हेपिटाइटिस बी : दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल में हेपेटाइटिस बी में परहेज हेपेटाइटिस बी में क्या खाना चाहिए typhoid mein kya khayen kya na khayen वायरल फीवर हेपेटाइटिस बी बीमारी के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, इसलिए आप इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें। हेपिटाइटिस बी एक प्रकार की लीवर से से जुड़ी बीमारी है ।इस बीमारी का संक्रमण दूसरों को भी हो सकता है ।प्रारंभिक लक्षणों में व्यक्ति की लीवर में सूजन के साथ ही जलन की अनुभूति होती है।यह विशेषतः असुरक्षित रूप से यौन संबंध एवं संक्रमित व्यक्ति की सुई किसी अन्य व्यक्ति में इंजेक्ट करने से स्वस्थ व्यक्ति में भी इसका संक्रमण हो
जाता है। चिकित्सा जगत में अभी इतनी उपलब्धि मिली है ,कि इस बीमारी का जड़ से समाधान कर सके। परंतु दवाइयों के माध्यम से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है ।और दूसरा प्रभावी तरीका है, कि व्यक्ति अपने डाइट का विशेष तौर पर ध्यान रखें ,जिससे उसे शीघ्र रूप से रिकवरी होने के मौका मिलता है । हेपेटाइटिस बी के रोगी को आहार का चयन करते समय इन भोज्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए ? कॉफी के सेवन से हेपेटाइटिस बी के रोगी को बहुत राहत
पहुंचती है ।इसके साथ ही यह वायरस की वृद्धि को रोकने में सहायक होता है। हेपिटाइटिस से पीड़ित व्यक्ति को फलों एवं सब्जियों के माध्यम से पोषक तत्व प्राप्त होता है। जो शरीर के लिए बेहद आवश्यक होता है ।इसके साथ ही यह रोगाणु को मात देने में भी सहायक सिद्ध होते हैं। व्यक्ति को हेपेटाइटिस बी नामक बीमारी को मात देने के लिए सर्वाधिक प्रोटीन युक्त भोज्य पदार्थ को अपने आहार
में शामिल करना चाहिए ,विशेष तौर पर अंडा, सूखे मेवे को इस श्रेणी में रखा गया है । हेपेटाइटिस से पीड़ित व्यक्ति को अपने खाने-पीने की आदतों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि व्यक्ति को एक समय में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में भोजन करें, इस उपाय को करने से शरीर में कमजोरी नहीं आती है। 5.निर्जलीकरण से बचेहेपेटाइटिस के रोगी को शरीर में पानी की कमी होने से बचना चाहिए ,उसे सर्वाधिक पानी पीना चाहिए, जिससे कि शरीर में नमी बने रहे निर्जलीकरण की समस्या ना उत्पन्न हो। हेपेटाइटिस बी से पीड़ित व्यक्ति को इन भोज्य पदार्थों से पूर्ण रूप से दूरी बना लेनी चाहिए ? 1.फास्ट फूड से करें परहेजहेपेटाइटिस से पीड़ित व्यक्ति को फास्ट फूड से दूरी बना लेनी चाहिए, क्योंकि यह बीमारी लीवर से संबंधित है ।इनका सेवन करने से लीवर में संक्रमण होने का आसार रहता है। 2.कार्बोहाइड्रेटलीवर से संबंधित रोगी को कार्बोहाइड्रेट भोज्य पदार्थ को सेवन करने से बचना चाहिए, इससे रोगी के स्वास्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है । 3.शर्करा युक्त मिठाईहेपेटाइटिस के रोगी को मीठे भोज्य पदार्थ के सेवन से परहेज करना चाहिए , यह रोगी के रोग नियंत्रण में बाधा खड़ी करने में सहायक है। 4.दूध से निर्मित पदार्थों से बचेहेपेटाइटिस से पीड़ित व्यक्ति को मिल्क और पनीर मक्खन को सेवन में नहीं लाना चाहिए। 5.रेडमीटमांस का सेवन रोगी के लिए जोखिम भरा साबित हो सकता है। इसके अतः इसके सेवन से बचें।यह लीवर के संक्रमण को बढ़ाने में सहायक है। 6.शराब का त्यागलीवर संबंधित होगी शराब का सेवन पूरी तरीके से बंद कर देना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से लीवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है। 7.मिनरल्स सप्लीमेंटलीवर से संबंधित रोगी को किसी भी प्रकार का विटामिन सप्लीमेंट लेने से पूर्व डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए । 