‘शांत रस’ का स्थायी भाव इनमे से कौन सा है?
Show Answer (Detailed Solution Below)Option 2 : निर्वेद Free 100 Questions 100 Marks 120 Mins दिएगएविकल्पोंमेंसे निर्वेद‘शांतरस’कास्थायीभावहै।अन्य विकल्पअसंगतहै।अतःसहीविकल्पनिर्वेदहै। अन्य विकल्प
Latest MP Patwari Updates Last updated on Sep 21, 2022 The Madhya Pradesh Professional Examination Board (MPPEB) is soon going to release the official notification for the MP Patwari Recruitment 2022. More than 5000+ vacancies are expected to release this year. For the last recruitment cycle, a total number of 9235 were released for the MP Patwari Post. The selection of the candidates depends on their performance in the Written Examination. With a minimum educational qualification of 12th pass, it is a great opportunity for job seekers. Candidates can check the MP Patwari eligibility criteria here. शांत रस का स्थाई क्या भाव है?शांत रस का स्थायी भाव निर्वेद होता है, जब यह स्थायी होकर विभाव, अनुभाव तथा संचारी भावों से संयुक्त होकर रस रूप में परिणत हो जाता है, तब शान्त रस कहलाता है।
शांत रस का स्थायी भाव क्या है निर्वेद वीर अद्भुत?शांत रस का स्थायी भाव निर्वेद (उदासीनता) होता है। इस रस में तत्व ज्ञान कि प्राप्ति अथवा संसार से वैराग्य होने पर, परमात्मा के वास्तविक रूप का ज्ञान होने पर मन को जो शान्ति मिलती है वहाँ शान्त रस कि उत्पत्ति होती है।
शांत रस का उदाहरण क्या है?शांत रस का उदाहरण – Shant ras ka udaharan
मन रे तन कागद का पुतला। लागै बूँद बिनसि जाए छिन में, गरब करे क्या इतना॥ कबहुँक हौं यहि रहनि रहौंगौ। श्री रघुनाथ-कृपालु-कृपा तें सन्त सुभाव गहौंगो।
शांत रस की परिभाषा क्या है?शांत रस की परिभाषा (Definition of Shant Ras in Hindi) शांत रस (Shant Ras), मोक्ष और आध्यात्म की भावना, संसार से वैराग्य होने या परमात्मा के वास्तविक रूप का ज्ञान होने पर जो शान्ति मिलती है वहाँ शांत रस होता है. शांत रस का स्थायी भाव निर्वेद (उदासीनता) होता है.
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