गणित में कमजोर छात्र क्या करें? - ganit mein kamajor chhaatr kya karen?

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रोजाना जीवन में हम सर किसी ना किसी प्रकार के गणित का इस्तेमाल करते हैं- जैसे घड़ी देखकर समय बताना; किसी वस्तु को खरीदते समय कितना दाम हुआ इसका हिसाब करना (जैसे अगर आलू ₹12 प्रति किलो है तो2.5 किलो आलू का दाम कितना हुआ?) गणित में शुरुआत अंकगणित से होता है- और हमारे दैनिक जीवन में, इसका भरपूर इस्तेमाल करना पड़ता है|

2 दिन में बेसिक बीज गणित

इस कारण अंकगणित को समझने के लिए अगर अंकगणित के कुछ सवालों को दैनिक जीवन के वस्तुस्थिति के साथ जोड़ दिया जाए तो यह छात्र के लिए अत्यंत इंटरेस्टिंग हो जाता है| आगे चलकर हम इस विषय पर थोड़ा विस्तृत चर्चा करेंगे जिससे कि आप भी इस से भरपूर लाभ उठाते हुए अपने गणित आकर्षण पैदा कर सकें; क्योंकि जब गणित आपके आकर्षण का केंद्र होगा तभी आप गणित को अच्छी तरह समझ भी पाएंगे, सीख भी पाएंगे|

पहले एक वस्तु स्थिति को अच्छी तरह समझ ले| जब तक गणित आपके लिए बोर्डिंग सब्जेक्ट होगा तब तक आप गणित किसी भी तरह से सीख नहीं पाएंगे| अतः गणित सीखने के प्रयास से कहीं ज्यादा जरूरी है पहले चरण में, गणित आपके लिए इंटरेस्टिंग वस्तु हो जाए| और मेरे अनुसार यह पहला और सबसे महत्वपूर्ण शर्त है|

गणित को Interesting बनाने के लिए एक साथी की जरुरत

गणित के बेसिक में महारत हासिल करने के लिए मैं जिस विधि का अभी आप से चर्चा करूंगा, मेरा दावा है- आपने यह कभी ना सुना होगा, ना होते हुए देखा होगा। मगर यह एक चमत्कारी ताकत की तरह है, और यह इतना सहज और सरल है कि आप की गणित की समस्या को यह अत्यंत कम समय में दूर कर देगा।

2 दिन में बेसिक त्रिकोणमिति की तैयारी

गणित के खेल का साथी कौन बन सकता है?

अगर आपके क्लास का कोई सहपाठी जो आपकी तरह गणित में कमजोर हैं वह अगर आपके साथ इस खेल में शरीक होता है तो काफी अच्छा होता है। और अगर आप तीन जन का ग्रुप बनाते हैं जिसमें आपका तीसरा सहपाठी गणित में तेज तरार या मध्यम है तो यह स्थिति अति उत्तम हो जाता है।

आपके माता पिता या आपके दीदी या भैया इन लोगों को भी आप अपने ग्रुप में शामिल कर सकते हैं जिससे आप सभी सहपाठियों को सीखने का मनोबल और भी बढ़ जाता है और मैं इस स्थिति को ज्यादा से ज्यादा प्रेफर करता हूं।

Ganit me Kamjor Chhatra kya karey –इस समस्या का सम्पूर्ण समाधान इस खेल में छुपा है, अतः इसे हल्के में नहीं लें।

गणित के बेसिक के खेल का क्लास स्तर के अनुसार वर्गीकरण

गणित के कमजोरी को दूर करना का अर्थ होता है गणित के बेसिक के अवधारणा का सुस्पष्टता होना और छात्र या छात्राएं जिस क्लास में है उसके अनुसार इस खेल को खेला जाता है और अत्यंत कम समय में या कहे तो पलक झपकते गणित में संपूर्ण इंटरेस्ट या आकर्षण लौट आता है और गणित एकदम सहज हो जाता है और सबसे बड़ी बात है इसमें कोई अनावश्यक ना खर्च होता है ना समय की कोई बर्बादी होती है। चलिए क्लास स्तर के हिसाब से इस खेल का वर्गीकरण कर ले।

