ICSE Class 10 Hindi Solutions साहित्य सागर – चलना हमारा काम है [कविता]ICSE SolutionsSelina ICSE SolutionsML Aggarwal Solutions Show
प्रश्न क-i: कुछ कह लिया, कुछ सुन लिया उत्तर: प्रश्न क-ii: कुछ कह लिया, कुछ सुन लिया कवि दर-दर क्यों खड़ा नहीं होना चाहता? उत्तर : प्रश्न क-iii: कुछ कह लिया, कुछ सुन लिया कवि का रास्ता आसानी से कैसे कट गया? उत्तर: प्रश्न क-iv: कुछ कह लिया, कुछ सुन लिया उत्तर: प्रश्न ख-i: इस विशद विश्व-प्रहार में मनुष्य जीवन में किससे घिरा रहता है? उत्तर: प्रश्न ख-ii: इस विशद विश्व-प्रहार में उत्तर: प्रश्न ख-iii: उत्तर: प्रश्न ख-iv: उत्तर: प्रश्न ग-i: उत्तर: प्रश्न ग-ii: साथ में चलते रहे उत्तर: प्रश्न ग-iii: उत्तर: प्रश्न ग-iv: उत्तर: आज मेरे सामने है रास्ता इतना पड़ा इस पंक्ति का आशय क्या है?Solution : प्रस्तुत पंक्तियों में कवि का आशय है कि मंजिल तक पहुँचने के लिए रास्ते में बहुत रुकावटें आती हैं। उन रुकावटों को दूर करते हुए लक्ष्य तक पहुँचना ही मनुष्य के जीवन का उद्देश्य है।
है रास्ता इतना पड़ा इस पंक्ति से कवि का क्या तात्पर्य है?कवि के अनुसार इस जीवन रूपी पथ पर आगे बढ़ते हुए हमें अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है परंतु हमें निराश या थककर नहीं बैठना चाहिए। जीवन पथ पर आगे बढ़ते हुए बाधाओं का आना स्वाभाविक है क्योंकि जीवन इसी का नाम होता है जब हम इन बाधाओं को पार कर आगे बढ़ते हैं।
चलना हमारा काम है कविता की अंतिम पंक्तियों में कवि ने क्या संदेश दिया है?अंतिम पंक्तियों में कवि यह संदेश दिया है की मंजिल पाने के लिए चलते रहें, उसमें अपनी गति रुक कर अगर कोई गिर गए सो गिर गए पर जो रह गए उनको उत्तम सफलता मिलती है। इसलिए हमें निरंतर चलते रहना चाहिए।
पर्यावरण बचाओ कविता की अंतिम पंक्तियों में क्या संदेश है?कविता कवि परशुराम शुक्ल कवि इन पंक्तियों में कहना चाहते है कि मानव जीवन के मित्र हां ध्वनि, मिट्टी और जलवायु। इनकी रक्षा हम को करनी है। अगर ये प्रदूषणरहित रहेंगे तो हमारा जीवन सुंदर और तंदुरुस्त बनेगा। हमारे आसपास ध्वनिप्रदूषण भी बहुत ज्यादा हो रहा है।
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