कफ कम करने के लिए क्या खाएं? - kaph kam karane ke lie kya khaen?

चावल- डॉक्टर्स कहते हैं कि चावल की तासीर ठंडी होती है और इसमें बलगम बनाने वाले गुण मौजूद होते हैं. ऐसे में यह सर्दी-खांसी की समस्या को बढ़ा सकता है. यही कारण है कि सर्दी-खांसी या गले का इंफेक्शन होने पर डॉक्टर चावल, दही, मसालेदार भोजन, केला, आदि से बचने के सलाह देते हैं.

कोरोना काल में आपको खांसी-जुकाम एक गंभीर संकेत माना जा रहा है। हालांकि यह बदलते मौसम में अन्‍य संक्रमणाें का भी संकेत हो सकता है। फि‍र भी यह ऐसी स्थिति है जब आपको अपने खानपान पर नियंत्रण रखने की जरूरत होती है। अगर इस स्थिति में लापरवाही की जाए तो हालात बिगड़ भी सकते हैं। यहां हम उन फूड्स के बारे में बात करने वाले हैं, जिनका आपको गले में कफ या इर्रिटेशन होने पर परहेज करना चाहिए।

शरीर के बैक्‍टीरिया से मुकाबले का उपकरण भी है कफ अकसर जब भी आपको फ्लू या वायरल होता है, तो आपने महसूस किया होगा कि गले में कफ बनने लगता है।

पर आपको जान कर हैरानी होगी कि कफ कोई समस्‍या नहीं, बल्कि समस्‍या का संकेत और उससे बचाने का उपकरण है। कफ फेफड़ों और निचले श्वसन तंत्र में उत्पन्न होता है। हालांकि एक स्वस्थ शरीर के लिए थोड़ा कफ जरूरी होता है, लेकिन बहुत अधिक कफ से आपको परेशानी हो सकती है।

आप जब भी सांस लेते हैं, तो धूल- मिट्टी और बैक्टीरिया कफ में फ्लाई पेपर की तरह फंस जाते हैं। कफ के साथ ये बैक्टीरिया भी बॉडी से बाहर निकल जाते हैं। इस तंत्र को ठीक तरह से काम करने के लिए जरूरी है कि आप दवा के अलावा कुछ चीजों से परहेज भी करें।

जानिए उन खाद्य पदार्थों के बारे में, जिनसे आपको कफ या इरिटेशन होने पर परहेज करना चाहिए

ऑयली फूड्स से इम्यून को कम करते हैं, चित्र : शटरस्टॉक

1 ज्यादा तली हुई चीजें

ज्यादा तला-भुना खाना आपके गले को दिक्कत दे सकता है। क्योंकि इनमें तय मात्रा से ज्यादा मसाला और ऑयल होता है। ये दोनों ही चीजें आपके गले को खराब कर सकती हैं। इस दौरान शरीर कमजोर हाेता है, इसलिए जरूरी है कि डीप फ्राईड चीजों की बजाए संतुलित और सादा भोजन लें।

2 ठंडी चीजों से बचें

गर्मियों का मौसम है, हम समझ सकते हैं कि इस मौसम में कूलिंग ड्रिंक्‍स और आइसक्रीम के लिए आपकी क्रेविंग कितनी बढ़ जाती है। पर हमारी दादी-नानी के समय से यह हिदायत दी जा रही है कि जब गला खराब हो तो ठंडी चीजों से परहेज करना चाहिए।

ठंडा पानी, फ्रि‍ज में रखी ठंडी चीजें और आइसक्रीम से आपको तब तक परहेज करना चाहिए जब त आपका गला पूरी तरह ठीक न हो जाए।

ज्यादा आइसक्रीम खाना हो सकता है सेहत के लिए नुक्सानदायक. चित्र : शटरस्टॉक

3 दूध सेवन न करें

आपको बता दें खांसी में दूध या दूध से बनी चीज़ों का सेवन आपके कफ को बढ़ाता है और ये आपकी सेहत के लिए भी काफी भी हानिकारक हो सकता है। दूध का सेवन आपके गले और फेफड़ों के लिए अच्छा नहीं होता। ये आपको इन दोनों से जुड़ी समस्या दे सकता है।
गले में खराश या इर्रिटेशन होने पर बेहतर है कि आप दूध में हल्‍दी डाल कर पिएं। यह आपकी इम्‍युनिटी बढ़ाने में भी मददगार होगा।

