आजकल लोगों में कई तरह की बिमारियां आ गई हैं ऐसे में आपको अपनी सेहत का ख्याल रखना चाहिए. अनियमित खानपान और दिनचर्या की वजह से लोगों को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. दरअसल गलत खान पान की वजह से आपके शरीर में कई सारी चीजों की कमी रह जाती है जिसकी वजह से आपको कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. Show
आपको जानकर हैरानी होगी की दाल मैग्नीशियम,कॉपर,फोलेट,राइबोफ्लेविन,विटामिन सी,फाइबर,पोटेशियन,फास्फोरस,मैग्रीशियम,आयरन,विटामिन बी-6,नियासिन,थायमिन और प्रोटीन होता है. इसे खाने से आपके ब्लड प्रोशर मेंटेम और कब्ज की समस्या जैसी गंभीर बीमारी से निजात दिलाता है, जानें अंकुरित मूंग खान के जबरदस्त फायदे. 1.कब्ज से राहत 2. सुस्ती को दूर भगाए 3. वजन कम करने में फायदेमंद 4.स्किन के लिए अच्छा ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें लाइफस्टाइल की और अन्य ताजा-तरीन खबरें हर दाल के अपने पौष्टिक गुण होते हैं. वैसे दाल में प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है. यही वजह है कि बढ़ रहे बच्चों को दाल का अधिक से अधिक सेवन करने की सलाह दी जाती है. हालांकि तमाम दालों के बीच मूंग की दाल को स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है. आमतौर पर इसे रोगियों के भोजन के तौर पर देखा जाता है क्योंकि ये बहुत जल्दी पच जाती है. लेकिन इसका यह बिल्कुल भी मतलब नहीं है कि यह स्वाद में फीकी होती है. मूंग की दाल को तरीके से बनाया जाए तो यह भी किसी भी अन्य दाल की ही तरह स्वादिष्ट लगती है. मूंग की दाल से कई चीजें बनती हैं. कुछ लोग इससे पापड़ बनाते हैं, कुछ बड़ियां तो कुछ लोग इसका लड्डू खाना पसंद करते हैं. पर मूंग दाल का हलवा भारतीय व्यजंनों का एक प्रमुख हिस्सा है. मूंग दाल की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यह सुपाच्य होती है और ठंडक प्रदान करती है. मूंग दाल के फायदे: 1. मूंग दाल की खिचड़ी खाने से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है. 2. मूंग को हल्का गर्म करके पीस ले. फिर इस पाउडर में कुछ मात्रा पानी की मिलाकर लेप की तरह पूरे शरीर पर मसाज करें. अगर आपको बहुत अधिक पसीना आने की शिकायत है तो इस लेप से वह दूर हो जाएगी. 3. अगर आपको दाद, खाज-खुजली की समस्या है तो मूंग की दाल को छिलके सहित पीस लें. इस लेप को प्रभावित जगह पर लगाने से फायदा होगा. 4. टायफाइड होने पर इसके सेवन से रोगी को बहुत राहत मिलती है लेकिन सादी मूंग की दाल का सेवन फायदेमंद रहता है. स्वाद और सेहत के हिसाब से दालें महत्वपूर्ण हैं। इन्हीं दालों में से एक है मूंग की दाल। मूंग दाल दो प्रकार की होती हैं, पहली हरी (छिलका सहित) और दूसरी पीली मूंग दाल। इसके अलावा, साबुत मूंग दाल का उपयोग भी किया जाता है। जहां एक ओर मूल रूप से इसका सेवन एशिया, यूरोप और अमेरिका में किया जाता है, वहीं भारत में मूंग दाल मुख्य भोजन का हिस्सा होने के साथ-साथ हमें स्वस्थ रखने में भी अहम भूमिका निभाती है। स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम मूंग दाल के फायदे के बारे में बताएंगे। साथ ही जानेंगे कि मूंग दाल का उपयोग किस प्रकार से कर सकते हैं और इससे क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं। आर्टिकल में दी गई जानकारी कई प्रकार के शोधों पर आधारित है, जिनमें से कुछ शोध जानवरों पर किए गए हैं, तो कुछ इंसानों पर। इसलिए, मूंग दाल का उपयोग औषधि के रूप में करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। नीचे विस्तार से पढ़ें आर्टिकल में सबसे पहले जानते हैं कि मूंग की दाल सेहत के लिए कैसे फायदेमंद है। विषय सूची
