न करता है? उत्तरः कवि कोकिल से प्रश्न करता है कि वह असमय क्यों कूक रही है? उसकी कूक में वेदना का भाव क्यों है?
कवि कोयल से क्या चाहते हैं?कवि कोयल से यह जानना चाहता है कि वह आधी रात को क्यों जाग रही है ? वह किस पीड़ा से परेशान होकर कूकी है ? क्या उसे नींद नहीं आ रही है या वह पागल है या उसे जंगल में लगी आग की लपटें दिखाई दी हैं ? वह क्यों इतनी बेचैन है ?
कवि को कोयल से इच्छा क्यों थी?कवि को कोयल से ईर्ष्या हो रही है इसका सबसे बड़ा कारण कोयल की स्वतंत्रता तथा कवि की पराधीनता है। कवि अंग्रेज़ी सरकार की काल-कोठरी में कैद है परन्तु कोयल हरियाली डाली पर रहती है। वह पूरे आकाश में स्वतंत्र उड़ सकती है परन्तु कवि की दुनिया काल-कोठरी के अंधकारमय जीवन में सिमटकर रह गई है।
कवि ने कोयल को क्या कहा?कोकिला की स्वर अन्य पक्षियों से अधिक मधुर तथा भिन्न है। उसकी मधुर और मार्मिक स्वर कवि के मन में एक अन्य प्रकार चेतना जागृत करता है। इसलिए कवि ने कोकिला की ही बात कही है।
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