आगरा, तनु गुप्ता। उत्पन्ना एकादशी व्रत मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है। जोकि इस बार कल यानी रविवार 20 नवंबर को है। इस दिन भगवान विष्णु और देवी एकादशी की पूजा की जाती है। ज्योतिषशास्त्री पंकज प्रभु ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार उत्पन्ना एकादशी व्रत देवी एकादशी के स्मरण का दिन है क्योंकि इस दिन ही भगवान विष्णु से देवी एकादशी की उत्पत्ति हुई थी। देवी एकादशी को भगवान विष्णु की शक्तियों में से एक माना जाता है। वे राक्षस मुर का वध करने के लिए उत्पन्न हुई थीं। Show
Agra News: सावधानी से मनाएं नए साल का जश्न, विदेश से लौटने वाले और पार्टियों से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा यह भी पढ़ेंउत्पन्ना एकादशी पूजा मुहूर्तउत्पन्ना एकादशी की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 08 बजकर 07 मिनट से दोपहर 12 बजकर 07 मिनट तक है। इसमें भी सुबह 09 बजकर 27 मिनट से दोपहर 12 बजकर 07 मिनट का समय अत्यंत शुभ है। सर्वार्थ सिद्धि योग में उत्पन्ना एकादशीउत्पन्ना एकादशी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, प्रीति योगख आयुष्मान योग और द्विपुष्कर योग बना हुआ है। इस तरह से देखा जाए तो उत्पन्ना एकादशी पर पांच शुभ योग बने हुए हैं। सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06 बजकर 47 मिनट से देर रात 12 बजकर 36 मिनट तक है। इस समय में ही अमृत सिद्धि योग भी है। Taj Mahal: चटक रहे दुनिया की खूबसूरत इमारत ताज के पत्थर, कई टूटकर भी गिरे, निर्माण को हुए हैं 370 वर्ष यह भी पढ़ेंएकाशी व्रत के पारण का महत्वदशमी से लेकर द्वादशी तक व्रत के नियमों का पालन मनुष्य नहीं करते तो इससे उन्हें व्रत का पूरा पुण्य लाभ नहीं मिलता। ऐसे में हर किसी को यह पुण्य लाभ नहीं मिलता। सभी को यह जानना चाहिए कि व्रत के अगले दिन पारण करते हुए क्या गलतियां न करें। एकादशी पर नियम और संयम के साथ व्रत रखकर भगवान विष्णु की उपासना करने के बाद अगले दिन द्वादशी तिथि पर पारण में खास चीजों का ही सेवन करने का विधान है। Agra: अजब प्रेम की गजब कहानी, प्रेमी को दिल दे बैठी प्राइवेट स्कूल की टीचर, पति ने पकड़ा तो थाने पहुंचा मामला यह भी पढ़ें1- भगवान विष्णु को तुलसी बेहद प्रिय है और उनकी पूजा में यदि तुलसी न हो तो वह पूजा या भोग वह ग्रहण नहीं करते। इसलिए भगवान विष्णु के किसी भी व्रत में तुलसी का प्रयोग जरूर करें और एकादशी व्रत के पारण के लिए भी आप तुलसी पत्र को अपने मुख में डाल कर कर सकते हैं। 2- आंवले के पेड़ पर भगवान विष्णु का वास होता है, इसलिए आंवले का भी विशेष महत्व होता है। एकादशी व्रत का पारण आंवला खाकर करने से अखंड सौभाग्य, आरोग्य और संतान सुख की प्राप्ति होती है। Coronavirus In Agra: पर्यटक पाजिटिव मिलने के बाद दिखी विभाग की लापरवाही, एक दिन बाद भेजे सैंपल, नहीं भरा फार्म यह भी पढ़ें3- एकादशी व्रत के पारण पर चावल जरूर खाना चाहिए। एकादशी व्रत के दिन चावल खाना मना होता है। लेकिन द्वादशी के दिन चावल खाना उत्तम माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन चावल खाने से प्राणी रेंगने वाले जीव की योनि में जन्म पाता है, लेकिन द्वादशी को चावल खाकर व्रत का पारण करने से इस योनि से मुक्ति भी मिल जाती है। 