मूंग दाल आपकी सेहत के लिए क्यों अच्छी है?मूंग दाल फाइबर और प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है, इसके सेवन से हंगर हार्मोन (hunger hormone) प्रभावित होता है, जो भूख को नियंत्रित करता है। मूंग दाल का सेवन विशेष रूप से सूप और स्प्राउट के रूप में किया जा सकता है। मूंग दाल को स्प्राउट्स के तौर पर लेने से उसकी पौष्टिकता बढ़ जाती है। यह फाइबर से तो भरपूर होते ही हैं, साथ ही यह कंप्लीट प्रोटीन ( Albumin and Globulin) हैं। वहीं, डॉक्टर भी इसके सेवन की सलाह देते हैं। इसके पीछे मुख्य कारण है, इस दाल में पाए जाने वाले पोषक तत्व। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार, मूंगदाल में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। इसमें सेहत के लिए जरूरी फ्लेवोनोइड्स, फेनोलिक एसिड, कार्बनिक एसिड, अमीनो एसिड, कार्बोहाइड्रेट और लिपिड जैसे पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा, मूंग दाल में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीडायबिटिक, एंटीहाइपरटेंसिव और एंटीट्यूमर गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों को दूर करने में मददगार हो सकते हैं (1)। आगे है और जानकारी लेख के इस अहम हिस्से में हम मूंग दाल के फायदे के बारे में बता रहे हैं। मूंग दाल के फायदे – Benefits Of Mung Beans in Hindiनीचे हम क्रमवार मूंग दाल के फायदे बता रहे हैं। जानिए मूंग दाल का सेवन किस प्रकार शारीरिक समस्याओं पर अपना सकारात्मक प्रभाव छोड़ सकता है। वहीं, पाठक इस बात का भी ध्यान रखें कि मूंग की दाल किसी भी बीमारी का इलाज नहीं है। यह केवल समस्या के प्रभाव को कुछ हद तक कम करने में मददगार हो सकती है। अब पढ़ें आगे – 1. एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूरयह तो हम ऊपर बता ही चुके हैं कि मूंग दाल में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा, मूंग की दाल में कुछ फ्लेवोनॉयड्स पाए जाते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होते हैं। ये गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को दूर करने में मदद कर सकते हैं (1)। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण कारण, डायबिटीज, हृदय रोग जैसी समस्याएं हो सकती हैं। एक अन्य शोध में पाया गया है कि मूंग के सूप में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट गुण गर्मी के कारण होने वाले तनाव को भी दूर करने में कारगर हो सकता है (2)। 2. हीट स्ट्रोक को दूर करने में मददगारअधिक गर्मी, डिहाइड्रेशन के कारण हीटस्ट्रोक की समस्या हो सकती है। यह समस्या आमतौर पर गर्मियों के मौसम में होती है। अधिक गर्मी के कारण और द्रव्य पदार्थों के कम सेवन से शरीर में पानी की कमी हो जाती है और इससे हीटस्ट्रोक का खतरा हो सकता है। चूहों पर किए गए शोध में पाया गया कि मूंग दाल में विटेक्सिन (vitexin) और आइसोविटेक्स (isovitexin) नामक घटक पाए जाते हैं, जिनमें एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव मौजूद होता है। इस गुण के कारण हीटस्ट्रोक के खतरे को दूर करने में मदद मिल सकती है। इसलिए, गर्मी के मौसम में मूंग दाल का सूप पीना फायदेमंद हो सकता है (3)। 3. कोलेस्ट्रॉल को कम करने में फायदेमंदमूंग की दाल में हाइपोकोलेस्ट्रोलेमिया यानी कोलेस्ट्रॉल को कम करने का प्रभाव पाया जाता है। इस प्रभाव के कारण मूंग की दाल रक्त में माैजूद कुल कोलेस्ट्रॉल और एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकती हैं। इस आधार पर यह कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकने के साथ ही इसके स्तर काे कम करने में फायदेमंद हो सकते हैं (4)। 