गुरु पुष्य नक्षत्र 2022में कब कब है? - guru pushy nakshatr 2022men kab kab hai?

हिंदी न्यूज़ धर्मGuru Pushya Yoga 2022: गुरु-पुष्य योग में आज से शुरू करें दीवाली की खरीदारी, शनि व गुरु इस दिन का बढ़ा रहे महत्व

Guru pushya yoga 2022: अबकी दिवाली 24 अक्तूबर को है। उससे ठीक दो महीने पहले गुरु-पुष्य संयोग 25 अगस्त को लग रहा है। गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र का लगना दिवाली की खरीदारी के लिए ही नहीं बल्कि सामान्य क्रय-विक्रय के लिए भी अक्षय फल देने वाला है। ज्योतिर्विदों की मानें तो करीब डेढ़ हजार साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है।

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इस दिन रियल एस्टेट में निवेश, नए कामों की शुरुआत, वाहन, आभूषण, कपड़े व अन्य वस्तुओं की खरीदारी का अक्षय लाभ मिलेगा। घरेलू और दफ्तर में इस्तेमाल की वस्तुओं की खरीदारी भी मंगलकारी होगी। इस दिन सूर्य सिंह राशि में, चंद्रमा कर्क में, बुध कन्या में, बृहस्पति मीन में और शनि मकर राशि में रहेगा।

इस तरह पांच ग्रह अपनी ही राशियों में होंगे। ऐसा अत्यंत शुभ माना जाता है। इनमें शनि और गुरु के स्वराशि में होने से इस संयोग का शुभ फल कहीं अधिक होगा। पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि और देवता गुरु हैं। ग्रहों की ऐसी स्थिति कई सदियों में नहीं बनीं। पं. वेदमूर्ति शास्त्रत्ती बताते हैं कि गुरुवार को पुष्य नक्षत्र के साथ ही गुरु और शनि दोनों ही अपनी-अपनी राशियों में हो तो इस संयोग में किये कामों में सफलता तय होती है। पांच ग्रहों के संयोग से इस दिन सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि और वरियान सहित शुभकर्तरी, वरिष्ठ, भास्कर, उभयचरी, हर्ष, सरल और विमल योग बनेंगे।

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काशी विद्वत परिषद के प्रो. रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि इस संयोग में खरीदारी बेहद शुभ होगी। चातुर्मास में सिर्फ मांगलिक काम नहीं होते लेकिन निवेश, लेन देन और नई शुरुआत के लिए यह शुभ है।

तीज की भी अच्छी खरीदारी की है उम्मीद

व्यापारी गुरुवार को पुष्य नक्षत्र के शुभ मुहुर्त में अच्छी खरीदारी की उम्मीद से खुश हैं। पिछले दिनों गहनों, साड़ी, ड्रेस मैटेरियल की खरीदारी करने वाले ग्राहकों ने गुरुवार को डिलीवरी लेने को कहा है। तीज पर सोने चांदी के आभूषणों के साथ साड़ी की खरीदारी होती है। साड़ी व्यवसायी गौरी धानुका ने बताया कि दस दिन पहले जिन ग्राहकों ने खरीदारी की थी, उन्होंने गुरुवार को डिलीवरी लेने को कहा है।

Guru Pushya Yoga हिंदू पंचांग ते अनुसार 28 जुलाई गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र बन रहा है जो काफी शुभ माना जाता है। इस दिन सोना वाहन आदि खरीदना शुभ माना जाता है। जानिए इस दिन कौन से उपाय करने से मां लक्ष्मी हो जाएगी प्रसन्न