गले में कफ या खराश होने पर आप आजमा सकती हैं ये घरेलू उपाय

1 नमक के पानी से गरारे करें

गले से बलगम को बाहर निकालने के लिए सुबह और शाम गुनगुने पानी में नमक मिलाकर इससे गरारे करना मददगार हो सकता है। ये गले से कफ निकालने का सबसे बेहतर तरीका है। इसके अलावा आप एक कप गर्म पानी में एक चम्मच नमक और एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर भी गरारे कर सकती हैं। पर इसे करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें।

2 मुलेठी है उपयोगी

मंजिष्‍ठा या मुलेठी गले की समस्याओं के लिए एक रामबाण उपाय है। मुलेठी के छोटे से टुकडे को कुछ देर मुंह में रखकर चबाएं। इससे गले की खराश दूर होती है और दर्द तथा सूजन से राहत मिलती है। ज्यादातर गायक अपने दैनिक जीवन में मुलेठी लेना पसंद करते है, क्योंकि उन्हें भी ज्यादातर गले की समस्या होती है।

मुलेठी के खास गुण आपको संक्रमण से बचाए रखते हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक

3 सेब का सिरका

गरम पानी में 2 चम्मच सेब के सिरके को डाल कर पीने से गले का दर्द कम हो जाता है। सेब के सिरके में अम्लीय गुण मौजूद होते हैं, जो गले में स्थित बैक्टीरिया को मार देते हैं।

सर्दियों में डीप फ्राइड पकौड़े हों या गोभी के परांठे, इनके लिए क्रेविंग बढ़ती जाती है। मगर इस मौसम में संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। अमूमन इसी वक्त अधिकतर लोग सर्दी-जुकाम, खांसी, गले की खराश और कफ से पीड़ित होते हैं। ऐसे समय सेहत का अधिक ख्याल रखना पड़ता है। खांसी से पीड़ित लोगों को बहुत सारे खाद्य पदार्थों का परहेज करना पड़ता है। 

जब आप खांसी से पीड़ित हों तो तले हुए खाद्य पदार्थों (oily food) से बचें क्योंकि उनमें मौजूद तेल आपकी खांसी के लिए  ट्रिगर प्वाइंट हो सकते है। डीप-फ्राइंग खाद्य पदार्थ (deep fry food) भी एलर्जी के रूप में कार्य करते हैं। जो खांसी को बढ़ाते हैं और गले में खुजली का कारण बनते हैं।

फ्राइड फूड आपकी खांसी को ट्रिगर कर सकता है 

खांसी के समय ठंडे खाने-पीने की मनाही तो होती ही है। इसके साथ ही  खांसी के दौरान आपको तला हुआ खाना खाने से भी बचना चाहिए।  खांसते समय तले हुए खाद्य पदार्थ का सेवन करने से आपको अधिक खांसी का अनुभव हो सकता है।

ऐसे समय अपने आहार का ख्याल रखें। चित्र:शटरस्टॉक

ऐसा इसलिए है क्योंकि जब भोजन को गर्म तेल में तला जाता है, तो भोजन एक्रोलिन (acrolein) नामक कंपाउंड का उत्पादन करेगा।

एक्रोलिन एक एलर्जेन (allergen) के रूप में कार्य करता है, जो खांसी और कफ की स्थिति को खराब कर सकता है। यह गले में खुजली का कारण भी बन सकता है।

अब, जब आप खांस रहे हों, तो आपको उन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए जिनमें बहुत अधिक तेल होता है। ताकि आपकी सेहत अधिक  खराब न हो।