1) क्लास 5 तक खेल विधि

2) क्लास 6 से 10 तक खेल विधि

3) क्लास 12 तक खेल विधि

4) प्रतियोगिता परिक्षाओं के तैयारी वक्त खेल विधि

समीकरण की झटपट तैयारी

गणित की शुरुआत कहां से करें इस तथ्य पर समुचित ज्ञान

इस खेल को शुरू करने के पहले, इस खेल में भाग लेने वाले छात्र एवं छात्राओं को को सबसे पहले यह तय करना जरुरत होता है कि इस खेल को किस लेवल से शुरू किया जाए और किस अध्याय से शुरू किया जाए। हमने ऊपर एक वर्गीकरण किया है लेकिन हो सकता है की क्लास 10वीं में पढ़ने वाला छात्र इतना कमजोर है कि क्लास पांचवी के गणित के बेसिक को भी ठीक से हल नहीं कर सकता है; इस स्थिति में इस बेसिक के खेल को नीचे के क्लास से शुरू करना होगा जिसका विशद वर्णन हम आगे चलकर करेंगे।

गणित के बेसिक के इस खेल का मूल मंंत्र क्या है?

1) गणित का यह खेल अध्यायवार अर्थात चैप्टर दर चैप्टर होता है। अंक गणित में क्लास 10 तक करीब 16 मूल चैप्टर होते हैं।


2) प्रत्येक चैप्टर के मूल अवधारणा के ऊपर कुछ मूल सवाल तैयार किए जाते हैं जिसका वर्णन अलग से नीचे लिंक में दिया गया है।

घात घातांक और करणी की तैयारी जीरो लेवल से

3) चैप्टर की मूल अवधारणा के ऊपर दिए गए मूल सवाल के आधार पर इस खेल में भाग लेने वाले प्रत्येक छात्र को 10 संयोजित सवाल खुद बनाने पड़ते हैं जिसे प्रतिपक्ष को पूछा जाता है और अगर प्रतिपक्ष सही जवाब नहीं दे पाता है तो जो सवाल पूछता है उसे ही सही जवाब खुद के तर्क के साथ देना पड़ता है।


4) इस खेल में प्रत्येक सवाल का सही जवाब देने पर 1 मार्क्स मिलता है और वही गलत जवाब देने पर 1 मार्क्स कट जाता है।


5) जब अगले पेज पर मूल अवधारणा पर आधारित मूल सवाल को देखेंगे तो आपको पता चल जाएगा कि यह संयोजित सवाल किस तरह से उस चैप्टर के बेसिक कंसेप्ट को एकदम क्लियर कर देता है।


6) इस खेल में उत्तम स्थिति तब होता है जब कोई गणित का तेज तरार साथी इस खेल में जज के रूप में भाग लेता है और उसका फैसला अंतिम फैसला होता है।


आशा करता हूं कि उपरोक्त वर्णन आपको इस खेल का एक प्रारंभिक प्रारूप का ज्ञान हो गया होगा। विस्तृत वर्णन हम आगे चलकर करेंगे।

गणित में तेज कैसे बने?

गणित को अभ्यास करने के लिए किसी भी एक चैपटर को ले लें एक बार उसमें दिए गए प्रश्नों को पूरी तरह से हल कर लें और फिर से कम से कम दो बार जरूर बनाएं। और फिर सप्ताह में कम से कम दो दिन जरुर अभ्यास करें। इस प्रकार मैथ में तेज बन सकतें हैं।

मैं मैथ में बहुत कमजोर हूं क्या करूं?

पर मेरी सलाह यही है कि आप सिविल सर्विसेज या लेक्चररशिप इत्यादि की तैयारी करें जहाँ मैथ्स सरल है और इसकी तैयारी चंद किताबों और थोड़ी-बहुत प्रैक्टिस से की जा सकती है. NET की परीक्षा में पूछे गए मैथ्स के सवाल काफी सरल होते हैं. UPSC CSAT में भी कोई अधिक कठिन गणित नहीं पूछा जाता.