4. रक्तचाप को नियंत्रित करेमूंग दाल रक्तचाप को भी नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित चूहों के ऊपर किए गए शोध में पाया गया कि इसमें एंटीहाइपरटेंसिव गुण पाया जाता है। मूंग दाल में पाया जाने वाला यह गुण रक्तचाप को नियंत्रित करने के साथ-साथ उसे बढ़ने से रोकने और उससे होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है (5)। 5. गर्भावस्था में फायदेमंदगर्भावस्था के दौरान महिलाओं को भरपूर मात्रा में फोलेट युक्त खाद्य पदार्थ खाने की सलाह दी जाती है। वहीं, भ्रूण के विकास के लिए भी फोलेट जरूरी है। गर्भावस्था के समय फोलेट की कमी होने से मां और शिशु दोनों को समस्या हो सकती है (6)। वहीं, शोध में पाया गया है कि 100 ग्राम मूंगदाल में 625 माइक्रोग्राम फाेलेट की मात्रा पाई जाती है, जो गर्भावस्था के दौरान जन्म दोष को दूर करने के साथ ही पोषण में फायदेमंद हो सकती है (7)। वहीं, अगर मूंग दाल से बने कच्चे स्प्राउड्स का सेवन किया जाता है, तो इससे पेट खराब होने की आशंका हो सकती है। इस कारण गर्भावस्था में कच्चे स्प्राउट्स की जगह स्प्राउट उबालकर खाना बेहतर हो सकता है (8)। 6. पाचन में सुधार करने के लिएमूंग दाल अन्य दालों की तुलना में हल्की और आसानी से पचने योग्य होती है। यह शरीर में फैटी एसिड ब्यूटेरेट (Fatty acid butyrate) के उत्पादन को बढ़ाती है, जो पाचन में मदद करता है और शरीर में गैस को बनने से रोक सकता है। इसके अलावा मूंग में फाइबर और प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है, जो पाचन तंत्र को ठीक रखने के लिए जरूरी हैं। इसके अलावा, इसमें पाए जाने वाले अन्य घटक जैसे कि ट्रिप्सिन इन्हिबिटर्स (trypsin inhibitors), हीमगलगुटिनिन (hemagglutinin), टैनिन (tannins) और फाइटिक एसिड (phytic acid) भी पाचन तंत्र काे ठीक करने के साथ ही शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में फायदेमंद हो सकते हैं (1)। वहीं, फाइटिक एसिड एक एंटीन्यूट्रियंट की तरह भी काम कर सकता है, यानी यह शरीर में मिनरल्स के अवशोषण को रोक सकता है। साथ ही स्प्राउटिंग, सोकिंग और कूकिंग के प्रभाव को भी कम कर सकता है। वहीं, नींबू का रस फाइटिक एसिड के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है, इसलिए स्प्राउट या दाल बनाते समय नींबू का रस मिला लेना चाहिए। यह टेस्ट और स्वास्थ्य दोनों को बढ़ाने में मदद कर सकता है। 7. मधुमेह काे नियंत्रित करने के लिएमधुमेह की समस्या रक्त में मौजूद शुगर का स्तर बढ़ने के कारण हो सकती है। इस समस्या से बचने के लिए मूंग दाल का सेवन किया जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित चूहों पर किए गए शोध में पाया गया कि काली मूंग की दाल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीडायबिटिक गुण पाए जाते हैं। यह गुण रक्त में मौजूद ग्लूकोज के स्तर को कम करने में फायेदमंद हो सकते हैं (9) (10)। वहीं, अगर कोई डायबिटीज से ग्रस्त है, तो उसे डॉक्टर की ओर से दी गई दवा का सेवन जरूर करना चाहिए। 8. एंटीमाइक्रोबियल गुण से भरपूर मूंग दालमूंग में पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स में एंटीमाइक्रोबियल, एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। मूंग बीज में पाए जाने वाले ये गुण कई प्रकार के फंगस को दूर करने के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के संक्रमण को भी दूर करने में मदद कर सकते हैं। मूंग में मौजूद उपरोक्त गुणों के कारण विभिन्न तरह के फंगस को दूर किया जा सकता है (1)। 