एलईडी बल्ब का निर्माण कैसे करें? - eleedee balb ka nirmaan kaise karen?

पंचिंग मशीन की रेट 800 रुपये, हीट सिंक बल्ब मेकिंग मशीन की कीमत 3 हजार रुपये, टिक्की फिटिंग मशीन का दाम 12 हजार रुपये तक है. अगर आप चाहते हैं कि सभी मशीनें एक साथ मिल जाएं तो ऑनलाइन 12 हजार रुपये में ये उपलब्ध है.

एलईडी बल्ब का निर्माण कैसे करें? - eleedee balb ka nirmaan kaise karen?

घट बैठे कैसे बनाएं एलईडी बल्ब

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात में देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कई दिलचस्प और प्रेरणादायक बातों का जिक्र किया. प्रधानमंत्री ने इसी क्रम में बिहार के एक शख्स का जिक्र किया जो कोरोना के चलते घर लौट गए लेकिन विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने ऐसा कर दिखाया कि आज बिहार ही नहीं, पूरे देश में वे मिसाल कायम कर रहे हैं. दरअसल, बिहार के इस शख्स ने एलईडी बल्ब की फैक्ट्री अपने घर पर शुरू कर कई लोगों को रोजगार दिया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा, बेतिया के रहने वाले प्रमोद जी, दिल्ली में एक Technician के रूप में LED Bulb बनाने वाली Factory में काम करते थे, उन्होंने इस factory में कार्य करने के दौरान पूरी प्रक्रिया को बहुत बारीकी से समझा. लेकिन कोरोना के दौरान प्रमोद जी को अपने घर वापस लौटना पड़ा. आप जानते हैं लौटने के बाद प्रमोद जी ने क्या किया? उन्होंने खुद LED Bulb बनाने की एक छोटी-सी unit ही शुरू कर दी. उन्होंने अपने क्षेत्र के कुछ युवाओं को साथ लिया और कुछ ही महीनों में Factory worker से लेकर Factory owner बनने तक का सफर पूरा कर दिया. वह भी अपने ही घर में रहते हुए.

ऐसे शुरू हुआ अभियान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले की प्राचीर से देश के लोगों से अपील की थी कि एलईडी बल्क का इस्तेमाल बढ़ाया जाए ताकि ऊर्जा की बचत हो और हमारा पर्यावरण भी सुरक्षित रहे. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा था कि केंद्र सरकार राज्यों को 50 रुपये की दर से एलईडी बल्ब उपलब्ध करा रही है. प्रधानमंत्री की अपील के बाद राज्यों में एलईडी बल्ब की फैक्ट्रियां चल रही हैं जहां बल्ब बनाकर सस्ते दर पर बेचा जाता है. एलईडी की खासियत यह है कि सामान्य बल्ब की तुलना में यह बिजली बहुत कम खाते हैं और प्रकाश अन्य बल्बों से कई गुना ज्यादा देते हैं.

देश में यह योजना केंद्र सरकार के तहत एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) द्वारा लागू की गई है. ईईएसएल ऊर्जा मंत्रालय जैसे कि एनटीपीसी, पीएफसी, आरईसी और पावर ग्रिड के तहत सरकारी क्षेत्र की कंपनियों का एक संयुक्त उद्यम है. इस योजना के तहत देश के हर घर में एलईडी बल्क के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाता है लोगों को सब्सिडी रेट पर बल्ब बेचे जाते हैं. बिजली वितरण कंपनी डिस्कॉम कार्यालय और ईईएसएल प्रधानमंत्री उजाला योजना के तहत एलईडी बल्ब वितरित करते हैं.

ऐसे शुरू करें फैक्ट्री

सरकार की तरफ से एलईडी बल्ब बनाने की यूनिट शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है. यह सहायता स्वरोजगार शुरू करने या अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए लोन के रूप में लिया जा सकता है. एमएसएमई मंत्रालय के तहत एलईडी बल्ब बनाने के काम में सरकारी मदद मिलती है. सरकार से प्रोत्साहन राशि प्राप्त कर आप भी एलईडी बल्ब बनाने का काम शुरू कर सकते हैं. महज कुछ सौ रुपये में आप यह काम शुरू कर सकते हैं. बड़े स्तर पर करना हो तो कई तरह की सरकारी सहायता दी जाती है.