4- सेम की सब्जी को कफ और पित्त नाशक माना गया है और व्रत पारण के लिहाज से भी यह उत्तम माना गया है। ऐसे में सेम धार्मिक और स्वास्थ्य के हिसाब से बेहतर पारण भोज्य माना गया है। Agra News: एक्सप्रेस-वे के पास युवती से सामूहिक दुष्कर्म, तीन घंटे तक आरोपित लूटते रहे अस्मत यह भी पढ़ें5- व्रत पारण में जो भी भोजन पकाया जाता है उसमें घी का प्रयोग करना चाहिए, गाय के शुद्ध घी से ही व्रत के पारण का भोजन बनाना चाहिए। घी को सबसे शुद्ध पदार्थ माना गया है और ये सेहत के लिए भी अच्छा होता है। किन चीजों को न करें शामिल मूली, बैंगन, साग, मसूर दाल, लहसुन, प्याज आदि का पारण में प्रयोग निषेध है। बैंगन पित्त दोष को बढ़ाता है और उत्तेजनावर्द्धक होता है तो वहीं मसूर की दाल को अशुद्ध माना गया है। मूली की तासीर ठंडी होती है। इसलिए यह व्रत के ठीक बाद सेहत के लिए सही नहीं होती। लहसुन, प्याज तामसिक भोजन होता है। इसलिए इसका प्रयोग भी वर्जित है। Corona at Taj Mahal: ताजमहल देखने आया विदेशी पर्यटक कोरोना पॉजिटिव, अब हुआ लापता; CCTV खंगालने में जुटा विभाग सनातन धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। एकादशी का व्रत रखने वाले मनुष्य को एकादशी के व्रत में क्या खाएं अथवा फलाहार का पालन करना चाहिए। प्रत्येक एकादशी में किसी विशेष फलाहार का प्रयोग किया जाता है यहां सभी 26 एकादशीयों के फलाहार की जानकारी दी गई है एकादशी के व्रत में क्या खाएं (एकादशी के व्रत में क्या खाना चाहिए)।ekadashi ke vrat mein kya khana chahie.एकादशी के व्रत में क्या खाएं (एकादशी के व्रत में क्या खाना चाहिए)।1. उत्पन्ना एकादशी के व्रत में क्या खाएं।उत्पन्ना एकादशी में भगवान विष्णु का पूजन और सेवा की जाती है इस दिन गुड़ व बदाम का सागर या फलाहार किया जाता है। 2. मोक्षदा एकादशी के व्रत में क्या खाना चाहिए।मोक्षदा एकादशी के व्रत में तुलसी की मंजरी, धूप आदि से दामोदर भगवान की पूजा की जाती है इस दिन फलाहार में बेलपत्र लेना चाहिए। 3. सफला एकादशी के व्रत में क्या खाएं।सफला एकादशी में नारियल नींबू अनार सुपारी आदि अर्पण करके नारायण की पूजा की जाती है इस दिन गुड़ का फलाहार किया जाता है। 4. पुत्रदा एकादशी के व्रत में क्या खाएं।इस दिन भगवान नारायण की पूजा की जाती है तथा गाय के दूध का सागार(फलाहार)किया जाता है। 5. षटतिला एकादशी के व्रत में क्या खाएइस दिन श्री कृष्ण जी की पेठा, नारियल, सुपारी सीताफल आदि से पूजा की जाती है। इस दिन तिलपट्टी का सागार (फलाहार) शास्त्रों में बताया गया है। 6. जया एकादशी के व्रत में क्या खाएंइस दिन धूप, दीप, नैवेद्य आदि से भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है जया एकादशी मे गुंदगरि के आटे का सागार लेना चाहिए। 7. विजया एकादशी के व्रत में क्या खाएंविजया एकादशी के व्रत में श्री नारायण की स्वर्ण मूर्ति रखकर धूप दीप नैवेद्य आदि से पूजा करें और इस दिन सिंघाड़े का सागार किया जाता है। 8. आमलकी एकादशी के व्रत में क्या खाएंइस दिन आंवले के पेड़ के नीचे कलश स्थापित कर धूप, दीप ,नवैध, पंचरत्न आदि से परशुराम भगवान की पूजा की जाती है। आमलकी एकादशी के दिन आंवले का सागार किया जाता है। 9. पापमोचनी एकादशी के व्रत में क्या खाएं।पापमोचनी एकादशी में चिरौंजी का सागर किया जाता है। 