भीगे हुए बादाम की तासीर क्या होती है? - bheege hue baadaam kee taaseer kya hotee hai?

भीगे हुए बादाम की तासीर क्या होती है? - bheege hue baadaam kee taaseer kya hotee hai?

आयुर्वेद में बादाम का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। (तस्वीर के लिए साभार - iStock iamges ) 

  • याददाश्त बढ़ाने के लिए बादाम नहीं है किसी टॉनिक से कम।

  • गर्भवती महिलाओं के लिए बादाम होता है बेहद फायदेमंद

  • आयुर्वेद के अनुसार बादाम भिगोकर खाने से इसके स्वास्थ्य लाभ दोगुना हो जाते हैं

 Almonds Benefits in Hindi:  बादाम सेहत के लिए किसी जादू से कम नहीं है। विटामिन, मिनरल्स और एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर यह गंभीर बीमारियों से निजात दिलाने में कारगार होता है। इसमें ओमेगा-3 और मोनोसैचुरेटेड फैट पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।

आर्युवेद में बादाम के कई लाभ माना जाते है। यह एलडीएल यानी खराब  कोलेस्ट्रोल को कम करता है जिससे दिल संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है। यह तेजी से वजन कम करने में भी कारगार होता है और इसमें मौजूद मोनो अनसैचुरेटेड फैट भूख को नियंत्रित करता है जिससे तेजी से वजन कम होता है।

भीगे हुए बादाम का सेवन ज्यादा गुणकारी 

सुबह भीगे हुए बादाम का सेवन करने से इंसुलिन लेवल नियंत्रित होता है, जिससे डायबिटीज की समस्या से जल्द छुटकारा मिलता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ अक्सर बादाम खाने से पहले इसे भिगाने की सलाह देते हैं, लेकिन आपने कभी सोचा है ऐसा क्यों?

हाल ही में आयुर्वेदिक चिकित्सक गीता ने बताया कि बादाम जैसे नट्स को पचाना शरीर के लिए थोड़ा मुश्किल होता है। क्योंकि इसके छिलके में एंटी पोषक तत्व, फाइटिक एसिड और टैनिन की मात्रा अधिक होती है। 

बादाम भिगोकर क्यों खाना चाहिए?

आयुर्वेद में बादाम का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार बादाम को भिगाकर खाने से इसके स्वास्थ्य लाभ दोगुना हो जाते हैं। इस प्रकार सेवन से यह सभी पोषक तत्वों को अवशोषित कर लेता है। हाल ही में आयुर्वेदिक चिकित्सक गीता ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा कर बताया कि बादाम के छिलके में एंटीपोषक तत्व, फाइटिक एसिड और टैनिन की मात्रा अधिक होती है, यह पोषक तत्वों के अवशोषण को कम करता है और रक्त में पित्त को बढ़ा सकता है। इसलिए इसके छिलके को हटाकर इसका सेवन करें, भीगा हुआ बादाम खाने में मीठा और मक्खन की तरह होता है।

बादाम के फायदे

बादाम की तासीर गर्म होती है, इसे सबसे पौष्टिक मेवों की सूची में शामिल किया जाता है। इसमें मौजूद प्रोटीन ब्लड शुगर की समस्या से निजात दिलाने और इसके संक्रमण से दूर रखने में कारगार होता है। यह विटामिन ई, फाइबर, ओमेगा-3, ओमेगा-6, मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन और पोटेशियम का समृद्ध स्रोत है। ऐसे में रोजाना सुबह भीगे हुए बादाम को अपनी डाइट में अवश्य शामिल करें।

याददाश्त बढ़ाने में कारगार

भीगे हुए बादाम का सेवन करना याददाश्त ढ़ाने के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं है। आयुर्वेदिक चिकित्सक गीता के मुताबिक यह मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इससे स्मरण शक्ति बढ़ती है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के साथ मसल्स के लिए भी फायदेमंद होता है।

गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद

बादाम गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद लाभकारी होता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार इसमें मौजूद फॉलिक एसिड गर्भ में पल रहे शिशु के मस्तिष्क और न्यूरोलॉजिकल सिस्टम के विकास में मदद करता है। साथ ही गर्भवती महिलाओं के पाचनतंत्र को दुरूस्त रखता।  

एक दिन में कितना बादाम खाना फायदेमंद

दाम की तासीर गर्म होती है, इसलिए एक बार में ज्यादा बादाम का सेवन नहीं करना चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार आप रोजाना सुबह 5-7 भीगे हुए बादाम का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए रात को सोते समय एक कटोरी पानी में बादाम भिगा दें और सुबह छिलका हटाकर इसका सेवन करें।

बादाम खाने के कितने फायदे होते हैं इस बात को शायद सभी लोग जानते हैं और इससे जागरुख लोगों ने अपनी डाइट में भी शामिल किया होगा। खाने में क्रंची और प्रोटीन से भरपूर बादाम में फाइबर और ओमेगा 3 होता है। टेस्ट के साथ हेल्दी गुणों से भरपूर बहुत लोगों का पसंदीदा ड्राइफ्रूट है। पर लोगों के बीच इसको लेकर कंफ्यूजन है कि भीगे हुए बादम ज्यादा फायदेमंद होते हैं या फिर सूखे हुए बादाम का सेवन ज्यादा फायदा करता है। यहां हम आपको बता रहे हैं सूखे हुए बादाम खाने से कितना होगा और भिगो कर खाने से कितना फायदा होगा।