8.प्रोसैस्ड खाद्य पदार्थों करे निषेधरोगी को प्रोसेस खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए इन खाद्य पदार्थों में किसी भी प्रकार का पोषक तत्व नहीं पाया जाता ,इसके साथ ही या लीवर लीवर में जाकर जटिलता उत्पन्न करने में सहायक होते हैं। अतः यह बेहद आवश्यक है, कि हमें ब्रेड ,चीज एवं अन्य भोज्य पदार्थों में शामिल ना करें। यह भी पढें :- टी.बी. होने के कारण और टी. बी. से जुड़ी संपूर्ण जानकारी हिंदी में You may also likeहेपटाइटिस बी हो सकता है जानलेवा, जानें इस बीमारी में क्या खाएंआजकल हेपटाइटिस बी का संक्रमण काफी बढ़ रहा है। इसका संक्रमण होने से लिवर खराब हो जाता है। अगर समय से इससे बचाव नहीं किया गया तो लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी हो सकती है। New Delhi, First Published Sep 24, 2019, 12:19 PM IST हेल्थ डेस्क। आजकल हेपटाइटिस बी का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। हेपटाइटिस बी प्रदूषित पानी, ब्लड ट्रांसफ्यूजन और हेपटाइटिस बी से संक्रमित व्यक्ति से यौन संबंध बनाने से होता है। किसी व्यक्ति को हेपटाइटिस बी है या नहीं, इसका पता ब्लड की जांच से चलता है। ज्यादातर मामलों में हेपटाइटिस बी के संक्रमण का पता तब चलता है, जब लिवर काफी खराब हो चुका होता है और इससे परेशानियां होने लगती हैं। अगर शुरू में ही संक्रमण का पता चल जाए तो कुछ सावधानियां बरत कर संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है और लिवर का बचाव किया जा सकता है। लेकिन अक्सर ऐसा हो नहीं पाता। खास बात यह है कि हेपटाइटिस बी के संक्रमण को खत्म करने के लिए कोई दवा भी नहीं है। एक बार संक्रमण हो जाने पर यह जिंदगी भर बना रहता है। इसलिए इससे लिवर के बचाव के लिए खान-पान पर विशेष ध्यान देना बहुत जरूरी है। जानते हैं हेपटाइटिस बी का संक्रमण होने पर क्या-क्या खाना चाहिए। 1. कम कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन करना चाहिए 2. प्रोटीन वाले फूड 3. फल और सब्जियां 4. ग्रीन टी पिएं 5. सलाद जरूर खाना चाहिए Last Updated Sep 24, 2019, 12:19 PM IST हेपेटाइटिस बी में कौन से फल खाने चाहिए?हेपेटाइटिस बी के लिए कौन सा खाना अच्छा है? आपको अपने खान-पान और रहन-सहन में कुछ बदलाव करने होंगे। ताजे फल जैसे स्ट्रॉबेरी, संतरा आदि का सेवन करें। खूब पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें।
हेपेटाइटिस बी कैसे खत्म होता है?अभी जीर्ण / chronic हेपेटाईटिस बी का कोई इलाज नहीं है, किन्तु शुभ समाचार यह है कि ऐसे इलाज उपलब्ध हैं, जो इस बीमारी के बढ़ने की गति को धीमा कर सकते हैं, इसके लिए वाईरस को धीमा करना होता है। यदि हेपेटाईटिस बी के वाईरस कम मात्रा में पैदा हों तो लीवर को कम क्षति पहुंचेगी।
हेपेटाइटिस को ठीक करने के लिए क्या खाना चाहिए?आप आटे की ब्रेड, दलिया, ब्राउन राइस, होल ग्रेन पास्ता और खिचड़ी के रूप में इनका सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा आप ओट्स, राई और कॉर्न जैसी चीजें भी खा सकते हैं. फल-सब्जियां- लिवर डिसीज को कंट्रोल रखने के लिए डाइट में फल-सब्जियां का नियमित रूप से इस्तेमाल करना चाहिए.
हेपेटाइटिस बी में क्या nahi खाना चाहिए?–हेपेटाइटिस के मरीजों को अपने डाइट से फैटी , फ्रोजन फूड्स और प्रोसैस्ड फूड्स को हटा देना चाहिए. – हेपेटाइटिस के मरीजों को किसी भी प्रकार का बासी खाना या फास्ट फूड नहीं खाना चाहिए. –नमक का इस्तेमाल कम कर देना चाहिए, क्योंकि यह शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ाता है. शुगर की मात्रा को नियंत्रित रखना चाहिए.
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