Show अंग्रेजी दवाइयां बवासीर का इलाज आसानी से कर सकती हैं। लेकिन इनका सेवन डॉक्टर के इजाजत बिना नहीं करना चाहिए। आपको किस दवा का सेवन करना है, यह आपके जीवनशैली और रोग की स्थिति को देखकर डॉक्टर बताएंगे। नीचे बवासीर की कुछ अंग्रेजी दवाइयों के नाम और उनसे संबंधित जानकारी है, जिन्हें डॉक्टर इलाज के लिए तय कर सकते हैं।
बवासीर की अंग्रेजी दवा- Allopathic medicines for piles in Hindiनोट– नीचे दी गई दवाइयों के सेवन से गहरे साइड-इफेक्ट्स हो सकते हैं, ये दवाइयाँ सिर्फ जानकारी देने के लिए प्रस्तुत की गयी हैं, इसलिए इसका सेवन डॉक्टर की परामर्श के बाद ही करें, दवाइयों के बारे में जानने के लिए आप हमारे डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। सलाह लेने के लिए कॉल करें या अपॉइंटमेंट बुक करें। Alocaineरोगी की उम्र और मेडिकल हिस्ट्री को देखकर यह दवा दी जाती है। यह दर्द कम करने में भी सहायक है। Alocaine से जुड़ी जानकारियां:
Alocaine के साइड इफेक्ट्स – Side effects of Alocaine tablet in Hindi इस दवा के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं जो इस प्रकार हैं:
Fubacडॉक्टर के बताए गए तरीके से ही इस दवा का सेवन करना चाहिए। Fubac से जुड़ी जानकारियां:
Fubac के साइड इफ़ेक्ट – Side effects of Fubac in Hindi: ब्लड प्रेशर बढ़ना , मोतियाबिंद, खांसी, स्किन में जलन, खुजली, पेट दर्द, उल्टी, सूजन, जी मिचलाना, एलर्जी, आंखों में जलन, दस्त, सिर दर्द, योनि में जलन, स्किन में लाल चकते होना। ये सब Fubac के साइड इफेक्ट्स हैं। अगर आप इस दवा का सेवन करते हैं तो ऊपर बताया गया कोई भी साइड इफेक्ट आपको हो सकता है। ये बीमारियां होने पर न खाएं Fubac: ट्यूबरक्लोसिस (Tuberculosis), इंफेक्शन (Infection), लिवर डिजीज (Liver disease), पेट दर्द, मधुमेह, एचआईवी (HIV), डिहाइड्रेशन (Dehydration), किडनी की समस्या, डिप्रेशन (Dipression), एलर्जी आदि में से किसी भी बीमारी से पीड़ित हैं तो इस दवा का सेवन न करें। पढ़ें – बवासीर का ऑपरेशन Mahacalबवासीर रोग होने पर इस दवा का प्रयोग किया जाता है। इसकी अलावा वैरिकोज वेन्स (Varicose veins), शरीर में न्यूट्रिएंट्स (Nutrients) और विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए भी Mahacal का प्रयोग किया जाता है। Mahacal से जुड़ी जानकारियां:
Mahacal के साइड इफेक्ट्स: उल्टी, जी मिचलाना, दस्त, खांसी, सांस लेने में कठिनाई, हाई ब्लड प्रेशर, हड्डियों या मसल्स में दर्द, चिड़चिड़ापन, सांस की नली में इंफेक्शन, इसके साइड इफेक्ट्स के तौर पर नजर आ सकते हैं। इन बीमारियों से पीड़ित हैं तो न लें Mahacal: हार्ट डिजीज, लिवर डिजीज, किडनी रोग और डिहाइड्रेशन की समस्या हैं तो Mahacal का सेवन न करें। ThroatsilThroatsil का सेवन केवल डॉक्टर से पूछ कर ही करना चाहिए। दवा की कितनी मात्रा लेनी है और किस तरीके से लेनी है यह बात डॉक्टर खुद बताएंगे। Throatsil के बारे में जानकारियां:
इन रोग से पीड़ित होने पर न लें throatsil: सांस से संबंधित बीमारी, हार्ट डिजीज, लिवर डिजीज या एलर्जी की समस्या है तो Throatsil नहीं लेनी चाहिए। Xylocardबवासीर में xylocard का सेवन पूरी तरह से लाभदायक है। यह हमारी तंत्रिका पर काबू करती है और बवासीर के दर्द को दिमाग तक पहुंचने से रोकती है। Xylocard के बारे में अन्य जानकारियां:
Xylocard के साइड इफेक्ट्स – Side effects og Xylocard in Hindi पेट में ऐंठन, सूजन, दस्त, उल्टी, चक्कर आना, स्किन में जलन या गुदगुदी या लाल चकत्ते पड़ना आदि इसके साइड इफेक्ट्स हैं। इन बीमारियों के होने पर न करें Xylocard का सेवन एक बार हार्ट अटैक आ चुका है या हृदय से संबंधित कोई भी रोग है तो इस दवा का सेवन न करें। इसके अलावा एक्जिमा (Eczema), आंखों के रोग, लिवर डिजीज जैसी समस्या हैं तो इसका सेवन करना खतरनाक हो सकता है। पढ़ें – फिशर ट्रीटमेंट Xyloxबवासीर के अलावा मुंह के छाले में भी Xylox का सेवन किया जा सकता है। यह नसों की उत्तेजना को शांत करके दर्द और सूजन से भी छुटकारा दिलाती है। Xylox से जुड़ी जानकारियां:
