रात में शराब पीने के बाद क्या खाना चाहिए? - raat mein sharaab peene ke baad kya khaana chaahie?

Tips for safe drinking: शराब पीने के नुकसान को लेकर हमेशा से ही डॉक्टर्स आगाह करते रहे हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि हमारा शरीर एक घंटे में सिर्फ एक ही ड्रिंक और दिन में कुल 3 ड्रिंक को पचा सकता है लेकिन एक से अधिक स्टैंडर्ड ड्रिंक पीना हमेशा खतरनाक माना जाता है. जिस दिन से आप शराब पीना शुरू करते हैं, उसी दिन से उसके दुष्प्रभाव शरीर पर हावी होना शुरू कर देते हैं. शराब पीने वाले लोगों के शरीर पर कुछ असर तुरंत दिखने लगते हैं तो कुछ लॉन्ग टर्म के बाद दिखते हैं. 

कई लोग लिमिट में शराब का सेवन करते हैं तो कुछ लोग इतनी शराब पी लेते हैं कि उन्हें होश ही नहीं रहता. हम शराब पीने की सलाह बिल्कुल नहीं दे रहे हैं लेकिन फिर भी अगर आपसे शराब छूट नहीं रही है तो कुछ बातों को ध्यान में रखकर कुछ हद तक शराब के शरीर पर होने वाले दुष्प्रभाव से बच सकता है. अगर आप भी शराब पीते हैं तो नीचे बताए हुए तरीकों पर जरूर ध्यान दें.

1. शराब कितनी मात्रा में पीनी चाहिए

दोस्तों के साथ एंजॉयमेंट करना हो या पार्टी हो, कई लोग अनलिमिटेड शराब पी लेते हैं, इसके बाद से उन्हें प्रॉब्लम्स होना शुरू हो जाती हैं. Healthdirect.gov.au के मुताबिक, वयस्कों को शराब के जोखिम से बचे रहने के लिए एक हफ्ते में 10 ड्रिंक से अधिक और एक दिन में चार ड्रिंक से अधिक नहीं पीनी चाहिए. एक स्टैन्डर्ड ड्रिंक का साइज 330 ml बीयर और 30 ml हार्ड अल्कोहल (व्हिस्की, जिन आदि) और 150 ml वाइन (रेड और व्हाइट) होता है.

एक ड्रिंक में लगभग 10 ग्राम इथेनॉल (अल्कोहल) होता है. इस मात्रा को शरीर एक घंटे में प्रोसेस कर सकता है. इसलिए हमेशा तय की गई मात्रा से अधिक शराब नहीं पीना चाहिए. अगर कोई दैनिक निर्धारित की गई शराब की मात्रा से अधिक पीता है तो उससे दुर्घटना, शारीरिक नुकसान या हैंगओवर हो सकता है. वहीं अगर कोई रोजाना बहुत अधिक शराब पीता है तो उसे हृदय, कैंसर, लिवर, किडनी या दिमाग संबंधित बीमारियां हो सकती हैं.

2. पीने से पहले और पीने के दौरान कुछ खाएं

शराब आपके पेट और छोटी आंत के माध्यम से ब्लडस्ट्रीम में जाती है. जब आप शराब पीना शुरू करते हैं और अगर पेट खाली है तो शराब ब्लडस्ट्रीम में तेजी से जाएगी. ऐसा होने से शरीर को दुष्प्रभाव हो सकते हैं इसलिए पीने से पहले और पीने के दौरान कुछ ना कुछ जरूर खाएं. शराब पीने से पहले खूब सारा पानी पिएं, नमकीन स्नैक्स खाने से बचें. मखाने, ड्राईफ्रूट, सलाद, मूंगफली, पनीर शराब के साथ या पहले खा सकते हैं.

3. एक घंटे में पिएं 1 स्टैंडर्ड ड्रिंक 

खून में जो अल्कोहल की मात्रा होती है उसे बीएसी (Blood alcohol level) कहते हैं. खून में अल्कोहल की मात्रा इस बारे में बताती है कि शराब शरीर पर किस तरह से प्रभाव डालेगी. शरीर प्रति घंटे केवल 1 स्टैंडर्ड ड्रिंक को ही प्रोसेस कर सकता है. लेकिन अगर आप अधिक तेजी से शराब पिएंगे तो बीएसी उतना ही अधिक होगा और शरीर को अधिक नुकसान होगा. इसलिए कोशिश करें कि एक घंटे में एक स्टैंडर्ड ड्रिंक से अधिक का सेवन ना करें.