खांसी और कफ में इन चीजों से भी परहेज करें 

1. कैफीनयुक्त ड्रिंक्स

सर्दी जुकाम या खांसी में अक्सर अदरक वाली मसाला चाय या कॉफी पीने का बहुत मन होता है। लेकिन यदि आप खांसी से पीड़ित हैं तो चाय और कॉफी जैसे कैफीन युक्त पेय से आपको बचना चाहिए। यह आपके गले को अधिक सुखा सकता है और निगलते समय असुविधा पैदा कर सकता है। यह गले की खराश का कारण बन सकता है।

2. प्रोसेस्ड फूड 

ऐसे समय प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का सेवन न करें, क्योंकि यह आपकी इम्युनिटी को कम कर सकता है और संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है। इसके कुछ केमिकल कंपाउंड शरीर के लड़ने की क्षमता को दबा सकते है। इसलिए, व्हाइट सॉस पास्ता, ब्रेड, चिप्स और पैकेज्ड स्नैक्स जैसे खाद्य पदार्थों से बचें।

3. शराब

अगर आप सर्दी-जुकाम से पीड़ित हैं तो उस दौरान शराब पीने से बचें, क्योंकि यह आपकी इम्युनिटी पर असर करती है। अल्कोहल का सेवन आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकता है। यह आपको बहुत जल्दी डिहाइड्रेट भी कर सकता है, जिससे आपकी सर्दी और भी खराब हो सकती है।

सर्दियों में ठंडे खानों का परहेज करें। चित्र: शटरस्टॉक

4. ठंडे खाद्य पदार्थ

जब आप खांसी से पीड़ित हों तो आइसक्रीम और ठंडे पेय जैसे कोल्ड ड्रिंक और शेक पीने से बचें। इससे आपका रेस्पिरेटरी ट्रैक सूख जाता है जिससे यह संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील हो जाता है। श्वसन नली सूखने के कारण जलन हो सकती है और  खांसी बढ़ जाता है।

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शरीर में कफ बढ़ जाए तो क्या करना चाहिए?

ये चीजें खाएं आपको ब्राउन राइस, राई, साबुत अनाज जैसे मक्का और बाजरा, गेहूं इत्यादि का सेवन करना चाहिए. शिमला मिर्च, पत्तागोभी, आलू, मटर, चुकंदर, बीन्स और ब्रोकली खानी चाहिए. भोजन को सरसों के तेल या जैतून के तेल में पकाना है. दूध से बने प्रॉडक्ट्स में छाछ और पनीर का सेवन अधिक करना है.

बलगम को जड़ से खत्म कैसे करें?

नीलगिरी का उपयोग नीलगिरी के उत्पादों का उपयोग वर्षों से खांसी को कम करने और बलगम को कम करने के लिए किया जाता है। ... .
कच्ची हल्दी कच्ची हल्दी भी काम आ सकती है। ... .
गर्म तरल पदार्थ पिएं फेफड़ों में जमा बलगम से राहत पाने के लिए आपको बहुत सारे तरल पदार्थ पीने चाहिए। ... .
गर्म पानी की भाप लें ... .
गर्म पानी से गरारे करें ... .
शहद और गर्म पानी.

कफ होने पर क्या नहीं खाना चाहिए?

ऐसे में यह सर्दी-खांसी की समस्या को बढ़ा सकता है. यही कारण है कि सर्दी-खांसी या गले का इंफेक्शन होने पर डॉक्टर चावल, दही, मसालेदार भोजन, केला, आदि से बचने के सलाह देते हैं. चीनी- खांसी की दिक्कत होने पर चीनी (शुगर) का भी सेवन नहीं करना चाहिए. ये सीने में इन्फ्लेमेशन की दिक्कत को ट्रिगर करने का काम करती है.

शरीर में कफ ज्यादा क्यों बनता है?

दूसरे शब्दों में कहें तो कफ या बलगम शरीर में बनने वाला एक तरह का तरल पदार्थ है जो फेफड़े या निचले श्वसन तंत्र के द्वारा बनाया जाता है। यदि यह सामान्य से अधिक बनता है तो वह किसी रोग का संकेत हो सकता है। गले में जमा बलगम या कफ में वायरस, बैक्टीरिया या मृत कोशिकाए हो सकती है।