नई दिल्ली, Guru Pushya Yog: वैदिक शास्त्र के अनुसार, 27 नक्षत्रों में से जब किसी नक्षत्र का परिवर्तन या फिर किसी खास दिन शुभ नक्षत्र बनता है, तो उसका असर देश-दुनिया पर अच्छा या फिर बुरा पड़ता है। 27 नक्षत्रों में से एक पुष्य नक्षत्र काफी शुभ माना जाता है। जब पुष्य नक्षत्र रविवार या फिर गुरुवार के दिन बनता हैं, तो काफी लाभकारी माना जाता है। इस दुर्लभ संयोग में कोई भी काम करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसी तरह 28 जुलाई को भी पुष्य नक्षत्र लग रहा है। इसके साथ ही 29 जुलाई को गुरु ग्रह भी राशि परिवर्तन करके मीन राशि में वक्री हो जाएंगे। ऐसे में 28 जुलाई की तारीख काफी शुभ संयोग वाली मानी जा रही है।

गुरु पुष्य नक्षत्र की तिथि और समय

हिंदू पंचांग के अनुसार, पुष्य नक्षत्र 28 जुलाई को सुबह 7 बजकर 5 मिनट से शुरू हो रहा है जोकि 29 जुलाई को सुबह 09 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही गुरु भी वक्री हो रहा है। पुष्य नक्षत्र गुरुवार के दिन पड़ता है, तो गुरु पुष्य नक्षत्र बनता है।। इस दिन को धन समृद्धि का कारक माना जा रहाहै। ऐसे में सोना-चांदी, घर, वाहन आदि लेना काफी शुभ माना जाता रहा है।

गुरु पुष्य नक्षत्र का महत्व

धार्मिक एवं ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र का विशेष महत्व है। इसे 27 नक्षत्रों में से आठवां नक्षत्र माना जाता है। इस नक्षत्र को सुख संपदा वाला नक्षत्र कहा जाता है। पाणिनि संहिता में भी इस नक्षत्र को बहुत शुभ कहा गया है।

शास्त्रों के अनुसार गुरु पुष्य नक्षत्र के दिन नई वस्तु, जमीन-मकान की खरीददारी, वाहन आदि खरीदने पर शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही अगर इस दिन कुछ नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और बिजनेस में लाभ ही लाभ मिलता है।

गुरु पुष्य नक्षत्र के दिन विवाह करने की मनाही होती है। क्योंकि ब्रह्मा जी ने किसी कारणवश इस नक्षत्र को शाम दे दिया था। जिसके कारण विवाह जैसे मंगल कार्य इस दिन करने की मनाही होती है। वैदिक शास्त्रों के अनुसार, पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा कहा जाता है। इस नक्षत्र के स्वामी शनिदेव हैं। इसलिए इस नक्षत्र में गुरु के साथ-साथ शनिदेव का भी प्रभाव है।

साल 2022 में कब-कब बनेगा गुरु पुष्य नक्षत्र

गुरु पुष्य नक्षत्र काफी शुभ माना जाता है जो साल में काफी कम बनता है। साल 2022 की बात करें तो 28 जुलाई को बनने के बाद गुरु पुष्य नक्षत्र 25 अक्टूबर दीपावली के दिन होगा। इसके बाद अंतिम गुरु पुष्य नक्षत्र 25 नवंबर को बनेगा।

गुरु पुष्य नक्षत्र के दिन करें ये उपाय

  • गुरु पुष्य नक्षत्र के दिन महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपाय कर सकते हैं। पैसों की तंगी से छुटकारा पाने के लिए इस दिन लक्ष्मी नारायण की पूजा करें। इसके साथ ही कमलगट्टे के माला से ‘ओम श्रीं ह्रीं दारिद्रय विनाशिन्यै धनधान्य समृद्धि देहि देहि नमः:’का 108 बार जाप करें।
  • गुरु पुष्य नक्षत्र के शुभ योग में घर के बाहर स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। इससे मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी।
  • गुरु पुष्य नक्षत्र के दिन सुबह और शाम दोनों ही समय मां लक्ष्मी के सामने घी का दीपक जलाएं।

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Edited By: Shivani Singh

2022 में गुरु पुष्य नक्षत्र कब आएगा?

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