4. शराब के दौरान शर्त लगाने से बचें

आपने देखा होगा कई लोग शराब पीते समय कुछ ना कुछ शर्त लगा लेते हैं. जैसे, एक बार में ही बोतल खत्म करना, पहले कौन बोतल खत्म करेगा या कौन अधिक शराब पी सकता है, आदि. ऐसा करना शरीर के लिए काफी हानिकारक हो सकता है. इसलिए कभी भी शराब पीने के दौरान खेल, स्कोलिंग रेस या ऐसी किसी भी एक्टिविटी करने से बचें जिससे आप जल्दी से जल्दी अधिक शराब पिएं. अल्कोहल को एनर्जी ड्रिंक के साथ न मिलाएं क्योंकि इससे आप अधिक ड्रिंक कर सकते हैं.

5. शराब पीकर गाड़ी न चलाएं

भारत में ब्लड अल्कोहल लेवल (BAC) प्रति 100 मिलीलीटर खून में 0.03 % से अधिक नहीं होना चाहिए. यानी कि प्रति 100 मिलीलीटर खून में 30 मिलीग्राम से अधिक अल्कोहल होता है तो वह व्यक्ति गाड़ी चलाकर कानून का उल्लंघन कर रहा है. लेकिन अगर आप गाड़ी चला रहे हैं तो हमारा मानना है कि शराब का कोई भी सुरक्षित लेवल नहीं है. आपने अगर थोड़ी सी भी शराब पी हुई है तो गाड़ी बिल्कुल ना चलाएं. अगर ऐसा करते हैं तो सड़क दुर्घटना होने की संभावना उतनी अधिक हो जाती है और दुर्घटना में आपके साथ अन्य लोगों को भी नुकसान हो सकता है. अगर आपको कहीं जाना है तो पहले ही घर जाने की व्यवस्था करें कि आप कैसे घर जाएंगे.

  • होम
  • वीडियो
  • सर्च
  • वेब स्टोरीज
  • ई-पेपर

रात में शराब पीने के बाद क्या खाना चाहिए? - raat mein sharaab peene ke baad kya khaana chaahie?

  • होम
  • वीडियो
  • सर्च
  • वेब स्टोरीज
  • ई-पेपर

  • Hindi News
  • Tips For Drinking Alcohol

पीनी ही है तो ऐसे पियो

शराब पीना सही है या गलत, इस बात पर बहस बेमानी है, क्योंकि पीने वालों को तो बस पीने का बहाना चाहिए। लेकिन जान है तो जहान है, सुरूर की खातिर सेहत को नजरअंदाज करना मुमकिन नहीं। इसलिए जरूरी है कि पियो लेकिन रखो हिसाब।

हालांकि एक के बाद एक शोध बताते हैं कि कम शराब पीने और अच्छी सेहत के बीच गहरा रिश्ता है। तो क्या जाम टकराने वालों के लिए यह गुड न्यूज है? जरूरी नहीं, क्योंकि मधुशाला में मौज-मस्ती लूटने वालों की बीवियों की राय ऐसी किसी भी रिसर्च से अलग होगी। दरअसल, मियां-बीवी के मसले से परे हट कर मेडिकल साइंस ने माना है कि सीमित शराब पीकर हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बच सकते हैं। इसके पक्ष में सबूत भी पेश किए गए हैं।

अल्कोहल का नियंत्रित सेवन सेहत के लिए खून में अच्छा एचडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है। साथ ही यह फाइब्रिनोजन जैसे घटक कम करता है, जो नसों में खून जमने से हार्ट अटैक या स्ट्रोक का कारण बनते हैं। रिसर्चर यह भी दावा करते हैं कि सीमित शराब पीने वालों को टाइप-2 डायबिटीज और पित्त पथरी का जोखिम कम रहता है। संयमित और अनुशासित होकर ही शराब को फायदेमंद बनाया जा सकता है। जैसे ही मात्रा बढ़ने लगती है तो फायदे की जगह नुकसान शुरू हो जाता है। इससे कोलन (मलाशय) और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है। हालांकि फोलिक एसिड के सेवन से महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम कर सकती हैं।

कम पीने का मतलब क्या?