Xylox के साइड इफेक्ट्स – Side effects of Xylox in Hindi स्किन से जुड़ी समस्याएं, उल्टी, जी मिचलाना, सिर दर्द, सूजन, गुदगुदी होना, डिप्रेशन (Depression), स्किन में लाल रंग के चकत्ते बनने जैसी समस्याएं देखी जा सकती हैं। इन बीमारियों के होने पर न करें Xylox का सेवन: हार्ट डिजीज, लिवर डिजीज, किडनी रोग होने पर, आंखों से संबंधित बीमारी, त्वचा से संबंधित बीमारी, अर्टियल फ्लटर जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं तो xylox का सेवन न करें। निष्कर्ष – Conclusion बवासीर की समस्या का जड़ गलत खान-पान और कब्ज है| इसलिए यह जरूरी है कि खुद को कब्ज से बचाए रखें| इसके लिए आप फाइबर युक्त पदार्थों का सेवन करें| ऊपर बताई गई सभी दवाइयों का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए| अगर आप इनमें से किसी भी दवा का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना करते हैं तो आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है| ऐसा होने पर ‘Pristyn Care’ बिलकुल भी जिम्मेदार नहीं होगा| अगर आप Pristyn Care के डॉक्टर से बवासीर का इलाज करवाना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन Appointment बुक कर सकते हैं| हम बवासीर का लेजर ट्रीटमेंट भी करते हैं जिससे आपको कम समय में ही बवासीर से राहत मिल जाती है| मरीज की देखरेख – बवासीर से पीड़ित मरीज (Patient) की देखरेख बहुत जरूरी होती है। अस्पताल में पर्ची कटवाने से लेकर डिस्चार्ज तक का प्रबंध हमारी टीम करती है| इसके साथ इलाज के दौरान मरीज के आने जाने का खर्चा भी हम ही उठाते हैं। प्रशिक्षित सर्जन की टीम – बवासीर लेजर ट्रीटमेंट के लिए सतर्कता और अच्छे सर्जन का होना बहुत जरूरी है अन्यथा इंफेक्शन फैलने में देरी नहीं लगेगी। ‘Pristyn Care’ में प्रशिक्षित सर्जन की टीम है जो बवासीर का इलाज बड़ी ही सरलता से करती है। फ्री फॉलो अप – हम अपने मरीजों को फ्री फॉलो अप (Follow up) की सुविधा भी प्रदान करते हैं। अपने शहर में करा सकते हैं ट्रीटमेंट- हमारे सर्जन कई शहरों में मौजूद हैं। इसलिए आपको बवासीर के लेजर ट्रीटमेंट के लिए ज्यादा दूर जाने की जरूरत नहीं होगी। इंश्योरेंस की सुविधा – अगर आपने हेल्थ इंश्योरेंस का कोई प्लान खरीदा है तो हमारे इंश्योरेंस (Insurance) टीम के जरिये आप बवासीर का लेजर ट्रीटमेंट इंश्योरेंस क्लैम पर करा सकते हैं। और पढ़े
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें| बवासीर के लिए सबसे अच्छी टेबलेट कौन सी है?एनोवेट (Anovate), प्रॉक्टोसिडिल (Proctosedyl), फकटू (Faktu) पाइल्स पर लगाने की दवाएं हैं। इनमें से किसी एक दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं। दवा को दिन में तीन बार लगाएं। अगर अंदरूनी पाइल्स है तो ट्यूब के साथ दिए गए ऐप्लिकेटर या उंगली की मदद से दवा लगाएं और हर बार दवा लगाने के बाद ऐप्लिकेटर को धो लें।
बवासीर के लिए अंग्रेजी दवाई कौन सी है?Mahacal. बवासीर रोग होने पर इस दवा का प्रयोग किया जाता है। इसकी अलावा वैरिकोज वेन्स (Varicose veins), शरीर में न्यूट्रिएंट्स (Nutrients) और विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए भी Mahacal का प्रयोग किया जाता है।
बवासीर में तुरंत आराम के लिए क्या करें?बवासीर में एलोवेरा फायदेमंद. सेब का सिरका सेब का सिरका भी बवासीर में आराम दिलाता है। ... . जैतून का तेल भी कारगर बवासीर की समस्या से परेशान लोगों के लिए जैतून का तेल भी बहुत उपयोगी है। ... . जीरे से होगा फायदा जीरे भी बवासीर में राहत देगा। ... . नींबू भी असरदार ... . मट्ठा और अजवायन भी फायदेमंद. बवासीर को जड़ से खत्म कैसे करें?देसी घी अपने गुणों के लिए जाना जाता है. अगर आप नियमित रूप से देसी घी का सेवन करते हैं तो कई समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है. बवासीर की समस्या से निजात पाने के लिए देसी घी में चुटकीभर हल्दी मिलाकर एक मिश्रण तैयार करें और बवासीर वाली जगह पर नियमित तौर पर लगाने से कुछ ही दिनों में बवासीर की समस्या गायब हो जाएगी.
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