10. कामदा एकादशी के व्रत में क्या खाएंइस दिन लोंग का सागर या फलाहार लेना चाहिए। पढे – जानिए कामदा एकादशी व्रत का महत्व व व्रत कथा 11. वरुथिनी एकादशी को क्या खाएं।इस दिन खरबूजे का सागार(फलाहार) लेना चाहिए। 12 .मोहिनी एकादशी के व्रत में क्या खाना चाहिए।मोहिनी एकादशी के व्रत में गोमूत्र का सागार लिया जाता है। 13. अपरा एकादशी में क्या खाना चाहिए।अपरा एकादशी के दिन ककड़ी का फलाहार लेना चाहिए। 14. निर्जला एकादशी फलाहारनिर्जला एकादशी फलाहार के रूप में कैरी का सागार करना चाहिए। 15. योगिनी एकादशी के व्रत में क्या खाएंइस दिन मिश्री का सागार अथवा फलाहार लिया जाता है। 16. देवशयनी एकादशी में क्या खाए।इस दिन दाख का फलाहार किया जाता है। 17. कामिका एकादशी के व्रत में क्या खाना चाहिए।कामिका एकादशी के दिन तुलसी की मंजरी से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है इस दिन गाय के दूध का फलाहार करना चाहिए। यह पढे- कामिका एकादशी व्रत कथा और महत्व। 18. पुत्रदा एकादशी के व्रत में क्या खाना चाहिए।पुत्रदा एकादशी के व्रत में गुड़ का सागार लेना चाहिए। पढे- पुत्रदा एकादशी व्रत कथा और महत्व। 19. अजा एकादशी के व्रत में क्या खाएंइस दिन बादाम तथा छुआरे का फलाहार करना चाहिए। पढे – अजा एकादशी व्रत कथा। 20. वामन एकादशी के व्रत में क्या खाना चाहिए।इस दिन ककड़ी का फलाहार किया जाता है। 21. इंदिरा एकादशी के व्रत में क्या खाएंइस दिन शालिग्राम भगवान का पूजन करें और तिल तथा गुड़ का फलाहार करना चाहिए। 22. पापांकुशा एकादशी के व्रत में क्या खाएंइस दिन सवां के चावल का फलाहार किया जाता है। 23. रमा एकादशी के लिए फलाहारइस दिन केले का फलाहार किया जाता है 24. प्रबोधिनी एकादशी के व्रत में क्या खाएंप्रबोधिनी एकादशी के व्रत में खीरे (काचरे) का फलाहार करना चाहिए। 25. पद्मिनी एकादशी के व्रत में क्या खाना चाहिएजिस दिन यह एकादशी आती है उस माह के अनुसार फलाहार करना चाहिए। 26. परमा एकादशी के दिन क्या खाएंइस दिन नरोत्तम भगवान की धूप, दीप, नैवेद्य पुष्प आदि से पूजा करें , फलाहार उसी माह के अनुसार लिया जाता है एकादशी व्रत का पारण क्या खाकर करना चाहिए?धार्मिक पुराणों के अनुसार एकादशी व्रत के पारण पर चावल का सेवन जरूर करना चाहिए. एकादशी व्रत के दिन चावल खाना मना होता है, लेकिन द्वादशी के दिन आप खा सकते हैं. एकादशी के पारण के दिन सेम की सब्जी खाना उत्तम होता है. एकादशी व्रत के पारण के लिये भोजन पकाने के लिए सिर्फ घी का ही प्रयोग करें.
एकादशी के दूसरे दिन क्या खाना चाहिए?* इस दिन दूध या जल का सेवन कर सकते है। * एकादशी व्रत में शकरकंद, कुट्टू, आलू, साबूदाना, नारियल, काली मिर्च, सेंधा नमक, दूध, बादाम, अदरक, चीनी आदि पदार्थ खाने में शामिल कर सकते हैं। * एकादशी का उपवास रखने वालों को दशमी के दिन मांस, लहसुन, प्याज, मसूर की दाल आदि निषेध वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए।
द्वादशी के दिन क्या नहीं खाना चाहिए?द्वादशी को पोई, त्रयोदशी को बैंगन नहीं खाना चाहिए।
क्या एकादशी में samak खाना चाहिए?* एकादशी तिथि पर जौ, बैंगन और सेमफली नहीं खानी चाहिए। * इस व्रत में सात्विक भोजन करें। * मांस-मदिरा या अन्य कोई भी नशीले पदार्थ का सेवन नहीं करें।
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