सेहत पर पड़ने वाले इसके असर को लेकर अहम सवाल है कि इसकी लिमिट क्या है? अलग-अलग स्टडीज के आधार पर यह ड्रिंक लिमिट तय की गई है। मर्दो के लिए एक दिन में दो ड्रिंक्स और औरतों के लिए एक की लिमिट बताई गई है। अलग-अलग गणनाओं के बाद माना गया है कि एक ड्रिंक या पेग में लगभग 14 ग्राम अल्कोहल होता है। लगभग 340 एमएल की बीयर की छोटी बोतल, जिसमें 5 फीसदी अल्कोहल है, उसे एक ड्रिंक मान सकते हैं।

12 फीसदी अल्कोहल वाले लगभग 140 एमएल वाइन के गिलास और 40 फीसदी अल्कोहल वाली लगभग 40 एमएल की हार्ड लिकर (रम, व्हिस्की) के गिलास को भी एक ड्रिंक मान सकते हैं। शराब की यही वह लिमिट है, जिसका संबंध सेहत के साथ बताया गया है। लोगों की रोजाना की शराब की औसत खुराक के आधार पर यह स्टडी की गई है। यह अब भी बहस का विषय है कि कम शराब पीने से सेहत को किस तरह फायदा मिल सकता है। इसका मतलब यह है कि फायदा थोड़ी-थोड़ी मात्रा में रोज शराब पीने वालों को मिलेगा या फिर शराब की थोड़ी मात्रा बढ़ाकर और रोज पीने की बजाय हफ्ते में तीन-चार दिन पीने वालों को।

ज्यादा पीने के मायने क्या?

ज्यादा शराब पीने से होने वाले दुष्परिणामों की लंबी फेहरिस्त है। शराब का बहुत ज्यादा सेवन करने वालों को रोड एक्सिडेंट और लड़ाई-झगड़े जैसी मुसीबतों के अलावा अलग-अलग किस्म के कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर और सिरोसिस जैसी घातक बीमारियों का सामना करना पड़ता है। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन अल्कोहल अब्यूज एंड अल्कोहॉलिज्म (एनआईएएए) के मुताबिक एक दिन में चार ड्रिंक और एक हफ्ते में 14 ड्रिंक से ज्यादा लेने वाले मर्द और एक दिन में तीन और एक हफ्ते में 7 ड्रिंक से ज्यादा लेने वाली महिलाएं पियक्कड़ की श्रेणी में आती हैं। लिमिट इसलिए है क्योंकि इससे ज्यादा पीने पर समस्याएं बढ़ जाती हैं।

अगर आपको कम पीने वालों की कैटेगिरी में ही रहना है तो विमहांस, दिल्ली के साइकोलॉजिस्ट पुलकित शर्मा बताते हैं, ‘डिप्रेशन या स्ट्रेस में शराब न पिएं क्योंकि ज्यादातर लोग ऐसे वक्त लिमिट पर कंट्रोल नहीं रख पाते। एंजॉयमेंट मंे शराब भी सही नहीं है। बेहतर यही है कि अपनी लिमिट तय कर लें।’ अकेलेपन में भी पीने की लिमिट क्रॉस होने का खतरा रहता है। अगर उनके फैमिली मेंबर भी इस वक्त उन्हें अलर्ट करते रहेंगे, तो वे लिमिट में रहेंगे।

जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में सोशल साइंस के एसोसिएट प्रोफेसर अमित कुमार शर्मा कहते हैं, ‘भारत में एक बहुत बड़ा तबका पश्चिमी मुल्कों की तरह सोचता है। यह तबका जिंदगी को अलादीन के चिराग की तरह मानता है और बहुत जल्दी मनचाही सफलता हासिल करना चाहता है। इनमें से बहुत सारे लोग जल्दी निराश हो जाते हैं और फिर शराब की तरफ बढ़ते हैं।’ पीने या न पीने का फैसला पूरी तरह आप पर है, क्योंकि यह बेहद निजी मामला है। लेकिन बढ़िया सेहत और खुशनुमा जिंदगी के लिए शराब से दूरी बेहतर है। अगर आप उसके सुरूर का लुत्फ लेना चाहते हैं, तो जाम पर काबू करना सीखिए, वरना जाम आप पर काबू पा जाएगा।

