भारत में तृतीय क्षेत्र के बढ़ते महत्व के क्या कारण है - bhaarat mein trteey kshetr ke badhate mahatv ke kya kaaran hai

अर्थव्यवस्था के तृतीयक क्षेत्र (tertiary sector of economy) को 'सेवा क्षेत्र' (service sector) भी कहते हैं। अर्थव्यवस्था के अन्य दो क्षेत्र 'प्राथमिक क्षेत्र' (कृषि, पशुपालन, मछली पालन आदि) तथा 'द्वितीयक क्षेत्र (विनिर्माण) हैं।

तृतीयक क्षेत्र का विकास २०वीं शताब्दी के आरम्भ में शुरू हुआ। इसके अन्तर्गत व्यापार, यातायात, संप्रेषण (कमुनिकेशन्स), वित्त, पर्यटन, सत्कार (हॉस्पितैलिटी), संस्कृति, मनोरंजन, लोक प्रशासन एवं लोक सेवा, सूचना, न्याय, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि आते हैं।

सेवा क्षेत्र के वैशिष्ट्य[संपादित करें]

  • ग्राहक से सम्बन्ध - सेवा क्षेत्र में ग्राहक से सम्बन्ध अधिक प्रगाढ होना चाहिये।
  • उत्पादन विधि - सेवा क्षेत्र के सगठनों की रचना उत्पादन क्षेत्र के संगठन से भिन्न होती है क्योंकि यहाँ उत्पादन-समय और प्रदेय-समय (डेलिवरी टाइम) में अन्तर करना कठिन है।

Solution : (i) बुनियादी सेवाएँ-किसी भी देश में अनेक सेवाओं, जैसे-अस्पताल, शैक्षिक संस्थाएँ, डाक व तार सेवा, थाना, कचहरी, ग्रामीण प्रशासनिक कार्यालय, नगर निगम, रक्षा, परिहवन, बैंक, बीमा कंपनी इत्यादि की आवश्यकता होती है। इन्हें बुनियादी सेवाएँ कहते हैं। किसी विकासशील देश में इन सेवाओं के प्रबंध न की जिम्मेदारी सरकार उठाती है। जैसे कि अधिक-से-अधिक लोगों को बुनियादी सेवाएं प्रदान कराने में लगाया जाता है, इसलिए जी०डी०पी० में तृतीयक क्षेत्रक की भागीदारी बढ़ रही है।
(ii) परिवहन तथा संचार के साधनों का विकास-कृषि तथा उद्योगों के विकास के कारण परिवहन, संचार, व्यापार आदि सेवाओं का विकास होता है। ये सभी तृतीयक क्षेत्रक के अंतर्गत आते हैं।
(iii) अधिक आय अधिक सेवाएँ-हमारे देश में प्रति व्यक्ति आय बढ़ रही है। जैसे आय बढ़ती है तो लोग पर्यटन, शॉपिंग, स्कूल, व्यावसायिक प्रशिक्षण केन्द्रों बैंकों आदि की मांग करने लगते हैं।
(iv) नई सेवाएँ-आधुनिकीकरण तथा वैश्वीकरण के कारण सूचना और संचार प्रौद्योगिकी पर आधारित कुछ नवीन सेवाएँ महत्त्वपूर्ण तथा आवश्यक हो गई हैं। इन सेवाओं के उत्पादन में तीव्र वृद्धि हो रही है।

इसे सुनेंरोकेंतृतीयक क्षेत्र का महत्व सेवा अर्थव्यवस्था का मुख्य कारण है cऔर यह है कि यह उत्पादों की खपत को बढ़ाने के लिए उच्च जीवन स्तर तक पहुंचने की अनुमति देता है। खपत पैटर्न में ये सभी परिवर्तन अर्थव्यवस्था के उत्पादन में परिलक्षित होते हैं।

अर्थव्यवस्था के तृतीयक क्षेत्र क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअर्थव्यवस्था के तृतीयक क्षेत्र (tertiary sector of economy) को ‘सेवा क्षेत्र’ (service sector) भी कहते हैं। इसके अन्तर्गत व्यापार, यातायात, संप्रेषण (कमुनिकेशन्स), वित्त, पर्यटन, सत्कार (हॉस्पितैलिटी), संस्कृति, मनोरंजन, लोक प्रशासन एवं लोक सेवा, सूचना, न्याय, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि आते हैं।

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क्यों तृतीयक क्षेत्र भारत दे कम से कम पांच कारणों में सबसे महत्वपूर्ण होता जा रहा है?

इसे सुनेंरोकेंयह क्षेत्र भारतीय सकल घरेलू उत्पाद में करीब 60 फीसदी का योगदान देता है। इसे अर्थव्यवस्था के तीसरे क्षेत्र (Tertiary sector) के रूप में भी जाना जाता है। भारत के सेवा क्षेत्र ने हमेशा से ही देश की अर्थव्यवस्था में प्रमुख रूप से सेवा की है। इस संबंध में वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

सेवा क्षेत्र अर्थव्यवस्था का कौन सा क्षेत्र होता है?

इसे सुनेंरोकेंअर्थव्यवस्था के मूलतः तीन क्षेत्र होते हैं। प्रथम, कृषि, मत्स्य उद्योग एवं खनन से बना प्राथमिक क्षेत्र है। विनिर्माण से बना द्वितीयक क्षेत्र है तथा तृतीय क्षेत्र है जिसे सेवा क्षेत्र भी कहा जाता है। सेवा क्षेत्र की मूल विशेषता अंतिम उत्पाद के उत्पादन के बजाय सेवाओं का उत्पादन होती है।

तृतीय क्षेत्र का क्षेत्र कौन से कैसे भिन्न है उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंतृतीयक क्षेत्रक अन्य क्षेत्रकों से भिन्न है क्योंकि इस की गतिविधियां अन्य क्षेत्रकों (प्राथमिक एवं द्वितीयक) के विकास में मदद करते हैं। यह गतिविधियां स्वयं वस्तुओं का उत्पादन नहीं करती है बल्कि उत्पादन प्रक्रिया में सहायता करती है। इस क्षेत्र को सेवा क्षेत्र भी कहते हैं क्योंकि यह सेवाओं का सृजन करती हैं।

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सेवा क्षेत्र के तीव्र विकास के लिए उत्तरदाई प्रमुख कारण कौन कौन से हैं?

