कीचड़ में लथपथ बच्चों को कैसे नहलवाया गया? - keechad mein lathapath bachchon ko kaise nahalavaaya gaya?

कामचोर 

प्रश्न / उत्तर

प्रश्न-1   'कामचोर' कहानी के लेखक कौन हैं?

उत्तर –'कामचोर' कहानी के लेखक इस्मत चुगताई जी हैं।

प्रश्न-2   बच्चे सारा दिन क्या करते थे?

उत्तर –बच्चे सारा दिन उधम मचाने के अलावा कुछ नहीं करते थे।

प्रश्न-3   दरी पर पानी डालने का क्या नतीजा हुआ?

उत्तर –दरी पर पानी डालने का यह नतीजा हुआ कि सारी धूल कीचड़ बन गई।

प्रश्न-4   कीचड़ में लथपथ बच्चों को नहलाने के लिए कहाँ से नौकर बुलाए गए?

उत्तर –कीचड़ में लथपथ बच्चों को नहलाने के लिए पास के बंगलों से नौकर बुलाए गए।



प्रश्न-5   भेड़ों को मारने पर कैसा लगता है?

उत्तर –भेड़ों को मारने पर ऐसा लगता है जैसे रुई के तकिए को कूट रहें हो। भेड़ को चोट ही नहीं लगती।

प्रश्न-6   अम्मा और अब्बा में वाद - विवाद के बाद क्या तय हुआ?

उत्तर –बड़ी देर के बाद विवाद के बाद यह तय हुआ कि सचमुच नौकरों को निकाल दिया जाए।

प्रश्न-7   अब्बा का शाही फरमान क्या था?

उत्तर –अब्बा का शाही फरमान था कि जो काम नहीं करेगा, उसे रात का खाना हरगिज नहीं मिलेगा।

प्रश्न-8   बच्चों ने अंत में क्या निश्चय किया?

उत्तर –बच्चों ने अंत में निश्चय किया कि अब चाहे कुछ भी हो हिलकर पानी भी नहीं पिएँगे।

प्रश्न-9   झाड़ू देने से पहले जरा - सा पानी क्यों छिड़क देना चाहिए?

उत्तर -  झाड़ू देने से पहले जरा - सा पानी छिड़क देना इसलिए अच्छा होता है क्योंकि ऐसा करने से धूल नहीं उड़ती है।


प्रश्न-10   कहानी में अब्बा मिया ने बच्चों को क्या - क्या काम बताए?

उत्तर – अब्बा मिया ने बच्चों को दरी साफ करना, आँगन में पड़ा कूड़ा फेकना और पौधों में पानी डालना जैसे कुछ काम बताए।

प्रश्न-11   कहानी में मोटे-मोटे किस काम के हैं? किन के बारे में और क्यों कहा गया?

उत्तर -  कहानी में ‘मोटे-मोटे किस काम के हैं’ बच्चों के बारे में कहा गया है क्योंकि वे सारे दिन खेलते-कूदते रहते थे परन्तु घर के कामकाज में ज़रा सी भी मदद नहीं करते थे।

प्रश्न-12   "जो काम नहीं करेगा, उसे रात का खाना हरगिज नहीं मिलेगा।" अब्बा ने ऐसा किस उद्देश्य से कहा?

उत्तर – घर के काम में सहयोग व स्वंय काम करने की आदत बच्चों में विकसित करने की उद्देश्य से अब्बा ने बच्चों को ऐसा कहा।

प्रश्न-13   एक बड़ा सा मुर्गा कहाँ कूद पड़ा और उसका क्या परिणाम हुआ?

उत्तर –एक बड़ा सा मुर्गा अम्मा के खुले पानदान में कूद पड़ा और कत्थे - चूने में लुथड़े हुए पंजे लेकर नानी अम्मा के सफ़ेद दूध जैसी चादर पर छापे माड़ता हुआ निकल गया।

प्रश्न-14   पेड़ में पानी डालने के लिए घर के बर्तनों की कैसी लूट मची?

उत्तर –पेड़ में पानी डालने के लिए घर की बालटियाँ, लोटे, तसले, भगोने, पतीलियाँ लूट ली गई। जिन्हें ये चीजें भी न मिली, वे डोंगे - कटोरे और गिलास ही ले भागे।


प्रश्न-15   कीचड़ में लथपथ बच्चों को कैसे नहलवाया गया?