एलईडी बल्ब बनाने के लिए सबसे जरूरी होती है टिक्की फिटिंग मशीन जिससे बल्ब का शुरुआती काम किया जाता है. काफी कम कीमत पर यह मशीन खरीद कर बल्ब बनाने का काम शुरू कर सकते हैं. इसी तरह एक पंचिंग मशीन होती है जो होल्डर को पंच करती है. इसके बाद स्क्रू फिटिंग मशीन होती है जिससे बल्ब के अंदर के स्क्रू या पेच फिट किए जाते हैं. इसी तरह हिटिंग मशीन की भी जरूरत होती है जिसकी जरूरत बल्ब बनाने में होता है.

आप चाहें तो ये सभी मशीन ऑनलाइन भी मंगा सकते हैं और इसकी कीमत 6 हजार रुपये से शुरू होती है. पंचिंग मशीन की रेट 800 रुपये, हीट सिंक बल्ब मेकिंग मशीन की कीमत 3 हजार रुपये, टिक्की फिटिंग मशीन का दाम 12 हजार रुपये तक है. अगर आप चाहते हैं कि सभी मशीनें एक साथ मिल जाएं तो ऑनलाइन 12 हजार रुपये में ये उपलब्ध है.

कहां से मंगाएं रॉ मटीरियल

कच्चे माल की बात करें तो इसके लिए भी कहीं जाने की जरूरत नहीं है. ऑनलाइन कई विकल्प मौजूद हैं जहां से आप थोक भाव में एलईडी बल्ब रॉ मटीरियल किट मंगा सकते हैं. इसकी कीमत भी ज्यादा नहीं है और यह 35 रुपये प्रति किट की दर से मिल जाती है. हालांकि ऑनलाइन ऑर्डर के लिए आपको कम से कम 100 किट एक साथ मंगाने होंगे. बल्ब का मटीरियल पूरी तरह से सेरामिक का बना होता है. इस किट में बल्ब का कवर, बल्ब की पूरी बॉडी, बेस, आरसी ड्राइवर, एलईडी पीसीबी आदि होते हैं.

कम लागत, फायदा ज्यादा

कुछ किट महंगे भी आते हैं जो 200 रुपये से ऊपर होते हैं. ये किट महंगे बल्बों के लिए होते हैं क्योंकि कई बल्ब की कीमत कई सौ रुपये में होती है. कुछ बल्ब सस्ते भी आते हैं जिनकी कीमत 70-80 रुपये होता है. हालांकि लागत आधे से भी कम आती है. आगे आने वाले समय में एलईडी बल्ब की मांग बढ़ने वाली है क्योंकि दिनोंदिन बिजली बिल महंगा हो रहा है. लोगों को बिजली बिल बचाने के साथ ज्यादा रोशनी मिले तो क्या हर्ज. साथ ही, एलईडी बल्ब पर गारंटी भी मिलती है. गारंटी पीरियड के बीच बल्ब खराब होने पर दुकानदार को बदलना होता है.

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एलईडी बल्ब बनाने में कितना खर्च आता है?

खर्च और आय अगर आप बहुत छोटे स्तर पर एलईडी बल्ब बनाने का काम शुरू करना चाहते हैं. तो महज 50 हजार रुपये में यह काम शुरू किया जा सकता है. सबसे अच्छी बात ये है कि इस काम को घर के एक कोने में बड़े आराम से किया जा सकता है. बल्ब बनाने का सारा सामान बाजार में उपलब्ध है.

घर पर एलईडी बल्ब कैसे बनाएं?

घर और किचन.
इनडोर लाइटिंग.
लाइट बल्ब.
LED बल्ब.

एलईडी बल्ब में क्या क्या सामान लगता है?

₹499 से कम में.
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एलईडी बल्ब का बिजनेस कैसे शुरू करें?

आप एक असेम्बलिंग यूनिट की स्थापना करके भी एलईडी से पैसा कमा सकते हैं. एक छोटे से असेम्बलिंग यूनिट की स्थापना करने के लिए 5 से 7 लाख रूपए की लागत आती है. हालाँकि इसके लिए सरकार ऋण देती है और प्रधानमन्त्री रोज़गार योजना के अंतर्गत यह ऋण प्राप्त किया जा सकता है.