9. एंटीइंफ्लेमेटरी गुणमूंग दाल के लाभ इसमें मौजूद गुणों और पोषक तत्वों के कारण ही होते हैं। उन्हीं में से एक है इसका एंटीइंफ्लेमेटरी गुण। यह गुण कई प्रकार की सूजन को दूर करने में मददगार हो सकता है। पशुओं पर किए गए एक शोध के मुताबिक, मूंग दाल में पाए जाने वाले पॉलीफेनॉल्स, जैसे कि विटेक्सिन, गैलिक एसिड, और आइसोविटेक्सिन में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है। यह गुण सूजन वाले क्षेत्र में दर्द और सूजन के इलाज में मदद कर सकते हैं (1)। आर्टिकल पढ़ते रहें मूंग दाल के फायदे के बाद आगे हम मूंग दाल के पौष्टिक तत्वों के बारे में बता रहे हैं। मूंग दाल के पौष्टिक तत्व – Mung Beans Nutritional Value in Hindiमूंग दाल में मौजूद पौष्टिक तत्व इस प्रकार हैं (7)। पोषक तत्वमात्रा प्रति 100 ग्रामपानी9.05 ग्रामकैलोरी347 kcalप्रोटीन23.86 ग्रामफैट1.15 ग्रामकार्बोहाइड्रेट62.62 ग्रामफाइबर16.3 ग्रामशुगर6.6 ग्राममिनरल्सकैल्शियम132 मिलीग्रामआयरन6.74 मिलीग्राममैग्नीशियम189 मिलीग्रामफास्फोरस367 मिलीग्रामपोटैशियम1246 मिलीग्रामसोडियम15 मिलीग्रामजिंक2.68 मिलीग्राममैंगनीज1.035 मिलीग्रामकॉपर0.941 मिलीग्रामसेलेनियम8.2 माइक्रोग्रामविटामिनविटामिन सी4.8 मिलीग्रामथायमिन0.621 मिलीग्रामराइबोफ्लेविन0.233 मिलीग्रामनियासिन2.251 मिलीग्रामविटामिन-बी 60.382 मिलीग्रामफोलेट625 माइक्रोग्रामकोलीन97.9 मिलीग्रामविटामिन-ए6 माइक्रोग्रामबीटा कैरोटिन68 माइक्रोग्रामविटामिन-ए IU114 IUविटामिन- इ0.51 माइक्रोग्रामविटामिन-के9 माइक्रोग्रामलिपिडफैटी एसिड टोटल सैचुरेटेड0.348 ग्रामफैटी एसिड टोटल मोनोअनसैचुरेटेड0.161 ग्रामफैटी एसिड टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड0.384 ग्राममूंग दाल खाने के फायदे और पोषक तत्वों के बाद जानते हैं कि मूंग दाल का उपयोग कैस कर सकते हैं। मूंग दाल का उपयोग – How to Use Mung Beans in Hindiमूंग दाल का उपयोग कई प्रकार से किया जा सकता है। यहां हम इसके कुछ आसान उपयोगों के बारे में बता रहे हैं।
मात्रा: प्रतिदिन 100 ग्राम तक मूंग दाल का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, एक कटोरी मूंग दाल स्प्राउट का सेवन कर सकते हैं। बेहतर होगा कि आप एक बार डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से जरूर पूछ लें कि आपके स्वास्थ्य के अनुसार दिनभर में कितनी मूंग की दाल खाई जा सकती है। स्क्रॉल करें मूंग दाल खाने के फायदे और उपयोग के बाद जानते हैं मूंग दाल के नुकसान के बारे में। मूंग दाल के नुकसान – Side Effects of Mung Beans in Hindiमूंग दाल के लाभ के साथ-साथ मूंग दाल के नुकसान भी देखे गए हैं। यहां हम इससे होने वाले नुकसान के बारे में बता रहे हैं।
अब हम उम्मीद कर सकते हैं कि अब आप मूंग दाल खाने के फायदे अच्छी तरह समझ गए होंगे। साथ ही मूंग दाल का उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है, इसकी भी आपको जानकारी हो गई होगी। अब आप चाहें, तो इसे दैनिक आहार का हिस्सा बनाकर इसके औषधीय लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इस दाल का सेवन गर्भावस्था के दौरान भी फायदेमंद माना जाता है। साथ ही यह आसानी से पच जाती है। वहीं, इसके सेवन की मात्रा का भी पूरा ध्यान रखें, क्योंकि इसकी अधिक मात्रा लेख में बताए गए मूंग दाल के नुकसान का कारण बन सकती है। आशा करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। SourcesArticles on StyleCraze are backed by verified information from peer-reviewed and academic research papers, reputed organizations, research institutions, and medical associations to ensure accuracy and relevance. Check out our editorial policy for further details.
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