इसे सुनेंरोकें1. आजादी के बाद सेवाओं की मांग में वृद्धि हुई। 2. औद्योगिक विकास से परिवहन , बैंकिंग जैसे क्षेत्रों का विकास हुआ।

द्वितीयक क्षेत्र और तृतीयक क्षेत्र से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंतृतीयक क्षेत्र में सेवा क्षेत्र शामिल है। प्राथमिक क्षेत्र वस्तुओं और सेवाओं के लिए कच्चे माल की आपूर्ति करता है। द्वितीयक क्षेत्रक अपनी उपयोगिता बढ़ाकर एक वस्तु को दूसरी वस्तु में परिवर्तित करता है। तृतीयक क्षेत्र सेवाएं प्रदान करके प्राथमिक और माध्यमिक क्षेत्रों की मदद करता है।

प्राथमिक क्षेत्र द्वितीय क्षेत्र तृतीय क्षेत्र क्या है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: प्राथमिक क्षेत्र अर्थव्य्वस्था का वह क्षेत्र है जो प्राकृतिक संसाधनों का सीधा उपयोग करता है। इसमें कृषि, वानिकी, मछली पकड़ना और खनन भी शामल हैं। इसके विपरीत, द्वितीयक क्षेत्र वस्तुओं का विनिर्माण करता है और तृतीयक सेवाएं प्रदान करता है।

सेवा सेक्टर में कौन कौन से व्यवसाय?

उतर :-

  • कला और मनोरंजन सेवाएं l.
  • यातायात l.
  • व्यापार l.
  • शिक्षा l.
  • न्याय l.
  • प्रतिभूतियां l.
  • होटल एवं रेस्टोरेंट l.
  • स्वास्थ्य कल्याण और सामाजिक सहायता l.

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अर्थव्यवस्था में प्रत्येक क्षेत्र के अंतिम उत्पाद की गणना क्यों की जाती है?

इसे सुनेंरोकेंअतः बिस्कुट ही पूरा मूल्य प्राप्त होना अंतिम उत्पाद है, अर्थात् वह वस्तु जो उपभोक्ताओं चाहिए, जिसका मैंने तक पहुँचती है। अर्थ है कि क्षेत्रकों का महत्त्व परिवर्तित हो गया। अंतिम वस्तुओं और सेवाओं का मूल्य है।

सेवा क्षेत्र के तीव्र विकास के लिए उत्तरदाई प्रमुख कौन कौन से हैं?

भारत में सेवा क्षेत्र दो अलग अलग प्रकार के लोगों को रोजगार देता है ये कौन हैं?

इसे सुनेंरोकें(i) अत्यंत कुशल तथा शिक्षित श्रमिकों को, किन्तु उन सेवाओं की संख्या सीमित होती हैं। (ii) अकुशल श्रमिक लेकिन बड़ी संख्या में, जैसे, छोटे दुकानदार, मरम्मत करने वाले व्यक्ति, परिवहन चालक, विक्रेता, फेरीवाला , फुटपाथ विक्रेता आदि।

भारत में तृतीय क्षेत्र का महत्व बढ़ने का क्या कारण है?

भारतीय आय में तृतीयक क्षेत्राक की भूमिका : आर्थिक योजनाओं में बदलाव के कारण भारत मे इस क्षेत्राक में वृद्धि हुर्इ है। मूलभूत सुविधाएँ जैसे शिक्षा, सूचना तकनीक से सम्बंधित, स्वास्थ्य देखभाल सेवा, ATM, सूचना केन्द्र आदि भारतीयों को रोजगार प्रदान करते है। (ii) GDP में तृतीयक क्षेत्रा का हिस्सा प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।

भारतीय अर्थव्यवस्था में तृतीयक क्षेत्र क्यों महत्वपूर्ण है?

भारतीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्रक (क) भारत में तृतीयक क्षेत्र या सेवा क्षेत्र कई अलग-अलग प्रकार के लोगों को रोजगार देता है। (ख) प्राथमिक क्षेत्र को पीछे छोड़ते हुए यह क्षेत्र अब भारत का सबसे बड़ा उत्पादन क्षेत्र बन गया है। जी.डी.पी में तृतीयक क्षेत्र का हिस्सा अब 50% से अधिक है।

तृतीयक क्षेत्र का महत्व कैसे बढ़ा?

तृतीयक क्षेत्र का महत्व चूंकि सेवाएं आधुनिक अर्थव्यवस्था के विकास में एक मौलिक भूमिका निभाती हैं, इसलिए यह क्षेत्र बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। सेवा अर्थव्यवस्था का मुख्य कारण है cऔर यह है कि यह उत्पादों की खपत को बढ़ाने के लिए उच्च जीवन स्तर तक पहुंचने की अनुमति देता है।

तृतीय क्षेत्र से आप क्या समझते हैं?

Solution : तृतीयक क्षेत्र वह क्षेत्र है जो सेवाओं का उत्पादन करता है, इसे सेवा क्षेत्र भी कहा जाता है, जैसे- बैंकिंग, बीमा, संचार, व्यापार आदि।