हार्वर्ड हेल्थ पब्लिकेशंस

शराब से दूर रहना ही अच्छा है, लेकिन अगर आप शराब पीते हैं, तो उसे सही ढंग से पीने के नुस्खों पर जरूर ध्यान दें:

‘शराब के मामले में संयमित रहने के लिए हमारी धर्म, परिवार या संस्कृति में आस्था होनी चाहिए, क्योंकि ये हमें शराब से दूर बनाए रखने में मदद करते हैं। एकदम से मिलने वाली खुशी और निराशा के मौकों पर सतर्क रहना चाहिए और सब चलता है वाली सोच नहीं रखनी चाहिए’

- डॉ. अमित कुमार शर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर, सोशल साइंस-जेएनयू

‘अगर आपको कम पीने वालों की कैटेगिरी में ही रहना है तो कभी भी डिप्रेशन या स्ट्रेस में शराब न पिएं, क्योंकि ज्यादातर लोग ऐसे वक्त में पीने की लिमिट पर कंट्रोल नहीं रख पाते। शराब मंे एंजॉयमेंट ढूंढना भी सही नहीं है। बेहतर यही है कि अपनी लिमिट तय कर लें’

- डॉ. पुलकित शर्मा, साइकोलॉजिस्ट, विमहांस हॉस्पिटल, दिल्ली

‘आपको डर है कि आप भी धीरे-धीरे मॉडरेट ड्रिंकर से हैवी ड्रिंकर की श्रेणी में जा सकते हैं, तो अपनी इच्छाशक्ति को बीच-बीच में जांचते रहिए। खाली पेट कभी भी पार्टियों में न जाएं। खाना खाकर पार्टी में जाएंगे, तो ज्यादा पीने के रिस्क से खुद को बचा सकेंगे’

- राकेश, अल्कॉहलिक एनॉनिमस इंडिया

शराब पीते समय क्या खाएं?

शराब पीने के समय इन 10 आहारों का करे सेवन.
सूप: सूप एक बेहतर विकल्प हो सकता है. ... .
चावल: सादा चावल को सबसे अच्छा खाना माना जाता है, जो पचाने में आसान होता है. ... .
चिकन सैंडविच: पनीर और मेयो के बिना ग्रील्ड चिकन सैंडविच एक स्वस्थ भोजन टिप है. ... .
पॉपकॉर्न: पॉपकॉर्न में फैट नहीं होता है, न ही यह उच्च फाइबर होता है..

शराब पीते समय क्या नहीं खाना चाहिए?

What Not To Eat After Drink Alcohol: शराब पीने के बाद दूध, मिठाई और ऑयली चीजों का सेवन न करें तो बेहतर है..
Shocking Facts About Alcohol: बहुत से लोग शराब पीने के शौकीन होते हैं. ... .
ऑयली चीजें खाने से बचें-.
मिठाई और दूध करें इग्नोर-.
सोडा या कोल्ड ड्रिंक की बजाय पानी से पिएं-.
ये भी पढ़ें-.

लड़कियां दारू पीने के बाद क्या करना पसंद करती हैं?

साथ ही महिलाएं यह भी शेयर करती है कि उन्हें सेक्स में किस तरह से मजा आता है। अध्ययनकर्ताओं के अनुसार महिलाएं शराब पीने के बाद अपने दोस्तों से सेक्स से जुडी गुप्त बातें शेयर करती हैं। यहां सांप संग होता है अश्लील डांस, धीरे-धीरे हो जाते हैं...!

रोज रोज शराब पीने से क्या होता है?

तो आइए जानते हैं कि शराब पीने के कारण हेपेटाइटिस और सिरोसिस आखिर है क्या. अल्कोहलिक हेपेटाइटिस लीवर की सूजन की बीमारी है जो बहुत अधिक शराब पीने के कारण होती है. इसमें फ्लूड जमा होने लगता है जिसके कारण पेट बड़ा हो जाता है. इसके अलावा पीली आंखें, बुखार, थकान और भूख न लगना जैसे लक्षण इस बीमारी के लिए रेड सिगनल है.