उत्तर –कीचड़ में लथपथ बच्चों को नहलवाने के लिए नौकरों की वर्तमान संख्या काफी नहीं थी इसलिए पास के बंगलों से नौकर आए और चार आना प्रति बच्चा के हिसाब से नहलवाए गए।

कामचोर - प्रश्न / उत्तर

प्रश्न / उत्तर

प्रश्न-1   'कामचोर' कहानी के लेखक कौन हैं?

प्रश्न-2   बच्चे सारा दिन क्या करते थे?

प्रश्न-3   दरी पर पानी डालने का क्या नतीजा हुआ?

प्रश्न-4   कीचड़ में लथपथ बच्चों को नहलाने के लिए कहाँ से नौकर बुलाए गए?

प्रश्न-5   भेड़ों को मारने पर कैसा लगता है?

प्रश्न-6   अम्मा और अब्बा में वाद - विवाद के बाद क्या तय हुआ?

प्रश्न-7   अब्बा का शाही फरमान क्या था?

प्रश्न-8   बच्चों ने अंत में क्या निश्चय किया?

प्रश्न-9   झाड़ू देने से पहले जरा - सा पानी क्यों छिड़क देना चाहिए?

प्रश्न-10   कहानी में अब्बा मिया ने बच्चों को क्या - क्या काम बताए?

प्रश्न-11   कहानी में मोटे-मोटे किस काम के हैं? किन के बारे में और क्यों कहा गया?

प्रश्न-12   "जो काम नहीं करेगा, उसे रात का खाना हरगिज नहीं मिलेगा।" अब्बा ने ऐसा किस उद्देश्य से कहा?

प्रश्न-13   एक बड़ा सा मुर्गा कहाँ कूद पड़ा और उसका क्या परिणाम हुआ?

प्रश्न-14   पेड़ में पानी डालने के लिए घर के बर्तनों की कैसी लूट मची?

प्रश्न-15   कीचड़ में लथपथ बच्चों को कैसे नहलवाया गया?

Last modified: Friday, 9 August 2019, 4:20 PM

कीचड़ में लथपथ बच्चों को नहलाने के लिए घर के नौकरों की संख्या कम पड़ गई इस काम के लिए कहाँ से ओर नौकर आए?

उत्तर: बच्चे कीचड़ में लथपथ हो गए थे। घर में नौकरों की संख्या कम होने के कारण पास के बंगले से नौकर बुलवाए गए और चार आने प्रति बच्चे के हिसाब से उन्हें नहलाकर साफ किया।

हज्जन माँ कैसे सो रही थी?

हज्जन माँ एक पलंग पर दुपट्टे से मुँह ढाँके सो रही थीं । उन पर से जो भेड़ें दौड़ीं तो न जाने वह सपने में किन महलों की सैर कर रही थीं, दुपट्टे में उलझी हुई 'मारो - मारो' चीखने लगीं। इतने में भेड़ें सूप को भूलकर तरकारीवाली की टोकरी पर टूट पड़ीं। वह दालान में बैठी मटर की फलियाँ तोल-तोल कर रसोइए को दे रही थी

कमजोर इस कहानी में बच्चों को कौन कौन से काम बताए गए?

प्रस्तुत पाठ 'कामचोर' में भी जब बच्चों को घर के कुछ काम जैसे गन्दी दरी को झाड़ कर साफ करना, आँगन में पड़े कूड़े को साफ़ करना, पेड़ों में पानी देना आदि बताए गए और कहा गया कि अगर वे यह सब काम करेंगे तो उन्हें कुछ-न-कुछ ईनाम के तौर पर मिलेगा।

कामचोर कहानी के अंत में बच्चों ने क्या निर्णय लिया?

Question 5. क्या बच्चों ने उचित निर्णय लिया कि अब चाहे कुछ भी हो जाए, हिलकर पानी भी नहीं पिएँगे। Solution: बच्चों द्वारा लिया गया निर्णय उचित नहीं था क्योंकि स्वयं हिलकर पानी न पीने का निश्चय उन्हें और भी कामचोर बना देगा। वे कभी-भी कोई काम करना सीख ही नहीं पाएँगें।