कई लोग बादाम (Almonds) को पूरी रात के लिए पानी में भिगो कर रख देते हैं, लेकिन अगर आप इन्हें 5-6 घंटे के लिए भिगो कर रखेंगे तो भी यह ठीक रहता है। यह बात सच है कि सूखे हुए बादाम के मुकाबले भीगे हुए बादाम ज्यादा हेल्दी होते हैं, क्योंकि यह खाने में ज्यादा मुलायम और पचाने में आसान होते हैं। भीगे हुए बादाम से शरीर न्यूटरिशन ज्यादा जल्दी ग्रहण करता है। इसी के साथ अगर बादाम (Almonds For Health) को उसकी बाहरी परत के बिना खाया जाता है तो यह काफी बेहतर रहता है, क्योंकि बाहर परत में एक एंजाइम अवरोधक होता है। यह पाचन प्रक्रिया और अवशोषण को प्रभावित कर सकता है। एक व्यक्ति को एक दिन में करीब 8-10 बादाम खा सकता है।

पाचन के लिए बेहतर

भीगे हुए बादाम की तासीर क्या होती है? - bheege hue baadaam kee taaseer kya hotee hai?


सूखे हुए बादाम के मुकाबले भिगे हुए बादाम एंजाइम रिलीज करने में मदद करते हैं, जो कि पाचन प्रकिया के लिए अच्छे होते हैं। बादाम सबसे हेल्दी मिड-मील स्नैक्स होते हैं। बादाम के अंदर मोनोसैचुरेटेड फैट्स मौजूद होते हैं जो कि भूख पर रोक लगाते हैं और भर हुआ रखते हैं। इसके साथ आप वजन बढ़ने पर भी रोक लगा सकते हैं।

कोलेस्ट्रॉल को करे ठीक
यह बात सच है कि भीगे हुए बादाम खाने से दिल हेल्दी रहता है और खराब कोलेस्ट्रॉल में राहत मिलती है और बढ़िया कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है।

वजन बढ़ने से रोके
भीगे हुए बादाम खाने से इसें मौजूद विटामिन ई एक एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर काम करता है। बादाम में मौजूद यह तत्व उम्र और सूजन को रोकता है जो कि फ्री रेडिकल से होता है।

भीगे हुए बादाम ज्यादा बेहतर

भीगे हुए बादाम की तासीर क्या होती है? - bheege hue baadaam kee taaseer kya hotee hai?


भीगे हुए बादाम और सूखे बादाम में से किसी का चयन करना स्वाद का मुद्दा नहीं है बल्कि ज्यादा हेल्दी चुनने का मुद्दा है। भीगे हुए बादाम के छिलके में टैनिन होता है जो कि पोषक तत्वों के अवशोषण को रोकता है। बादाम को भिगोने के बाद उन पर से छिलका उतारना काफी आसान हो जाता है। इसके बाद यह ड्राइफ्रूट अपने सभी पोषक तत्वों को आसानी से रिलीज कर पाता है।

खाने में आसान
सूखे हुए बादाम की तुलना में भीगे हुए बादाम ज्यादा नरम और पचने में आसान हो जाता हैं। इसके बाद यह बेहतरी से पोषक तत्वों के अवशोषण में मददगार साबित होते हैं।

भीगे हुए बादाम की तासीर क्या है?

आयुर्वेद के अनुसार कच्चे बादाम की तासीर बहुत गर्म होती है। वही भीगे हुए बादाम की तासीर सामान्य हो जाती है। ऐसे में पित्त प्रकृति के लोग भी भीगे हुए बादाम खा सकते हैं। कच्चे बादाम की तुलना में भीगे बादाम से हमारा शरीर अधिक विटामिन्स और मिनरल्स अवशोषित करता है।

बादाम गरम होता है क्या?

बादाम गर्म होता है या ठंडा बता दें कि बादाम की तासीर गर्म होती है. ऐसे में बादाम का सेवन किया जा सकता है. लेकिन व्यक्ति गर्मियों में भी बादाम का सेवन सीमित मात्रा में कर सकता है.

क्या बादाम की तासीर गर्म होती है?

बादाम एक सूखा मेवा (Dry Fruit) है और ज्यादतर ड्राई फ्रूट्स तासीर में गर्म होते हैं. बादाम भी बहुत गर्म होता है. इसलिए इसकी तासीर को शीतल करके संतुलन लाने के लिए भी इसे भिगोकर खाने की सलाह दी जाती है.

ठंड के दिनों में बादाम कैसे खाना चाहिए?

जी हां सर्दी में भी अगर आप बादाम और किशमिश को भिगोकर खातें है तो ये आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बादाम को भिगोकर खाने से आप अपना बढ़ता हुआ वजन भी कंट्रोल कर सकते है.